बिलासपुर में निजी बस ऑपरेटर जो अब तक टैक्स और दस्तावेज पूरे नहीं करवा सके हैं, उन्हें अब चेतावनी नहीं बल्कि सीधी कार्रवाई का सामना करना होगा। आरटीओ बिलासपुर राजेश कौशल ने एक्शन मोड में आते हुए, टैक्स जमा न करने वाले बस ऑपरेटरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आरटीओ ने दो निजी बसों को कब्जे में लेकर HRTC की वर्कशॉप में खड़ा कर दिया है। इन बसों पर लगभग 2 लाख रुपए का टैक्स बकाया है। बसों को तभी छोड़ा जाएगा जब बस संचालक पूरा टैक्स जमा करेंगे। आरटीओ कार्यालय से नवंबर माह में ही टैक्स जमा करने की चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद बस ऑपरेटरों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब आरटीओ ने साफ कर दिया है कि नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरटीओ बिलासपुर ने यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान छेड़ा हुआ है। इसका उद्देश्य न केवल कर वसूली को सुनिश्चित करना है, बल्कि यातायात संचालन को भी व्यवस्थित करना है। उन्होंने बस ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे अपने टैक्स और दस्तावेज समय पर पूरा करें, अन्यथा उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। बिलासपुर में निजी बस ऑपरेटर जो अब तक टैक्स और दस्तावेज पूरे नहीं करवा सके हैं, उन्हें अब चेतावनी नहीं बल्कि सीधी कार्रवाई का सामना करना होगा। आरटीओ बिलासपुर राजेश कौशल ने एक्शन मोड में आते हुए, टैक्स जमा न करने वाले बस ऑपरेटरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आरटीओ ने दो निजी बसों को कब्जे में लेकर HRTC की वर्कशॉप में खड़ा कर दिया है। इन बसों पर लगभग 2 लाख रुपए का टैक्स बकाया है। बसों को तभी छोड़ा जाएगा जब बस संचालक पूरा टैक्स जमा करेंगे। आरटीओ कार्यालय से नवंबर माह में ही टैक्स जमा करने की चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद बस ऑपरेटरों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब आरटीओ ने साफ कर दिया है कि नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरटीओ बिलासपुर ने यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान छेड़ा हुआ है। इसका उद्देश्य न केवल कर वसूली को सुनिश्चित करना है, बल्कि यातायात संचालन को भी व्यवस्थित करना है। उन्होंने बस ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे अपने टैक्स और दस्तावेज समय पर पूरा करें, अन्यथा उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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तपोवन में 18 से 21 दिसंबर तक होगा विधानसभा सत्र:CCTV-ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी सुनिश्चित, पठानिया बोल- सुरक्षा में नहीं बरती जाएगी कोताही सोमवार को तपोवन विधानसभा भवन में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शीतकालीन सत्र के प्रबंधों और तैयारियों की समीक्षा बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधान सभा का सातवां सत्र 18 से 21 दिसम्बर तक आयोजित किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सत्र में कुल 4 बैठकें होगी। सत्र की अधिसूचना जारी होने के साथ ही माननीय सदस्यों से प्रश्नों से सम्बन्धित सूचनाएं विधान सभा सचिवालय को आनी शुरू हो गई है। ठहरने की व्यवस्था करेगा जिला प्रशासन शीतकालीन सत्र की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन जिलाधीश कांगड़ा की अध्यक्षता में पहले भी बैठकें कर चुका है। लेकिन सत्र के दृष्टिगत आज उनकी अध्यक्षता में पहली बैठक का आयोजन किया गया है। जिसमें जिला प्रशासन के हर विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। तपोवन भवन में मरम्मत तथा साफ- सफाई का कार्य समय रहते पूर्ण किया जाएगा। सत्र में भाग लेने आ रहे पक्ष तथा प्रतिपक्ष के माननीय सदस्यों की ठहरने की समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तु पर प्रतिबंध उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एम्बुलेंस तथा एक डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टॉफ के कर्मचारी भी तपोवन परिसर में डयूटी पर तैनात रहेंगे। विधान सभा भवन के अन्दर मोबाइल, लैपटॉप तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तु के ले जाने पर पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। तपोवन विधान सभा भवन तथा परिसर को कृत्रिम दुधिया रोशनी से सुसज्जित किया जाएगा। किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी- पठानिया विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तपोवन में शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी, तथा सीसीटीवी तथा ड्रोन कैमरों से निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। सत्र के दौरान तपोवन विधान सभा भवन तथा परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सुरक्षा पूर्व की भांति चाक चौबंद रहेगी। हिमाचल प्रदेश सरकार तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को जारी किए गए शासकीय पास प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे ताकि सुरक्षा कर्मियों को फिरिस्किंग की कम से कम आवश्यकता रहे।
हिमाचल में 9वें दिन भी 42 लोगों का सुराग नहीं:8 शवों की शिनाख्त होनी बाकी; डीएनए से होगी पहचान, 40 के सैंपल लिए गए
हिमाचल में 9वें दिन भी 42 लोगों का सुराग नहीं:8 शवों की शिनाख्त होनी बाकी; डीएनए से होगी पहचान, 40 के सैंपल लिए गए हिमाचल प्रदेश में 9 दिन बाद भी 42 लापता लोगों सुराग नहीं लग पाया है। शिमला जिला के रामपुर के समेज, कुल्लू के निरमंड के बागीपुल व सिंघगाड़ और मंडी की चौहारघाटी में लापता लोगों का तलाश में रेस्क्यू जारी है। रामपुर के समेज से सुन्नी के कोड डैम तक चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान 9 दिन में 10 शव बरामद हुए है। इनमें से अभी दो की ही पहचान हो पाई है। हालांकि दो दिन पहले तीसरे लापता इंजीनियर सिद्धार्थ की पहचान का रिश्तेदारों ने दावा किया था। मगर बीती को शाम को सिद्धार्थ के पिता ने जब शव देखा तो उन्होंने कहा ये उनका बेटा नहीं है। अन्य शवों की पहचान के लिए पुलिस 40 से ज्यादा लोगों के डीएनए सैंपल ले चुकी है। रामपुर के समेज से कुल 36 लोग लापता हुए थे। यहां कुछ शव जरूर मिले है, लेकिन सबकी पहचान नहीं हो सकी। इस लिहाज से 34 व्यक्ति अभी भी लापता है। मंडी की चौहारघाटी के राजबन गांव में भी 11 लोग मलबे में दब गए थे। एक को जिंदा निकाला गया, जबकि 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए है। राजबन में अभी भी 1 युवक लापता है। बागीपुल में 5 लोगों का अभी भी सुराग नहीं कुल्लू के निरमंड के बागीपुल में 31 जुलाई की आधी रात को कुर्पण खड्ड में आए सैलान से 7 लोग बाढ़ में बह गए थे। इनमें से 2 के शव मिल गए है, जबकि 5 अभी भी लापता है। श्रीखंड के पहले पड़ाव सिंघगाड़ से भी 2 व्यक्ति लापता है। इनका भी अब तक सुराग नहीं लग पाया है। 300 जवान रेस्क्यू में जुटे लापता लोगों की तलाश में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड के 300 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं। अब तक रेस्क्यू दल का ज्यादा फोकस समेज क्षेत्र था। मगर बीते एक सप्ताह के दौरान ज्यादातर शव कोड डैम और सतलुज नदी के किनारे मिले है। लिहाजा रेस्क्यू दल अब सतलुज नदी के तटों और कोल डैम में तलाश कर रहा है। बीच बीच में हो रही बारिश सर्च ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न कर रही है। अब सतलुज किनारे सर्च ऑपरेशन पर जोर: डीसी डीसी शिमला अनुपंम कश्यप ने बताया कि समेज में लगभग 95 प्रतिशत क्षेत्र की खुदाई कर दी गई है। इस दौरान कुछ सामान जरूर मिला है। मगर लापता व्यक्ति यहां नहीं मिल पाए। उन्होंने बताया कि अब तक जो शव मिले है, उनमें ज्यादा कोल डैम में बरामद किए गए। प्रदेश में 42 लोग अभी भी लापता 6 दिन से सर्च ऑपरेशन के बाद समेज में 34, चौहारघाटी में 1, कुल्लू के बाघीपुल में 5 और श्रीखंड के सिंघगाड़ से 2 व्यक्ति अभी भी लापता है। प्रदेश में कुल मिलाकर 42 लोगों का अभी भी सुराग नहीं लग पाया है। अब तक कहां कितने शव मिले मंडी की चौहारघाटी में 9 शव मिले है। कुल्लू के बागीपुल में 2 शव मिले है, यहां पर भी अभी 5 लोग लापता है। समेज में 36 लोग लापता थे। इनमें से 2 के शवों की पहचान और अंतिम संस्कार कर दिया गया है। ग्रामीणों की संतुष्ट तक जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य व आठ मशीनें मौके पर खोजबीन में जुटी हुई है। समेज में जारी सर्च ऑपरेशन के तहत अभी तक सभी संभव स्थानों पर हर तकनीक के माध्यम से लापता लोगों की खोज की जा चुकी है, लेकिन असफल रहे। अब समेज में हुई घटना के शवों के सुन्नी में मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है की उस दिन किस वेग के साथ पानी ने मार की होगी। बहरहाल जब तक स्थानीय ग्रामीण संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक समेज में घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
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हिमाचल के पूर्व CM का बाढ़ ने रोका रास्ता:पंडोह में एक घंटे फंसा जयराम का काफिला, नाले में आई बाढ़ से एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हिमाचल के पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष बीती शाम को अपने गृह क्षेत्र सराज के बागाचनोगी में अंडर-19 खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ करने पहुंचे थे। यहां से जब जयराम ठाकुर मंडी में पार्टी के सदस्यता अभियान की समीक्षा बैठक में भाग लेने के लिए मंडी आ रहे थे तो पंडोह से ऊपर बांदल नाले ने उनका रास्ता रोक दिया। भारी बारिश के कारण छोटे से नाले ने झरने का रूप ले लिया और उसके नीचे एक टैक्सी फंस गई। इस पूरी घटना का वीडियो जयराम ने अपने मोबाइल में कैद किया। करीब एक घंटे बाद पानी कम हुआ और मौके पर जेसीबी मशीन की मदद से टैक्सी को हटाया गया। तब जाकर सवा घंटे बाद जयराम ठाकुर का काफिला वहां से निकला पाया। मंडी पहुंचने पर उन्होंने इसका भी जिक्र किया और कहा, कि नाले के तेज बहाव में फंसी टैक्सी को भारी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री सुक्खू पर बरसे जयराम जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा और मंडी से भेदभाव के आरोप जड़े। उन्होंने कहा कि मंडी के प्रति मुख्यमंत्री की मंशा ठीक नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, सरकार जल रक्षकों की मांगों को सुने और सहानुभूतिपूर्वक विचार करे। सरकार ने तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाते हुए सभी से संवाद का मार्ग बंद कर दिया है। सरकार से आज हर वर्ग क्यों हताश होकर सड़कों पर है। सरकार को इस बारे में भी विचार करने की आवश्यकता है। प्रदेश में विकास के हर तरह के काम रुके हैं। उन्होंने कहा, लोगों को रोज़गार मिल नहीं रहा है। कांग्रेस द्वारा चुनाव के पहले हर वर्ग को तमाम तरह के आश्वासन दिए, लेकिन सरकार बनने के बाद उन वादों को पूरा करना तो दूर की बात है लोगों की बातें तक नहीं सुनी गई। सदस्यता अभियान की समीक्षा की पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मण्डी में भाजपा के सदस्यता अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से भाजपा का यह सदस्यता अभियान और भी रोचक हो गया है। पार्टी के कार्यकर्ता इसमें बढ़ चढ़कर भाग ले रहे हैं। बहुत जल्दी ही हम लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।