बहराइच हिंसा, जगह-जगह फोर्स, इंटरनेट बंद:प्रभावित इलाकों में आधार कार्ड देखकर एंट्री; ज्यादातर घरों से पुरुष फरार; योगी परिवार से करेंगे मुलाकात

बहराइच हिंसा, जगह-जगह फोर्स, इंटरनेट बंद:प्रभावित इलाकों में आधार कार्ड देखकर एंट्री; ज्यादातर घरों से पुरुष फरार; योगी परिवार से करेंगे मुलाकात

बहराइच में भड़की हिंसा का मंगलवार को तीसरा दिन है। हिंसा प्रभावित पूरे इलाके में फोर्स तैनात है। जगह-जगह पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। सिर्फ आधार कार्ड देखकर ही प्रभावित इलाकों में लोगों को एंट्री दी जा रही है। इंटरनेट अब भी बंद है। दो दिन तक हुई आगजनी के बाद घरों में ज्यादातर महिलाएं हैं। पुरुष या तो भागे हुए हैं या फिर दूसरी जगह छिपे हैं। सोमवार शाम को पीएसी के बाद आरएएफ भी पहुंच गई है। फोर्स आने के बाद पुलिस का फोकस अभी शांति व्यवस्था बनाए रखने में हैं। हालांकि, वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने आगजनी करने वालों की पहचान शुरू कर दी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश समेत सीनियर पुलिस ऑफिसर अभी बहराइच में डेरा डाले हुए हैं। रमपुरवा चौकी, महाराजगंज, महसी तहसील करीब 20 किमी का एरिया हिंसा प्रभावित है। सोमवार को आगजनी में भीड़ ने अस्पताल को आग लगा दी थी, जबकि 20 से ज्यादा दुकानों और घरों में आग लगा दी थी। रातभर फोर्स ने हिंसा प्रभावित इलाकों में गश्त की है। लोगों में गुस्सा इसलिए भी ज्यादा है कि अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सीएम योगी मंगलवार को हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिवार से मुलाकात कर सकते हैं। इधर, अखिलेश ने बहराइच हिंसा को लेकर तंज कसा है- चुनाव का आना और माहौल बिगड़ जाना ये इत्तेफाक नहीं है। रविवार को हरदी इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। गोली लगने से 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। पुलिस ने अब्दुल हमीद, रिंकू , फहीम, राजा उर्फ साहिर खान, ननकऊ, मारुफ अली और 4 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की है। बहराइच हिंसा के पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए पूरे ब्लॉग से गुजर जाइए… बहराइच में भड़की हिंसा का मंगलवार को तीसरा दिन है। हिंसा प्रभावित पूरे इलाके में फोर्स तैनात है। जगह-जगह पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। सिर्फ आधार कार्ड देखकर ही प्रभावित इलाकों में लोगों को एंट्री दी जा रही है। इंटरनेट अब भी बंद है। दो दिन तक हुई आगजनी के बाद घरों में ज्यादातर महिलाएं हैं। पुरुष या तो भागे हुए हैं या फिर दूसरी जगह छिपे हैं। सोमवार शाम को पीएसी के बाद आरएएफ भी पहुंच गई है। फोर्स आने के बाद पुलिस का फोकस अभी शांति व्यवस्था बनाए रखने में हैं। हालांकि, वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने आगजनी करने वालों की पहचान शुरू कर दी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश समेत सीनियर पुलिस ऑफिसर अभी बहराइच में डेरा डाले हुए हैं। रमपुरवा चौकी, महाराजगंज, महसी तहसील करीब 20 किमी का एरिया हिंसा प्रभावित है। सोमवार को आगजनी में भीड़ ने अस्पताल को आग लगा दी थी, जबकि 20 से ज्यादा दुकानों और घरों में आग लगा दी थी। रातभर फोर्स ने हिंसा प्रभावित इलाकों में गश्त की है। लोगों में गुस्सा इसलिए भी ज्यादा है कि अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सीएम योगी मंगलवार को हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिवार से मुलाकात कर सकते हैं। इधर, अखिलेश ने बहराइच हिंसा को लेकर तंज कसा है- चुनाव का आना और माहौल बिगड़ जाना ये इत्तेफाक नहीं है। रविवार को हरदी इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। गोली लगने से 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। पुलिस ने अब्दुल हमीद, रिंकू , फहीम, राजा उर्फ साहिर खान, ननकऊ, मारुफ अली और 4 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की है। बहराइच हिंसा के पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए पूरे ब्लॉग से गुजर जाइए…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर