बिन ब्याही मां ने दो बच्चों संग दी जान:हमीरपुर में थाने से 50 मीटर दूर खाया जहर, 10 साल लिव-इन में रही

बिन ब्याही मां ने दो बच्चों संग दी जान:हमीरपुर में थाने से 50 मीटर दूर खाया जहर, 10 साल लिव-इन में रही

हमीरपुर में बिन ब्याही मां ने थाने के पास दो मासूम बेटों के साथ जहर खाकर जान दे दी। तीनों को झाड़ियों के पास तड़पता देखकर लोगों ने शोर मचाया तो मौके पर भीड़ लग गई। थोड़ी देर में पुलिस आ गई। तीनों को अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। महिला 10 साल पहले घर छोड़कर चली गई थी। प्रेमी के साथ लिव-इन में रहती थी। प्रेमी ने जब उसे घर से निकाल दिया तो मां के साथ रहने लगी। फिलहाल, पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामला मुस्करा थाना इलाके का है। जहर खाने के 5 मिनट के अंदर तड़पने लगे
बंडवा गांव की रहने वाली मोहिनी (25) के दो बेटे गौतम (5) और हर्ष (3) हैं। शनिवार दोपहर वह बच्चों को लेकर मुस्करा थाने से 50 मीटर दूर सुनसान इलाके में गई। वहां झाड़ियों में पहले बच्चों को जहर खिलाया। फिर खुद भी खा ली। जहर खाने के 5 मिनट के अंदर ही बच्चे तड़पने लगे। उनके मुंह से झाग निकलने लगा। राहगीरों ने तीनों को पड़ा देखकर मचाया शोर
मोहिनी भी बेहोश होकर गिर गई। वहां से गुजर रहे लोगों ने जब तीनों को जमीन पर पड़ा देखा तो शोर मचाया। इसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। थाना पास में होने के कारण पुलिस भी आ गई। सूचना मिलने पर मोहिनी की मां भी पहुंच गई। पुलिस के साथ तीनों को अस्पताल लेकर गई। यहां पता चला मोहनी और गौतम की पहले ही मौत हो चुकी थी। थोड़ी देर बाद छोटे बेटे हर्ष ने भी दम तोड़ दिया। 15 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर
गांव वालों ने बताया- मोहिनी 15 साल की उम्र में प्रेमी के साथ लिव-इन में रहने लगी थी। उसने घर छोड़ दिया था। इसी दौरान उसके दो बेटे हुए। उसने शादी नहीं की थी। कुछ दिन पहले उसका प्रेमी से झगड़ा हो गया था, तभी से वह मां के पास रहती थी। मां बोली-प्रेमी से 2 साल से चल रहा था झगड़ा
मोहिनी की मां राजकुमारी ने बताया- बेटी ने 10 साल पहले ग्राम कछुवा राठ निवासी हेमंत के साथ रहने लगी थी। 2 साल से दोनों में विवाद चल रहा था। इसके बाद वह हेमंत से अलग हो गई थी। मोहिनी बच्चों के साथ नोएडा में रहकर काम करती थी। भाई से झगड़े के बाद मोहिनी ने छोड़ दिया घर मां ने बताया- पिछले हफ्ते वह नोएडा से अपने गांव बंडवा आई थी। घर आने के बाद मोहिनी का भाई गोलू (18) से झगड़ा हो गया। इस पर भाई ने उसे घर से निकल जाने की बात कह दी। इसके बाद मोहिनी अपने दादा (ताऊजी) धन्नू के घर बंडवा में रहती थी। शनिवार दोपहर मोहिनी बच्चों को लेकर नोएडा जाने की बात कहकर घर से मुस्करा आ गई। मां को बता देना मैंने बच्चों के साथ जहर खा लिया 3 बजे मेरे पास नोएडा में रहने वाली मोहिनी की सहेली दीपा का फोन आया। उसने बताया कि मोहिनी ने फोन किया था कि उसने दोनों बच्चों के साथ जहर खा लिया है। मेरी मां को खबर कर दे देना। इसके बाद हम तुरंत मुस्करा थाने पहुंचे। यहां मोहिनी और नाती गौतम की मौत हो चुकी थी। नाती हर्ष तड़प रहा था। भाई बोला- रिश्तेदारों के कहने पर चलती थी मोहिनी
मोहिनी के भाई गोलू ​​​​​​का कहना है कि बहन उसकी बात नहीं मानती थी। वह रिश्तेदारों के कहने पर चलती थी। इसी कारण हम दोनों में लड़ाई हुई थी। आज एक रिश्तेदार ही बहन को लेकर मुस्करा आया और छोड़कर कहीं भाग गया। पुलिस बोली- पारिवारिक कलह में जान दी
थाना प्रभारी शशि पांडे ने बताया- तीनों ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था। तीनों को मुस्करा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। यहां मां और बड़े बेटे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। छोटे बेटे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर दूसरे बेटे की भी मौत हो गई। पहली नजर में मामला पारिवारिक कलह का लग रहा है। जांच और परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी। हमीरपुर में बिन ब्याही मां ने थाने के पास दो मासूम बेटों के साथ जहर खाकर जान दे दी। तीनों को झाड़ियों के पास तड़पता देखकर लोगों ने शोर मचाया तो मौके पर भीड़ लग गई। थोड़ी देर में पुलिस आ गई। तीनों को अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। महिला 10 साल पहले घर छोड़कर चली गई थी। प्रेमी के साथ लिव-इन में रहती थी। प्रेमी ने जब उसे घर से निकाल दिया तो मां के साथ रहने लगी। फिलहाल, पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामला मुस्करा थाना इलाके का है। जहर खाने के 5 मिनट के अंदर तड़पने लगे
बंडवा गांव की रहने वाली मोहिनी (25) के दो बेटे गौतम (5) और हर्ष (3) हैं। शनिवार दोपहर वह बच्चों को लेकर मुस्करा थाने से 50 मीटर दूर सुनसान इलाके में गई। वहां झाड़ियों में पहले बच्चों को जहर खिलाया। फिर खुद भी खा ली। जहर खाने के 5 मिनट के अंदर ही बच्चे तड़पने लगे। उनके मुंह से झाग निकलने लगा। राहगीरों ने तीनों को पड़ा देखकर मचाया शोर
मोहिनी भी बेहोश होकर गिर गई। वहां से गुजर रहे लोगों ने जब तीनों को जमीन पर पड़ा देखा तो शोर मचाया। इसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। थाना पास में होने के कारण पुलिस भी आ गई। सूचना मिलने पर मोहिनी की मां भी पहुंच गई। पुलिस के साथ तीनों को अस्पताल लेकर गई। यहां पता चला मोहनी और गौतम की पहले ही मौत हो चुकी थी। थोड़ी देर बाद छोटे बेटे हर्ष ने भी दम तोड़ दिया। 15 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर
गांव वालों ने बताया- मोहिनी 15 साल की उम्र में प्रेमी के साथ लिव-इन में रहने लगी थी। उसने घर छोड़ दिया था। इसी दौरान उसके दो बेटे हुए। उसने शादी नहीं की थी। कुछ दिन पहले उसका प्रेमी से झगड़ा हो गया था, तभी से वह मां के पास रहती थी। मां बोली-प्रेमी से 2 साल से चल रहा था झगड़ा
मोहिनी की मां राजकुमारी ने बताया- बेटी ने 10 साल पहले ग्राम कछुवा राठ निवासी हेमंत के साथ रहने लगी थी। 2 साल से दोनों में विवाद चल रहा था। इसके बाद वह हेमंत से अलग हो गई थी। मोहिनी बच्चों के साथ नोएडा में रहकर काम करती थी। भाई से झगड़े के बाद मोहिनी ने छोड़ दिया घर मां ने बताया- पिछले हफ्ते वह नोएडा से अपने गांव बंडवा आई थी। घर आने के बाद मोहिनी का भाई गोलू (18) से झगड़ा हो गया। इस पर भाई ने उसे घर से निकल जाने की बात कह दी। इसके बाद मोहिनी अपने दादा (ताऊजी) धन्नू के घर बंडवा में रहती थी। शनिवार दोपहर मोहिनी बच्चों को लेकर नोएडा जाने की बात कहकर घर से मुस्करा आ गई। मां को बता देना मैंने बच्चों के साथ जहर खा लिया 3 बजे मेरे पास नोएडा में रहने वाली मोहिनी की सहेली दीपा का फोन आया। उसने बताया कि मोहिनी ने फोन किया था कि उसने दोनों बच्चों के साथ जहर खा लिया है। मेरी मां को खबर कर दे देना। इसके बाद हम तुरंत मुस्करा थाने पहुंचे। यहां मोहिनी और नाती गौतम की मौत हो चुकी थी। नाती हर्ष तड़प रहा था। भाई बोला- रिश्तेदारों के कहने पर चलती थी मोहिनी
मोहिनी के भाई गोलू ​​​​​​का कहना है कि बहन उसकी बात नहीं मानती थी। वह रिश्तेदारों के कहने पर चलती थी। इसी कारण हम दोनों में लड़ाई हुई थी। आज एक रिश्तेदार ही बहन को लेकर मुस्करा आया और छोड़कर कहीं भाग गया। पुलिस बोली- पारिवारिक कलह में जान दी
थाना प्रभारी शशि पांडे ने बताया- तीनों ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था। तीनों को मुस्करा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। यहां मां और बड़े बेटे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। छोटे बेटे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर दूसरे बेटे की भी मौत हो गई। पहली नजर में मामला पारिवारिक कलह का लग रहा है। जांच और परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर