हरियाणा के बहादुरगढ़ के रोहद गांव स्थित एक प्लाईवुड फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। दमकल की 6 गाड़ियों की मदद से दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। आग में लाखों रुपये का कच्चा व तैयार माल जलकर राख हो गया। इतना ही नहीं फैक्ट्री की बिल्डिंग व मशीनों को भी नुकसान पहुंचा है। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। उधर, शहर के छोटू राम नगर में कबाड़ में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल, दिल्ली निवासी संजीव की बहादुरगढ़ के रोहद में 44 फुटा रोड पर अर्वेंटो प्लाईवुड नाम से फैक्ट्री है। देर रात करीब डेढ़ बजे फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण आग तेजी से फैलने लगी। जब तक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब तक आग पूरी तरह फैल चुकी थी। बहादुरगढ़ से 4 और झज्जर, रोहतक व सांपला से एक-एक गाड़ी मौके पर पहुंची। इनकी मदद से दमकल कर्मियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। पूरी रात आग पर काबू पाने का काम चलता रहा। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे आग पर काबू पा लिया गया। कोई हताहत नहीं इस घटना में कोई जनहानि तो नहीं हुई लेकिन अधिकांश कच्चा और तैयार माल जलकर राख हो गया। माल के अलावा मशीनें जल गईं और बिल्डिंग/टीन शेड आदि को भी नुकसान पहुंचा है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। वास्तविक पुष्टि जांच के बाद होगी। फैक्ट्री मालिक को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। कबाड़ में भी लगी आग वहीं दूसरी तरफ लाइनपार के छोटूराम नगर में प्लास्टिक के कबाड़ में रात करीब एक बजे आग लग गई। कचरा आदि होने के चलते आग तेजी से भड़क उठी। रातभर दमकल विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे रहे। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बता दें कि छोटूराम नगर व आसपास लगे कचरे के ढेरों में अक्सर आग ले जाती है। कुछ जगहों पर तो ये ढेर आबादी के पास हैं। ऐसे में आसपास रहने वाले लोगों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। हरियाणा के बहादुरगढ़ के रोहद गांव स्थित एक प्लाईवुड फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। दमकल की 6 गाड़ियों की मदद से दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। आग में लाखों रुपये का कच्चा व तैयार माल जलकर राख हो गया। इतना ही नहीं फैक्ट्री की बिल्डिंग व मशीनों को भी नुकसान पहुंचा है। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। उधर, शहर के छोटू राम नगर में कबाड़ में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल, दिल्ली निवासी संजीव की बहादुरगढ़ के रोहद में 44 फुटा रोड पर अर्वेंटो प्लाईवुड नाम से फैक्ट्री है। देर रात करीब डेढ़ बजे फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण आग तेजी से फैलने लगी। जब तक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची, तब तक आग पूरी तरह फैल चुकी थी। बहादुरगढ़ से 4 और झज्जर, रोहतक व सांपला से एक-एक गाड़ी मौके पर पहुंची। इनकी मदद से दमकल कर्मियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। पूरी रात आग पर काबू पाने का काम चलता रहा। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे आग पर काबू पा लिया गया। कोई हताहत नहीं इस घटना में कोई जनहानि तो नहीं हुई लेकिन अधिकांश कच्चा और तैयार माल जलकर राख हो गया। माल के अलावा मशीनें जल गईं और बिल्डिंग/टीन शेड आदि को भी नुकसान पहुंचा है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। वास्तविक पुष्टि जांच के बाद होगी। फैक्ट्री मालिक को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। कबाड़ में भी लगी आग वहीं दूसरी तरफ लाइनपार के छोटूराम नगर में प्लास्टिक के कबाड़ में रात करीब एक बजे आग लग गई। कचरा आदि होने के चलते आग तेजी से भड़क उठी। रातभर दमकल विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे रहे। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बता दें कि छोटूराम नगर व आसपास लगे कचरे के ढेरों में अक्सर आग ले जाती है। कुछ जगहों पर तो ये ढेर आबादी के पास हैं। ऐसे में आसपास रहने वाले लोगों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहाबाद में कंप्यूटर ऑपरेटरों का प्रदर्शन:विधायक से मिलकर मांगें बताईं; मुख्यमंत्री से मिलाने का आश्वासन दिया
फतेहाबाद में कंप्यूटर ऑपरेटरों का प्रदर्शन:विधायक से मिलकर मांगें बताईं; मुख्यमंत्री से मिलाने का आश्वासन दिया हरियाणा के फतेहाबाद में अपनी मांगों को लेकर पिछले एक सप्ताह से हड़ताल पर चल रहे कंप्यूटर प्रोफेशनल्स ने सोमवार को लालबत्ती चौक स्थित अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए। कंप्यूटर प्रोफेशनल्स नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए विधायक कार्यालय पहुंचे और उन्हें अपनी मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन सौंपा। विधायक ने सीएम से मिलाने का आश्वासन दिया विधायक ने कंप्यूटर ऑपरेटरों को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाएंगे और आगामी 25 जुलाई को मुख्यमंत्री के फतेहाबाद दौरे के दौरान उनके प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात सीएम के साथ करवाने का प्रयास करेंगे। कंप्यूटर ऑपरेटरों का कहना है कि उनकी मांगे इतनी बड़ी और पेचीदा नहीं हैं कि सरकार उन्हें पूरा न कर सके। मगर, सरकार उनकी मांगों के प्रति उदासीन रवैया अपनाए हुए है। उनकी प्रमुख मांगों में डीआईटीसी का केंद्रीयकरण करना, सामान काम सामन वेतन, 58 वर्ष तक जॉब सिक्योरिटी, हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत मर्ज किए गए डीआईटीएस के कर्मचारियों को वापस डीआईटीएस में शामिल किया जाए।
हरियाणा में SC आरक्षण को लेकर BJP ने बनाई कमेटी:ब्लॉक लेवल पर करेंगी काम; कटारिया बोले- गोहाना-मिर्चपुर कांड भूले नहीं अभी लोग
हरियाणा में SC आरक्षण को लेकर BJP ने बनाई कमेटी:ब्लॉक लेवल पर करेंगी काम; कटारिया बोले- गोहाना-मिर्चपुर कांड भूले नहीं अभी लोग हरियाणा के विभिन्न संगठनों के नेताओं ने गुरुवार को दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी आरक्षण वर्गीकरण को लेकर दिए गए फैसले के तहत आरक्षित बची हुई सीटें सामान्य वर्ग में नहीं जाएंगी। केंद्र व हरियाणा सरकार ने दलितों के इस संशय को दूर कर दिया है कि आरक्षित सीटों पर एससी वर्ग की ही भर्तियां होंगी, बीच हुई सीटें बैकलॉग में जाएंगी, एससी सीटों पर सामान्य वर्ग के हिस्से में नहीं दिया जाएगा। आरक्षण को लेकर पिछले काफी दिनों से फैलाए जा रहे भ्रम पर दलित वर्ग का संशय दूर होते ही, भ्रम फैलाने वाले विपक्ष को जवाब देने के लिए एससी समाज ने चंडीगढ़ में एकता की हुंकार भरी। चंडीगढ़ में आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेशभर से दलित संगठनों, सभाओं व समाज के प्रबुद्ध लोगों ने आरोप लगाया कि विपक्ष की ओर से भ्रम फैलाया जा रहा था कि एससी वर्ग की आरक्षित सीटों पर सामान्य वर्ग की भर्तियां होगी, जिससे दलित वर्ग को नुकसान पहुंचेगा। क्रीमीलेयर लागू करने का छोड़ा शिगुफा भाजपा नेता सुदेश कटारिया ने कहा कि क्रीमिलेयर लागू करने का शगूफा भी विपक्ष ओर से छोड़ा गया है, जिससे दलित समाज भ्रमित हो गया। मगर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के साथ हरियाणा सरकार ने स्पष्ट किया कि एससी आरक्षण वर्गीकरण के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होगी। आरक्षित सीटों पर एससी वर्ग के ही भर्ती होगी, यदि सीटें बच जाती हैं तो उन पर सामान्य वर्ग नहीं, बल्कि बैकलॉग में भेजा जाएगा, ताकि बैकलॉग के हिसाब से उन्हें भरा जाए। ब्लाक लेवल पर गठित की कमेटियां भाजपा नेता सुदेश कटारिया ने कहा कि विपक्ष की ओर से फैलाये जा रहे भ्रम का जवाब देने के लिए जिला व ब्लाक स्तर पर टीमें गठित की गई हैं, जोकि फील्ड में उतरकर न केवल विपक्ष के भ्रम का जवाब देगा, बल्कि भाजपा की हैट्रिक लगाने में भी सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा स्पष्ट किया गया है कि एससी आरक्षण् वर्गीकरण के तहत कोई योग्य उम्मीदवार वंचित अनुसूचित जाति से नहीं मिलता है तो उस स्थिति में अन्य अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों में से उस पद के लिए चयन किया जाएगा। एससी वर्ग को 20 प्रतिशत आरक्षण पहले की तरह मिलता रहेगा। आरक्षित बची हुई सीटें किसी भी सूरत में सामान्य वर्ग में नहीं जाएंगी। मनोहर ने पदोन्नति में दिया आरक्षण भाजपा नेता सुदेश कटारिया ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने दलितों का उत्थान किया। 1966 से लेकर 2014 तक कितनी सरकारें बनी, सभी ने दलितों को वोटबैंक के तौर पर इस्तेमाल किया और पूर्व की कांग्रेस सरकार में दलितों ने सबसे ज्यादा अत्याचार सहे। गोहाना-मिर्चपुर कांड का भी आया जिक्र गोहाना व मिर्चपुर कांड को दलित अभी तक भूले नहीं हैं, मगर जब 2014 में मनोहर लाल ने प्रदेश की कमान संभाली तो उन्होंने दलित वर्ग की सबसे बड़ी मांग पदोन्नति में आरक्षण को लागू किया। इसके साथ ही उन्होंने एससी कमीशमन व सफाई आयोग का गठन किया। सबसे बड़ा काम उन्होंने मेरिट के आधार पर नौकरियां देने का किया, जिसमें दलित वर्ग का पढ़ा लिखा होनहार युवा क्लर्क से लेकर एचसीएस भर्ती हुआ। ये लोग रहे मौजूद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविदास सभा प्रधान पलवल जोगेंद्र सिंह, जिला प्रमुख महेंद्रगढ़ डॉ. राकेश कुमार, अंबेडकर सभा पानीपत प्रधान राकेश कुमार, अंबेडकर सभा तावड़ू से कुलदीप सरपंच, एससी एसोसिएशन बिलासपुर प्रधान कर्मचंद सरपंच, रविदास सभा हिसार सरवर भानखुड़, अंबेडकर सभा अंबाला जसविंद्र, रविदास सभा करनाल पवन कुमार, अंबेडकर सभा रेवाड़ी प्रधान दारा सिंह दौलतपुरिया, गरमित, राजेश सरपंच, रेणू बाला, अनिल कुमार, कुलदीप सिंह, बलदेव सिंगवाल, राजकुमार रंगा, जगबीर, संजय कटारिया, बलजोर सिंह, कुलदीप कुरुक्षेत्र, अनुज, सुरजीत मैडल फतेहाबाद व पंकज कुमार प्रमुख से मौजूद रहे।
हरियाणा में कांग्रेस केवल 2 सीटें हार रही:इंटरनल रिपोर्ट में दावा; ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वोट मिले, किसानों की BJP से नाराजगी काम आई
हरियाणा में कांग्रेस केवल 2 सीटें हार रही:इंटरनल रिपोर्ट में दावा; ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वोट मिले, किसानों की BJP से नाराजगी काम आई हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा के बाद अब कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली आई है। अब तक के मंथन में 4 सीटों पर पार्टी जीत मान रही है। वहीं, 3 लोकसभा सीटों पर टक्कर कड़ी है। रिपोर्ट में सामने आया है कि 2 सीटों पर कांग्रेस हारने वाली है। इसके साथ ही AAP के साथ गठबंधन वाली कुरुक्षेत्र सीट की रिपोर्ट अच्छी मानी जा रही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां भाजपा, इंडी गठबंधन और INLD में त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा ने यहां से उद्योगपति नवीन जिंदल, AAP-कांग्रेस ने डॉ. सुशील गुप्ता और इनेलो ने अभय सिंह चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। हुड्डा भी ले चुके MLA से फीडबैक
हरियाणा कांग्रेस और दिल्ली में पार्टी के नेताओं के मंथन से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी पार्टी के विधायकों से सभी 10 लोकसभा सीटों का फीडबैक ले चुके हैं। हालांकि, पार्टी के 30 विधायकों ने गठबंधन सहित सभी 10 सीटों पर कड़ी टक्कर बताई है। विधायकों ने यह भी फीडबैक दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़े वोटिंग प्रतिशत से शहरों के मुकाबले कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिली है। इसे उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अच्छा संकेत बताया है। विधायकों से फीडबैक लेने के बाद पूर्व CM हुड्डा कह चुके हैं कि हरियाणा में गठबंधन सभी 10 सीटें जीत रहा है। जीतने वाली 4 सीटों की इंटरनल रिपोर्ट में क्या है… रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दिया। इस लोकसभा चुनाव में यहां 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के मुकाबले 4.83% कम है। कांग्रेस की रिपोर्ट में इस सीट को सबसे अच्छे अंक मिले हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में इस सीट पर जाटों और किसानों के विरोध का भाजपा को नुकसान होने की बात कही गई है। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा 3 बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में मोदी लहर के बाद भी दीपेंद्र यहां से चुनाव जीत गए थे। इस बार अन्य सीटों की अपेक्षा कांग्रेस इस सीट को लेकर ज्यादा एक्टिव रही। सिरसा : अन्य सीटों की तरह सिरसा सीट पर 2019 के मुकाबले 6.21% कम वोटिंग हुई। सिरसा में कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को मैदान में उतारा है। कुमारी सैलजा यहां से पहले भी 2 बार सांसद रह चुकी हैं। इस सीट से उनके मजबूत होने की एक वजह यह बताई गई है कि उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह सिरसा में कांग्रेस के बड़े नेता थे। कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में किसानों और जाटों ने एकजुट होकर पार्टी कैंडिडेट के पक्ष में वोटिंग करने की बात कही गई है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि भाजपा के उम्मीदवार अशोक तंवर का पार्टी बदलने को लेकर यहां के लोगों ने काफी विरोध किया। इसके अलावा किसानों का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ा। सोनीपत : यहां से कांग्रेस ने सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया, जबकि भाजपा ने सीटिंग MP रमेश चंद्र कौशिक का टिकट काटकर विधायक मोहन लाल बड़ौली को उम्मीदवार बनाया। सतपाल ब्रह्मचारी सन्यासी हैं और हरिद्वार में उनके आश्रम हैं। मूलतः वह जींद के गांगोली गांव के रहने वाले हैं। इसका इन्हें चुनाव में फायदा मिला है। इनके पक्ष में यह भी रहा कि जींद जिले से पहली बार किसी बड़े दल ने अपना उम्मीदवार चुना है। जींद की 3 विधानसभाओं से उन्हें अच्छी लीड मिली है। रिपोर्ट में इसका जिक्र है। यह सीट जाट बाहुल्य है और जाट पहले से ही भाजपा का विरोध कर रहे थे। इसके अलावा यहां भाजपा को भीतरघात का भी नुकसान उठाना पड़ेगा। भिवानी-महेंद्रगढ़ : कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में इस सीट को विनिंग लिस्ट में रखा गया है। यहां से कांग्रेस ने विधायक राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया था। जबकि, भाजपा ने यहां से सीटिंग सांसद धर्मबीर सिंह को टिकट दी है। 15 सालों में इस सीट पर सबसे कम मतदान हुआ है। कांग्रेस इसे पॉजिटिव लेकर चल रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कांग्रेस उम्मीदवार की विधानसभा में सबसे अधिक मतदान हुआ है। जबकि, नांगल चौधरी में सरकार में राज्य मंत्री डॉ.अभय सिंह भाजपा विधायक हैं। यहां सबसे कम वोटिंग हुई है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से बढ़े वोटिंग प्रतिशत की रिपोर्ट कांग्रेस के पक्ष में बताई गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हार को देखते हुए भाजपा कैंडिडेट घर बैठ गए थे। उन्होंने अपने पास चुनाव के लिए पैसा न होने की बात चुनाव प्रबंधन समिति तक को बता दी थी। इन 2 सीटों पर हार की रिपोर्ट… करनाल : कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में करनाल को हार की लिस्ट में डाला गया है। इसकी वजह बताई गई है कि यहां से भाजपा ने सबसे मजबूत कैंडिडेट मनोहर लाल खट्टर को उम्मीदवार बनाया है। इनके मुकाबले कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा नया चेहरा थे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यदि यहां से पार्टी किसी अन्य चेहरे को उम्मीदवार बनाती तो भाजपा से टक्कर की स्थिति बन सकती थी। यह भी बताया गया कि इस सीट पर भाजपा का जीत का मार्जिन 2 लाख से अधिक का होगा। गुरुग्राम : भाजपा ने यहां से 5 बार सांसद रह चुके राव इंद्रजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने यहां से फिल्म अभिनेता राज बब्बर को उम्मीदवार बनाया है। राव इंद्रजीत का केंद्र सरकार में मंत्री रहना उनके पक्ष में रहा। इसके अलावा वह लोगों के बीच काफी सक्रिय रहने वाले नेता हैं। इनके मुकाबले राज बब्बर गुरुग्राम के लिए नया चेहरा रहे। पार्टी नेताओं का भी प्रचार के लिए साथ नहीं मिल पाया। इसके अलावा पार्टी के किसी भी बड़े नेता की उनके पक्ष में रैली नहीं हुई। इसका नुकसान पार्टी को हो रहा है। यही वजह है कि इस सीट को कांग्रेस ने हार की लिस्ट में डाला है। अंबाला, हिसार और फरीदाबाद में कड़ी टक्कर
रिपोर्ट में 3 सीटों पर कड़ी टक्कर दिखाई गई है। इन सीटों में अंबाला, हिसार और फरीदाबाद को शामिल किया गया है। अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राम रतन कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया भाजपा उम्मीदवार हैं। उन्हें वरुण मुलाना कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण भाजपा का ग्रामीण क्षेत्रों में विरोध रहा। वहीं, हिसार में कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी की रिपोर्ट अच्छी नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि INLD और JJP के इस सीट पर मजबूत आधार के कारण कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। साथ ही पार्टी उम्मीदवार का चुनाव प्रचार काफी कमजोर रहा। फिर BJP से रणजीत चौटाला यहां से मैदान में हैं तो जेपी की राह मुश्किल हो चली है। उधर, फरीदाबाद सीट की भी यही रिपोर्ट है। यहां से भाजपा ने मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस से महेंद्र प्रताप सिंह लड़ रहे हैं। भाजपा के मुकाबले यहां से पार्टी प्रत्याशी काफी कमजोर रहा। हालांकि, उनकी साफ छवि का फायदा चुनाव में मिलेगा।