<p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News: </strong>कलेक्टर टीना डाबी की पहल पर बाड़मेर जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अन्तर्गत शुरू किया गया मरू उड़ान कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण का संवाहक बना है. पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में तीन हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया. शुक्रवार को संवाद कार्यक्रम के पहले चरण का समापन टॉउन हॉल में हुआ. कार्यक्रम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत 12 नवंबर को शुरू किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि महिलाओं के लिए कार्यक्रम स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार एवं आत्मरक्षा और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला है. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गयी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विषय विशेषज्ञों ने महिलाओं से किया संवाद</strong><br />कार्यक्रमों में कुल 50 सत्र आयोजित हुए. महिलाओं और बालिकाओं के साथ विषय विषेषज्ञों ने संवाद किया. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, वित्तीय प्रबंधन, कौशल, व्यावसायिक प्रशिक्षण और सरकारी याजनाओं एवं करियर काउंसलिंग पर एक्सपर्ट से महिलाएं रूबरू हुईं. मानसिक स्वास्थ्य पर डॉ. ओ.पी. डूडी, एडवोकेट इन्दू तोमर, शारीरिक स्वास्थ्य पर डॉ. कविता, डॉ. अनिता, वित्तीय प्रबंधन पर भारतीय डाक विभाग के प्रतिनिधि, कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर राजीविका के दिनेष सैन, गीता दषाना, केयर्न के गणेष कुमार, सरकारी याजनाओं पर लक्ष्मी, सरिता ने जानकारी प्रदान की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरू उड़ान कार्यक्रम में आई महिलाएं बनेंगी ब्रांड एम्बेसडर</strong><br />कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि महिला सशक्तीकरण के लिए चेन सिस्टम बनाकर महिलाओं को प्रशिक्षित और प्रेरित किया जायेगा. शिविर में आई महिलाएं ब्रांड एम्बेसडर बनकर काम करेंगी. सम्पर्क में आने वाली महिलाओं को मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य, वित्तीय प्रबंधन, कौशल विकास के बारे में बता सकेंगी. टीना डाबी ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर आयोजित संवाद कार्यक्रमों में एकरूपता बनी रहे. गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रशासन ने जिला स्तर पर अलग-अलग विषयों की टीमों का गठन किया है. टीमों के एक्सपर्ट का प्रशिक्षण करवाया गया. इसके बाद इनसे ही ब्लॉक स्तर पर हुए संवाद कार्यक्रमों में प्रशिक्षण और संवाद करवाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नतीजा रहा है कि ब्लॉक स्तर पर हमें एक्सपर्ट ढूढंने की जरूरत नहीं पड़ी, जिसकी वजह से कार्यक्रमों में गुणवत्ता बनी रही. कलेक्टर ने बताया कि मरू उड़ान कार्यक्रम का उद्देश्य संख्या दिखाना नहीं था, बल्कि बदलाव की संवाहक महिलाएं तैयार करना था. इसलिए हमने इन संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं के छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर सेशन आयोजित किए. इसका सकारात्मक असर यह रहा है एक ग्रुप में 55 से 60 महिलाओं को सलेक्ट किया गया, ताकि एक्सपर्ट से समस्याओं, जिज्ञासाओं के बारे में खुलकर बात कर सकें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>करियर संबंधी परामर्श के लिए जिला स्तर पर होगा कार्यक्रम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>संवाद शिविरों में एक्सपर्ट ने करियर, कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर भी सत्र आयोजित किए गए. बड़ी संख्या में विद्यालयों की छात्राओं ने भी भाग लिया. उच्च शिक्षा और करियर के बारे में भी सवाल पूछे गये. एक्सपर्ट ने प्रश्नों और जिज्ञासाओं का मौके पर समाधान किया. शिविरों में 1538 महिलाओं की 5 हजार तरह की स्वास्थ्य जांच की गई. हिमोग्लोबीन, आयरन और कैल्शियम की कमी पाने जाने पर डॉक्टरों की टीमों ने पोषणयुक्त खाना खाने, नियमित जांच कराने और नियमित रूप से कसरत करने की सलाह दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मानसिक स्वास्थ्य के सत्र को डॉ. ओ.पी. डूडी ने संबोधित किया. महिलाओं ने मानसिक अवसाद का कारण घरेलू समस्याओं को बताया. बच्चियों ने डिप्रेशन का कारण परीक्षाओं को माना. एक्सपर्ट ने महिलाओं और बच्चियों को हर हाल में खुश और मानसिक रूप से मजबूत रहने की सलाह दी. कलेक्टर टीना डाबी ने खुद ब्लॉक स्तरीय संवाद शिविरों में पहुंचकर महिलाओं से संवाद किया. उन्होंने भी एक एक्सपर्ट के तौर पर महिलाओं की काउंसलिंग की. महिलाओं समेत बच्चियां भी टीना डाबी से प्रेरित हुईं. उन्होंने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एक्सपर्ट ने बताया कि इन शिविरों में महिलाओं ने बचत का अनुभव साझा किया. हालांकि निवेश के बारे में कम जानती थीं. ऐसे में महिलाओं को निवेश की जानकारी दी गयी. भारतीय डाक विभाग की निवेश योजनाओं के बारे में बताया गया. मरू उड़ान कार्यक्रम में जिला प्रशासन के साथ केयर्न वेदांता, जेएसडब्ल्यू, एसडब्ल्यूएमएल, जीजाबाई फाउंडेशन, श्योर संस्थान, एक्शन एड की भागीदारी रही. नोडल अधिकारी उप वन संरक्षक सविता दहिया और सह नोडल अधिकारी अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलाद सिंह राजपुरोहित को बनाया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिलाओं ने कार्यक्रम को बताया अनूठा और ऐतिहासिक</strong><br />महिलाओं ने ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रमों को अनूठा और ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर आज तक महिलाओं को बुलाकर कभी बातचीत नहीं कीं गई. पहली बार लगा कि आधी आबादी की समस्याओं को सुनने वाला कोई है. उन्होंने बताया कि महिलाएं खुलकर बात बता नहीं सकती. महिलाओं को बुलाकर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा की गई. आमदनी बढ़ाने के लिए कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर भी बात हुई. उन्होंने कार्यक्रम के लिए कलेक्टर टीना डाबी का आभार व्यक्त किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शासन सचिव ने बताया मरू उड़ान कार्यक्रम अभिनव प्रयोग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बाड़मेर प्रवास पर आए महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने कहा कि मरू उड़ान कार्यक्रम बहुत ही अभिनव और अनूठा है. इसकी सफलता का आंकलन कर पूरे प्रदेश में लागू करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह कभी भी समन्वित कार्यक्रम नहीं चला. महिलाओं के स्वास्थ्य, कौशल, करियर और वित्तीय प्रबंधन पर काम हुआ होने चाहिए. शासन सचिव ने कहा कि अगर हम इस तरह के कार्यक्रमों से एक भी महिला की आत्महत्या को रोक पाते हैं, किसी को प्रशिक्षत कर पाते हैं तो बड़ी बात है. संवाद कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने अनुभव साझा किये.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. कविता और डॉ. अनिता ने बताया कि ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं के बीच हिमोग्लोबीन, कैल्शियम और आयरन की कमी का पता चला. ग्रामीण महिलाएं स्वास्थ्य और पोषण का ध्यान कम रख पाती हैं. इसलिए बैलेंस डाइट, आयरन और कैल्शियम की कमी पूरी करने वाले खानपान पर ध्यान देने की सलाह दी गयी. मानसिक स्वास्थ्य पर भी बातचीत की गयी. अधिकांश महिलाएं समस्याएं शेयर नहीं करने की वजह से डिप्रेशन में आ जाती हैं. जन प्रतिनिधियों के साथ मौजूद लोगों ने भी कार्यक्रम को सराहा. कार्यक्रम में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. साथ ही आगामी माह आयोजित होने वाले फोकस्ड इवेंट के लिए पंजीयन किए गए. आगामी माह में मेगा हेल्थ कैम्प सहित करियर, कौशल और वाहन प्रशिक्षण पर विशेष कार्यक्रम किए जाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”अजमेर दरगाह में मंदिर का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता को जान से मारने की धमकी, दिल्ली में शिकायत दर्ज” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/ajmer-sharif-dargah-temple-claimed-vishnu-gupta-received-death-threat-rajasthan-news-2833722″ target=”_self”>अजमेर दरगाह में मंदिर का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता को जान से मारने की धमकी, दिल्ली में शिकायत दर्ज</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News: </strong>कलेक्टर टीना डाबी की पहल पर बाड़मेर जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अन्तर्गत शुरू किया गया मरू उड़ान कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण का संवाहक बना है. पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में तीन हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया. शुक्रवार को संवाद कार्यक्रम के पहले चरण का समापन टॉउन हॉल में हुआ. कार्यक्रम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत 12 नवंबर को शुरू किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि महिलाओं के लिए कार्यक्रम स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार एवं आत्मरक्षा और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला है. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गयी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विषय विशेषज्ञों ने महिलाओं से किया संवाद</strong><br />कार्यक्रमों में कुल 50 सत्र आयोजित हुए. महिलाओं और बालिकाओं के साथ विषय विषेषज्ञों ने संवाद किया. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, वित्तीय प्रबंधन, कौशल, व्यावसायिक प्रशिक्षण और सरकारी याजनाओं एवं करियर काउंसलिंग पर एक्सपर्ट से महिलाएं रूबरू हुईं. मानसिक स्वास्थ्य पर डॉ. ओ.पी. डूडी, एडवोकेट इन्दू तोमर, शारीरिक स्वास्थ्य पर डॉ. कविता, डॉ. अनिता, वित्तीय प्रबंधन पर भारतीय डाक विभाग के प्रतिनिधि, कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर राजीविका के दिनेष सैन, गीता दषाना, केयर्न के गणेष कुमार, सरकारी याजनाओं पर लक्ष्मी, सरिता ने जानकारी प्रदान की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मरू उड़ान कार्यक्रम में आई महिलाएं बनेंगी ब्रांड एम्बेसडर</strong><br />कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि महिला सशक्तीकरण के लिए चेन सिस्टम बनाकर महिलाओं को प्रशिक्षित और प्रेरित किया जायेगा. शिविर में आई महिलाएं ब्रांड एम्बेसडर बनकर काम करेंगी. सम्पर्क में आने वाली महिलाओं को मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य, वित्तीय प्रबंधन, कौशल विकास के बारे में बता सकेंगी. टीना डाबी ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर आयोजित संवाद कार्यक्रमों में एकरूपता बनी रहे. गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रशासन ने जिला स्तर पर अलग-अलग विषयों की टीमों का गठन किया है. टीमों के एक्सपर्ट का प्रशिक्षण करवाया गया. इसके बाद इनसे ही ब्लॉक स्तर पर हुए संवाद कार्यक्रमों में प्रशिक्षण और संवाद करवाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नतीजा रहा है कि ब्लॉक स्तर पर हमें एक्सपर्ट ढूढंने की जरूरत नहीं पड़ी, जिसकी वजह से कार्यक्रमों में गुणवत्ता बनी रही. कलेक्टर ने बताया कि मरू उड़ान कार्यक्रम का उद्देश्य संख्या दिखाना नहीं था, बल्कि बदलाव की संवाहक महिलाएं तैयार करना था. इसलिए हमने इन संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं के छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर सेशन आयोजित किए. इसका सकारात्मक असर यह रहा है एक ग्रुप में 55 से 60 महिलाओं को सलेक्ट किया गया, ताकि एक्सपर्ट से समस्याओं, जिज्ञासाओं के बारे में खुलकर बात कर सकें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>करियर संबंधी परामर्श के लिए जिला स्तर पर होगा कार्यक्रम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>संवाद शिविरों में एक्सपर्ट ने करियर, कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर भी सत्र आयोजित किए गए. बड़ी संख्या में विद्यालयों की छात्राओं ने भी भाग लिया. उच्च शिक्षा और करियर के बारे में भी सवाल पूछे गये. एक्सपर्ट ने प्रश्नों और जिज्ञासाओं का मौके पर समाधान किया. शिविरों में 1538 महिलाओं की 5 हजार तरह की स्वास्थ्य जांच की गई. हिमोग्लोबीन, आयरन और कैल्शियम की कमी पाने जाने पर डॉक्टरों की टीमों ने पोषणयुक्त खाना खाने, नियमित जांच कराने और नियमित रूप से कसरत करने की सलाह दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मानसिक स्वास्थ्य के सत्र को डॉ. ओ.पी. डूडी ने संबोधित किया. महिलाओं ने मानसिक अवसाद का कारण घरेलू समस्याओं को बताया. बच्चियों ने डिप्रेशन का कारण परीक्षाओं को माना. एक्सपर्ट ने महिलाओं और बच्चियों को हर हाल में खुश और मानसिक रूप से मजबूत रहने की सलाह दी. कलेक्टर टीना डाबी ने खुद ब्लॉक स्तरीय संवाद शिविरों में पहुंचकर महिलाओं से संवाद किया. उन्होंने भी एक एक्सपर्ट के तौर पर महिलाओं की काउंसलिंग की. महिलाओं समेत बच्चियां भी टीना डाबी से प्रेरित हुईं. उन्होंने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एक्सपर्ट ने बताया कि इन शिविरों में महिलाओं ने बचत का अनुभव साझा किया. हालांकि निवेश के बारे में कम जानती थीं. ऐसे में महिलाओं को निवेश की जानकारी दी गयी. भारतीय डाक विभाग की निवेश योजनाओं के बारे में बताया गया. मरू उड़ान कार्यक्रम में जिला प्रशासन के साथ केयर्न वेदांता, जेएसडब्ल्यू, एसडब्ल्यूएमएल, जीजाबाई फाउंडेशन, श्योर संस्थान, एक्शन एड की भागीदारी रही. नोडल अधिकारी उप वन संरक्षक सविता दहिया और सह नोडल अधिकारी अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलाद सिंह राजपुरोहित को बनाया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिलाओं ने कार्यक्रम को बताया अनूठा और ऐतिहासिक</strong><br />महिलाओं ने ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रमों को अनूठा और ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर आज तक महिलाओं को बुलाकर कभी बातचीत नहीं कीं गई. पहली बार लगा कि आधी आबादी की समस्याओं को सुनने वाला कोई है. उन्होंने बताया कि महिलाएं खुलकर बात बता नहीं सकती. महिलाओं को बुलाकर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा की गई. आमदनी बढ़ाने के लिए कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर भी बात हुई. उन्होंने कार्यक्रम के लिए कलेक्टर टीना डाबी का आभार व्यक्त किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शासन सचिव ने बताया मरू उड़ान कार्यक्रम अभिनव प्रयोग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बाड़मेर प्रवास पर आए महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने कहा कि मरू उड़ान कार्यक्रम बहुत ही अभिनव और अनूठा है. इसकी सफलता का आंकलन कर पूरे प्रदेश में लागू करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह कभी भी समन्वित कार्यक्रम नहीं चला. महिलाओं के स्वास्थ्य, कौशल, करियर और वित्तीय प्रबंधन पर काम हुआ होने चाहिए. शासन सचिव ने कहा कि अगर हम इस तरह के कार्यक्रमों से एक भी महिला की आत्महत्या को रोक पाते हैं, किसी को प्रशिक्षत कर पाते हैं तो बड़ी बात है. संवाद कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने अनुभव साझा किये.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. कविता और डॉ. अनिता ने बताया कि ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं के बीच हिमोग्लोबीन, कैल्शियम और आयरन की कमी का पता चला. ग्रामीण महिलाएं स्वास्थ्य और पोषण का ध्यान कम रख पाती हैं. इसलिए बैलेंस डाइट, आयरन और कैल्शियम की कमी पूरी करने वाले खानपान पर ध्यान देने की सलाह दी गयी. मानसिक स्वास्थ्य पर भी बातचीत की गयी. अधिकांश महिलाएं समस्याएं शेयर नहीं करने की वजह से डिप्रेशन में आ जाती हैं. जन प्रतिनिधियों के साथ मौजूद लोगों ने भी कार्यक्रम को सराहा. कार्यक्रम में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. साथ ही आगामी माह आयोजित होने वाले फोकस्ड इवेंट के लिए पंजीयन किए गए. आगामी माह में मेगा हेल्थ कैम्प सहित करियर, कौशल और वाहन प्रशिक्षण पर विशेष कार्यक्रम किए जाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”अजमेर दरगाह में मंदिर का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता को जान से मारने की धमकी, दिल्ली में शिकायत दर्ज” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/ajmer-sharif-dargah-temple-claimed-vishnu-gupta-received-death-threat-rajasthan-news-2833722″ target=”_self”>अजमेर दरगाह में मंदिर का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता को जान से मारने की धमकी, दिल्ली में शिकायत दर्ज</a></strong></p> राजस्थान गाजियाबाद: MDS की छात्रा ने किया सुसाइड, पिता को लिखा भावुक पत्र, जांच में जुटी पुलिस