बरनाला के सरकारी अस्पताल में महिला की मौत:सफाई कर्मचारी ने लगाया इंजेक्शन, मुंह से झाग निकलने लगा; परिवार और किसान संगठनों का प्रदर्शन

बरनाला के सरकारी अस्पताल में महिला की मौत:सफाई कर्मचारी ने लगाया इंजेक्शन, मुंह से झाग निकलने लगा; परिवार और किसान संगठनों का प्रदर्शन

पंजाब के बरनाला स्थित तपा मंडी सरकारी अस्पताल में एक गंभीर लापरवाही सामने आई है। घुटने की सर्जरी के बाद सफाई कर्मचारी द्वारा दिए गए इंजेक्शन से 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई। घटना के बाद पीड़ित परिवार और किसान संगठन सरकारी अस्पताल तपा के गेट के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। जानकारी के अनुसार मृतका जीतो देवी सुबह 10 बजे घुटने का ऑपरेशन कराने अस्पताल पहुंची थी। डॉक्टर ने दोपहर 12 बजे ऑपरेशन के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया। इसके बाद एक सफाई कर्मचारी इंजेक्शन लेकर आया। सफाई कर्मचारी को इंजेक्शन लगाने से रोका मृतका के बेटे सेवक सिंह और गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उन्होंने सफाई कर्मचारी को इंजेक्शन लगाने से रोका और डॉक्टर से इस बारे में पूछा। डॉक्टर ने कहा कि यह व्यक्ति इंजेक्शन दे सकता है। परिजनों के विरोध के बावजूद सफाई कर्मचारी ने महिला को इंजेक्शन दे दिया। महिला के मुंह से झाग निकलने लगा इंजेक्शन लगने के बाद महिला के मुंह से झाग निकलने लगा और वह कांपने लगी। कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों को कई बार फोन किया, लेकिन कोई भी उपलब्ध नहीं हुआ। अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शन घटना के बाद मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने लापरवाही के लिए जिम्मेदार डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। न्याय की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि उस डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मौके तपा थाने की एसएचओ रेणु ने बताया कि पुलिस इस घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर जो भी कार्रवाई होगी। वहीं इस मामले की जानकारी देते एस एमओ इंदू बांसल ने कहा कि मृतक महिला का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है, इसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। पंजाब के बरनाला स्थित तपा मंडी सरकारी अस्पताल में एक गंभीर लापरवाही सामने आई है। घुटने की सर्जरी के बाद सफाई कर्मचारी द्वारा दिए गए इंजेक्शन से 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई। घटना के बाद पीड़ित परिवार और किसान संगठन सरकारी अस्पताल तपा के गेट के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। जानकारी के अनुसार मृतका जीतो देवी सुबह 10 बजे घुटने का ऑपरेशन कराने अस्पताल पहुंची थी। डॉक्टर ने दोपहर 12 बजे ऑपरेशन के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया। इसके बाद एक सफाई कर्मचारी इंजेक्शन लेकर आया। सफाई कर्मचारी को इंजेक्शन लगाने से रोका मृतका के बेटे सेवक सिंह और गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उन्होंने सफाई कर्मचारी को इंजेक्शन लगाने से रोका और डॉक्टर से इस बारे में पूछा। डॉक्टर ने कहा कि यह व्यक्ति इंजेक्शन दे सकता है। परिजनों के विरोध के बावजूद सफाई कर्मचारी ने महिला को इंजेक्शन दे दिया। महिला के मुंह से झाग निकलने लगा इंजेक्शन लगने के बाद महिला के मुंह से झाग निकलने लगा और वह कांपने लगी। कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों को कई बार फोन किया, लेकिन कोई भी उपलब्ध नहीं हुआ। अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शन घटना के बाद मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने लापरवाही के लिए जिम्मेदार डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। न्याय की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि उस डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मौके तपा थाने की एसएचओ रेणु ने बताया कि पुलिस इस घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर जो भी कार्रवाई होगी। वहीं इस मामले की जानकारी देते एस एमओ इंदू बांसल ने कहा कि मृतक महिला का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है, इसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर