रोहतक| एमडीयू में बैचलर ऑफ पब्लिक हेल्थ चार वर्षीय पाठ्यक्रम में दाखिले की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। नई शिक्षा नीति 2020 के से संचालित इस पाठ्यक्रम में रिक्त सीटों पर दाखिले के लिए विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। पहली मेरिट लिस्ट 16 सितंबर को जारी की होगी, जबकि पांचवी फिजिकल काउंसलिंग 17 सितंबर को होगी। चयनित विद्यार्थियों को 18 सितंबर तक फीस जमा करानी होगी। यदि सीटें खाली रहती हैं, तो 19 सितंबर को नई सूची जारी होगी। छठी काउंसलिंग 20 सितंबर को होगी। रोहतक| एमडीयू में बैचलर ऑफ पब्लिक हेल्थ चार वर्षीय पाठ्यक्रम में दाखिले की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। नई शिक्षा नीति 2020 के से संचालित इस पाठ्यक्रम में रिक्त सीटों पर दाखिले के लिए विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। पहली मेरिट लिस्ट 16 सितंबर को जारी की होगी, जबकि पांचवी फिजिकल काउंसलिंग 17 सितंबर को होगी। चयनित विद्यार्थियों को 18 सितंबर तक फीस जमा करानी होगी। यदि सीटें खाली रहती हैं, तो 19 सितंबर को नई सूची जारी होगी। छठी काउंसलिंग 20 सितंबर को होगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भाजपा नेता-तहसीलदार विवाद में अगली सुनवाई 13 को:SDM ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कराए, साक्ष्य जुटा रहे, सीसीटीवी की भी जांच होगी
भाजपा नेता-तहसीलदार विवाद में अगली सुनवाई 13 को:SDM ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कराए, साक्ष्य जुटा रहे, सीसीटीवी की भी जांच होगी हरियाणा में करीब 14 दिन पहले भाजपा नेता एडवोकेट लक्ष्मी नारायाण उर्फ घोलू गुर्जर और तहसीलदार के बीच हुए विवाद की जांच शुरू हो गई है। यह मामला करीब एक सप्ताह पहले जनपरिवाद समिति में उठा था। इस पर पंचायत मंत्री कृष्ण पंवार ने SDM ज्योति मित्तल की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई थी, जिसमें जिलाध्यक्ष और बार प्रधान को भी शामिल किया गया था। मंत्री ने कहा था कि अगर जांच में तहसीलदार दोषी मिला तो उसे सस्पेंड किया जाएगा। इस मामले में एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी ने जांच की और दोनों पक्षों को बुलाया गया। वीरवार को एसडीएम के कार्यालय में विधायक रणधीर पनिहार, भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक सैनी और बार एसोसिएशन प्रधान की कमेटी के समक्ष दोनों पक्षों की बात सुनी गई। उनके बयान दर्ज किए गए। अब कमेटी इस पर आगे की कार्रवाई करेगी। इस मामले में तहसील कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे और दोनों पक्षों की ओर से साक्ष्य पेश किए जाएंगे। इस मामले में अगली सुनवाई 13 जनवरी को होगी। भाजपा नेता ने मंत्री के आगे जोड़े थे हाथ
हरियाणा के हिसार में करीब एक सप्ताह पहले जनपरिवाद (ग्रीवेंस) समिति की बैठक में अजीब नजारा देखने मिला था। यहां विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार लोगों की शिकायत सुनने पहुंचे थे। इस दौरान भाजपा के पूर्व जिला सचिव घोलू गुर्जर खड़े होकर अपनी परेशानी सुनाने लगे। उन्होंने मंत्री को बताया कि हिसार तहसीलदार ने उनके साथ बदतमीजी की है। घोलू गुर्जर ने कहा कि तहसीलदार ने न सिर्फ उनके साथ गंदा व्यवहार किया, बल्कि ऑफिस में पानी पीने पर भी उनकी बेइज्जती की। कह रहे थे कि मेरी इजाजत के बिना तुमने पानी कैसे पी लिया? घोलू गुर्जर ने मंत्री के आगे हाथ जोड़ते हुए कहा था कि मैं भाजपा का नेता हूं। मैंने पूरी जिंदगी ईमानदारी से काम किया है। तहसीलदार ने मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है। इस पर एक्शन होना चाहिए। तहसीलदार पर भाजपा नेताओं ने भी लगाए आरोप
घोलू ने तहसीलदार पर करप्शन के आरोप लगाए। वहीं, नायाब तहसीलदार ने मीटिंग में तहसीलदार का पक्ष रखते हुए मामले को बेबुनियाद बताया। घोलू गुर्जर के समर्थन में भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी और ग्रीवेंस कमेटी के मेंबर भी बोले। उन्होंने कहा कि तहसीलदार उनके साथ भी दुर्व्यवहार कर चुका है। इस पर मंत्री ने SDM ज्योति मित्तल की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई, जिसमें जिलाध्यक्ष और बार प्रधान को भी शामिल किया गया। 14 दिन पहले तहसील ऑफिस में हो गया था विवाद
गौरतलब है कि हिसार में तहसील कार्यालय में भाजपा नेता लक्ष्मी नारायण उर्फ घोलू गुर्जर और तहसीलदार राकेश मलिक के बीच विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया था कि तहसीलदार ने सिविल लाइन थाने के SHO को मौके पर बुला लिया।
वहीं, भाजपा नेता ने भी अपने साथी एडवोकेट को फोन कर दिया। बार एसोसिएशन प्रधान विनय बिश्नोई, उप-प्रधान विनोद सहित अन्य पदाधिकारी और एडवोकेट मौके पर पहुंच गए। इसके बाद काफी देर तक हंगामा होता रहा।
बाद में तहसीलदार राकेश और भाजपा नेता लक्ष्मी नारायण ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दे दी। इस घटना के बाद वकीलों ने बैठक कर बार में वर्क सस्पेंड कर दिया था। करीब 3 दिन से हिसार बार में वर्क सस्पेंड रहा।

यमुनानगर के थर्मल प्लांट की कहानी:PM मोदी ने झारखंड शिफ्ट करने को कहा था, आज आधारशिला रखी; खट्टर की करीबी हरियाणा के काम आई
यमुनानगर के थर्मल प्लांट की कहानी:PM मोदी ने झारखंड शिफ्ट करने को कहा था, आज आधारशिला रखी; खट्टर की करीबी हरियाणा के काम आई हरियाणा के यमुनानगर में जिस 800 मेगावाट के नए थर्मल प्लांट की PM नरेंद्र मोदी ने आधारशिला रखी, कभी प्रधानमंत्री ने ही इसे झारखंड में लगाने का आदेश दिया था। ये बात जून 2023 की है उस दिन दिल्ली में पावर प्लांट्स को लेकर PM मोदी की अध्यक्षता में बड़ी बैठक हुई। बैठक में हरियाणा के पावर सेक्टर के तत्कालीन चेयरमैन पीके दास भी शामिल हुए। PM का आदेश मिला- “यमुनानगर का प्लांट झारखंड के पिटहेड में शिफ्ट किया जाए।” अचानक आया यह आदेश हरियाणा सरकार के लिए बड़ा झटका था, क्योंकि ये प्लांट हरियाणा के यमुनानगर में प्रस्तावित हुआ था। हरियाणा सरकार यमुनानगर में प्लांट लगाने की पूरी तैयारी करके बैठी थी, इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया था। इसे लेकर सूबे में सियासी घमासान मच गया था। विपक्षी दलों ने तत्कालीन BJP-JJP गठबंधन की सरकार पर जमकर हमला बोल दिया था। इसके बाद शुरू हुई प्रस्ताव को बचाने की कोशिश। थर्मल प्लांट हरियाणा में ही कैसे लगा, इसकी पूरी कहानी…. 5 पाइंट्स में पढ़िए प्लांट को बचाने के लिए क्या-क्या हुआ… 1. खट्टर ने डिटेल्ड रिपोर्ट तैयार करवाई
जिस वक्त प्लांट झारखंड शिफ्ट करने के आदेश हुए, मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के सीएम थे। उन्हें इसका पता लगा तो उन्होंने तुरंत प्लांट के लिए प्रपोजल रिपोर्ट तैयार कराई। फिर केंद्र सरकार से बात करने का फैसला किया। इसके बाद सूबे की टॉप ब्यूरोक्रेसी और बिजली कंपनियों से जुड़े अफसरों ने एक डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की। तब खट्टर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजदीकियां काफी काम आई। हरियाणा सरकार की ओर से PM मोदी के सामने अपना पक्ष रखा। 2. प्लांट शिफ्ट होने से सालाना 180 करोड़ का नुकसान
हरियाणा सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपी गई। इसमें बताया गया कि झारखंड में बिजली प्लांट लगाने से हरियाणा पर सालाना 180 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। दलील दी गई कि यमुनानगर में प्लांट लगने से लगभग 4,500 करोड़ रुपए की बचत सरकार को होगी। इससे राज्य उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा। इन्हीं आर्थिक कारणों को बताते हुए केंद्र से इस प्लांट को हरियाणा के यमुनानगर में ही लगाने की सिफारिश की गई। 3. झारखंड में प्लांट लगाने से लागत बढ़ेगी
इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी तर्क दिया गया कि चूंकि झारखंड एक पिटहेड लोकेशन है, वहां से हरियाणा तक बिजली की आपूर्ति ग्रिड के माध्यम से करने में भारी खर्च आएगा, जिससे न केवल बिजली महंगी होगी, बल्कि उसकी आपूर्ति में भी तकनीकी चुनौतियां आएंगी। इस आधार पर हरियाणा सरकार ने केंद्र से अनुरोध किया कि यह थर्मल पावर प्लांट यमुनानगर में ही स्थापित किया जाए, ताकि राज्य को सस्ती और स्थायी बिजली मिलती रहे। 4. मंजूरी के बाद BHEL को मिला टेंडर
राज्य सरकार की दलीलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2023 में ही प्लांट के विस्तार को हरियाणा में ही मंजूरी दे दी। इसके बाद फरवरी 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई हाईपावर परचेज कमेटी (HPGCL) की बैठक में 800 मेगावाट यूनिट की क्षमता की नई यूनिट के लिए टेंडर जारी करने पर मुहर लगी। दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट, यमुनानगर में ही यूनिट बनाने के लिए टेंडर का कार्य भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को 6900 करोड़ रुपए में देने की अनुमति दी। बीएचईएल इस काम को 57 महीने में पूरा करेगी। 5. NOC नहीं मिलने से नाराज हो गए थे खट्टर
करीब 10 महीने पहले फरवरी में टेंडर अलॉट होने के बावजूद थर्मल प्लांट का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। इसकी वजह प्लांट को लेकर पर्यावरण विभाग की NOC को बताया गया था। इस खुलासे के बाद खट्टर नाराज हो गए थे। उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के प्रति अधिकारियों की ढिलाई को देखकर जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद अधिकारी हरकत में आए और 2025 में NOC का काम पूरा हुआ था। 4 इन्फोग्राफिक्स से थर्मल प्लांट के बारे में जानिए

जींद में भाजपा जिला अध्यक्ष की घोषणा:दोबारा से तिजेंद्र ढुल को दी जिम्मेदारी; महामंत्री समेत 21 ने किया था आवेदन
जींद में भाजपा जिला अध्यक्ष की घोषणा:दोबारा से तिजेंद्र ढुल को दी जिम्मेदारी; महामंत्री समेत 21 ने किया था आवेदन जींद में तिजेंद्र ढुल को दोबारा से भाजपा का जिला अध्यक्ष बनाया गया है। भाजपा जिला महामंत्री डा. राज सैनी, नरेंद्र पहल, पुष्पा तायल समेत 21 नेताओं ने आवेदन किया था।
पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद राजू मोर की जगह तिजेंद्र ढुल को जिलाध्यक्ष बनाया गया था। उनके कार्यकाल में भाजपा ने जींद जिले की पांच में से चार विधानसभा सीट जीती। वहीं जुलाना नगरपालिका चुनाव में भाजपा का ही चेयरमैन बना है। विधानसभा और नगरपालिका चुनाव में बेहतर प्रदर्शन का पार्टी ने उन्हें इनाम दिया है। रविवार को जिला संगठन चुनाव अधिकारी कविता जैन और जिला प्रभारी मदन गोयल की उपस्थिति में नामांकन लिए गए थे। जिलाध्यक्ष तिजेंद्र ढुल ने कहा कि उन्होंने दोबारा से जिला अध्यक्ष बनने की इच्छा जताते हुए आवेदन किया था। भाजपा जैसी बड़ी पार्टी में जिलाध्यक्ष के रूप में काम करना बड़े सम्मान की बात है। संगठन का जो फैसला है, उस पर खरा उतरने का काम करेंगे और वह संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे।