बठिंडा में पुलिस हिरासत में कथित तौर पर महिला के साथ मारपीट के आरोप लगे है। थाना संगत के अंतर्गत आने वाले गांव पथराला की रहने वाली सोनिया नाम की महिला को 50 हजार रुपए की चोरी के आरोप में पथराला पुलिस चौकी द्वारा हिरासत में लिया गया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस चौकी में उसके साथ बर्बरता की गई। महिला का कहना है कि एक महिला एएसआई उसकी पीठ पर चढ़ गई और चौकी इंचार्ज ने उसकी हथेलियों पर डंडे मारे। मारपीट के बाद परिजनों ने उसे बठिंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में बयान दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता गुरुवार को एसएसपी बठिंडा से मिलने पहुंची। सोनिया ने बताया कि वह पिछले 9-10 सालों से उस घर में सफाई का काम करती थी, जहां से उस पर चोरी का आरोप लगाया गया। मामले में डीएसपी देहाती हीना गुप्ता का कहना है कि महिला को नियमानुसार महिला पुलिसकर्मियों द्वारा ही हिरासत में लिया गया था। उन्होंने कहा कि महिला चौकी से सकुशल गांव वालों के साथ गई थी और बाद में अस्पताल में भर्ती हुई। डीएसपी ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। बठिंडा में पुलिस हिरासत में कथित तौर पर महिला के साथ मारपीट के आरोप लगे है। थाना संगत के अंतर्गत आने वाले गांव पथराला की रहने वाली सोनिया नाम की महिला को 50 हजार रुपए की चोरी के आरोप में पथराला पुलिस चौकी द्वारा हिरासत में लिया गया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस चौकी में उसके साथ बर्बरता की गई। महिला का कहना है कि एक महिला एएसआई उसकी पीठ पर चढ़ गई और चौकी इंचार्ज ने उसकी हथेलियों पर डंडे मारे। मारपीट के बाद परिजनों ने उसे बठिंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में बयान दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता गुरुवार को एसएसपी बठिंडा से मिलने पहुंची। सोनिया ने बताया कि वह पिछले 9-10 सालों से उस घर में सफाई का काम करती थी, जहां से उस पर चोरी का आरोप लगाया गया। मामले में डीएसपी देहाती हीना गुप्ता का कहना है कि महिला को नियमानुसार महिला पुलिसकर्मियों द्वारा ही हिरासत में लिया गया था। उन्होंने कहा कि महिला चौकी से सकुशल गांव वालों के साथ गई थी और बाद में अस्पताल में भर्ती हुई। डीएसपी ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जैम . रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन की आखिरी तारीख आज भास्कर न्यूज | जालंधर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली की ओर से ली जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) 2025 के लिए आवेदन करने की आज आखिरी तारीख है। उम्मीदवार 11 अक्टूबर 2024 तक इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। जैम-205 का आयोजन दो फरवरी को होगा, जिसके लिए एडमिट कार्ड जनवरी के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। दो सेशन में यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। रिजल्ट 16 मार्च 2025 को जारी होगा। इस एग्जाम के जरिए देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में संचालित होने वाले एमएससी, एमटेक, पीएचडी प्रोग्राम्स में एडमिशन दिया जाएगा। जैम 2025 एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन के लिए नवंबर से शुरुआत होगी। जिसमें परीक्षा शहर, टेस्ट पेपर, श्रेणी या लिंग में बदलाव 30 नवंबर तक किया जा सकेगा। कंपनसेटरी टाइम या स्क्रीब असिस्टेंट की पुष्टि 30 दिसंबर और ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। जैम 2025 का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में दो शिफ्ट में किया जाएगा। जैम परीक्षा के लिए एक पेपर का आवेदन शुल्क 1800 रुपए है। वहीं दो पेपर के लिए शुल्क ढाई हजार रुपए है। एससी, एसटी और महिलाओं के लिए एक पेपर की फीस 900 रुपए और दो पेपर के लिए 1250 रुपए शुल्क है। गौरतलब है कि परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। किसी भी उम्र के छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा देश के 100 शहरों में होगी। 2025-26 अकेडेमिक सेशन के लिए 22 आईआईटी के 89 पीजी प्रोग्राम में प्रवेश होंगे। इनमें करीब तीन हजार सीटें हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट https://jam2025.iit d .ac.in/ पर देख सकते हैं। वहीं इसके साथ ही जैम स्कोर के आधार पर आईआईएससी, एनआईटी जैसे अन्य टेक्निकल संस्थानों की दो हजार से अधिक सीटों पर भी प्रवेश किया जाएगा। पंजाब में जालंधर में सेंटर बनाया जाएगा। इस परीक्षा में सात विषयों बायोटेक्नोलॉजी, कैमिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, जियोलॉजी, मैथेमेटिकल स्टेटिस्टिक्स, मैथेमेटिक्स और फिजिक्स के विषयों में कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी राष्ट्रीयता के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। जो उम्मीदवार 2025 में बैचलर डिग्री के फाइनल इयर में अपीयर हो रहे हैं वो भी इसके लिए आवेदन करने के लिए योग्य होंगे।
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पटियाला में किसानों और पुलिस अधिकारियों की मीटिंग आज:शंभू बॉर्डर खोलने के मामले पर होगी चर्चा, 22 को SC में सुनवाई किसानों के आंदोलन के चलते शंभू बॉर्डर पिछले छह महीने से बंद है। इस कारण लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा को आंशिक रूप से बॉर्डर खोलने को कहा था। इसी सिलसिले में आज पटियाला में पंजाब पुलिस और किसानों के वरिष्ठ अधिकारियों की अहम बैठक होने जा रही है। इसमें इस मामले पर रणनीति बनाई जाएगी। क्योंकि गुरुवार को इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। बडे़ किसान नेता मीटिंग में होंगे शामिल यह मीटिंग पटियाला में आज दोपहर में होगी। इसमें (संयुक्त किसान मोर्चा) गैर राजनीतिक में मेंबर शामिल होंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल भी इस मीटिंग में शामिल होने के आसार है। वहीं, किसान संगठनों ने भी अपनी मीटिंग रखी हुई है। जिसमें 31 अगस्त को तय किए गए प्रदर्शन को रणनीति बनेगी। SC ने कहा था हाईवे पार्किंग की जगह नहीं शंभू बॉर्डर के मामले में गत सुनवाई 12 अगस्त को हुई थी। इस दौरान शीर्ष अदालत ने बॉर्डर को आंशिक तौर पर खोलने के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की थी कि हाईवेज पार्किंग की जगह नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर एंबुलेंस, सीनियर सिटीजंस, महिलाओं, छात्रों, आदि के लिए हाईवे की एक लेन खोलने का आदेश दिया। इसके लिए पंजाब और हरियाणा के DGP के अलावा पटियाला, मोहाली और अंबाला के SP को मीटिंग कर इस पर फैसला लेने को कहा था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस की सुनवाई 22 अगस्त को होगी। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि अगर पंजाब और हरियाणा के पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बन जाती है तो फिर सुनवाई की तारीख का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
आतंकी पन्नू की अमेरिकी हिंदुओं को धमकी:हिंदू संगठन COHNA के कार्यक्रम का किया विरोध; PM मोदी को बताया अमेरिका का दुश्मन
आतंकी पन्नू की अमेरिकी हिंदुओं को धमकी:हिंदू संगठन COHNA के कार्यक्रम का किया विरोध; PM मोदी को बताया अमेरिका का दुश्मन खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अमेरिकन हिंदुओं सहित अमेरिका में हिंदू संगठनों के खिलाफ धमकी जारी की है। कोएलिशन ऑफ हिंदू नॉर्थ अमेरिका (COHNA) की तरफ से 22 सितंबर को न्यूयॉर्क के नासाउ कोलिज़ीयम में पीएम मोदी के कार्यक्रम को ना करने की सलाह दी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक करियर को खत्म करने की भी चुनौती का वीडियो जारी किया है। खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दो मिनट के वीडियो में कहा- अमेरिकन हिंदुओं ने अमेरिका के हक में आने की शपथ ले रखी है। लेकिन अब इसे भूल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन कर रहे है (पन्नू ने प्रधानमंत्री मोदी को इस दौरान अमेरिका का दुश्मन बताया)। लेकिन खालिस्तान समर्थक 22 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम को देख रहे हैं। वे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैलेंज करने के लिए तैयार हैं। इसका कैंपेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीति का कत्ल करना है। इंडियन-अमेरिकन हिंदू सभी अमेरिका विरोधियों को फंडिंग कर रहे हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं। ये अमेरिका के संविधान के खिलाफ है। भारतीय-अमेरिकी हिंदुओं को अमेरिका या भारत में से एक को चुनना होगा। खालिस्तान समर्थन में फिर बोला आतंकी पन्नू पन्नू ने कहा कि भारतीय सरकार और खालिस्तान समर्थकों के बीच चल रहा विवाद इसका कारण है। खालिस्तान समर्थक अमेरिकन लॉ और यूएन की सहायता से खालिस्तान को लेने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए अमेरिकन हिंदुओं को चेतावनी है कि वे इस लड़ाई से दूर रहें। रेफरेंडम 2020 के नाम से चला रहा था खालिस्तानी आंदोलन गुरपतवंत पन्नू अमेरिका में बैठकर पिछले लंबे समय से ‘पंजाब रेफरेंडम 2020’ नाम से खालिस्तानी आंदोलन चला रहा था। यहां वह सिखों को उकसाने की कोशिश कर रहा था। सिखों को खालिस्तान मुहिम से जोड़ने के लिए पन्नू सोशल मीडिया का सहारा लेता था। पन्नू के लिए खालिस्तानी नारे लिखने के लिए वह फंडिंग भी करता था। पंजाब में ऐसे कई लोग पकड़े गए, जिन्होंने पन्नू के कहने पर सरकारी और सार्वजनिक जगहों पर खालिस्तानी नारे लिखकर माहौल भड़काने का काम किया था। 2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में पन्नू के संगठन SFJ को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत प्रतिबंधित कर दिया था। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि SFJ सिखों के लिए जनमत संग्रह की आड़ में पंजाब में अलगाववाद और चरमपंथी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाने का आरोप लगा था। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित किया था। 2020 में सरकार ने एसएफजे से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध लगा दिया था।