पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या करने वाले बलवंत सिंह राजोआना की मर्सी पटीशन को वापस लेने का फैसला किया गया है। ये फैसला श्री अकाल तख्त साहिब पर आज शुक्रवार हुई पांच तख्तों के जत्थेदारों की बैठक में लिया गया। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने स्पष्ट किया कि लंबे समय से ये मर्सी पिटीशन राष्ट्रपति के पास पेंडिंग है और अब राजओना भी यही चाहता है कि इस पिटीशन को वापस लिया जाए। जत्थेदान ज्ञानी रघबीर सिंह ने 5 तख्तों के जत्थेदारों की बैठक का फैसला बताते हुए कहा कि बैठक में बलवंत सिंह राजोआना पर गंभीरता से विचार किया गया। जिसमें अब उनकी मर्सी पटीशन जो लंबे समय से राष्ट्रपति के पास है, उसे वापस लिया जाए। बलवंत सिंह राजोआना को फांसी की सजा सुनाए 18 साल से अधिक का समय हो चुका और उनकी फांसी की सजा को उम्र कैद में बदलने के लिए भारत सरकार को भेजी मर्सी पटीशन 12 साल से अधिक समय से विचाराधीन पड़ी है और उस पर कोई फैसला पेंडिंग है। बलवंत सिंह राजोआना की इच्छा पर SGPC ने श्री अकाल तख्त साहिब को खत लिखा। बैठक में फैसला लिया गया कि बलवंत सिंह राजोआना की सिख कौम के लिए दी कुर्बानी बहुत बड़ी है और उनका जीवन कौम की अमानत है। सिख जत्थेबंदियां इस पर अपना विचार जल्द से जल्द श्री अकाल तख्त साहिब को लिख कर भेजें। एक तरफा फैसला लेने के लिए पहले भी कहा बलवंत सिंह राजोआना को पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या का दोषी बनाया गया था। जिसके बाद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। एसजीपीसी की तरफ से इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी दाखिल की गई थी और राष्ट्रपति को भी लिखा था। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ साल पहले ही बलवंत सिंह राजोआना पर फैसला लेने के लिए सरकार को कहा। वहीं, राष्ट्रपति को दी गई अर्जी पर आज तक फैसला नहीं हो पाया। कुछ महीने पहले पटियाला की जेल में बंद बलवंत सिंह राजोआना ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। उनकी मांग थी कि एक तरफ का फैसला लिया जाए। वे बंदी सिख भी नहीं हैं, क्योंकि उसे तो मौत की सजा सुनाई गई है। राष्ट्रपति से मिलना चाहता है एसजीपीसी वफद एसजीपीसी का एक वफद जल्द ही राष्ट्रपति से मिलना चाहता है। एसजीपीसी ने बीते दिनों अंतरिम कमेटी की बैठक में फैसला लिया था कि बलवंत राजोआना की सजा माफी को लेकर वे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। लेकिन अब श्री अकाल तख्त साहिब ने मर्सी पटीशन वापस लेने का फैसला किया है। अब एसजीपीसी राष्ट्रपति से मिलेंगे या मर्सी पिटीशन वापस लेंगे, इस पर फैसला लिया जाना है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या करने वाले बलवंत सिंह राजोआना की मर्सी पटीशन को वापस लेने का फैसला किया गया है। ये फैसला श्री अकाल तख्त साहिब पर आज शुक्रवार हुई पांच तख्तों के जत्थेदारों की बैठक में लिया गया। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने स्पष्ट किया कि लंबे समय से ये मर्सी पिटीशन राष्ट्रपति के पास पेंडिंग है और अब राजओना भी यही चाहता है कि इस पिटीशन को वापस लिया जाए। जत्थेदान ज्ञानी रघबीर सिंह ने 5 तख्तों के जत्थेदारों की बैठक का फैसला बताते हुए कहा कि बैठक में बलवंत सिंह राजोआना पर गंभीरता से विचार किया गया। जिसमें अब उनकी मर्सी पटीशन जो लंबे समय से राष्ट्रपति के पास है, उसे वापस लिया जाए। बलवंत सिंह राजोआना को फांसी की सजा सुनाए 18 साल से अधिक का समय हो चुका और उनकी फांसी की सजा को उम्र कैद में बदलने के लिए भारत सरकार को भेजी मर्सी पटीशन 12 साल से अधिक समय से विचाराधीन पड़ी है और उस पर कोई फैसला पेंडिंग है। बलवंत सिंह राजोआना की इच्छा पर SGPC ने श्री अकाल तख्त साहिब को खत लिखा। बैठक में फैसला लिया गया कि बलवंत सिंह राजोआना की सिख कौम के लिए दी कुर्बानी बहुत बड़ी है और उनका जीवन कौम की अमानत है। सिख जत्थेबंदियां इस पर अपना विचार जल्द से जल्द श्री अकाल तख्त साहिब को लिख कर भेजें। एक तरफा फैसला लेने के लिए पहले भी कहा बलवंत सिंह राजोआना को पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या का दोषी बनाया गया था। जिसके बाद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। एसजीपीसी की तरफ से इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी दाखिल की गई थी और राष्ट्रपति को भी लिखा था। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ साल पहले ही बलवंत सिंह राजोआना पर फैसला लेने के लिए सरकार को कहा। वहीं, राष्ट्रपति को दी गई अर्जी पर आज तक फैसला नहीं हो पाया। कुछ महीने पहले पटियाला की जेल में बंद बलवंत सिंह राजोआना ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। उनकी मांग थी कि एक तरफ का फैसला लिया जाए। वे बंदी सिख भी नहीं हैं, क्योंकि उसे तो मौत की सजा सुनाई गई है। राष्ट्रपति से मिलना चाहता है एसजीपीसी वफद एसजीपीसी का एक वफद जल्द ही राष्ट्रपति से मिलना चाहता है। एसजीपीसी ने बीते दिनों अंतरिम कमेटी की बैठक में फैसला लिया था कि बलवंत राजोआना की सजा माफी को लेकर वे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। लेकिन अब श्री अकाल तख्त साहिब ने मर्सी पटीशन वापस लेने का फैसला किया है। अब एसजीपीसी राष्ट्रपति से मिलेंगे या मर्सी पिटीशन वापस लेंगे, इस पर फैसला लिया जाना है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहगढ़ साहिब में टिप्पर और कार की भिड़त:हादसे में 2 युवकों की मौत, 1 घायल, मोरिंडा से वापस आ रहे थे तीनों दोस्त
फतेहगढ़ साहिब में टिप्पर और कार की भिड़त:हादसे में 2 युवकों की मौत, 1 घायल, मोरिंडा से वापस आ रहे थे तीनों दोस्त फतेहगढ़ साहिब के खेड़ी चौक के पास टिप्पर और आल्टो कार की आमने सामने टक्कर हो गई। इस सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई।हादसे में मृतकों का तीसरा साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। थाना बडाली आला सिंह की पुलिस ने टिप्पर चालक रमेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। मोरिंडा से आल्टो में आ रहे थे तीनों दोस्त चुन्नी कलां पुलिस चौकी के एएसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि आल्टो कार में हरविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह और हरप्रीत सिंह तीनों आ रहे थे। मोरिंडा की तरफ से फतेहगढ़ साहिब की तरफ आ रहे थे। खेड़ी चौक के पास सामने से आ रहे टिप्पर के साथ कार की टक्कर हो गई। हादसे में हरविंदर सिंह और गुरविंदर सिंह की मौत हो गई। हरप्रीत सिंह गंभीर घायल है। उसे फतेहगढ़ साहिब सिविल अस्पताल से राजिंदरा अस्पताल पटियाला रेफर किया गया। जांच अधिकारी ने बताया कि तीनों युवक जेसीबी मशीन पर काम करते थे। वे मशीन का सामान लेकर लौट रहे थे।
चंडीगढ़ में कोठी पर ग्रेनेड फैंकने वालों की हुई पहचान:एक आरोपी अमृतसर का, ऑटो सेक्टर 18 में छोड़ा था, चालक को दिए 500
चंडीगढ़ में कोठी पर ग्रेनेड फैंकने वालों की हुई पहचान:एक आरोपी अमृतसर का, ऑटो सेक्टर 18 में छोड़ा था, चालक को दिए 500 चंडीगढ़ की कोठी पर हुए ग्रेनेड हमले के आरोपियों का सुराग पुलिस को लग गया है। दोनों आरोपियों की पहचान पुलिस ने कर ली है। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों में एक नाम रोहन मसीह है। जो कि गांव पाशियां अमृतसर का रहने वाला है। जिस आतंकी हैप्पी पाशियां ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वह भी इसी गांव का रहने वाला है। 20 साल के रोहन का कुछ समय गांव के कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था। उसके बाद वह फतेहगढ़ साहिब के गांव पिंडी गांव में रिश्तेदारों के पास रहने लगा था। सूत्रों के मुताबिक आरोपी हमले के बाद ऑटाे से सेक्टर-18 में पहुंचे थे, तो वहां पर रेड लाइट हो गई। फिर उन्होंने ऑटो चालक को कहा कि रेड लाइट जंप करे और तेजी से चले । ऑटो चालक ने रेड लाइट जंप करने से साफ मना कर दिया। ऐसे में आरोपी उसकी तरफ 500 रुपए का नोट फैंककर सेक्टर-18 के रिहायशी इलाके की तरफ फरार हो गए थे। पुलिस ने उस इलाके का सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी कब्जे में ले ली है। वहीं, पुलिस ने इस संबंधी केस दर्ज कर लिया है। दो आरोपियों के खिलाफ आर्म्स, UAPA समेत केस धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस, दिल्ली पुलिस, एनआईए समेत कई एजेंसियों की टीमों जांच में जुटी हुई है। वाॅल्वो बस से चंडीगढ़ आए थे आरोपी आराेपी नौ सितंबर को चंडीगढ़ पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने रेकी भी की थी। वहीं, जिस बस वाल्वों बस से वह चंडीगढ़ आए थे। उस बस के कंडक्टर तरसेम ने भी पुलिस को बताया है कि आरोपी बुधवार को जालंधर से बस में बैठे थे। उसने बताया कि उन्होंने बस में टी शर्ट बदली थी। इसके बाद उन्होंने ऑटो में भी टीशर्ट बदली थी। होटल मुहैया करवाने वाले युवक से भी मिले थे पुलिस द्वारा हिरासत में लिए लिए ऑटो चालक कुलदीप ने पुलिस को बताया है आरोपियों ने उसे सेक्टर -10 जाने के लिए हायर किया था। उसे कहा था कि सेक्टर-10 का चक्कर लगाकर वापस आना जाना है। सूत्रों के मुताबिक दोनों संदिग्धों ने 9 सितंबर को रेकी के दौरान ISBT 43 में संजय नाम के युवक से बातचीत की थी। बातचीत एक मिनट 43 सेकेंड के करीब हुई थी। यह बस अड्डे के बाहर आने वाले लोगों को होटल मुहैया करवाता है। पुलिस ने उससे भी बातचीत की है। हमले वाले दिन अमृतसर से ही आए थे 11 सितंबर हमले वाले दिन दोनों संदिग्ध दोपहर 12.45 बजे अमृतसर से चंडीगढ़ के लिए चली वॉल्वों बस में सवार हुए थे। बस शाम 5.20 बजे ISBT -43 पहुंची। बस से उतरते ही उन्हें बाय चांस आटो ड्राइवर कुलदीप मिल गया। दोनों ने पूछा- पहचाना नहीं हमें, दो दिन पहले सेक्टर-10 तुम्हारे ऑटो में गए थे। कुलदीप ने भी हामी भरी और पूछा कहा जाना है। उसी सेक्टर-10 कोठी पर जाना है और वापस आना है। सेक्टर-18 के रेसिडेंशियल एरिया में उतरे थे आरोपियों ने जैसे ही हमला किया। उसके बाद ऑटो चालक को तेज चलने को कहा। आरोपी डीएवी कॉलेज से होते हुए सेक्टर-9 मटका चौक से सीधे 17/18/ 8/ 9 लाइंट पाइंट प्रेस लाइट पाइंट की तरफ भागे। वहां रेड लाइट थी, तो आरोपियों ने रेड लाइट जंप करने को कहा। ड्राइवर कुलदीप ने ऐसा करने से मना कर दिया। उसे पांच सौ रुपए का नोट फैंककर सेक्टर-18 में रेंसिडेंशिल एरिया की तरफ भागे थे। उसके बाद कुलदीप सेक्टर-43 पहुंचा था। जहां पर वह हर रोज सवारी का इंतजार करता था।
कपूरथला में 2 गुटों में झड़प, VIDEO:शोभा यात्रा के दौरान हुई थी कहासुनी, 7 लोग गंभीर रूप से घायल, जालंधर रेफर
कपूरथला में 2 गुटों में झड़प, VIDEO:शोभा यात्रा के दौरान हुई थी कहासुनी, 7 लोग गंभीर रूप से घायल, जालंधर रेफर कपूरथला के गांव बहुई में मंगलवार को पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों में झड़प हो गई। जिसमें दोनों गुटों के लोगों ने एक दूसरे पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। और इस घटना में दोनों गुटों के 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को आसपास के लोगों ने इलाज के लिए सिविल अस्पताल कपूरथला में भर्ती कराया। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने युवक की हालत गंभीर बताते हुए प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया। जबकि अन्य सभी घायलों का इलाज इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है। इस घटना को लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एसएचओ पलविंदर सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जिसके बाद बनती कार्रवाई की जाएगी। घायलों की पहचान पहले गुट में गांव बहुआई निवासी महिंदरपाल, उसकी पत्नी जोसवीन, बेटे दीपक, कमल और अभि के रूप में हुई है। जबकि दूसरे गुट में मोहल्ला तोता शेखूपुर निवासी विशाल और गगन घायल हुए हैं। इनमें से गगन को जालंधर रेफर कर दिया गया है। शोभायात्रा में बेटे से हुई थी कहासुनी घायल महिंदरपाल ने बताया कि सोमवार रात निकाली गई विशाल शोभायात्रा दौरान उसके बेटे कमल की कुछ युवकों के साथ कहा सुनी हो गई। मगर लोगों ने बीच बचाव करते हुए सभी को अपने-अपने घर भेज दिया। मंगलवार सुबह वह परिवार सहित घर में मौजूद थे। तभी घर के बाहर कुछ लोग शोर शराबा करते हुए आए। जिनकी संख्या 20 से 30 के करीब थी। सभी के हाथों में तेजधार हथियार थे। सभी उनके घर का दरवाजा खटखटाने लगे। मगर उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद हमलावर उनके दरवाजे पर हथियारों से वार करने लगे और कुछ हमलावर दीवार फांद कर घर के अंदर दाखिल हो गए और परिवार के सभी सदस्यों पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। जिस कारण मैं, मेरी पत्नी व तीनों बेटे बुरी तरह से घायल हो गए। जिसके बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पता में दाखिल करवाया गया। धारदार हथियारों से हमला करके घायल किया वहीं दूसरे गुट के घायल युवक विशाल के पिता गुरदेव सिंह ने बताया कि सोमवार सायं शोभायात्रा दौरान उनके बेटे का कुछ लोगों के साथ तकरार हुए था। मगर लोगों ने सभी को समझा बुझा कर घर भेज दिया। मंगलवार सुबह उनका बेटा चचेरे भाई गगन के साथ सैर करने के लिए गया। तभी रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और तेजधार हथियारों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। तभी किसी ने उन्हें सूचना दी कि उनके बेटे को कुछ लोग मार रहे है। हमलावर मौके से भाग निकले जब वह मौके पर पहुंचे तो सभी हमलावर मौके से भाग निकले। उन्होंने घायल विशाल व गगन को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां पर ड्यूटी डॉक्टर ने घायल युवक गगन की हालत गंभीर बताई और प्राथमिक इलाज के बाद रेफर कर दिया। ड्यूटी डॉक्टर ने बताया कि सभी घायलों का इलाज इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर किया जा रहा है। दोनों पक्षों की MLR संबधित पुलिस थाने को भेज दी गई है।