पेरिस ओलिंपिक में हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। इस मुकाबले में वाराणसी के ललित उपाध्याय व गाजीपुर के राजकुमार पाल ने अहम भूमिका निभाई। दोनों ने आखिरी 1-1 गोल दागे। इस मैच को टीवी पर देख रहे ललित के पिता सतीश उपाध्याय भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे। घर में मौजूद दूसरे लोगों के साथ वह भी भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। टीम इंडिया की जीत के बाद सतीश उपाध्याय से दैनिक भास्कर ने बात की। उन्होंने बताया- टीम इंडिया अपने स्वर्णिम दौर से गुजर रही है। इस बार अपने पदक के रंग को भी बदलेगी। ललित ने भी अच्छा खेल दिखाया है।कोई भी टीम एकजुट होकर खेलती है, तभी सक्सेस होती है। ललित ही नहीं सारे खिलाड़ी अच्छा खेल रहे हैं। टीम इंडिया इस बार स्वर्ण पदक जरूर जीतेगी। वहीं, राजकुमार की मां मनराजी देवी ने कहा-भगवान से यही प्रार्थना है कि बेटा गोल्ड मेडल जीतकर भारत का झंडा लहराते हुए देश, प्रदेश, जिला और गांव का नाम रोशन कर घर लौटे। तय समय तक एक-एक गोल की बराबरी पर छूटे क्वार्टर फाइनल का फैसला पेनाल्टी शूट से हुआ। इसमें भारत की तरफ से चौथा शूट ललित उपाध्याय और पांचवां शूट राजकुमार पाल ने लिया। दोनों ने ब्रिटेन के गोल-कीपर को छका कर गेंद गोल-पोस्ट में उलझा दी। 22वें मिनट में कप्तान किया गोल
ओलिंपिक में रविवार को इंडिया और ब्रिटेन के बीच हॉकी का क्वार्टर फाइनल खेला गया। इस मुकाबले में शुरुआत से ही दोनों टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया। इसका परिणाम यह रहा कि भारत की तरफ से 22वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत ने गोल कर टीम इंडिया को ब्रिटेन पर 1-0 की बढ़त दिलाई। इससे स्टेडियम में बैठे भारतीय प्रशंसकों का जोश सातवें आसमान पर पहुंच गया। स्टेडियम के ‘भारत माता की जय’ के नारे लगने लगे। 27वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन ने की वापसी
इसके बाद ब्रिटेन टीम लगातार भारतीय गोल पोस्ट पर आक्रमण करने लगी। इसी दौरान ब्रिटेन के प्लेयर ने गोल कर मैच को बराबरी पर ला खड़ा किया। इससे कुछ देर के लिए भारतीय प्रशंसकों में मायूसी छा गई। इसी बीच भारतीय खिलाड़ी सुमित को कुछ समय के लिए उन्हें ग्राउंड से बाहर रहना पड़ा। एक खिलाड़ी की कमी के साथ खेल रही टीम इंडिया ने डिफेंस पर ज्यादा ध्यान दिया और फाइनल व्हिसिल बजने तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर छूटा। पेनाल्टी शूट आउट से हुआ फैसला
इसके बाद रेफरी ने मुकाबले का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से करने के निर्णय लिया। इसमें पहला गोल ग्रेट ब्रिटेन की तरफ से जेम्स एल्बेरी ने किया। इसके बाद भारत की तरफ से हरमनप्रीत ने पेनाल्टी स्ट्रोक से गोल किया। वहीं ब्रिटेन की तरफ से दूसरा पेनाल्टी स्ट्रोक लगाने वाले जेक ने गोल दाग दिया, जिससे ब्रिटेन 2-1 से आगे हो गया। इसके बाद भारत की तरफ से सुखजीत ने स्ट्रोक लिया और ग्रेट ब्रिटेन के गोल-कीपर को छकाते हुए गेंद गोल पोस्ट में उलझा दी। इसके बाद स्कोर 2-2 हो गया। पूरा स्टेडियम इंडिया-इंडिया के नारों से गूंज उठा। इसके बाद ग्रेट ब्रिटेन से पेनाल्टी लेने आए कोनर विलयम्स गोल से चूक गए। वहीं, भारत की तरफ से तीसरा गोल करने आए ललित उपाध्याय ने गोल पोस्ट में गेंद को पहुंचा दिया। इसके बाद पूरा स्टेडियम और खिलाडी झूम उठे और स्कोर 3-2 हो गया। ग्रेट ब्रिटेन की तरफ से चौथा पेनाल्टी शूटआउट करने आए फिलिप रोपर पर ग्रेट ब्रिटेन की उम्मीदें थी। लेकिन रोपर के बेहतरीन शॉट को भारतीय गोल-कीपर ने रोक लिया। अब स्कोर 3-2 ही था। ऐसे में गाजीपुर के रहने वाले राजकुमार पाल को कप्तान ने पेनाल्टी स्ट्रोक लेने के लिए भेजा। राजकुमार पाल ने भी मायूस नहीं किया और ग्रेट ब्रिटेन की हार की इबारत लिख दी। फाइनल स्कोर 4-2 रहा और भारत ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। 162 मैच में अभी तक किए हैं 44 गोल
ललित उपाध्याय ने अपने 10 साल के करियर में अभी तक 162 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। सेंटर फॉरवर्ड खिलाड़ी ललित ने इन मैचों में 44 गोल किए हैं। पिछले ओलिंपिक में ललित ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया था। वाराणसी के यूपी कालेज से शुरू किया था हॉकी
ललित उपाध्याय ने हॉकी का खेल वाराणसी के यूपी कालेज से शुरू किया था। इसके बाद करमपुर, गाजीपुर में हॉकी का ककहरा सीखे और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज पेरिस ओलिंपिक में गोल कर उन्होंने पूरे देश का नाम रोशन कर दिया। इसके बाद से उनके घर में जश्न जैसा माहौल है। अब बात करते हैं राजकुमार के पाल के घर से की घर पर लोग बधाई देने आ रहे पेरिस ओलिंपिक में हॉकी के क्वार्टर फाइनल में इंडिया हॉकी टीम शामिल हो गई। राजकुमार के अंतिम गोल से टीम ने ब्रिटेन को 4-2 से हरा दिया। इससे गाजीपुर के करमपुर गांव में खुशी लहर है। लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं। मां और भाभी ने गोल्ड मेडल जीत के लिए की प्रार्थना घर पर उनकी मां व भाभी ने बच्चों के साथ भगवान को लड्डू का भोग लगाकर पूजा की और आरती उतारी। राजकुमार के अच्छे खेल और टीम इंडिया के गोल्ड मेडल जीत के लिए प्रार्थना की। मां मनराजी देवी व भाभी नीलम पाल ने कहा-हम लोग पूरा मैच देख रहे थे, जैसे ही राजकुमार ने गोल किया। हमारी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। भगवान से प्रार्थना है कि देश की टीम पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीते। राजकुमार के बड़े भाई जोखनपाल के बच्चे वेदिका और वेदांत ने कहा- आरके चाचू ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत कर आना। पेरिस ओलिंपिक में हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। इस मुकाबले में वाराणसी के ललित उपाध्याय व गाजीपुर के राजकुमार पाल ने अहम भूमिका निभाई। दोनों ने आखिरी 1-1 गोल दागे। इस मैच को टीवी पर देख रहे ललित के पिता सतीश उपाध्याय भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे। घर में मौजूद दूसरे लोगों के साथ वह भी भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। टीम इंडिया की जीत के बाद सतीश उपाध्याय से दैनिक भास्कर ने बात की। उन्होंने बताया- टीम इंडिया अपने स्वर्णिम दौर से गुजर रही है। इस बार अपने पदक के रंग को भी बदलेगी। ललित ने भी अच्छा खेल दिखाया है।कोई भी टीम एकजुट होकर खेलती है, तभी सक्सेस होती है। ललित ही नहीं सारे खिलाड़ी अच्छा खेल रहे हैं। टीम इंडिया इस बार स्वर्ण पदक जरूर जीतेगी। वहीं, राजकुमार की मां मनराजी देवी ने कहा-भगवान से यही प्रार्थना है कि बेटा गोल्ड मेडल जीतकर भारत का झंडा लहराते हुए देश, प्रदेश, जिला और गांव का नाम रोशन कर घर लौटे। तय समय तक एक-एक गोल की बराबरी पर छूटे क्वार्टर फाइनल का फैसला पेनाल्टी शूट से हुआ। इसमें भारत की तरफ से चौथा शूट ललित उपाध्याय और पांचवां शूट राजकुमार पाल ने लिया। दोनों ने ब्रिटेन के गोल-कीपर को छका कर गेंद गोल-पोस्ट में उलझा दी। 22वें मिनट में कप्तान किया गोल
ओलिंपिक में रविवार को इंडिया और ब्रिटेन के बीच हॉकी का क्वार्टर फाइनल खेला गया। इस मुकाबले में शुरुआत से ही दोनों टीमों ने आक्रामक खेल दिखाया। इसका परिणाम यह रहा कि भारत की तरफ से 22वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत ने गोल कर टीम इंडिया को ब्रिटेन पर 1-0 की बढ़त दिलाई। इससे स्टेडियम में बैठे भारतीय प्रशंसकों का जोश सातवें आसमान पर पहुंच गया। स्टेडियम के ‘भारत माता की जय’ के नारे लगने लगे। 27वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन ने की वापसी
इसके बाद ब्रिटेन टीम लगातार भारतीय गोल पोस्ट पर आक्रमण करने लगी। इसी दौरान ब्रिटेन के प्लेयर ने गोल कर मैच को बराबरी पर ला खड़ा किया। इससे कुछ देर के लिए भारतीय प्रशंसकों में मायूसी छा गई। इसी बीच भारतीय खिलाड़ी सुमित को कुछ समय के लिए उन्हें ग्राउंड से बाहर रहना पड़ा। एक खिलाड़ी की कमी के साथ खेल रही टीम इंडिया ने डिफेंस पर ज्यादा ध्यान दिया और फाइनल व्हिसिल बजने तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर छूटा। पेनाल्टी शूट आउट से हुआ फैसला
इसके बाद रेफरी ने मुकाबले का फैसला पेनाल्टी शूटआउट से करने के निर्णय लिया। इसमें पहला गोल ग्रेट ब्रिटेन की तरफ से जेम्स एल्बेरी ने किया। इसके बाद भारत की तरफ से हरमनप्रीत ने पेनाल्टी स्ट्रोक से गोल किया। वहीं ब्रिटेन की तरफ से दूसरा पेनाल्टी स्ट्रोक लगाने वाले जेक ने गोल दाग दिया, जिससे ब्रिटेन 2-1 से आगे हो गया। इसके बाद भारत की तरफ से सुखजीत ने स्ट्रोक लिया और ग्रेट ब्रिटेन के गोल-कीपर को छकाते हुए गेंद गोल पोस्ट में उलझा दी। इसके बाद स्कोर 2-2 हो गया। पूरा स्टेडियम इंडिया-इंडिया के नारों से गूंज उठा। इसके बाद ग्रेट ब्रिटेन से पेनाल्टी लेने आए कोनर विलयम्स गोल से चूक गए। वहीं, भारत की तरफ से तीसरा गोल करने आए ललित उपाध्याय ने गोल पोस्ट में गेंद को पहुंचा दिया। इसके बाद पूरा स्टेडियम और खिलाडी झूम उठे और स्कोर 3-2 हो गया। ग्रेट ब्रिटेन की तरफ से चौथा पेनाल्टी शूटआउट करने आए फिलिप रोपर पर ग्रेट ब्रिटेन की उम्मीदें थी। लेकिन रोपर के बेहतरीन शॉट को भारतीय गोल-कीपर ने रोक लिया। अब स्कोर 3-2 ही था। ऐसे में गाजीपुर के रहने वाले राजकुमार पाल को कप्तान ने पेनाल्टी स्ट्रोक लेने के लिए भेजा। राजकुमार पाल ने भी मायूस नहीं किया और ग्रेट ब्रिटेन की हार की इबारत लिख दी। फाइनल स्कोर 4-2 रहा और भारत ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। 162 मैच में अभी तक किए हैं 44 गोल
ललित उपाध्याय ने अपने 10 साल के करियर में अभी तक 162 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। सेंटर फॉरवर्ड खिलाड़ी ललित ने इन मैचों में 44 गोल किए हैं। पिछले ओलिंपिक में ललित ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया था। वाराणसी के यूपी कालेज से शुरू किया था हॉकी
ललित उपाध्याय ने हॉकी का खेल वाराणसी के यूपी कालेज से शुरू किया था। इसके बाद करमपुर, गाजीपुर में हॉकी का ककहरा सीखे और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज पेरिस ओलिंपिक में गोल कर उन्होंने पूरे देश का नाम रोशन कर दिया। इसके बाद से उनके घर में जश्न जैसा माहौल है। अब बात करते हैं राजकुमार के पाल के घर से की घर पर लोग बधाई देने आ रहे पेरिस ओलिंपिक में हॉकी के क्वार्टर फाइनल में इंडिया हॉकी टीम शामिल हो गई। राजकुमार के अंतिम गोल से टीम ने ब्रिटेन को 4-2 से हरा दिया। इससे गाजीपुर के करमपुर गांव में खुशी लहर है। लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं। मां और भाभी ने गोल्ड मेडल जीत के लिए की प्रार्थना घर पर उनकी मां व भाभी ने बच्चों के साथ भगवान को लड्डू का भोग लगाकर पूजा की और आरती उतारी। राजकुमार के अच्छे खेल और टीम इंडिया के गोल्ड मेडल जीत के लिए प्रार्थना की। मां मनराजी देवी व भाभी नीलम पाल ने कहा-हम लोग पूरा मैच देख रहे थे, जैसे ही राजकुमार ने गोल किया। हमारी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। भगवान से प्रार्थना है कि देश की टीम पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीते। राजकुमार के बड़े भाई जोखनपाल के बच्चे वेदिका और वेदांत ने कहा- आरके चाचू ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत कर आना। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर