बिलासपुर में पुलिस ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, साथ ही आरोपी के कब्जे से 2 किलो 22 ग्राम चरस भी बरामद किया है। आरोपी की पहचान ओम प्रकाश (35 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय ठाकुर दास, निवासी गांव स्याह, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू के रूप में हुई है। पुलिस की विशेष जांच टीम ने मंगलवार सुबह बलोह टोल प्लाजा के पास गाड़ियों की चैकिंग के लिए नाकाबंदी की हुई थी। आने वाले सभी वाहनों को चेक किया जा रहा था। तभी एक व्यक्ति डिजायर कार से आया, जिसे पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका। व्यक्ति कुल्लू से बिलासपुर की ओर जा रहा था। पुलिस ने व्यक्ति की गाड़ी चेकिंग के लिए रोका तो पुलिस को देखकर उसने एक थैला छिपाने की कोशिश की। पुलिस ने तलाशी के दौरान थैले से भारी मात्रा 2.22 किलोग्राम चरस बरामद की। डीएसपी मदन धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि क्षेत्र में नशे के व्यापार को रोकने के लिए पुलिस ने जगह जगह पर नाकाबंदी कर रही है ओर गाडियों को चैक किया जा रहा है उन्होंने कहा इस तरह की कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। बिलासपुर में पुलिस ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, साथ ही आरोपी के कब्जे से 2 किलो 22 ग्राम चरस भी बरामद किया है। आरोपी की पहचान ओम प्रकाश (35 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय ठाकुर दास, निवासी गांव स्याह, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू के रूप में हुई है। पुलिस की विशेष जांच टीम ने मंगलवार सुबह बलोह टोल प्लाजा के पास गाड़ियों की चैकिंग के लिए नाकाबंदी की हुई थी। आने वाले सभी वाहनों को चेक किया जा रहा था। तभी एक व्यक्ति डिजायर कार से आया, जिसे पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका। व्यक्ति कुल्लू से बिलासपुर की ओर जा रहा था। पुलिस ने व्यक्ति की गाड़ी चेकिंग के लिए रोका तो पुलिस को देखकर उसने एक थैला छिपाने की कोशिश की। पुलिस ने तलाशी के दौरान थैले से भारी मात्रा 2.22 किलोग्राम चरस बरामद की। डीएसपी मदन धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि क्षेत्र में नशे के व्यापार को रोकने के लिए पुलिस ने जगह जगह पर नाकाबंदी कर रही है ओर गाडियों को चैक किया जा रहा है उन्होंने कहा इस तरह की कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में मानसून सीजन में 253 की मौत:121 करोड़ की संपत्ति तबाह, मानसून पड़ा धीमा, आज भी प्रदेशभर में खिलेगी धूप
हिमाचल में मानसून सीजन में 253 की मौत:121 करोड़ की संपत्ति तबाह, मानसून पड़ा धीमा, आज भी प्रदेशभर में खिलेगी धूप हिमाचल प्रदेश में बेशक मानसून की रफ्तार धीमी पड़ी हुई है। मगर अब तक मानसून सीजन में 253 लोगों की मौत तथा 121 करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हो गई है। 383 लोग घायल तथा 30 लोग लंबे समय से लापता है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, मृतकों में 110 की जान सड़कों हादसों में गई है, जबकि बाढ़ में 8 की मौत, लैंडस्लाइड से 5, बादल फटने से 22, पानी में डूबने से 26, सांप के काटने से 21, करंट लगने से 15, पेड़ या ढांक से गिरने से 38 तथा 8 की अन्य कारणों से जान गई है। आज भी ज्यादातर भागों में खिलेगी धूप प्रदेश में इस बार मानसून की रफ्तार शुरू से ही धीमी पड़ी हुई है। आज भी प्रदेश के ज्यादातर भागों में धूप खिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कल यानी 27 अगस्त को कांगड़ा, मंडी, शिमला व सोलन के कुछेक क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। 28 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। 29 से 31 अगस्त तक मौसम साफ रहेगा। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान भी ज्यादातर भागों में बारिश नहीं हुई। बीते सप्ताह 38% कम बादल बरसे 18 से 25 अगस्त के बीच सामान्य से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 50.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 31.2 मिलीमीटर बादल बरसे है। बिलासपुर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में बहुत कम बारिश हुई है। लाहौल स्पीति, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिला में सामान्य की अपेक्षा 50 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। पूरे मानसून सीजन में 24% कम बारिश वहीं पूरे मानसून सीजन में भी प्रदेश में 1 जून से 25 अगस्त के बीच सामान्य से 24 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इस अवधि में 577.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। इस बार 437.1 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में पिछले साल की अपेक्षा 63% कम बारिश शिमला में साल 2023 में अगस्त महीने में 591.9 मिलीमीटर बारिश हुई थी। मगर इस बार अगस्त के 25 दिन में मात्र 213.2 मिलीमीटर बादल बरसे है। वहीं सोलन में भी पिछले साल अगस्त में 283.4 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जबकि इस पार 25 अगस्त तक 191.4 बारिश हुई है। इसी तरह अन्य जिलों में भी पिछले साल की अपेक्षा कम बारिश हुई है। अब तक 121 करोड़ की संपत्ति तबाह प्रदेश में अब तक बरसात से 121 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। भारी बारिश से 172 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि 446 मकान को आंशिक नुकसान हुआ है।
ऊना के रिहायशी एरिया में घुसा तेंदुआ:सड़क पर बैठा देखकर सहमे लोग, वन विभाग ने रेस्क्यू कर चिड़ियाघर में छोड़ा
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CM के एग्रेसिव कैंपेन ने 4 बागियों को घर बिठाया:बगावत का कलंक झेला; विधायक भी नहीं रहे, अब कांग्रेस का अगला लक्ष्य 3 उपचुनाव हिमाचल प्रदेश के उपचुनाव में चार सीटों पर बागी कांग्रेस विधायकों की बगावत का जनता ने करारा जवाब दिया है। बागियों के खिलाफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के आक्रामक अभियान ने छह में से चार पूर्व विधायकों को घर भेज दिया है। इससे कांग्रेस सरकार पर आया राजनीतिक संकट टल गया है। अब कांग्रेस का अगला लक्ष्य तीन निर्दलीय पूर्व विधायकों की सीटों पर होने वाले उपचुनाव को जीतना है। कुटलैहड़ की जनता ने दिसंबर 2022 में देवेंद्र कुमार भुट्टो, गगरेट में चैतन्य शर्मा, लाहौल स्पीति में रवि ठाकुर, बड़सर में इंद्रदत्त लखनपाल, धर्मशाला में सुधीर शर्मा और सुजानपुर में राजेंद्र राणा को पांच साल के लिए विधानसभा में भेजा है। इसके महज 15 महीने बाद ही उन्होंने पार्टी से बगावत कर दी। राज्यसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ वोट दिया और सरकार गिराने के लिए विपक्ष का साथ दिया। पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। बागी विधायक की जमानत तक जब्त अब राजेंद्र राणा जैसे दिग्गज भी चुनाव हार गए। यही नहीं लाहौल स्पीति में कांग्रेस के पूर्व बागी विधायक रवि ठाकुर की बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जमानत तक जब्त हो गई। गगरेट में पिछला चुनाव 15 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीतने वाले चैतन्य शर्मा भी इस बार 7000 से अधिक मतों के अंतर से हार गए। धर्मशाला में सुधीर शर्मा और बड़सर में इंद्रदत्त लखनपाल को जरूर जनता से दोबारा से मौका दिया है। “ऑपरेशन लोटस’ कामयाब नहीं होगा बेशक, लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस की करारी हार हुई है। मगर विधानसभा की चार सीटें जीतने के बाद तय है कि हिमाचल में “ऑपरेशन लोटस’ कामयाब नहीं होगा। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी चार जून को हिमाचल में सरकार बनाने का दावा किया था। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर तो लंबे समय से यही बात कह रहे थे। मगर उप चुनाव की जीत से कांग्रेस सरकार को संजीवनी मिली है। इससे कांग्रेस आने वाले दिनों में तीन ओर सीटों पर उप चुनाव को ज्यादा मजबूती से लड़ेगी। विधानसभा में दलीय स्थिति हिमाचल में विधानसभा सदस्यों की संख्या 68 है। छह सीटों पर पिछले कल ही विधानसभा उप चुनाव हो गया है। इनकी शपथ के बाद 65 विधायक हो जाएंगे। बहुमत के लिए कांग्रेस को 33 चाहिए, जबकि कांग्रेस के पास तीन की शपथ के साथ ही बहुमत से ज्यादा यानी 38 विधायक हो जाएंगे। नालागढ़, देहरा और हमीरपुर में 3 उप चुनाव तय है। कांग्रेस इन चुनाव को जीतकर विधायकों की संख्या 41 पहुंचाकर मजबूती का संदेश देना चाहेगी। साल 2022 में जब कांग्रेस सरकार बनी थी तो उस दौरान कांग्रेस के 40 विधायक जीते थे। क्या बीजेपी तीनों निर्दलीय को टिकट देगी बता दें कि राज्यसभा चुनाव प्रकरण के बाद नालागढ़ के विधायक केएल ठाकुर, देहरा के विधायक होशियार सिंह और हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने बीते 22 मार्च अपने पदों से इस्तीफा दिया। 23 मार्च को इन्होंने दिल्ली में बीजेपी जॉइन की। बीजेपी ने तब इन्हें पार्टी टिकट देने का भरोसा दिया। मगर तब इनका इस्तीफा स्वीकार नहीं होने की वजह से छह विधानसभा सीटों के सात उप चुनाव नहीं कराए जा सके। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि चार सीटों पर मिली हार को देखते हुए क्या बीजेपी इन्हें टिकट देगी।