पंजाब के बरनाला में नशा तस्करी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली। बरनाला पुलिस ने एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 4 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चारों नशा तस्करों को उत्तर प्रदेश में छापेमारी करके गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नशा तस्करों के पास के भारी मात्रा में नशीली गोलियां और एक गाड़ी बरामद की है। एसएसपी ने प्रेस वार्ता में दी जानकारी एसएसपी संदीप कुमार मलिक ने प्रेस वार्ता में बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले पटियाला निवासी एक नशा तस्कर शिवराम को पकड़ा था। पुलिस ने उसके पास से 1 लाख 37 हजार 550 नशीली गोलियां बरामद की थी। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर और जिला मुजफ्फरनगर में रेड की। वहां से पुलिस ने मोहम्मद आलम, अभिषेक कुमार और आशु तीनों निवासी सहारनपुर, फरमान अली निवासी मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए तस्करों के पास से 4.25 लाख नशीली गोलियां और एक एक्सेंट गाड़ी बरामद की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में और कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। पंजाब के बरनाला में नशा तस्करी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली। बरनाला पुलिस ने एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 4 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चारों नशा तस्करों को उत्तर प्रदेश में छापेमारी करके गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नशा तस्करों के पास के भारी मात्रा में नशीली गोलियां और एक गाड़ी बरामद की है। एसएसपी ने प्रेस वार्ता में दी जानकारी एसएसपी संदीप कुमार मलिक ने प्रेस वार्ता में बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले पटियाला निवासी एक नशा तस्कर शिवराम को पकड़ा था। पुलिस ने उसके पास से 1 लाख 37 हजार 550 नशीली गोलियां बरामद की थी। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर और जिला मुजफ्फरनगर में रेड की। वहां से पुलिस ने मोहम्मद आलम, अभिषेक कुमार और आशु तीनों निवासी सहारनपुर, फरमान अली निवासी मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए तस्करों के पास से 4.25 लाख नशीली गोलियां और एक एक्सेंट गाड़ी बरामद की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में और कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृतसर में बोले अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह:कहा-नफरत के तहत पुलिस लगा रही आरोप, हाईकोर्ट के जज करें गुरुप्रीत कत्ल केस की जांच
अमृतसर में बोले अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह:कहा-नफरत के तहत पुलिस लगा रही आरोप, हाईकोर्ट के जज करें गुरुप्रीत कत्ल केस की जांच वारिस-ए-पंजाब के मुखी और सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार और राज्य एजेंसियां सिख युवक गुरप्रीत सिंह की हत्या की साजिश में उन्हें जानबूझकर फंसाने के कोशिश कर रही है। आज उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि यह साजिश उसी कड़ी का हिस्सा है जिसके तहत पंजाब सरकार दावा करती है कि अमृतपाल सिंह की रिहाई से पंजाब के सीएम की जान को खतरा है। उन्होंने कहा कि गुरप्रीत सिंह के कत्ल की जांच किसी सीटिंग जज के जरिए होनी चाहिए ना कि पुलिस को जज बनाना चाहिए। अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि बीते दिन पंजाब पुलिस ने अपनी घृणित प्रवृत्ति के तहत दिए गए बयानों के आधार पर एक्टिविस्ट गुरप्रीत सिंह के कत्ल के शक की सुई सीधा अमृतपाल सिंह पर खड़ी कर दी है। जो कि सरकार की अमृतपाल सिंह के प्रति प्रतिशोधात्मक मंशा की पुष्टि करती है। केंद्रीय एजेंसियां बना रही डराने वाला माहौल उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उन पर दर्ज किए गए झूठे मुकदमे और केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी का मकसद लोकसभा चुनाव के दौरान पैदा हुई राजनीतिक उथल-पुथल को दबाने के लिए डराने वाला माहौल बनाना है। उन्होंने कहा कि गुरप्रीत सिंह की हत्या बहुत दुखद घटना थी, लेकिन हत्या के दिन से ही सरकार और राज्य एजेंसियों द्वारा इस हत्या को लेकर भाईचारे का माहौल खराब करने की अनैतिक और क्रूर कोशिशें और भी दुखद हैं। इस साजिश में पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवा की भी बेहद संदिग्ध भूमिका है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अध्यक्ष संधवा इस घटना का इस्तेमाल अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए कर रहे हैं। ये दोनों एक ऐसा माहौल बना रहे हैं जो पंजाब के युवाओं को फिर से हिंसा के रास्ते पर धकेल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दशकों की घटनाओं से सबक लेने के बजाय, ये राजनीतिक नेता वही दमनकारी और अन्यायपूर्ण नीतियां अपना रहे हैं। नई क्षेत्रीय पार्टियों को बनने से रोकने की साजिश उन्होंने कहा कि जिस दिन 29 सितंबर, 2024 को उन्होंने नई पार्टी बनाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब पर प्रार्थना की, उसी दिन से वारिस पंजाब संगठन के बारे में और भाई अमृतपाल सिंह के बारे में पंजाब सरकार ने पंजाब की नई क्षेत्रीय पार्टी को बनने से रोकने की साजिश रचनी शुरू कर दी। इसीलिए वह इस संबंध में माननीय उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीशों से इसकी निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं । उन्होंने यह भी आशंका जताई कि आने वाले दिनों में अगर उनके परिवार को जान-माल का नुकसान हुआ तो इसकी सीधी जिम्मेदारी डीजीपी पंजाब और पंजाब सरकार की होगी। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब से भी अपील है कि इस संबंध में कोई कमेटी बनाकर जांच करवाई जाए, ताकि राज्य सरकार का सिखों को आपस में लड़वाने की मंशा पूरी ना हो पाए।
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था सियाचिन में सेना के टेंट में आग लगने से 19 जुलाई 2023 को शहीद हुए देवरिया के कैप्टन अंशुमान के परिवार को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड से 1 करोड़ रुपए दिए गए। यह रकम अंशुमान के पेरेंट्स और उनकी पत्नी में आधी-आधी बांटी गई। शहीद के माता-पिता ने कहा था- बेटे को मिले मरणोपरांत कीर्ति चक्र को बहू ने छूने भी नहीं दिया। बेटे के जाने के बाद बहू सम्मान लेकर चली गई। हमारे पास कुछ नहीं बचा। आर्मी को शहीद के परिवार को मिलने वाली वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव करना चाहिए। इसे लेकर आर्मी के सूत्रों ने कहा है कि आर्मी की ओर से पेरेंट्स को 50 लाख और पत्नी को 50 लाख दिए जा चुके हैं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शहीद की पेंशन उनकी पत्नी स्मृति को ही मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था। इसके अलावा UP सरकार ने भी परिवार को 50 लाख रुपए दिए थे। इसमें से 15 लाख माता-पिता और 35 लाख रुपए पत्नी स्मृति को दिए गए थे। इसके बावजूद शहीद के पेरेंट्स ने कहा था कि वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव होना चाहिए। आर्मी ने कहा- शहीद के पिता रिटायर्ड JCO, उन्हें पेंशन मिलती है
आर्मी के एक अधिकारी ने कहा- कैप्टन अंशुमान मार्च 2020 में आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में शामिल हुए थे। पत्नी स्मृति को आर्मी के ज्यादा बेनिफिट इसलिए मिल रहे हैं, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें अपना नॉमिनी बनाया था। साथ ही बताया कि अंशुमान के पिता आर्मी में रिटायर्ड JCO हैं। उन्हें पेंशन और आर्मी की अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे मुद्दे आर्मी के सामने पहले भी आए हैं, खासकर तब जब शहीद के माता-पिता उन पर आश्रित होते हैं, लेकिन आर्मी यूनिट ऐसे मुद्दों को निपटा लेती है। अंशुमान का मामला अलग है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि उनके पिता भी सेना में रह चुके हैं। आर्मी में PF और पेंशन के नियम पत्नी ने कहा था- एक कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए
सम्मान समारोह के बाद स्मृति ने कहा- अंशुमान के शहीद होने का कॉल आया था। इस कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए थे। कैप्टन अंशुमान बहुत सक्षम थे। वे अक्सर कहा करते थे, मैं अपने सीने पर गोली खाकर मरना चाहता हूं। मैं आम आदमी की तरह नहीं मरना चाहता, जिसे कोई जान ही न पाए। इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले दिन हमारी मुलाकात हुई थी। यह पहली नजर का प्यार था। एक महीना ही बीता था कि उनका चयन AFMC में हो गया। वे सुपर इंटेलिजेंट शख्स थे। हम सिर्फ एक महीना ही रूबरू मिले। फिर आठ साल तक दूरी रही, लेकिन रिश्ता बना रहा। फरवरी, 2023 में हमने शादी कर ली। दुर्भाग्य से शादी के दो महीने बाद ही उनकी सियाचिन में पोस्टिंग हो गई। 18 जुलाई, 2023 को हमारी लंबी बातचीत हुई थी कि अगले 50 साल में हमारी जिंदगी कैसी होगी। अपना घर होगा। हमारे बच्चे होंगे …और भी बहुत कुछ। 19 जुलाई की सुबह मैं एक फोन कॉल से उठी। उधर से आवाज आई…कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। यह खबर भी पढ़ें… शादी के 5 महीने बाद कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद, ग्लेशियर में टेंट में आग लगने से गई थी जान सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के कई टेंट में आग लग गई। हादसे में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। अंशुमान सिंह की 5 महीने पहले 10 फरवरी को शादी हुई थी। कैप्टन अंशुमान 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे। अंशुमान मूल रूप से देवरिया के रहने वाले थे। पूरी खबर पढ़ें…
पंजाब में 9 IAS अधिकारियों का तबादला:आलोक शेखर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जेल नियुक्त, कुमार राहुल को फैमिली वेलफेयर कार्यभार
पंजाब में 9 IAS अधिकारियों का तबादला:आलोक शेखर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जेल नियुक्त, कुमार राहुल को फैमिली वेलफेयर कार्यभार पंजाब सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। पुलिस के बाद अब नौ आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए हैं। आलोक शेखर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जेल लगाए गए हैं। जबकि तेजवीर सिंह एडशिनल चीफ सेक्रेटरी स्थानीय सरकार होंगे। वहीं, अजोय शर्मा को प्रिंसिपल सेक्रेटरी टूरिज्म एंड कल्चर अफेयर्स लगाया गया है। कुमार राहुल एडमिनिस्ट्रेटिव हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, अमित ढाका एडमिनिस्ट्रेटिव सेक्रेटरी प्लानिंग व डायरेक्टर एमजीएसआईपीए लगाया गया है।