बरेली में 4 भाइयों ने एक 14 साल के लड़के की पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोपियों में तीन नाबालिग हैं। सभी चारों आरोपी मौके से फरार है। क्राइम स्पॉट पर पहुंची पुलिस ने किशोर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है। पूरा मामला शीशगढ़ का है। यहां रविवार की रात 8 बजे थाने के सामने घटना को अंजाम दिया गया। किशोर की पहचान अर्शिल पुत्र वकील अहमद के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शी रईस के मुताबिक- चार युवकों ने अर्शिल को गली में घेर लिया। इसके बाद उसका सिर दीवार पर पटका, फिर लोहे की रॉड से उसे पीटने लगे। रईस ने कहा-इस दौरान सब तमाशबीन बने देखते रहे। किसी ने भी अर्शिल को नहीं बचाया। पूरी घटना थाने के सामने हुई है। बच्चे के सिर से खून निकलने लगा। फिर वो जमीन पर गिर पड़ा। विवाद तब हुआ, जब आरोपियों में एक ने अर्शिल से कहा कि वह उसका अर्शिल की बहन से अफेयर चल रहा है। मामा के साथ रहता था अर्शिल अर्शिल के मामा तौफीक ने बताया- मेरा भांजा अर्शिल घर से सामान खरीदने के लिए चौक तक गया था। तभी मो. बहेडी बस अड्डा निवासी अफगान पुत्र अब्दुल जलील ने मेरे भांजे को रोक लिया और बोला कि मैं तेरी बहन से प्यार करता हूं। वो मान नहीं रही है। यह सुनते ही अर्शिल ने उसका विरोध किया। तो अफगान के तीन अन्य भाई मौके पर आ गए। उन्होंने मेरे भान्जे को जमकर पीट दिया। इस पिटाई से उसकी मौत हो गई। मां-बाप बाहर काम करते हैं तौफीक के मुताबिक-अर्शिल के मां-बाप लखीमपुर में रहते हैं, वहीं काम करते हैं। वो 10वीं का छात्र था। पढ़ने में होशियार था। आरोपी ने उसे इतना पीटा कि उसका सिर बुरी तरह फट गया था। इलाज के लिए ले जाते समय अर्शिल ने मामा की गोद में ही दम तोड़ दिया। मां-बाप लखीमपुर से वापस आ रहे हैं। आरोपियों का बाप भी खतरनाक है, दबंग लोग हैं वो रईस ने बताया- अर्शिल को गली में घेरकर मारा गया। अर्शिल सीधा बच्चा था। कभी कोई शिकायत नहीं मिली। अर्शिल शाम को चप्पल बदलवाने दुकान गया था। आरोपियों ने मारने के बाद चिल्लाते हुए कहा-हमने उसे मार दिया। बताइए…उन लोगों की दबंगई देखिए। वो लोग पैसे वाले हैं। इसलिए दबंगई करते हैं। वो लोग कह रहे थे कि वहां मार डाला है, उठा लो जाकर। उसका सिर दीवार पर पटका गया, इसके बाद लोहे की रॉड मारी गई। थाने के सामने इस वारदात को अंजाम दिया गया है। पूरे परिवार के दो ही बच्चे हैं। एक लड़की और एक लड़का। बताइए उस इंसान की पूरी दुनिया ही उजड़ गई है। जिन बच्चों ने अर्शिल को मारा है, उसके पिता भी खतरनाक है। आरोपियों के घर में 65 लोग हैं अर्शिल के परिजन रिजवान ने बताया- आरोपियों को घर वाले अल्लाहदीह नाम से फेमस हैं। उनके घर में 60-65 लोग रहते हैं। ये लोग दबंग लोग हैं। इन लोगों ने पहले अर्शिल को बहुत मारा। उनकी दुकान के सामने थाना है। वहीं पर रॉड से पीट-पीटकर अर्शिल की हत्या कर दी गई। अल्लाहदीह फैमिली की दबंगई ऐसी है कि कोई भी अर्शिल को बचाने नहीं पहुंचा। हम लोग यही चाहते हैं कि चारों आरोपियों को फांसी की सजा हो। इंस्पेक्टर राधेश्याम ने बताया- बच्चों के झगड़े में एक बच्चे की मौत हो गईं है। आरोपी 4 लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। छात्र के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। यह खबर भी पढ़ें अक्षरा सिंह के कार्यक्रम में बवाल, जूते-चप्पल फेंके: आजमगढ़ में स्टेज पर चढ़ते ही भीड़ बेकाबू, बैरिकेडिंग तोड़ी…लाठीचार्ज आजमगढ़ में भोजपुरी स्टार अक्षरा सिंह के कार्यक्रम में बवाल हो गया। अभिनेत्री के स्टेज पर चढ़ते ही भीड़ बेकाबू हो गई। लोग बैरिकेडिंग तोड़कर मंच की तरफ बढ़ने लगे। पढ़ें पूरी खबर… बरेली में 4 भाइयों ने एक 14 साल के लड़के की पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोपियों में तीन नाबालिग हैं। सभी चारों आरोपी मौके से फरार है। क्राइम स्पॉट पर पहुंची पुलिस ने किशोर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है। पूरा मामला शीशगढ़ का है। यहां रविवार की रात 8 बजे थाने के सामने घटना को अंजाम दिया गया। किशोर की पहचान अर्शिल पुत्र वकील अहमद के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शी रईस के मुताबिक- चार युवकों ने अर्शिल को गली में घेर लिया। इसके बाद उसका सिर दीवार पर पटका, फिर लोहे की रॉड से उसे पीटने लगे। रईस ने कहा-इस दौरान सब तमाशबीन बने देखते रहे। किसी ने भी अर्शिल को नहीं बचाया। पूरी घटना थाने के सामने हुई है। बच्चे के सिर से खून निकलने लगा। फिर वो जमीन पर गिर पड़ा। विवाद तब हुआ, जब आरोपियों में एक ने अर्शिल से कहा कि वह उसका अर्शिल की बहन से अफेयर चल रहा है। मामा के साथ रहता था अर्शिल अर्शिल के मामा तौफीक ने बताया- मेरा भांजा अर्शिल घर से सामान खरीदने के लिए चौक तक गया था। तभी मो. बहेडी बस अड्डा निवासी अफगान पुत्र अब्दुल जलील ने मेरे भांजे को रोक लिया और बोला कि मैं तेरी बहन से प्यार करता हूं। वो मान नहीं रही है। यह सुनते ही अर्शिल ने उसका विरोध किया। तो अफगान के तीन अन्य भाई मौके पर आ गए। उन्होंने मेरे भान्जे को जमकर पीट दिया। इस पिटाई से उसकी मौत हो गई। मां-बाप बाहर काम करते हैं तौफीक के मुताबिक-अर्शिल के मां-बाप लखीमपुर में रहते हैं, वहीं काम करते हैं। वो 10वीं का छात्र था। पढ़ने में होशियार था। आरोपी ने उसे इतना पीटा कि उसका सिर बुरी तरह फट गया था। इलाज के लिए ले जाते समय अर्शिल ने मामा की गोद में ही दम तोड़ दिया। मां-बाप लखीमपुर से वापस आ रहे हैं। आरोपियों का बाप भी खतरनाक है, दबंग लोग हैं वो रईस ने बताया- अर्शिल को गली में घेरकर मारा गया। अर्शिल सीधा बच्चा था। कभी कोई शिकायत नहीं मिली। अर्शिल शाम को चप्पल बदलवाने दुकान गया था। आरोपियों ने मारने के बाद चिल्लाते हुए कहा-हमने उसे मार दिया। बताइए…उन लोगों की दबंगई देखिए। वो लोग पैसे वाले हैं। इसलिए दबंगई करते हैं। वो लोग कह रहे थे कि वहां मार डाला है, उठा लो जाकर। उसका सिर दीवार पर पटका गया, इसके बाद लोहे की रॉड मारी गई। थाने के सामने इस वारदात को अंजाम दिया गया है। पूरे परिवार के दो ही बच्चे हैं। एक लड़की और एक लड़का। बताइए उस इंसान की पूरी दुनिया ही उजड़ गई है। जिन बच्चों ने अर्शिल को मारा है, उसके पिता भी खतरनाक है। आरोपियों के घर में 65 लोग हैं अर्शिल के परिजन रिजवान ने बताया- आरोपियों को घर वाले अल्लाहदीह नाम से फेमस हैं। उनके घर में 60-65 लोग रहते हैं। ये लोग दबंग लोग हैं। इन लोगों ने पहले अर्शिल को बहुत मारा। उनकी दुकान के सामने थाना है। वहीं पर रॉड से पीट-पीटकर अर्शिल की हत्या कर दी गई। अल्लाहदीह फैमिली की दबंगई ऐसी है कि कोई भी अर्शिल को बचाने नहीं पहुंचा। हम लोग यही चाहते हैं कि चारों आरोपियों को फांसी की सजा हो। इंस्पेक्टर राधेश्याम ने बताया- बच्चों के झगड़े में एक बच्चे की मौत हो गईं है। आरोपी 4 लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। छात्र के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। यह खबर भी पढ़ें अक्षरा सिंह के कार्यक्रम में बवाल, जूते-चप्पल फेंके: आजमगढ़ में स्टेज पर चढ़ते ही भीड़ बेकाबू, बैरिकेडिंग तोड़ी…लाठीचार्ज आजमगढ़ में भोजपुरी स्टार अक्षरा सिंह के कार्यक्रम में बवाल हो गया। अभिनेत्री के स्टेज पर चढ़ते ही भीड़ बेकाबू 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कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरने वाले केएन त्रिपाठी को मिला टिकट, झारखंड में दूसरी लिस्ट जारी <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने गुरुवार (24 अक्टूबर) को अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. दूसरी सूची में 7 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है. इस लिस्ट में केएन त्रिपाठी का भी शामिल हैं. उन्हें डालटनगंज से टिकट दिया गया है. त्रिपाठी पहले मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए खड़े हुए थे लेकिन इनका नामांकन रद्द हो गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड कांग्रेस ने दूसरी लिस्ट में पाकुड़, बरही विधानसभा, कांके विधानसभा, पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर और छतरपुर विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है. पहली लिस्ट में 21 उम्मीदवारों की नामों का ऐलान किया गया था. कुल मिलाकर अबतक 28 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झारखंड कांग्रेस की दूसरी लिस्टी में किसे कहां से टिकट?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>झारखंड की पाकुड़ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने निशात आलम को टिकट दिया है. वहीं, बरही विधानसभा सीट पर पार्टी ने अरुण साहू को उम्मीदवार बनाया है. कांके (एससी) सीट से सुरेश कुमार बैठा को उम्मीदवार बनाया गया है. इसके साथ ही पांकी विधानसभा सीट से लाल सूरज को चुनाव मैदान में उतारा गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डालटनगंज से केएन त्रिपाठी पर भरोसा जताया गया है. विश्रामपुर सीट से सुधीर कुमार चंद्रवंशी को टिकट दिया गया है. इसके साथ ही छतरपुर विधानसभा सीट पर राधा कृष्ण किशोर को उम्मीदवार बनाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहली लिस्ट में 21 उम्मीदवारों के नाम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने सोमवार (21 अक्टूबर) को देर रात 21 सीटों के लिए प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी. पार्टी ने पहली लिस्ट में 5 महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा. पार्टी ने मौजूदा विधायकों में जामताड़ा से डॉ. इरफान अंसारी, जरमुंडी से बादल पत्रलेख, पोड़ैयाहाट से प्रदीप यादव, महगामा से दीपिका पांडेय सिंह, लोहरदगा से रामेश्वर उरांव को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा बड़कागांव से अंबा प्रसाद साहु, बेरमो से कुमार जयमंगल, झरिया से पूर्णिमा नीरज सिंह, जमशेदपुर पश्चिमी से बन्ना गुप्ता, खिजरी से राजेश कच्छप, मांडर से शिल्पी नेहा तिर्की, सिमडेगा से भूषण बाड़ा, कोलेबिरा से नमन विक्सल कोंगाड़ी और मनिका से रामचंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इनके अलावा जमशेदपुर पूर्वी से डॉ. अजय कुमार, हजारीबाग सदर सीट से मुन्ना सिंह, रामगढ़ से ममता देवी, बाघमारा से जलेश्वर महतो, जगरनाथपुर से सोना राम सिंकू, हटिया से अजय नाथ शाहदेव और मांडू से जयप्रकाश पटेल को प्रत्याशी बनाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होने हैं. पहले फेज में 43 सीटों के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा, वहीं दूसरे चरण में बाकी की 38 सीटों के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
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काला रिबन बांधकर MBBS स्टूडेंट्स ने ली डिग्री:डॉक्टरों के प्रोटेस्ट के बीच राज्यपाल बोलीं- धैर्य रखें; KGMU के दीक्षांत समारोह में 1152 को मिली उपाधि
काला रिबन बांधकर MBBS स्टूडेंट्स ने ली डिग्री:डॉक्टरों के प्रोटेस्ट के बीच राज्यपाल बोलीं- धैर्य रखें; KGMU के दीक्षांत समारोह में 1152 को मिली उपाधि यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी का 20वां दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। कन्वोकेशन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 15 मेधावियों को 51 मेडल और बुक अवॉर्ड से नवाजा। मुख्य अतिथि ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल और डॉ. आशुतोष तिवारी को मानद उपाधि दी गई। कार्यक्रम में MBBS स्टूडेंट्स ने ब्लैक रिबन बांधकर डिग्री ली। उन्होंने कोलकाता में डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की घटना का विरोध जताया। राज्यपाल बोलीं- धैर्य रख कर करें इलाज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा- कभी-कभी कुछ घटनाएं, डॉक्टर और मरीज- तीमारदारों के बीच असामान्य घटनाएं हो जाती हैं। पर उनपर ध्यान नहीं देना चाहिए। डॉक्टर के प्रोटेस्ट पर कहा कि ऐसे समय में धैर्य बनाए रखने की जरूरत है, धैर्य का गुण सामान्य से विशिष्ट बनाता है। 2 बेटियों ने पूरा मेडल ले लिया। आपके हिस्से में एक-एक मेडल आए। ये नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण है। महात्मा गांधी कहते थे कि सोना चांदी नहीं बल्कि स्वास्थ्य ही वास्तविक संपत्ति है। KGMU प्रदेश ही नहीं देश-विदेश में खास पहचान रखता हैं। यहां के कई डॉक्टर देश दुनिया के बड़े पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। हर साल लाखों की संख्या में मरीज यहां से इलाज कराकर सुखमय और स्वास्थ्य जीवन व्यतीत करते हैं। डॉक्टर के रूप में आप प्राण रक्षक की भूमिका निभाते हैं। याद रहे… आपके पास जो मरीज आएंगे, आप उनका सहारा हैं। आप सभी पूरी संवेदना से उनका इलाज करेंगे। वैद्य नारायण हरि कहते थे- चिकित्सक ऐसा पेशा हैं जहां डॉक्टर उनका मददगार ही नहीं मित्र भी होता है। राज्यपाल ने कहा- आपने 15 अगस्त पर पीएम का उद्बोधन सुना होगा। अगले 5 वर्षों में मेडिकल में 75 सीट बढ़ाई जाएगी। 1 डॉक्टर पर 837 व्यक्ति हैं, जबकि दुनिया में ये 1 डॉक्टर पर 1 हजार है। डॉ. राजीव बहल बोले- अपने पैशन को फॉलो करें ICMR के डीजी डॉ. राजीव बहल ने कहा- आप ग्लोबल लीडर की तरह सोचे, न की सिर्फ मेडिकल करियर प्रोफेशनल की तरह। आप अपने पैशन को फॉलो करें। अपने लिए एक रास्ता बनाएं। डॉ. राजीव बहल ने कहा- मेडिसिन को करियर लिविंग नहीं जीने का एक तरीका बनाना चाहिए। AI की बदौलत आज टेक्नोलॉजी में तेजी से बदलाव आया है। साल 2047 में जब भारत विकसित भारत बन जाएगा, तब आप अपने करियर के पीक पर होंगे। जैसे हमने खुद अपनी वैक्सीन बनाई, उससे बिलियन देशवासियों को वैक्सीन की डोज लगाई। डॉ. राजीव बहल ने कहा- आज से 35 साल पहले मैं भी आपकी ही तरह था। पर तब से आज तक मैंने 3 परमानेंट मेडिकल जॉब रिजाइन कर चुका हूं। पहली जॉब एम्स दिल्ली में रिसर्च ऑफिसर की छोड़ी। इसके बाद WHO में भी एक जॉब को रिजाइन किया। डॉ.आशुतोष बोले- संतुष्ट मत होइए, सीमित मत रहो डॉ.आशुतोष तिवारी ने कहा- 100 साल से ज्यादा पुराने संस्थान, KGMU में जो पिछले एक साल में हुआ हैं, ये बड़ी उपलब्धि है। नर्व और प्रोस्टेट रिलेटेड कैंसर के क्षेत्र में AI से साल 2000 से काम कर रहा हूं। आप सबसे यही कहना है- संतुष्ट मत होइए, सीमित मत रहो। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- मरीजों की सेवा भगवान मानकर करें डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- KGMU की OPD में 9 हजार तक मरीज रोजाना आते हैं। ट्रॉमा में शाम को 4 से 6 बजे के बीच आते हैं तो लगता हैं कोई गंगा मेला या जुलूस हैं। मरीज को भगवान मानकर सेवा करें। ऐसे उनका इलाज करें जैसे वो आपके माता-पिता, बहन और परिवार के सदस्य हैं। जिससे वो आपको भगवान की तरह माने। वो आप लोगों को भगवान मानकर ही यहां इलाज कराने आते हैं। देवांशी को मिली सबसे ज्यादा मेडल MBBS छात्रा देवांशी कटियार को इस कन्वोकेशन में 15 मेडल से नवाजा गया। KGMU का सबसे प्रतिष्ठित हीवेट गोल्ड मेडल देवांशी को मिला। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ऑनर्स और चांसलर गोल्ड मेडल पर भी देवांशी ने कब्जा जमाया है। अकांक्षा को 6 गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल मिला। वहीं, BDS स्टूडेंट मोनिका चौधरी को 3 गोल्ड, एक कैश प्राइज, दो सिलवर, एक ब्रॉन्ज मेडल मिला। 2 डॉक्टरों को मिली मानद उपाधि KGMU प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि देश के 2 प्रमुख डॉक्टरों को DHC यानी मानद उपाधि से नवाजा गया। जिसमें इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल और SGPGI से एमसीएच की डिग्री लेने वाले प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष तिवारी शामिल हैं। डॉ. राजीव बहल ही इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। देवांशी बनना चाहती हैं IAS डॉ.दिव्यांशी कटियार का जन्म कानपुर में हुआ। देहरादून से बारहवीं तक पढ़ाई लिखाई हुई। उनके पिता शिवशंकर कटियार डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्री सेंटर (रिटायर्ड गर्वनर सर्वेंट) और मां सरिता कटिहार गवर्नमेंट कॉलेज में प्रिंसिपल हैं। वहीं भाई शांतनु कटियार अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं। डॉ. दिव्यांशी ने बताया कि बचपन से डॉक्टर बनना था। मुझे जोड़ कर मेरे पूरे परिवार में कुल 9 डॉक्टर हैं। उन्हें देखकर मेरा मन करता था कि मैं डॉक्टर बनूं। उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा से दूसरों की मदद करना काफी पसंद था और मेरे पूरे परिवार में ऐसा माहौल रहा है। मेरे ताऊ भी डॉक्टर है और परिवार में अन्य सदस्य भी डॉक्टर है तो उन्हें देखकर हमेशा मोटिवेट होती थी और बचपन में ही सोच लिया था कि मुझे मरीजों की सेवा करना है और मुझे डॉक्टरी लाइन में ही आगे बढ़ाना है। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मेरी मेहनत का फल मुझे मिल रहा हैं। रेजिडेंट डॉक्टरों के प्रोटेस्ट के बीच दीक्षांत समारोह KGMU में बीते सोमवार से रेजिडेंट डॉक्टर प्रोटेस्ट कर रहे हैं। कोलकाता में हुई घटना के विरोध में उनका प्रदर्शन लगातार 5 दिनों से जारी है। इस बीच शनिवार सुबह से IMA के आह्वान पर तमाम सारे डॉक्टरों के संगठन और सीनियर डॉक्टरों ने आज इलाज से दूरी बना ली है। आज के दीक्षांत समारोह में भी विरोध देखने को मिला।
फरीदाबाद में XEN सस्पेंड, चीफ इंजीनियर को नोटिस:NIT सीवर लाइन टेंडर रद्द, प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की आशंका पर CM ने फाइनल तलब की
फरीदाबाद में XEN सस्पेंड, चीफ इंजीनियर को नोटिस:NIT सीवर लाइन टेंडर रद्द, प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की आशंका पर CM ने फाइनल तलब की हरियाणा के फरीदाबाद में बड़खल विधानसभा क्षेत्र के NIT इलाके में सीवर लाइन प्रोजेक्ट विवादों में आ गया है। गड़बड़ी की आशंका पर सरकार ने टेंडर को कैंसिल कर दिया है। संबंधित ठेकेदार और निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने नगर निगम के XEN ओम दत्त को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही चीफ इंजीनियर बीके कर्दम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बता दें कि सितंबर 2022 में NIT एक, दो, तीन और पांच में नई सीवर लाइन डालने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 158 करोड़ रुपए है। इसमें पुरानी सीवर लाइन काे बदलने, नई सीवर लाइन बिछाने का कार्य, डिस्पोजल काे अपग्रेड करना, माइक्रो टनलिंग कार्य, आदि शामिल थे। इस कार्य में देरी होने के कारण NIT के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामला मुख्यमंत्री नायब सैनी के संज्ञान में आया तो उन्होंने नगर निगम से इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट में पाया गया कि इस कार्य के टेंडर में ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में गलत तरीके से एक दूसरे के डिजिटल सिग्नेचर प्रयोग किए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने इस टेंडर को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के आदेश दिए हैं। साथ ही जिन ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में गलत तरीके से डिजिटल सिग्नेचर प्रयोग किया है, उनके खिलाफ FIR दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। दो साल पहले DPR को मिली मंजूरी
न्यू इंडस्ट्री टाउन के तहत आने वाले 1 नंबर, 2 नंबर, 3 नंबर, 4 नंबर व 5 नंबर में सिविल लाइन काफी पुरानी थी। इस एरिया में लोगों की आबादी बढ़ने लगी, जिसका बोझ यहां डाली गई सीवर लाइन उठा नहीं पा रही थी। इस क्षेत्र में सीवर लाइन नई डालने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मंजूरी मिली। जून 22 में इसकी DPR तैयार की गई। इसके बाद इसका वर्क ऑर्डर जारी किया गया। इसके लिए 4 एजेंसियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 3 योग्य थी। अधिकारियों ने चौथी एजेंसी को भी योग्य घोषित कर दिया, जिससे टेंडर लटक गया। फिर कुछ महीने बाद CM बदल गए और फिर लोकसभा आ गए। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने ड्रेनेज सिस्टम परियोजना के टेंडर के बारे में जानकारी जुटाई तो अधिकारी उन्हें गुमराह कर रहे थे। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की। तब पाया कि टेंडर पर काम शुरू ही नहीं हुआ। इसके बाद दोनों अधिकारियों पर गाज गिरी। सीमा त्रिखा ने क्या कहा
मैं अपने क्षेत्र के विकास के प्रति प्रतिबद्ध हूं। स्थानीय निकाय मंत्री ने जो आदेश दिया, वह सही है। किसी को जनता के हितों के से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। मैंने सीएम से ड्रेनेज सिस्टम शुरू करने के लिए 31 अगस्त को निमंत्रण दिया था। अब यह काम सिरे चढ़ने जा रहा है। वहीं, नगर निगम आयुक्त ए मोना श्रीनिवास ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। किस स्तर पर मामले में गड़बड़ी हुई है, वह पता लगाया जा रहा है।