हिमाचल प्रदेश में भरमौर के लूना छतराडी संपर्क मार्ग पर आज सुबह करीब 11:00 बजे एक पिकअप दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार चार लोग बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू करके मेडिकल हॉस्पिटल चंबा भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक, सुबह दुर्घटनाग्रस्त पिकअप छतराडी से लूना की तरफ जा रही थी कि अचानक अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई से होते हुए पठानकोट-भरमौर नेशनल हाईवे पर गिर गई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर तुरंत रेस्क्यू करते हुए घायलों को उठाकर निजी गाड़ियों में इलाज के लिए चंबा भेज दिया है । हालांकि उक्त चार व्यक्तियों में से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। बहरहाल घटनास्थल पर अभी तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। एक घायल की नहीं हो सकी पहचान घायलों में विकास निवासी गांव लूना ग्राम पंचायत सैहली, रंजीत निवासी बसौली जम्मू कश्मीर और रिंकू गांव तरेला ग्राम पंचायत औराफाटी के रूप में हुई है। घायल चौथे व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी है। गौरतलब है जिस वक्त यह गाड़ी हादसे का शिकार हुई उस वक्त पठानकोट भरमौर नेशनल हाईवे पर एक गाड़ी खड़ी थी जिसके ऊपर से पिकअप जा गिरी और वहीं पर एक अन्य व्यक्ति खाना खा रहा था जो इस हादसे के वक्त बाल बाल बच गया। हिमाचल प्रदेश में भरमौर के लूना छतराडी संपर्क मार्ग पर आज सुबह करीब 11:00 बजे एक पिकअप दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार चार लोग बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू करके मेडिकल हॉस्पिटल चंबा भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक, सुबह दुर्घटनाग्रस्त पिकअप छतराडी से लूना की तरफ जा रही थी कि अचानक अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई से होते हुए पठानकोट-भरमौर नेशनल हाईवे पर गिर गई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर तुरंत रेस्क्यू करते हुए घायलों को उठाकर निजी गाड़ियों में इलाज के लिए चंबा भेज दिया है । हालांकि उक्त चार व्यक्तियों में से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। बहरहाल घटनास्थल पर अभी तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। एक घायल की नहीं हो सकी पहचान घायलों में विकास निवासी गांव लूना ग्राम पंचायत सैहली, रंजीत निवासी बसौली जम्मू कश्मीर और रिंकू गांव तरेला ग्राम पंचायत औराफाटी के रूप में हुई है। घायल चौथे व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी है। गौरतलब है जिस वक्त यह गाड़ी हादसे का शिकार हुई उस वक्त पठानकोट भरमौर नेशनल हाईवे पर एक गाड़ी खड़ी थी जिसके ऊपर से पिकअप जा गिरी और वहीं पर एक अन्य व्यक्ति खाना खा रहा था जो इस हादसे के वक्त बाल बाल बच गया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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सोलन में मुनाफा का लालच देकर लाखों की ठगी:हर महीने 7% ब्याज देने का किया था वादा, कंपनी भागी विदेश; हेड ऑफिस भी सील
सोलन में मुनाफा का लालच देकर लाखों की ठगी:हर महीने 7% ब्याज देने का किया था वादा, कंपनी भागी विदेश; हेड ऑफिस भी सील हिमाचल के सोलन जिला के अर्की में एक कंपनी चलाने वाले ने युवक के साथ लाखों की ठगी करके फरार हो गया। आरोपी ने कई लोगों से पैसे लिया था और उनसे वादा किया था कि हर महीने 7% प्रतिशत के हिसाब से उनको ब्याज देगा। शुरुआत में कुछ दिनों तक तो ब्याज के पैसे आते रहे लेकिन बाद में बंद हो गए, फिर कंपनी चलाने वाला फरार हो गया और उसका हेड ऑफिस भी सील कर दिया गया। पीड़ितों ने पुलिस को इसकी शिकायत दी है। पहले जमा करवाए 3 लाख रुपए
ठगी के शिकार हुए लोगों की शिकायत पर अर्की थाने में कंपनी के स्थानीय एजेंट और संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार अर्की के कोठी गांव निवासी जगदीश ठाकुर ने शिकायती दिया कि उसने मझियार निवासी खेमचंद के बैंक खाते में इस आश्वासन पर 3 लाख रुपए जमा करवाए थे कि वह चंडीगढ़ की QFX Tech Services Co. का एजेंट है और उसकी कंपनी उसके द्वारा जमा की गई धनराशि के बदले इसके बैंक खाता में 7% मासिक ब्याज भेजती रहेगी। बाद में झांसा देकर और जमा करवाए 7 लाख
शिकायतकर्ता ने बताया कि 3 लाख रुपए जमा करवाने के बाद आरोपी ने उसे बहला फुसलाकर कंपनी के खाते में और 7 लाख रुपए जमा करवाए। जगदीश ठाकुर के अनुसार कुछ समय तक उनके बैंक खाते में जमा करवाई गई राशि का ब्याज आता रहा लेकिन बाद में ब्याज आना बंद हो गया। जगदीश ठाकुर ने बताया कि आरोपी खेमचंद ने कुनिहार के कुछ अन्य लोगों के भी लाखों रुपए उकसा कर QFX Tech Services Co. में निवेश करवाया है। कई लोग हुए ठगी के शिकार
पड़ताल करने पर उसे पता चला कि QFX Tech Services Co. के मालिक विदेश भाग गए हैं तथा कंपनी का चंडीगढ़ कार्यालय भी सील हो गया है। खेमचन्द द्वारा QFX CO. के मालिक राजेन्द्र सूद, विनित कुमार, सन्तोष कुमार के साथ मिलकर धोखाधड़ी से इन सबके पैसे QFX CO. में जमा करवाए गए हैं। इस मामले में पुलिस थाना कुनिहार में मामला दर्ज कर लिया गया, पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
हिमाचल में इस मानसून सीजन में 103 लोगों की मौत:54 की सड़क हादसों में गई जान; 380 करोड़ की संपत्ति तबाह, मानसून पड़ा कमजोर
हिमाचल में इस मानसून सीजन में 103 लोगों की मौत:54 की सड़क हादसों में गई जान; 380 करोड़ की संपत्ति तबाह, मानसून पड़ा कमजोर हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। मगर मानसून सीजन के दौरान 103 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, इनमें 54 लोगों की जान सड़क दुर्घटनाओं में गई है, जबकि 49 लोगों की मौत अन्य कारणों से हुई है। भारी बारिश के बाद फ्लैश फ्लड में सिरमौर जिला में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पानी में डूबने से 15 लोगों की मौत, सांप के काटने से 7, करंट लगने से 6, पेड़ व ऊंचाई से गिरने से 18 तथा 2 की मौत अन्य कारणों से हुई है। कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा 19 लोगों की जान गई है। मंडी में 13, सिरमौर व ऊना जिला में 9-9 की मौत हो चुकी है। इस दौरान 177 लोग घायल और तीन लापता हुए है। पूरे मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में 14 लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि 74 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। प्रदेश में अब तक 389 करोड़ रुपए की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति को भी बरसात में नुकसान पहुंचा है। 6 दिन तक एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी वहीं मौसम विभाग की माने तो अगले छह दिन तक प्रदेश के कुछेक स्थानों पर ही भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। ज्यादातर इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान नहीं है। आज चंबा, कांगड़ा व सिरमौर जिला में एक-दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। अन्य स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। कांगड़ा जिला में छह दिनों के दौरान अच्छी बारिश प्रदेश में फिलहाल मानसून धीमा पड़ा हुआ है। इस सीजन में अब तक नॉर्मल से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। कांगड़ा जिला में भी पूरे मानसून सीजन में नॉर्मल से कम बारिश हुई है। मगर कांगड़ा में बीते पांच-छह दिनों के दौरान अच्छी बारिश हुई है। प्रदेश में 47 सड़कें बंद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक प्रदेश में 47 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी है। इनमें 20 सड़कें हमीरपुर जोन, 14 सड़कें मंडी जोन, 10 सड़कें 10 कांगड़ा जोन और शिमला जोन में 3 सड़कें बंद है।
हिमाचल के 2 IAS को दिल्ली में तैनाती:मनीष गर्ग डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर, अमनदीप एडिशनल सेक्रेटरी केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन नियुक्त
हिमाचल के 2 IAS को दिल्ली में तैनाती:मनीष गर्ग डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर, अमनदीप एडिशनल सेक्रेटरी केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन नियुक्त केंद्रीय कैबिनेट कमेटी (ACC) ने हिमाचल कैडर के 2 सीनियर IAS की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। ACC की हरी झंडी के बाद हिमाचल के साल 1996 बैच के मनीष गर्ग और वर्ष 1999 बैच के अमनदीप गर्ग अब केंद्र में सेवाएं देंगे। प्रदेश में दोनों अधिकारी प्रिंसिपल सेक्रेटरी रेंक के हैं। हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग की तैनाती केंद्रीय चुनाव आयोग में डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर के तौर पर हुई है। उन्हें वेतन एडिशनल सेक्रेटरी रेंक का मिलेगा। स्टेट में वन, कार्मिक और PWD महकमा देख रहे अमनदीप गर्ग को एडिश्नल सेक्रेटरी केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में तैनाती दी गई है। प्रदेश सरकार द्वारा रिलीव करने के बाद दोनों दिल्ली में सेवाएं देंगे। हिमाचल सरकार की बढ़ेगी मुश्किलें इनके दिल्ली जाने से सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि हिमाचल सरकार सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। प्रदेश के नौकरशाह एक-एक कर दिल्ली जा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद लगभग 20 महीने में ही 7 आईएएस प्रदेश छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। ACC ने 2 अन्य IAS को तैनाती दे दी है। 5 अन्य शैनोमोल, रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय, प्रियतु मंडल और अरिंदम चौधरी ने सेंटर डेपुटेशन पर जाने की राज्य सरकार से अनुमति मांग रखी है। मनीष गर्ग और अमनदीप गर्ग के दिल्ली जाने के बाद प्रदेश में जल्द बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा। 17 IAS पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में हिमाचल कैडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक और पंकज राय सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। बीते माह ही 2014 बैच के आईएएस आशुतोष गर्ग को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का निजी सचिव नियुक्त किया है। IAS की सेंक्शन स्ट्रेंथ 153 हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 2 IAS के जाने के बाद यह 109 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर पर के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं।