हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना रिजाइन हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को भेज दिया। इसमें बैटरीवाला ने लिखा है कि वह पार्टी की ओर से सौंपे गए सभी दायित्व और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। भाजपा ने इस बार बरवाला सीट से रणबीर गंगवा को कैंडिडेट बनाया है। रणबीर गंगवा अभी तक नलवा से चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन पार्टी ने इस बार उन्हें बरवाला से टिकट दिया है। गंगवा को बाहरी प्रत्याशी बताते हुए बरवाला के लोकल भाजपाई उनका विरोध कर रहे हैं। रमेश बैटरीवाला ने भी गंगवा की उम्मीदवारी से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है। ऐसे में बरवाला में रणबीर गंगवा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से अपने इस्तीफे की कॉपी कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा भाजपा के संगठन मंत्री को भी भेजी है। बरवाला नगर पालिका चेयरमैन रमेश बैटरीवाला की ओर से दिया गया इस्तीफा बरवाला शहर में रमेश बैटरीवाला भाजपा का मजबूत चेहरा माने जाते थे। उनका शहर में अच्छा होल्ड है और इसी वजह से वह बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन भी बने थे। पंजाबी समुदाय से आने वाले बैटरीवाला की ओर से चुनाव के बीचोंबीच पार्टी छोड़ देने से भाजपा बैकफुट पर आ गई है। रणबीर गंगवा हिसार जिले की नलवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। 2014 और 2019 में वह भाजपा के टिकट पर नलवा से ही विधायक चुने गए थे। इस बार कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार को एडजस्ट करने के लिए भाजपा नेतृत्व ने रणबीर गंगवा की सीट बदल दी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आरएसएस के सर्वे में नलवा में गंगवा की रिपोर्ट ठीक नहीं आना भी उनकी सीट बदलने की एक वजह रही। 40 पदाधिकारी अगस्त में ही लिख चुके पार्टी को लेटर बरवाला के भाजपाई इस सीट से किसी बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध अगस्त से ही कर रहे हैं। बरवाला BJP के 40 वर्करों और पदाधिकारियों ने बाकायदा हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को लैटर लिखकर आग्रह किया था कि यहां से किसी ऐसे शख्स को टिकट दिया जाए जो स्थानीय हो और यहां के मुद्दों की समझ रखता हो। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इसके बावजूद रणबीर गंगवा को बरवाला से टिकट दे दिया। अब आलम ये है कि बरवाला के लोकल BJP नेता खुलकर गंगवा के साथ नहीं चल रहे। बरवाला के पूर्व विधायक वेद नारंग, कैप्टन भूपेंद्र समेत कई पदाधिकारी उनकी कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं। बरवाला के BJP वर्करों का तर्क है कि यहां कांग्रेस ने भी प्रजापति समाज का कैंडिडेट उतारकर मुकाबला कांटे का बना दिया है। भाजपा के जिला पार्षद दर्शन गिरी उतर चुके निर्दलीय भाजपा पर बरवाला में प्रजापति समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी पहले ही निर्दलीय मैदान में कूद चुके हैं। रणबीर गंगवा का टिकट अनाउंस होते ही दर्शन गिरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। यही नहीं, महंत दर्शन गिरी प्रजापति समाज की उपेक्षा करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी गंगवा पर लगा चुके हैं। इसके लेकर उन्होंने बाकायदा पुलिस थाने में शिकायत दे रखी है। किसान संगठनों ने 17 सितंबर को बुलाई मीटिंग
इसके अलावा किसान संगठन भी बरवाला में रणबीर गंगवा के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 17 सितंबर को एक मीटिंग बुलाई है। दरअसल बरवाला एरिया किसान आंदोलन का गढ़ रहा है। यहां के बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर पूरे आंदोलन के दौरान धरना चला। लोकसभा चुनाव में किसानों ने हिसार सीट से BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला का इस इलाके में जमकर विरोध किया था। लोकसभा चुनाव में रणबीर गंगवा के पुराने हलके नलवा में भी भाजपा का विरोध हुआ था। तब उनकी गाड़ी के शीशे भी टूट गए थे। उस घटना में कई किसानों पर केस भी दर्ज हुआ। हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना रिजाइन हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को भेज दिया। इसमें बैटरीवाला ने लिखा है कि वह पार्टी की ओर से सौंपे गए सभी दायित्व और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। भाजपा ने इस बार बरवाला सीट से रणबीर गंगवा को कैंडिडेट बनाया है। रणबीर गंगवा अभी तक नलवा से चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन पार्टी ने इस बार उन्हें बरवाला से टिकट दिया है। गंगवा को बाहरी प्रत्याशी बताते हुए बरवाला के लोकल भाजपाई उनका विरोध कर रहे हैं। रमेश बैटरीवाला ने भी गंगवा की उम्मीदवारी से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है। ऐसे में बरवाला में रणबीर गंगवा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से अपने इस्तीफे की कॉपी कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा भाजपा के संगठन मंत्री को भी भेजी है। बरवाला नगर पालिका चेयरमैन रमेश बैटरीवाला की ओर से दिया गया इस्तीफा बरवाला शहर में रमेश बैटरीवाला भाजपा का मजबूत चेहरा माने जाते थे। उनका शहर में अच्छा होल्ड है और इसी वजह से वह बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन भी बने थे। पंजाबी समुदाय से आने वाले बैटरीवाला की ओर से चुनाव के बीचोंबीच पार्टी छोड़ देने से भाजपा बैकफुट पर आ गई है। रणबीर गंगवा हिसार जिले की नलवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। 2014 और 2019 में वह भाजपा के टिकट पर नलवा से ही विधायक चुने गए थे। इस बार कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार को एडजस्ट करने के लिए भाजपा नेतृत्व ने रणबीर गंगवा की सीट बदल दी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आरएसएस के सर्वे में नलवा में गंगवा की रिपोर्ट ठीक नहीं आना भी उनकी सीट बदलने की एक वजह रही। 40 पदाधिकारी अगस्त में ही लिख चुके पार्टी को लेटर बरवाला के भाजपाई इस सीट से किसी बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध अगस्त से ही कर रहे हैं। बरवाला BJP के 40 वर्करों और पदाधिकारियों ने बाकायदा हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को लैटर लिखकर आग्रह किया था कि यहां से किसी ऐसे शख्स को टिकट दिया जाए जो स्थानीय हो और यहां के मुद्दों की समझ रखता हो। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इसके बावजूद रणबीर गंगवा को बरवाला से टिकट दे दिया। अब आलम ये है कि बरवाला के लोकल BJP नेता खुलकर गंगवा के साथ नहीं चल रहे। बरवाला के पूर्व विधायक वेद नारंग, कैप्टन भूपेंद्र समेत कई पदाधिकारी उनकी कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं। बरवाला के BJP वर्करों का तर्क है कि यहां कांग्रेस ने भी प्रजापति समाज का कैंडिडेट उतारकर मुकाबला कांटे का बना दिया है। भाजपा के जिला पार्षद दर्शन गिरी उतर चुके निर्दलीय भाजपा पर बरवाला में प्रजापति समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी पहले ही निर्दलीय मैदान में कूद चुके हैं। रणबीर गंगवा का टिकट अनाउंस होते ही दर्शन गिरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। यही नहीं, महंत दर्शन गिरी प्रजापति समाज की उपेक्षा करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी गंगवा पर लगा चुके हैं। इसके लेकर उन्होंने बाकायदा पुलिस थाने में शिकायत दे रखी है। किसान संगठनों ने 17 सितंबर को बुलाई मीटिंग
इसके अलावा किसान संगठन भी बरवाला में रणबीर गंगवा के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 17 सितंबर को एक मीटिंग बुलाई है। दरअसल बरवाला एरिया किसान आंदोलन का गढ़ रहा है। यहां के बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर पूरे आंदोलन के दौरान धरना चला। लोकसभा चुनाव में किसानों ने हिसार सीट से BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला का इस इलाके में जमकर विरोध किया था। लोकसभा चुनाव में रणबीर गंगवा के पुराने हलके नलवा में भी भाजपा का विरोध हुआ था। तब उनकी गाड़ी के शीशे भी टूट गए थे। उस घटना में कई किसानों पर केस भी दर्ज हुआ। हरियाणा | दैनिक भास्कर