ब्रिटेन में कबड्‌डी हिंसा में 7 इंडियन दोषी:पिछले साल अगस्त में प्लानिंग बनाकर हमला किया, हिंसा फैलाने-हथियार रखने का आरोप, सजा जल्द

ब्रिटेन में कबड्‌डी हिंसा में 7 इंडियन दोषी:पिछले साल अगस्त में प्लानिंग बनाकर हमला किया, हिंसा फैलाने-हथियार रखने का आरोप, सजा जल्द

इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स के डर्बी में एक कबड्डी टूर्नामेंट में हिंसक घटना में शामिल होने के लिए 24 से 36 साल की उम्र के सात भारतीय मूल के पुरुषों को दोषी ठहराया गया है। सात में से दो भारतीय मूल के खिलाड़ी परमिंदर सिंह (25) और मलकीत सिंह (24) को हिंसक अव्यवस्था और बंदूक रखने का दोषी ठहराया गया था। जबकि पांच भारतीय मूल के खिलाड़ियों करमजीत सिंह (36), बलजीत सिंह (33), हरदेव उप्पल (34), जगजीत सिंह (31) और दूधनाथ त्रिपाठी (30) को तेजधार हथियार रखने सहित विभिन्न अपराधों के लिए दोषी ठहराया। डर्बीशायर पुलिस ने बताया कि पिछले साल अगस्त में अल्वास्टन टूर्नामेंट में दो समूहों के बीच हिंसा भड़क उठी थी, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए थे। सभी सातों लोगों को कुछ दिनों बाद डर्बी क्राउन कोर्ट में सजा सुनाई जाएगी। घटना के बाद कई लोग हुए थे घायल इंग्लैंड मीडिया को डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर मैट क्रूम ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि एक खेल कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों के लिए जो दिन सुखद होना चाहिए था, जो एक बड़े हिंसक घटनाक्रम में बदल गया। जिसमें कई लोग घायल हो गए। हम उन सभी के बहुत आभारी हैं जिन्होंने हमारी पूछताछ में मदद की है। पहले से बनाई गई थी योजना घटना से पहले ब्रंसविक स्ट्रीट डर्बी में एक समूह बैठक की गई थी। जिसमें इस घटना को अंजाम देने के लिए योजना तैयार की गई थी। 25 वर्षीय परमिंदर सिंह को ड्रोन फुटेज में एक बाड़े की ओर जाते हुए कैद किया गया था। जहां बाद में पुलिस को एक बैग मिला। जिसमें एक भरी हुई अर्ध-स्वचालित पिस्तौल थी। जिस पर उसका डीएनए था। झगड़े के दौरान परमिंदर की कमर में गोली लग गई, जिसके बाद उसका इलाज करवाया गया। 24 वर्षीय मलकीत सिंह हिंसा में शामिल था और उसे सिर पर चोट लगी थी। इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स के डर्बी में एक कबड्डी टूर्नामेंट में हिंसक घटना में शामिल होने के लिए 24 से 36 साल की उम्र के सात भारतीय मूल के पुरुषों को दोषी ठहराया गया है। सात में से दो भारतीय मूल के खिलाड़ी परमिंदर सिंह (25) और मलकीत सिंह (24) को हिंसक अव्यवस्था और बंदूक रखने का दोषी ठहराया गया था। जबकि पांच भारतीय मूल के खिलाड़ियों करमजीत सिंह (36), बलजीत सिंह (33), हरदेव उप्पल (34), जगजीत सिंह (31) और दूधनाथ त्रिपाठी (30) को तेजधार हथियार रखने सहित विभिन्न अपराधों के लिए दोषी ठहराया। डर्बीशायर पुलिस ने बताया कि पिछले साल अगस्त में अल्वास्टन टूर्नामेंट में दो समूहों के बीच हिंसा भड़क उठी थी, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए थे। सभी सातों लोगों को कुछ दिनों बाद डर्बी क्राउन कोर्ट में सजा सुनाई जाएगी। घटना के बाद कई लोग हुए थे घायल इंग्लैंड मीडिया को डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर मैट क्रूम ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि एक खेल कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों के लिए जो दिन सुखद होना चाहिए था, जो एक बड़े हिंसक घटनाक्रम में बदल गया। जिसमें कई लोग घायल हो गए। हम उन सभी के बहुत आभारी हैं जिन्होंने हमारी पूछताछ में मदद की है। पहले से बनाई गई थी योजना घटना से पहले ब्रंसविक स्ट्रीट डर्बी में एक समूह बैठक की गई थी। जिसमें इस घटना को अंजाम देने के लिए योजना तैयार की गई थी। 25 वर्षीय परमिंदर सिंह को ड्रोन फुटेज में एक बाड़े की ओर जाते हुए कैद किया गया था। जहां बाद में पुलिस को एक बैग मिला। जिसमें एक भरी हुई अर्ध-स्वचालित पिस्तौल थी। जिस पर उसका डीएनए था। झगड़े के दौरान परमिंदर की कमर में गोली लग गई, जिसके बाद उसका इलाज करवाया गया। 24 वर्षीय मलकीत सिंह हिंसा में शामिल था और उसे सिर पर चोट लगी थी।   पंजाब | दैनिक भास्कर