बरनाला में नशीली कैप्सूल बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। एसटीएफ पंजाब और बरनाला पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री में छापा मारा और वहां से 95 हजार प्रतिबंधित प्री-गैबलिन 300 एमजी सिग्नेचर कैप्सूल और 2.17 लाख टेपेंटाडोल कैप्सूल बरामद किए। फैक्ट्री फर्म के पास कैप्सूल बनाने की कोई अनुमति नहीं थी। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। इस मौके पर जानकारी देते हुए डीएसपी सतवीर सिंह ने बताया कि पंजाब पुलिस की एसटीएफ और बरनाला पुलिस ने ड्रग्स अधिकारी के साथ मिलकर एक सूचना के आधार पर नाईवाला रोड पर स्थित अलजान फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में छापा मारा। कैप्सूल बनाने का कच्चा माल बरामद जहां से पुलिस ने प्री-गैबलिन 300 एमजी (सिग्नेचर) के 95 हजार कैप्सूल और 2.17 लाख टेपेंटाडोल कैप्सूल बरामद किए। फर्म के पास प्री-गैबलिन 300 एमजी सिग्नेचर बनाने का कोई लाइसेंस नहीं था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने फैक्ट्री से ये कैप्सूल, कैप्सूल बनाने का कच्चा माल, नकली सील बराम माद की है। उन्होंने बताया कि कुल 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें फैक्ट्री मालिक सिसु पाल, दिनेश बांसल, लव कुश यादव, सुखराज सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक महिंद्रा पिकअप गाड़ी भी बरामद की गई है। खुलासे होने की संभावना मामले में आगे की जांच जारी है और और भी खुलासे होने की संभावना है। अन्य फैक्ट्रियों और फर्मों पर छापेमारी करके और भी खुलासे होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि यह फैक्ट्री काफी समय से चल रही थी। फैक्ट्री में प्री-गैबलिन कैप्सूल बनाए थे पिछले एक महीने से सूचना मिल रही थी कि इस फैक्ट्री में प्री-गैबलिन कैप्सूल बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सिग्नेचर नामक प्री-गैबलिन 300 एमजी कैप्सूल का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है। जिसके चलते बरनाला के डिप्टी कमिश्नर ने इन कैप्सूल पर रोक लगा दी है। बरनाला में नशीली कैप्सूल बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। एसटीएफ पंजाब और बरनाला पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री में छापा मारा और वहां से 95 हजार प्रतिबंधित प्री-गैबलिन 300 एमजी सिग्नेचर कैप्सूल और 2.17 लाख टेपेंटाडोल कैप्सूल बरामद किए। फैक्ट्री फर्म के पास कैप्सूल बनाने की कोई अनुमति नहीं थी। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। इस मौके पर जानकारी देते हुए डीएसपी सतवीर सिंह ने बताया कि पंजाब पुलिस की एसटीएफ और बरनाला पुलिस ने ड्रग्स अधिकारी के साथ मिलकर एक सूचना के आधार पर नाईवाला रोड पर स्थित अलजान फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में छापा मारा। कैप्सूल बनाने का कच्चा माल बरामद जहां से पुलिस ने प्री-गैबलिन 300 एमजी (सिग्नेचर) के 95 हजार कैप्सूल और 2.17 लाख टेपेंटाडोल कैप्सूल बरामद किए। फर्म के पास प्री-गैबलिन 300 एमजी सिग्नेचर बनाने का कोई लाइसेंस नहीं था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने फैक्ट्री से ये कैप्सूल, कैप्सूल बनाने का कच्चा माल, नकली सील बराम माद की है। उन्होंने बताया कि कुल 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें फैक्ट्री मालिक सिसु पाल, दिनेश बांसल, लव कुश यादव, सुखराज सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक महिंद्रा पिकअप गाड़ी भी बरामद की गई है। खुलासे होने की संभावना मामले में आगे की जांच जारी है और और भी खुलासे होने की संभावना है। अन्य फैक्ट्रियों और फर्मों पर छापेमारी करके और भी खुलासे होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि यह फैक्ट्री काफी समय से चल रही थी। फैक्ट्री में प्री-गैबलिन कैप्सूल बनाए थे पिछले एक महीने से सूचना मिल रही थी कि इस फैक्ट्री में प्री-गैबलिन कैप्सूल बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सिग्नेचर नामक प्री-गैबलिन 300 एमजी कैप्सूल का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है। जिसके चलते बरनाला के डिप्टी कमिश्नर ने इन कैप्सूल पर रोक लगा दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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भगत कबीर जयंती पर होशियारपुर पहुंचे सीएम मान:कहा- गोइंदवाल में 400 एकड़ जमीन पर लगेगा सोलर प्लांट; शिक्षा पद्धति में भी होगा बदलाव
भगत कबीर जयंती पर होशियारपुर पहुंचे सीएम मान:कहा- गोइंदवाल में 400 एकड़ जमीन पर लगेगा सोलर प्लांट; शिक्षा पद्धति में भी होगा बदलाव भगत कबीर जयंती के अवसर पर शनिवार को होशियारपुर में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्य रूप से शामिल हुए। उन्होंने भगत कबीर को श्रद्धांजलि देने के साथ ही शिक्षा व्यवस्था में किए जाने वाले बदलावों और गोइंदवाल साहिब में 400 एकड़ में लगाए जाने वाले सोलर प्लांट के बारे में भी जानकारी दी। सीएम मान ने कहा कि सरकारें थर्मल प्लांट बेचती हैं, लेकिन हमने खरीद लिया। 540 मेगावॉट उसकी कैपेसिटी है। 1080 करोड़ में खरीदा है। अगर इसे बनाए तो खर्च 5 हजार करोड़ से अधिक आएगा। 5 हजार करोड़ का सौदा हमने 1080 करोड़ में ले लिया। लेकिन खुशी की बात है कि इस थर्मल प्लांट के साथ 400 एकड़ जमीन भी फ्री में मिली है। जिस पर पंजाब सरकार सोलर प्लांट बनाया जाएगा। शिक्षा पद्धति में बदलाव होगा सीएम मान ने कहा कि शिक्षा पद्धति में बदलाव आज की जरूरत है। हम 6वीं, 7वीं में ही युवाओं को माफी मांगना सिखा देते हैं। हमें भी पता नहीं चलता कि हमें उन्हें कब बिखारी बना देते हैं। मांगने में लगा देते हैं। बड़े होते वे माफियाओं ही लिखते रहते हैं। सीएम मान ने कहा कि 6वीं-7वीं में बच्चों को फीस माफी सिखाने लगते हैं। लेकिन अब उसका तरीका बदला जाएगा। फीस माफी में अब बच्चों को सिखाया जाएगा कि स्कूल की फीस उधार की जाए। पढ़ाई के बाद ब्याज समेत स्कूल की फीस वापस की जाएगी। सीएम मान ने कहा कि आने वाले समय में ये बदलाव करने जा रहे हैं। रट्टा सिस्टम को बदला जाएगा सीएम मान ने कहा कि अमेरिका व विदेशों में कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि बच्चों को सोचने का मौका दिया जाता है। वहां पूछते हैं, फास्ट-फूड लाभदायक है या हानिकारक है। अगर कोई सही कहे तो उसे उसके फायदा बताने होंगे, अगर नुकसान कह दिया तो हानिकारक के कारण बताने होंगे। बच्चों को अपना दिमाग चलाने का मौका देना चाहिए। हम गाइड पर चलते हैं, जो वहां लिखा है वही ठीक है। रट्टे लगा लो बस। अब इसमें बदला जाएगा। हमें सिर्फ रटना, नकल मारना, पकड़े जाओ तो पर्ची खा जाओ सिखाया जाता है। लेकिन अब इस सिस्टम में बदलाव किया जाएगा। डीसी ऑफिस में बनेंगी सीएम विंडो हर डीसी ऑफिस में सीएम विंडो बना रहे हैं। जिसे भी काम होगा, उन्हें चंडीगढ़ आने की जरूरत नहीं होगी। डीसी ऑफिस में सीएम विंडो में ही एप्लिकेशन दी जा सकती है। अगले ही दिन उन्हें फोन आ जाएगा कि संबंधित कार्य डिपार्टमेंट को भेज दिया गया है। अगर कोई जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए होगा, उसे भी फोन पर मंगवा लिया जाएगा। लेकिन चंडीगढ़ आने की जरूरत किसी को नहीं होगी।
राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा
राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा। हाईकोर्ट के फैसले पर डेरा सच्चा सौदा ने कहा कि हमें न्यायपालिका पर हमेशा पूर्ण विश्वास रहा है और माननीय न्यायालय से हमें न्याय मिला है। 22 साल पहले हत्या, 19 साल बाद हुई थी सजा, 3 साल बाद बरी
कुरुक्षेत्र के रहने वाले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2002 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी पुलिस जांच हुई, लेकिन डेरे को क्लीन चिट दे दी गई। पुलिस जांच से असंतुष्ट रणजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच की मांग की थी। हालांकि, शुरुआत में इस मामले में राम रहीम का नाम नहीं था, लेकिन साल 2003 में जांच CBI को सौंपी गई। फिर 2006 में राम रहीम के ड्राइवर खट्टा सिंह के बयान पर डेरा प्रमुख को शामिल किया गया। इस मामले में 2007 में कोर्ट ने आरोपियों पर आरोप तय किए थे। 19 साल के बाद अक्टूबर 2021 में डेरा मुखी समेत 5 आरोपियों को दोषी करार दिया गया। जिसके बाद CBI ने इन्हें उम्रकैद की सजा दे दी। सजा मिलने के तीन साल बाद राम रहीम हाईकोर्ट से बरी हो गया। रणजीत का पूरा परिवार डेरे से जुड़ा था, चिट्ठी के बाद इस्तीफा दिया
साल 2002 में रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर थे। रणजीत सिंह कुरुक्षेत्र के रहने वाले थे। उनका पूरा परिवार भी डेरे से जुड़ा हुआ था। सब कुछ ठीक चल रहा था कि अचानक एक गुमनाम चिठ्ठी की वजह से डेरा सच्चा सौदा में हंगामा खड़ा हो गया था। उस गुमनाम खत में एक साध्वी का यौन शोषण किए जाने का खुलासा था। चिठ्ठी सामने आते ही डेरा सच्चा सौदा पर सवाल उठने लगे। डेरे में यौन शोषण के आरोप सामने आने के बाद रणजीत सिंह आहत हो गए। इसी बात को लेकर उन्होंने डेरे के मैनेजर पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ परिवार के लोग भी डेरे से अलग हो गए। गुमनाम चिट्ठी के शक में मारी गई थी गोली
रणजीत सिंह की हत्या का मामला गुमनाम चिट्ठी से जुड़ा हुआ है, जिसमें डेरे में साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे। ये वह चिट्ठी थी, जो तत्कालीन PM अटल बिहारी वाजपेयी को भेजी गई थी। CBI ने दावा किया था कि डेरे को शक था कि रणजीत ने ही अपनी बहन से साध्वियों के यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी लिखवाई है। CBI ने जांच के बाद कोर्ट में कहा था कि राम रहीम को शक था कि गुमनाम चिट्ठी के पीछे रणजीत का हाथ है। इस चिट्ठी में रणजीत की बहन का भी जिक्र था। इस चिट्ठी के सामने आने के बाद रणजीत को डेरे में बुलाया गया। जहां उसे गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी गई थी। हालांकि, रणजीत ने कहा कि इस चिट्ठी के पीछे उसकी कोई भूमिका नहीं है। जिसके बाद उसकी हत्या हो गई। यह चिट्ठी बाद में सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने अपने अखबार में छापी थी। इसके बाद पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को 24 अक्टूबर को गोली मारी गई थी। इसके बाद उसे दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 21 नवंबर को उनकी मौत हो गई थी। छत्रपति की हत्या के केस में भी राम रहीम उम्रकैद काट रहा है। ये खबरें भी पढ़ें… वह गुमनाम चिट्ठी, जिसके बाद रणजीत का मर्डर हुआ:इसी केस में राम रहीम बरी हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम के साम्राज्य को एक गुमनाम चिट्ठी ने तबाह किया था। यह चिट्ठी डेरे में साध्वियों के यौन शोषणा से जुड़ी हुई थी। यह चिट्ठी 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को संबोधित कर लिखी गई थी।इस चिट्ठी के सामने आने के बाद पहले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह का मर्डर हुआ (पूरी खबर पढ़ें) गुरमीत के राम रहीम बनने की पूरी कहानी:17 की उम्र में शादी, 23 में संन्यासी बना; एक पोशाक से हिंसा फैली, रेप-मर्डर में सजा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 22 साल पुराने रणजीत सिंह मर्डर केस में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह जेल से बाहर नहीं आएगा। एक सामान्य इंसान से डेरा सच्चा का प्रमुख बनने तक राम रहीम की कहानी दिलचस्प है। राम रहीम का जन्म 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की गुरुसर मोडिया गांव में जट सिख परिवार में हुआ। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता मघर सिंह गांव के जमींदार थे। माता का नाम नसीब कौर है। (पूरी खबर पढ़ें) रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार मायूस है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे। (पूरी खबर पढ़ें)
मूसेवाला मर्डर केस का मुख्य गवाह नहीं पहुंचा कोर्ट:हत्या के वक्त गाड़ी में ही थे दोनों दोस्त, अदालत से मांगा समय
मूसेवाला मर्डर केस का मुख्य गवाह नहीं पहुंचा कोर्ट:हत्या के वक्त गाड़ी में ही थे दोनों दोस्त, अदालत से मांगा समय पंजाब के मानसा जिले में पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में मुख्य गवाह शुक्रवार को कोर्ट में गवाही देने नहीं आया। यह दूसरा मौका है जब घटना के बाद सिद्धू की कार में बैठे दोनों दोस्त गवाही देने नहीं आए। कोर्ट ने कल यानी शुक्रवार को दोनों के बयान दर्ज करने की तारीख तय की थी। हत्या के वक्त गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह सिद्धू की कार में बैठे थे। इसलिए उन्हें मुख्य गवाह बनाया गया। दोनों ने निजी कारणों का हवाला देते हुए कोर्ट में छूट मांगी है। यह घटना मानसा के जवाहरके गांव में हुई थी। गुरविंदर और गुरप्रीत को भी गोली लगी थी। 6 शूटरों ने मूसेवाला को मारी थी गोली 29 मई 2022 की शाम को मानसा के जवाहरके गांव में 6 शूटरों ने मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मूसेवाला तब 28 साल का था। इस हत्या की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली थी। कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने इस पूरी साजिश को अंजाम दिया। जिसमें लॉरेंस का भाई अनमोल और भतीजा सचिन थापन भी शामिल था। पुलिस ने इस मामले में 35 आरोपियों को नामजद किया है। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है। हत्या के बाद से ही माता-पिता बेटे को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वे लगातार पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार को घेर रहे हैं। सिद्धू का सिंगिंग सफर सिद्धू ने गाना गाने नहीं बल्कि लिखने से म्यूजिक सफर की शुरुआत की थी। उन्होंने पहला गाना ‘लाइसेंस’ लिखा था। इसे सिंगर निंजा ने अपनी आवाज दी थी। ये गाना हिट था जिसके बाद सिद्धू को राइटर के तौर पर लोग जानने लगे। 2017 में सिद्धू का पहला गाना ‘जी वैगन’ रिलीज हुआ था। हालांकि उन्हें पॉपुलैरिटी ‘सो हाई’ गाने से मिली। उन्होंने 2018 से भारत में लाइव शो करना शुरू किया और कनाडा में कई शो किए। 2018 में उनका गाना ‘फेमस’ रिलीज हुआ था, जिसकी पॉपुलैरिटी ने उन्हें टाॅप 40 यूके एशियन चार्ट में एंट्री दिलाई। हत्या के बाद अब तक 6 गाने रिलीज हो चुके हत्या के बाद मूसेवाला के 6 गाने रिलीज हो चुके हैं। तीन सप्ताह पहले ही ड्रिपी गीत रिलीज हुआ। जिसे तीन सप्ताह में ही करीब 2.68 करोड़ लोग देख चुके हैं। इससे पहले वॉच-आउट, चोरनी, मेरा नां, वार और SYL रिलीज हो चुके हैं। SYL गीत को भारत सरकार ने देश में बैन करवा दिया था।