उत्तर प्रदेश में गोंडा से पांचवीं बार सांसद बने कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया को मोदी कैबिनेट में जगह मिली। उन्हें विदेश, पर्यावरण और वन मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया गया। कीर्तिवर्धन पहली बार मंत्री बने हैं। वह कहते हैं- मैं जब दिल्ली पहुंचा, तब हाथ में एक चिट्ठी थमाई और बताया गया, आप मंत्री बन रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह के विकल्प के रूप में देखे जाने के सवाल पर वह कहते हैं- मुझे नहीं पता कि मैं किसका विकल्प हूं। लेकिन, जो जिम्मेदारी दी गई, उसे ईमानदारी से निभाना है। अयोध्या में भाजपा के हार के सवाल पर उन्होंने कहा- अब वहां के लोग इसका पश्चाताप कर रहे हैं। मुझे पता है कि लोगों ने कई बार कहा है, दोबारा उनसे ऐसी भूल नहीं होगी। कीर्तिवर्धन सिंह ने अपने दिल्ली के बलवंत राय मेहता लेन स्थित 23 नंबर सरकारी आवास पर दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : पहली बार मंत्री बने हैं, इस जिम्मेदारी को कैसे देखते हैं?
जवाब : बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। भाजपा का उद्देश्य देश को आगे ले जाने और समाज को आगे बढ़ाने का है। इसमें पूरी मेहनत और निष्ठा से काम करना है। जो अवसर मिला है, इससे गोंडा में कुछ भी विकास हो पाए, उसके लिए पूरी कोशिश करेंगे। सवाल : आपको मंत्री बनने का फोन या मैसेज कितने बजे आया?
जवाब : मुझे इस बारे में 9 जून को बताया गया। चुनाव खत्म होने के बाद मैं क्षेत्र में था। मेरी तबीयत भी खराब हो गई थी। मैं 9 जून की शाम को तो दिल्ली पहुंचने ही वाला था। लेकिन मुझे सुबह फोन आया कि आप थोड़ा जल्दी आइए। मैं जल्दी आ गया। जब मैं यहां आया, तब चिट्ठी मिली कि आपको यहां मंत्रालय में शामिल किया गया है। सवाल : चुनाव में क्षत्रियों में भाजपा के लिए नाराजगी दिखी..क्या कारण है?
जवाब : मैं तो नहीं कहूंगा कि क्षत्रियों की नाराजगी है। पार्टी ने वो तमाम सीटें जीती हैं, जहां क्षत्रियों को टिकट दिए गए। ऐसी बात नहीं है। बात ये है कि बहुत कम समय में तरह-तरह की अफवाहें उड़ाई गईं। सपा-कांग्रेस वालों ने संविधान को लेकर अफवाह फैलाई। राहुल गांधी ने एक फर्जी सर्टिफिकेट तक दे डाला खटाखट…खटाखट। आपको साढ़े 8 हजार रुपए मिलेंगे। इस झांसे में हमारी भोली-भाली जनता आ गई। उसमें थोड़ा कन्फ्यूजन पैदा हुआ। इसकी वजह से हमारी कुछ सीटें कम हुईं, लेकिन ये पर्दाफाश भी हो चुका है। इसमें कोई दो राय नहीं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हम और अच्छा बहुमत हासिल करेंगे। सवाल : आपको बृजभूषण सिंह के विकल्प के रूप में देखा जा रहा?
जवाब : आपका व्यू हो सकता है। मुझे नहीं पता कि विकल्प के रूप में कोई भी ऐसी चीज हो। मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई, हमेशा उसे निभाया। भाजपा ने एक जिम्मेदारी सौंपी थी कि गोंडा में पार्टी की जीत करानी है। तीसरी बार ये जिम्मेदारी सौंपी। ये मेरा सौभाग्य है कि भाजपा का मुझ पर विश्वास रहा है। मुझे इस बात की खुशी भी है कि जनता ने भी विश्वास कायम रखा। सवाल : यूपी में क्या भाजपा आपको क्षत्रियों का फेस बना रही है?
जवाब : पार्टी ने मुझे मंत्रिमंडल में शामिल करके बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इस देश को चलाने में मेरी भागीदारी सुनिश्चित की है। मुझे उस जिम्मेदारी को लेकर आगे बढ़ना है। इसके अलावा और कोई बात नहीं। यहां पर कोई चेहरा नहीं है। जात-पात की राजनीति नहीं की। भाजपा का उद्देश्य है कि गरीब से गरीब व्यक्ति का जब तक उत्थान नहीं होगा, देश आगे नहीं बढ़ेगा। हम लोगों ने कभी जात-पात की प्रथा को बढ़ावा नहीं दिया। ये अन्य पार्टियों का काम है। सवाल : भाजपा ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कराई, फिर भी अयोध्या हार गई?
जवाब : हम लोग अयोध्या नगर बहुत अच्छे वोटों से जीते, लेकिन अगल-बगल के जिलों में कुछ कमी जरूर हुई है। वजह वही है। इन लोगों ने फर्जी नारा देकर संविधान वाली बात ऐन मौके पर छेड़ी। पब्लिक उसे समझ नहीं पाई। लेकिन अब अयोध्या के लोग इसका पश्चाताप कर रहे हैं। लोगों ने कई बार कहा है, दोबारा उनसे ऐसी भूल नहीं होगी। सवाल : भाजपा प्रदेश में 44 सीटें पार्टी हारी। इसके पीछे के बड़े कारण क्या हैं?
जवाब : संविधान बदलने और साढ़े 8 हजार रुपए देने की जिस तरह से अफवाह उड़ाई गई, इसका ये बहुत बड़ा कारण रहा। सवाल : मंत्री के रूप में आपके पास यूपी के डेवलपमेंट का क्या एजेंडा है?
जवाब : मैं इसके पहले 10 साल भाजपा का सांसद रहा हूं। जितना हो सका, हमने गोंडा का विकास कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब मंत्रिमंडल में रहकर तेजी से विकास कार्य होगा। उसके साथ-साथ पूरे देश की जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे भी अच्छे से निभाएंगे। सवाल : कहा जा रहा है आपके चुनाव जीतने का विश्वास, आपके पिताजी को नहीं था..?
जवाब : चुनाव में तरह-तरह की चर्चाएं होती हैं। अब ये चर्चा कहां से शुरू हुई, आपने कहां सुना, इसमें हम नहीं जाएंगे। ये सब फालतू की चर्चाएं हैं। जो हमारी विपक्षी पार्टियां हैं, वो शिगूफा छोड़ेंगी। उस पर चर्चा करना ही व्यर्थ है। सवाल : बृजभूषण लगातार योगी की बुलडोजर नीति का विरोध करते हैं। इस पर क्या नजरिया है?
जवाब : लोगों की अपनी विचारधारा होती है। मैं इसका पूरी तरह सपोर्ट करता हूं। जिस तरह से योगीजी ने यूपी से क्राइम खत्म किया है, वो अपने में एक उदाहरण है। इसका फायदा हर जगह मिला है। जनता आज पूरी तरह से स्वतंत्र है। किसी माफिया का कोई डर या दबाव नहीं। गरीब आदमी एक स्वतंत्र जीवन जी रहा है। बिना किसी डर के जीवन जी रहा है। ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। यूपी जैसे स्टेट में, जहां सपा-बसपा के चलते माफियाओं का गुंडाराज था, वहां अब कोई असुरक्षित महसूस नहीं करता। यह भी पढ़ें देश के सबसे युवा सांसद बोले-भाजपा हवाबाजी में हारी: लंदन से पढ़ाई की, कहा-राजा भैया का आशीर्वाद मिला तो भाजपा को हराया पुष्पेंद्र सरोज इस लोकसभा चुनाव में देश के सबसे युवा सांसद बन गए हैं। उन्होंने यह रिकॉर्ड 25 साल, 3 महीने और 3 दिन की उम्र में बनाया। सबसे कम उम्र के सांसद ने संसद के इतिहास में चंद्रानी मुर्मू का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में पुष्पेंद्र सरोज ने कहा कि भाजपा हवाबाजी में रही। पढ़ें और देखें पूरा इंटरव्यू उत्तर प्रदेश में गोंडा से पांचवीं बार सांसद बने कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया को मोदी कैबिनेट में जगह मिली। उन्हें विदेश, पर्यावरण और वन मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया गया। कीर्तिवर्धन पहली बार मंत्री बने हैं। वह कहते हैं- मैं जब दिल्ली पहुंचा, तब हाथ में एक चिट्ठी थमाई और बताया गया, आप मंत्री बन रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह के विकल्प के रूप में देखे जाने के सवाल पर वह कहते हैं- मुझे नहीं पता कि मैं किसका विकल्प हूं। लेकिन, जो जिम्मेदारी दी गई, उसे ईमानदारी से निभाना है। अयोध्या में भाजपा के हार के सवाल पर उन्होंने कहा- अब वहां के लोग इसका पश्चाताप कर रहे हैं। मुझे पता है कि लोगों ने कई बार कहा है, दोबारा उनसे ऐसी भूल नहीं होगी। कीर्तिवर्धन सिंह ने अपने दिल्ली के बलवंत राय मेहता लेन स्थित 23 नंबर सरकारी आवास पर दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : पहली बार मंत्री बने हैं, इस जिम्मेदारी को कैसे देखते हैं?
जवाब : बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। भाजपा का उद्देश्य देश को आगे ले जाने और समाज को आगे बढ़ाने का है। इसमें पूरी मेहनत और निष्ठा से काम करना है। जो अवसर मिला है, इससे गोंडा में कुछ भी विकास हो पाए, उसके लिए पूरी कोशिश करेंगे। सवाल : आपको मंत्री बनने का फोन या मैसेज कितने बजे आया?
जवाब : मुझे इस बारे में 9 जून को बताया गया। चुनाव खत्म होने के बाद मैं क्षेत्र में था। मेरी तबीयत भी खराब हो गई थी। मैं 9 जून की शाम को तो दिल्ली पहुंचने ही वाला था। लेकिन मुझे सुबह फोन आया कि आप थोड़ा जल्दी आइए। मैं जल्दी आ गया। जब मैं यहां आया, तब चिट्ठी मिली कि आपको यहां मंत्रालय में शामिल किया गया है। सवाल : चुनाव में क्षत्रियों में भाजपा के लिए नाराजगी दिखी..क्या कारण है?
जवाब : मैं तो नहीं कहूंगा कि क्षत्रियों की नाराजगी है। पार्टी ने वो तमाम सीटें जीती हैं, जहां क्षत्रियों को टिकट दिए गए। ऐसी बात नहीं है। बात ये है कि बहुत कम समय में तरह-तरह की अफवाहें उड़ाई गईं। सपा-कांग्रेस वालों ने संविधान को लेकर अफवाह फैलाई। राहुल गांधी ने एक फर्जी सर्टिफिकेट तक दे डाला खटाखट…खटाखट। आपको साढ़े 8 हजार रुपए मिलेंगे। इस झांसे में हमारी भोली-भाली जनता आ गई। उसमें थोड़ा कन्फ्यूजन पैदा हुआ। इसकी वजह से हमारी कुछ सीटें कम हुईं, लेकिन ये पर्दाफाश भी हो चुका है। इसमें कोई दो राय नहीं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हम और अच्छा बहुमत हासिल करेंगे। सवाल : आपको बृजभूषण सिंह के विकल्प के रूप में देखा जा रहा?
जवाब : आपका व्यू हो सकता है। मुझे नहीं पता कि विकल्प के रूप में कोई भी ऐसी चीज हो। मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई, हमेशा उसे निभाया। भाजपा ने एक जिम्मेदारी सौंपी थी कि गोंडा में पार्टी की जीत करानी है। तीसरी बार ये जिम्मेदारी सौंपी। ये मेरा सौभाग्य है कि भाजपा का मुझ पर विश्वास रहा है। मुझे इस बात की खुशी भी है कि जनता ने भी विश्वास कायम रखा। सवाल : यूपी में क्या भाजपा आपको क्षत्रियों का फेस बना रही है?
जवाब : पार्टी ने मुझे मंत्रिमंडल में शामिल करके बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इस देश को चलाने में मेरी भागीदारी सुनिश्चित की है। मुझे उस जिम्मेदारी को लेकर आगे बढ़ना है। इसके अलावा और कोई बात नहीं। यहां पर कोई चेहरा नहीं है। जात-पात की राजनीति नहीं की। भाजपा का उद्देश्य है कि गरीब से गरीब व्यक्ति का जब तक उत्थान नहीं होगा, देश आगे नहीं बढ़ेगा। हम लोगों ने कभी जात-पात की प्रथा को बढ़ावा नहीं दिया। ये अन्य पार्टियों का काम है। सवाल : भाजपा ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कराई, फिर भी अयोध्या हार गई?
जवाब : हम लोग अयोध्या नगर बहुत अच्छे वोटों से जीते, लेकिन अगल-बगल के जिलों में कुछ कमी जरूर हुई है। वजह वही है। इन लोगों ने फर्जी नारा देकर संविधान वाली बात ऐन मौके पर छेड़ी। पब्लिक उसे समझ नहीं पाई। लेकिन अब अयोध्या के लोग इसका पश्चाताप कर रहे हैं। लोगों ने कई बार कहा है, दोबारा उनसे ऐसी भूल नहीं होगी। सवाल : भाजपा प्रदेश में 44 सीटें पार्टी हारी। इसके पीछे के बड़े कारण क्या हैं?
जवाब : संविधान बदलने और साढ़े 8 हजार रुपए देने की जिस तरह से अफवाह उड़ाई गई, इसका ये बहुत बड़ा कारण रहा। सवाल : मंत्री के रूप में आपके पास यूपी के डेवलपमेंट का क्या एजेंडा है?
जवाब : मैं इसके पहले 10 साल भाजपा का सांसद रहा हूं। जितना हो सका, हमने गोंडा का विकास कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब मंत्रिमंडल में रहकर तेजी से विकास कार्य होगा। उसके साथ-साथ पूरे देश की जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे भी अच्छे से निभाएंगे। सवाल : कहा जा रहा है आपके चुनाव जीतने का विश्वास, आपके पिताजी को नहीं था..?
जवाब : चुनाव में तरह-तरह की चर्चाएं होती हैं। अब ये चर्चा कहां से शुरू हुई, आपने कहां सुना, इसमें हम नहीं जाएंगे। ये सब फालतू की चर्चाएं हैं। जो हमारी विपक्षी पार्टियां हैं, वो शिगूफा छोड़ेंगी। उस पर चर्चा करना ही व्यर्थ है। सवाल : बृजभूषण लगातार योगी की बुलडोजर नीति का विरोध करते हैं। इस पर क्या नजरिया है?
जवाब : लोगों की अपनी विचारधारा होती है। मैं इसका पूरी तरह सपोर्ट करता हूं। जिस तरह से योगीजी ने यूपी से क्राइम खत्म किया है, वो अपने में एक उदाहरण है। इसका फायदा हर जगह मिला है। जनता आज पूरी तरह से स्वतंत्र है। किसी माफिया का कोई डर या दबाव नहीं। गरीब आदमी एक स्वतंत्र जीवन जी रहा है। बिना किसी डर के जीवन जी रहा है। ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। यूपी जैसे स्टेट में, जहां सपा-बसपा के चलते माफियाओं का गुंडाराज था, वहां अब कोई असुरक्षित महसूस नहीं करता। यह भी पढ़ें देश के सबसे युवा सांसद बोले-भाजपा हवाबाजी में हारी: लंदन से पढ़ाई की, कहा-राजा भैया का आशीर्वाद मिला तो भाजपा को हराया पुष्पेंद्र सरोज इस लोकसभा चुनाव में देश के सबसे युवा सांसद बन गए हैं। उन्होंने यह रिकॉर्ड 25 साल, 3 महीने और 3 दिन की उम्र में बनाया। सबसे कम उम्र के सांसद ने संसद के इतिहास में चंद्रानी मुर्मू का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में पुष्पेंद्र सरोज ने कहा कि भाजपा हवाबाजी में रही। पढ़ें और देखें पूरा इंटरव्यू उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर