बरेली में 6 महीने बाद 40 मुस्लिम परिवारों की घर वापसी होगी। इनमें गुरुवार को 11 परिवारों को घर वापसी कराई जा चुकी है। 29 को जल्दी प्रशासन कराएगा। दरअसल, 19 जुलाई को मोहर्रम जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसमें 50 से अधिक दंगाइयों को जेल भेजा था, 14 घरों पर बुलडोजर चला था। इससे डरकर कई परिवार घर छोड़कर भागे थे। इस दौरान कई दिन तक भूखे और सड़क के किनारे टेंट लगाकर रहे। अपने घर आने की खबर सुनकर सभी खुशी के आंसू छलक आए। जानिए पूरा मामला… तेजपाल की मस्जिद में हुई थी हत्या
19 जुलाई को हीरालाल के बेटे तेजपाल की घर से खींचकर मस्जिद में ले जाकर हत्या कर दी गई थी। मामले में हीरालाल ने शाही थाने में मुकदमा करवाया था।जिसके बाद बवाल हुआ था। कई थानों की पुलिस और पीएसी को लगाना पड़ा था। इस दौरान 50 से अधिक मुस्लिम परिवार डर के कारण गांव से पलायन कर गए थे। CO सिटी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें रुकसाना, परवीन, शबनम, सफिकन, शाहेनूर, मोमिन, सहाना, साबिया, हाजरा, अरमाना, लइकन की घर वापसी कराई थी। सड़कों और रिश्तेदारियों में गुजारे 6 महीने
6 महीने से 40 मुस्लिम परिवार अपना घर छोड़कर सड़कों पर गुजारा कर रहे थे। कई घरों में चोरियां हो गईं थी। परिवार दाने-दाने का मोहताज था। घर के मर्द दंगे के आरोप में जेल में बंद थे। डर की वजह से महिलाएं अपने बच्चों के साथ दर दर भटक रही थीं। समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन DM-SSP से मिला था
दो दिन पहले ये सभी परिवार समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन के साथ डीएम और एसएसपी से मिले थे। सपा के जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप ने बताया कि 40 मुस्लिम परिवार दाने दाने के मोहताज हैं। इसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिस वजह से आज हम इन सभी को लेकर अधिकारियों से मिलने आए हैं कि इन सबकी घर वापसी करवाई जाए। उन्होंने बताया कि बच्चों के बोर्ड एग्जाम है, लेकिन ये लोग अपने घरों में नहीं जा पा रहे हैं। 51 दंगाई गए जेल, 14 घरों पर चला बुलडोजर
पुलिस ने मुकदमा कर 51 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 14 दंगाइयों के घरों पर पुलिस प्रशासन ने बुलडोजर की कार्रवाई की थी। इसके बाद गांव से कई सारे विशेष समुदाय के लोग पलायन कर गए थे। इस मामले में मुख्य आरोपी बख्तावर के खिलाफ NSA के तहत भी कार्रवाई की गई थी। सभी आरोपी अभी भी जेल में हैं। गांव में बढ़ाई गई सुरक्षा, छावनी में तब्दील हुआ
गौसगंज गांव में पुलिस चौकी भी बना दी गई है, जिसमें 365 दिन और 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। पूरे गांव को सीसीटीवी कैमरा से लैस कर दिया गया है, ताकि गांव में होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी जाए। ———————— यह खबर भी पढ़ें… हाथरस में 80 साल की बुजुर्ग महिला की हत्या, नग्न अवस्था में मिला शव, धारदार हथियार से वार के निशान; रेप की आशंका हाथरस में 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की निर्मम हत्या कर दी गई, जिनका शव नग्न अवस्था में मिला। घटना की जानकारी सुबह तब हुई जब परिवार के सदस्यों ने महिला का रक्तरंजित शव देखा। मृतका के कोई संतान नहीं थी और उसने अपने भतीजे को गोद ले रखा था। घटना हसायन कोतवाली क्षेत्र के कान्हापुर गांव की है। यहां पढ़ें पूरी खबर बरेली में 6 महीने बाद 40 मुस्लिम परिवारों की घर वापसी होगी। इनमें गुरुवार को 11 परिवारों को घर वापसी कराई जा चुकी है। 29 को जल्दी प्रशासन कराएगा। दरअसल, 19 जुलाई को मोहर्रम जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसमें 50 से अधिक दंगाइयों को जेल भेजा था, 14 घरों पर बुलडोजर चला था। इससे डरकर कई परिवार घर छोड़कर भागे थे। इस दौरान कई दिन तक भूखे और सड़क के किनारे टेंट लगाकर रहे। अपने घर आने की खबर सुनकर सभी खुशी के आंसू छलक आए। जानिए पूरा मामला… तेजपाल की मस्जिद में हुई थी हत्या
19 जुलाई को हीरालाल के बेटे तेजपाल की घर से खींचकर मस्जिद में ले जाकर हत्या कर दी गई थी। मामले में हीरालाल ने शाही थाने में मुकदमा करवाया था।जिसके बाद बवाल हुआ था। कई थानों की पुलिस और पीएसी को लगाना पड़ा था। इस दौरान 50 से अधिक मुस्लिम परिवार डर के कारण गांव से पलायन कर गए थे। CO सिटी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें रुकसाना, परवीन, शबनम, सफिकन, शाहेनूर, मोमिन, सहाना, साबिया, हाजरा, अरमाना, लइकन की घर वापसी कराई थी। सड़कों और रिश्तेदारियों में गुजारे 6 महीने
6 महीने से 40 मुस्लिम परिवार अपना घर छोड़कर सड़कों पर गुजारा कर रहे थे। कई घरों में चोरियां हो गईं थी। परिवार दाने-दाने का मोहताज था। घर के मर्द दंगे के आरोप में जेल में बंद थे। डर की वजह से महिलाएं अपने बच्चों के साथ दर दर भटक रही थीं। समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन DM-SSP से मिला था
दो दिन पहले ये सभी परिवार समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन के साथ डीएम और एसएसपी से मिले थे। सपा के जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप ने बताया कि 40 मुस्लिम परिवार दाने दाने के मोहताज हैं। इसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिस वजह से आज हम इन सभी को लेकर अधिकारियों से मिलने आए हैं कि इन सबकी घर वापसी करवाई जाए। उन्होंने बताया कि बच्चों के बोर्ड एग्जाम है, लेकिन ये लोग अपने घरों में नहीं जा पा रहे हैं। 51 दंगाई गए जेल, 14 घरों पर चला बुलडोजर
पुलिस ने मुकदमा कर 51 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 14 दंगाइयों के घरों पर पुलिस प्रशासन ने बुलडोजर की कार्रवाई की थी। इसके बाद गांव से कई सारे विशेष समुदाय के लोग पलायन कर गए थे। इस मामले में मुख्य आरोपी बख्तावर के खिलाफ NSA के तहत भी कार्रवाई की गई थी। सभी आरोपी अभी भी जेल में हैं। गांव में बढ़ाई गई सुरक्षा, छावनी में तब्दील हुआ
गौसगंज गांव में पुलिस चौकी भी बना दी गई है, जिसमें 365 दिन और 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। पूरे गांव को सीसीटीवी कैमरा से लैस कर दिया गया है, ताकि गांव में होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी जाए। ———————— यह खबर भी पढ़ें… हाथरस में 80 साल की बुजुर्ग महिला की हत्या, नग्न अवस्था में मिला शव, धारदार हथियार से वार के निशान; रेप की आशंका हाथरस में 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की निर्मम हत्या कर दी गई, जिनका शव नग्न अवस्था में मिला। घटना की जानकारी सुबह तब हुई जब परिवार के सदस्यों ने महिला का रक्तरंजित शव देखा। मृतका के कोई संतान नहीं थी और उसने अपने भतीजे को गोद ले रखा था। घटना हसायन कोतवाली क्षेत्र के कान्हापुर गांव की है। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
बरेली में 40 मुस्लिम परिवारों की होगी घर वापसी:सांप्रदायिक हिंसा में डरकर भागे थे, सड़क किनारे रहे; छलके खुशी के आंसू
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