बब्बर खालसा के तीन आतंकी बिहार से अरेस्ट:अमृतसर पुलिस ने ड्रग्स तस्करों के लिंक खंगाले; हैंडग्रेनेड व पिस्टल करवाते थे उपलब्ध

बब्बर खालसा के तीन आतंकी बिहार से अरेस्ट:अमृतसर पुलिस ने ड्रग्स तस्करों के लिंक खंगाले; हैंडग्रेनेड व पिस्टल करवाते थे उपलब्ध

अमृतसर पुलिस ने नार्को-टेरर मोड्यूल को तोड़ने में सफलता हासिल की है। इस कड़ी के बीच पुलिस ने बिहार से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के तीन आतंकियों को पकड़ा है। ये सफलता 7 मार्च को पकड़े गए दो तस्करों से पूछताछ से जानकारी के बाद मिली है। तीनों आतंकियों के आज रात तक अमृतसर पहुंचने का अनुमान है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जानकारी दी कि छेहर्टा थाने में 7 मार्च का एक एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसमें दो तस्करों जोबनप्रीत सिंह और गुरबख्श सिंह को पकड़ा गया था। इनसे पूछताछ में पता चला कि खंडवाला क्षेत्र में तीन तस्कर करणदीप यादव, मुकेश कुमार यादव और साजन सिंह एक्टिव हैं। जब आरोपियों के बारे में छानबीन शुरू की गई तो स्पष्ट हुआ कि आरोपियों के बब्बर खालसा इंटरनेशनल से लिंक हैं और वे हथियार व हैंड-ग्रेनेड उपलब्ध करवाने का काम कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें ट्रेस करना शुरू किया और आरोपियों को बिहार के मधेपुरा जिले में थाना कुमार खंड के एरिया से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिस समय आरोपी पकड़े गए, उनसे नेपाली करेंसी व मोबाइल भी जब्त हुए हैं। नेपाल भागने वाले थे आरोपी पुलिस ने बताया कि आरोपी नेपाल के रास्ते विदेश भागने की फिराक में थे। आरोपियों के पास से नेपाली करेंसी मिली है। इनसे दो मोबाइल भी जब्त किए गए हैं, जिनका डाटा वॉश किया गया है। फिलहाल उनके फोन जब्त करके फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जाएंगे और डाटा रिकवर करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, आज रात तक आरोपियों के अमृतसर पहुंच जाने का अनुमान है। शटरिंग का काम करता है करणदीप आरोपी करणदीप यादव इस गैंग का सरगना है, जो खंडवाला में झंडपीर कॉलोनी का रहने वाला है। उसकी उम्र मात्र 21 साल है और वह शटरिंग का काम करता है। मुकेश कुमार यादव और 24 साल का साजन सिंह उसके साथी हैं। मुकेश डीजे तो साजन पीओपी का काम करता है। तरनतारन में हैंडग्रेनेड करवाए थे उपलब्ध करणदीप यादव बीकेआई का ऑपरेटिव है, जो ड्रग्स व हैंडग्रेनेड उपलब्ध करवाने का काम करता है। तरनतारन के सरहाली में बीते दिनों एफआईआर नंबर 11 दर्ज की गई थी। जिसमें पकड़े गए आरोपियों से दो हैंडग्रेनेड व तीन पिस्टल मिले थे। करणदीप ने ही ये हथियार व हैंडग्रेनेड उपलब्ध करवाए थे। जिसके बाद वे अमृतसर से बिहार भाग गया था। अमृतसर पुलिस ने नार्को-टेरर मोड्यूल को तोड़ने में सफलता हासिल की है। इस कड़ी के बीच पुलिस ने बिहार से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के तीन आतंकियों को पकड़ा है। ये सफलता 7 मार्च को पकड़े गए दो तस्करों से पूछताछ से जानकारी के बाद मिली है। तीनों आतंकियों के आज रात तक अमृतसर पहुंचने का अनुमान है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जानकारी दी कि छेहर्टा थाने में 7 मार्च का एक एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसमें दो तस्करों जोबनप्रीत सिंह और गुरबख्श सिंह को पकड़ा गया था। इनसे पूछताछ में पता चला कि खंडवाला क्षेत्र में तीन तस्कर करणदीप यादव, मुकेश कुमार यादव और साजन सिंह एक्टिव हैं। जब आरोपियों के बारे में छानबीन शुरू की गई तो स्पष्ट हुआ कि आरोपियों के बब्बर खालसा इंटरनेशनल से लिंक हैं और वे हथियार व हैंड-ग्रेनेड उपलब्ध करवाने का काम कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें ट्रेस करना शुरू किया और आरोपियों को बिहार के मधेपुरा जिले में थाना कुमार खंड के एरिया से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिस समय आरोपी पकड़े गए, उनसे नेपाली करेंसी व मोबाइल भी जब्त हुए हैं। नेपाल भागने वाले थे आरोपी पुलिस ने बताया कि आरोपी नेपाल के रास्ते विदेश भागने की फिराक में थे। आरोपियों के पास से नेपाली करेंसी मिली है। इनसे दो मोबाइल भी जब्त किए गए हैं, जिनका डाटा वॉश किया गया है। फिलहाल उनके फोन जब्त करके फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जाएंगे और डाटा रिकवर करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, आज रात तक आरोपियों के अमृतसर पहुंच जाने का अनुमान है। शटरिंग का काम करता है करणदीप आरोपी करणदीप यादव इस गैंग का सरगना है, जो खंडवाला में झंडपीर कॉलोनी का रहने वाला है। उसकी उम्र मात्र 21 साल है और वह शटरिंग का काम करता है। मुकेश कुमार यादव और 24 साल का साजन सिंह उसके साथी हैं। मुकेश डीजे तो साजन पीओपी का काम करता है। तरनतारन में हैंडग्रेनेड करवाए थे उपलब्ध करणदीप यादव बीकेआई का ऑपरेटिव है, जो ड्रग्स व हैंडग्रेनेड उपलब्ध करवाने का काम करता है। तरनतारन के सरहाली में बीते दिनों एफआईआर नंबर 11 दर्ज की गई थी। जिसमें पकड़े गए आरोपियों से दो हैंडग्रेनेड व तीन पिस्टल मिले थे। करणदीप ने ही ये हथियार व हैंडग्रेनेड उपलब्ध करवाए थे। जिसके बाद वे अमृतसर से बिहार भाग गया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर