भास्कर न्यूज | लुधियाना नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन तथा नीमा वुमन फोरम लुधियाना की ओर से आयोजित सेमीनार में विशेषज्ञों ने कहा कि लंबे समय तक रहने वाले तथा बार-बार होने वाले पेट दर्द को हल्के से ना लें। सोमवार को नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन तथा नीमा वुमन फोरम लुधियाना ने संयुक्त रूप से “एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस एवं इसका इलाज” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया। मुख्य वक्ता मोहन दाई हॉस्पिटल के गैस्ट्रो विशेषज्ञ डॉक्टर मयूर लूथरा, नीमा के अध्यक्ष डॉ. राजेश थापर, सचिव डॉक्टर नीरज अग्रवाल, सलाहकार डॉ रवींद्र बजाज, संरक्षक डॉक्टर सतेंद्र कक्कड़ तथा डॉक्टर आरके गर्ग ने बताया कि पैंक्रियाज शरीर का महत्वपूर्ण अवयव है जिसका कार्य शरीर में पाचन और रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य बनाए रखना है। पेनक्रिएटाइटिस एक्यूट और क्रॉनिक दो तरह का होता है तथा दोनों का इलाज विभिन्न होता है । डॉ. मयूर लूथरा ने एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस के निदान एवं इलाज में नई-नई दवाइयों का जिक्र करते हुए विस्तार से इस पर जानकारी दी। उन्होंने जनता को एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस के बारे में भी संदेश दिया, ताकि वे समय रहते डॉक्टर से संपर्क कर सकें । डॉ. लूथरा के अनुसार एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस में पेट के ऊपरी हिस्से में अचानक और तेज दर्द होता है जो अक्सर पीछे की तरफ जाता है साथ में उल्टी या जी घबराना भी हो सकता है। तेज बुखार, दिल का तेजी से धड़कना, पेट का सख्त होना, सूजन आदि लक्षण हो सकते हैं। हालांकि ये लक्षण एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस के संकेत हैं, लेकिन उचित निदान और उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। पेनक्रिएटाइटिस के लक्षण पेट की अन्य बीमारियों के लक्षणों के समान भी हो सकते हैं, इसलिए उचित निदान और चिकित्सा आवश्यक है। नीमा वूमेन फोरम की अध्यक्ष डॉ. उषा किरण थापर, उपाध्यक्ष डॉ. बबीता अग्रवाल, सचिव डॉ. रेखा गोयल बजाज, सह सचिव डॉ. शिवानी भाटिया ने बताया कि ऐसी स्थिति में शीघ्र डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉ. थापर ने चेताया कि स्वयं पेट दर्द की दवा लेना घातक भी हो सकता है। इस अवसर पर डॉक्टर नीरज अग्रवाल, डॉ रवींद्र बजाज, डॉक्टर सतेंद्र कक्कड़, डॉ. आरके गर्ग, डॉ. सजीवन शर्मा, डॉ इंद्रजीत लूथरा, डॉ. नवनीत सागर, डॉ.अशोक वर्मा, डॉक्टर रणवीर सिंह, डॉ. प्रितपाल, डॉ. जीवी खंगुड़ा, डॉक्टर हर्ष , डॉ. भरत वर्मा , डॉ. पीपी अरोड़ा, डॉ. गोविंदा आहूजा, डॉ कुलदीप राणा, डॉ. रमनदीप, डॉ. बबन दीप सिंह, डॉक्टर दीपक भाटिया, डॉक्टर सतेंद्र बस्सी तथा डॉ. करनैल सिंह उपस्थित थे। सदस्यों ने कैंडल जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी: नीमा के प्लेटफार्म से विगत दिनों पहलगाम में आतंकवादियों के सैलानियों पर कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई। डॉ थापर, डॉक्टर नीरज अग्रवाल, डॉ रवींद्र बजाज, डॉक्टर सतेंद्र कक्कड़ तथा डॉक्टर आरके गर्ग, डॉ उषा किरण थापर, डॉक्टर बबीता अग्रवाल, डॉक्टर रेखा गोयल बजाज, डॉक्टर शिवानी भाटिया, डॉक्टर सजीवन शर्मा, डॉ इंद्रजीत लूथरा, डॉ नवनीत सागर, डॉ अशोक वर्मा, डॉक्टर रणवीर सिंह, डा प्रितपाल, डॉक्टर जी वी खंगुड़ा ने कहा कि सरकार को ऐसे देश द्रोहीयों के साथ सख्ती से निपटना है तथा धर्म के नाम पर हत्याएं करना मानवता को शर्मसार करने के बराबर है। इस अवसर पर नीमा के उपस्थित सदस्यों ने कैंडल जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी तथा भारत माता की जय के उद्घोष किये। भास्कर न्यूज | लुधियाना नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन तथा नीमा वुमन फोरम लुधियाना की ओर से आयोजित सेमीनार में विशेषज्ञों ने कहा कि लंबे समय तक रहने वाले तथा बार-बार होने वाले पेट दर्द को हल्के से ना लें। सोमवार को नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन तथा नीमा वुमन फोरम लुधियाना ने संयुक्त रूप से “एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस एवं इसका इलाज” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया। मुख्य वक्ता मोहन दाई हॉस्पिटल के गैस्ट्रो विशेषज्ञ डॉक्टर मयूर लूथरा, नीमा के अध्यक्ष डॉ. राजेश थापर, सचिव डॉक्टर नीरज अग्रवाल, सलाहकार डॉ रवींद्र बजाज, संरक्षक डॉक्टर सतेंद्र कक्कड़ तथा डॉक्टर आरके गर्ग ने बताया कि पैंक्रियाज शरीर का महत्वपूर्ण अवयव है जिसका कार्य शरीर में पाचन और रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य बनाए रखना है। पेनक्रिएटाइटिस एक्यूट और क्रॉनिक दो तरह का होता है तथा दोनों का इलाज विभिन्न होता है । डॉ. मयूर लूथरा ने एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस के निदान एवं इलाज में नई-नई दवाइयों का जिक्र करते हुए विस्तार से इस पर जानकारी दी। उन्होंने जनता को एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस के बारे में भी संदेश दिया, ताकि वे समय रहते डॉक्टर से संपर्क कर सकें । डॉ. लूथरा के अनुसार एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस में पेट के ऊपरी हिस्से में अचानक और तेज दर्द होता है जो अक्सर पीछे की तरफ जाता है साथ में उल्टी या जी घबराना भी हो सकता है। तेज बुखार, दिल का तेजी से धड़कना, पेट का सख्त होना, सूजन आदि लक्षण हो सकते हैं। हालांकि ये लक्षण एक्यूट पेनक्रिएटाइटिस के संकेत हैं, लेकिन उचित निदान और उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। पेनक्रिएटाइटिस के लक्षण पेट की अन्य बीमारियों के लक्षणों के समान भी हो सकते हैं, इसलिए उचित निदान और चिकित्सा आवश्यक है। नीमा वूमेन फोरम की अध्यक्ष डॉ. उषा किरण थापर, उपाध्यक्ष डॉ. बबीता अग्रवाल, सचिव डॉ. रेखा गोयल बजाज, सह सचिव डॉ. शिवानी भाटिया ने बताया कि ऐसी स्थिति में शीघ्र डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉ. थापर ने चेताया कि स्वयं पेट दर्द की दवा लेना घातक भी हो सकता है। इस अवसर पर डॉक्टर नीरज अग्रवाल, डॉ रवींद्र बजाज, डॉक्टर सतेंद्र कक्कड़, डॉ. आरके गर्ग, डॉ. सजीवन शर्मा, डॉ इंद्रजीत लूथरा, डॉ. नवनीत सागर, डॉ.अशोक वर्मा, डॉक्टर रणवीर सिंह, डॉ. प्रितपाल, डॉ. जीवी खंगुड़ा, डॉक्टर हर्ष , डॉ. भरत वर्मा , डॉ. पीपी अरोड़ा, डॉ. गोविंदा आहूजा, डॉ कुलदीप राणा, डॉ. रमनदीप, डॉ. बबन दीप सिंह, डॉक्टर दीपक भाटिया, डॉक्टर सतेंद्र बस्सी तथा डॉ. करनैल सिंह उपस्थित थे। सदस्यों ने कैंडल जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी: नीमा के प्लेटफार्म से विगत दिनों पहलगाम में आतंकवादियों के सैलानियों पर कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई। डॉ थापर, डॉक्टर नीरज अग्रवाल, डॉ रवींद्र बजाज, डॉक्टर सतेंद्र कक्कड़ तथा डॉक्टर आरके गर्ग, डॉ उषा किरण थापर, डॉक्टर बबीता अग्रवाल, डॉक्टर रेखा गोयल बजाज, डॉक्टर शिवानी भाटिया, डॉक्टर सजीवन शर्मा, डॉ इंद्रजीत लूथरा, डॉ नवनीत सागर, डॉ अशोक वर्मा, डॉक्टर रणवीर सिंह, डा प्रितपाल, डॉक्टर जी वी खंगुड़ा ने कहा कि सरकार को ऐसे देश द्रोहीयों के साथ सख्ती से निपटना है तथा धर्म के नाम पर हत्याएं करना मानवता को शर्मसार करने के बराबर है। इस अवसर पर नीमा के उपस्थित सदस्यों ने कैंडल जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी तथा भारत माता की जय के उद्घोष किये। पंजाब | दैनिक भास्कर
