पंजाब के जालंधर में उपचुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल में चल रही खींचतान के बीच वरिष्ठ अकाली नेता गुरचरण सिंह परमार अपने परिवार सहित आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। परिवार पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के सहयोग से आप में शामिल हुआ (पूरी खबर पढ़ें) कपूरथला में ATM से 25 लाख की लूट:गैस कटर के मशीन को काटा पंजाब के कपूरथला जिले की सबडिवीजन फगवाड़ा में एक एसबीआई के एटीएम को चोरों ने निशाना बनाकर 25.27 लाख की नगदी लूट कर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। वहीं एसपी फगवाड़ा रुपिंदर भट्टी ने चोरों को जल्द काबू किए जाने का दावा किया है (पूरी खबर पढ़ें) फतेहाबाद में व्यापारियों ने बंद किया बाजार, चोरी की घटना से परेशान होकर उठाया कदम हिसार के बाद आज फतेहाबाद के जाखल कस्बे में लोगों ने बढ़ती चोरियों के खिलाफ बाजार बंद रखा। व्यापारियों ने पिछले दिन आह्वान किया था कि आज कोई भी दुकानदार अपनी दुकान नहीं खोलेगा। आज रविवार सुबह पूरा बाजार बंद नजर आया (पूरी खबर पढें) पंजाब के जालंधर में उपचुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल में चल रही खींचतान के बीच वरिष्ठ अकाली नेता गुरचरण सिंह परमार अपने परिवार सहित आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। परिवार पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के सहयोग से आप में शामिल हुआ (पूरी खबर पढ़ें) कपूरथला में ATM से 25 लाख की लूट:गैस कटर के मशीन को काटा पंजाब के कपूरथला जिले की सबडिवीजन फगवाड़ा में एक एसबीआई के एटीएम को चोरों ने निशाना बनाकर 25.27 लाख की नगदी लूट कर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। वहीं एसपी फगवाड़ा रुपिंदर भट्टी ने चोरों को जल्द काबू किए जाने का दावा किया है (पूरी खबर पढ़ें) फतेहाबाद में व्यापारियों ने बंद किया बाजार, चोरी की घटना से परेशान होकर उठाया कदम हिसार के बाद आज फतेहाबाद के जाखल कस्बे में लोगों ने बढ़ती चोरियों के खिलाफ बाजार बंद रखा। व्यापारियों ने पिछले दिन आह्वान किया था कि आज कोई भी दुकानदार अपनी दुकान नहीं खोलेगा। आज रविवार सुबह पूरा बाजार बंद नजर आया (पूरी खबर पढें) हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला मस्जिद विवाद में आज आएगा फैसला:MC आयुक्त से अवैध हिस्सों को सील करने की मांग, मस्जिद कमेटी बोले- कोर्ट का आदेश मानेंगे
शिमला मस्जिद विवाद में आज आएगा फैसला:MC आयुक्त से अवैध हिस्सों को सील करने की मांग, मस्जिद कमेटी बोले- कोर्ट का आदेश मानेंगे हिमाचल प्रदेश के शिमला के संजौली मस्जिद विवाद में आज नगर निगम (MC) आयुक्त भूपेंद्र अत्री अपना फैसला सुना सकते हैं, क्योंकि संजौली मस्जिद कमेटी और वक्फ बोर्ड अवैध हिस्से को सील करने की सिफारिश कर चुका है। संजौली में बीते 11 सितंबर को हिंदू संगठनों के उग्र प्रदर्शन के अगले ही दिन मस्जिद कमेटी MC आयुक्त से मिलने पहुंची और कहा, जब तक कोर्ट का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक अवैध हिस्से को सील किया जाए। कोर्ट यदि मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने को आदेश देगा तो मस्जिद कमेटी इसके लिए तैयार है। मस्जिद कमेटी के बाद यह बात वक्फ बोर्ड भी मान चुका है। लिहाजा आज इस मामले में फैसला आना संभावित माना जा रहा है। 1947 से पहले की बनी हुई है मस्जिद संजौली मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। तब यहां कच्ची व दो मंजिला मस्जिद थी। 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी। अब मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम 35 बार अवैध रोकने के नोटिस दे चुका है। 2 गुटों में मारपीट से उग्र हुए हिंदू संगठन ताजा विवाद 31 अगस्त से शुरू हुआ, जब मैहली में 2 गुटों के बीच मारपीट हुई। इस मामले में हिंदू संगठन और स्थानीय लोगों ने 1, 5 और 11 सितंबर को शिमला में प्रदर्शन कर अवैध मस्जिद को गिराने की मांग की। 11 सितंबर के उग्र प्रदर्शन में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त झड़प हुई और पुलिस को हल्के बल प्रयोग व वाटर कैनन का इस्तेमाल तक करना पड़ा। MC आयुक्त ने JE को दिए फ्रैश स्टेट्स रिपोर्ट देने के आदेश इसी मामले में 7 सितंबर को MC कमिश्नर कोर्ट में सुनवाई हुई और संबंधित जेई को फ्रैश स्टेट्स रिपोर्ट देने के आदेश दिए। इस बीच 12 सितंबर को मुस्लिम समुदाय खुद अवैध हिस्से को सील करने की बात कह चुका है। शिमला से दूसरे शहरों में सुलगी चिंगारी संजौली मस्जिद के विवाद में शिमला से सुलगी चिंगारी दूसरे शहरों में भी सुलगी चुकी है। हिंदू संगठनों ने प्रदेशभर में अवैध मस्जिद गिराने, बाहरी लोगों की वैरिफिकेशन के लिए जगह जगह प्रदर्शन किए और व्यापारियों ने दुकानें बंद रख कर रोष जाहिर किया। मंडी में अवैध मस्जिद तोड़ने का काम शुरू मंडी में मुस्लिम समुदाय ने कोर्ट का फैसला आने से पहले ही PWD की जमीन पर अतिक्रमण करके लगाई गई दीवार को तोड़ना शुरू कर दिया है। बीते शनिवार को कोर्ट ने मंडी की अवैध मस्जिद को तोड़ने के आदेश दिए। MC आयुक्त कोर्ट में 45 बार लग चुकी पेशी इसके बाद अवैध मस्जिद को गिराने का काम भी शुरू हो गया है। प्रदेशवासियों की नजरें अब संजौली मस्जिद को लेकर कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है। MC आयुक्त कोर्ट में संजौली मस्जिद मामले में बीते 14 सालों से सुनवाई चल रही है और अब तक 45 पेशी लग चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र:एक बूथ पर हेलिकॉप्टर तो दूसरे पर नांव से पहुंची पोलिंग टीमें; खतरनाक नाला-पहाड़ भी पार किया
हिमाचल प्रदेश में विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र:एक बूथ पर हेलिकॉप्टर तो दूसरे पर नांव से पहुंची पोलिंग टीमें; खतरनाक नाला-पहाड़ भी पार किया हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं, जहां मतदान करवाना चुनौती से कम नहीं। राज्य में एक पोलिंग बूथ ऐसा है, जहां हेलिकॉप्टर से पहुंचा जा सकता है। एक मतदान केंद्र में नाव से साढ़े 5 किलोमीटर का सफर कर पोलिंग पार्टी पहुंच पाई हैं। प्रदेश में दर्जनों ऐसे पोलिंग बूथ हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को ऊंचे-ऊंचे पहाड़, खतरनाक नदी-नाले और बर्फ के पहाड़ पार कर पहुंचना पड़ा। यही नहीं, विश्व का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थापित मतदान केंद्र भी हिमाचल के लाहौल-स्पीति जिले में है। कुछ रोचक पोलिंग स्टेशनों के बारे में भास्कर की रिपोर्ट.. बड़ा भंगाल में हेलिकॉप्टर से पहुंचा मतदान दल
हिमाचल के कांगड़ा जिला में अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लिए पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से भेजी गई है। गुरुवार शाम को मतदान दल EVM के साथ हेलिकॉप्टर में बड़ा भंगाल के लिए उड़ा। यह टीम आज शाम तक पोलिंग बूथ को वोटिंग के लिए तैयार करेगा। शनिवार को वोटिंग के बाद पोलिंग पार्टी बड़ा भंगाल में ही नाइट स्टे करेगी। 2 जून को पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से ही वापस बैजनाथ लौटेंगी। पैदल बड़ा भंगाल पहुंचने में लगते हैं 3 दिन
बड़ा भंगाल हिमाचल का इकलौता ऐसा मतदान केंद्र है, जहां पोलिंग पार्टी हेलिकॉप्टर से पहुंचाई जाती है। वापस भी हेलिकॉप्टर से ही लाई जाती है। सड़क कनेक्टिविटी न होने की वजह से यहां से लोगों का जीवन भी कठिनाइयों से भरा रहता है। बैजनाथ से बड़ा भंगाल पैदल पहुंचने में कम से कम 3 दिन लगते हैं। आधे रास्ते में एक नाइट का स्टे करना पड़ता है। यहां नेता भी वोट मांगने नहीं पहुंच पाते
बैजनाथ से बरोट-मुल्थान होते हुए गड़सापुल तक सड़क से पहुंचा जा सकता है, लेकिन यहां से आगे 3 दिन पैदल चलना पड़ता है। इस वजह से यहां चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी वोट मांगने नहीं पहुंच पाते हैं। बताया जाता है कि पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल, वूल फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी नेता त्रिलोक कपूर और बैजनाथ के पूर्व विधायक मुल्ख राज प्रेमी जरूर यहां एक बार वोट मांगने पहुंचे थे। मगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ज्यादातर बार कोई कैंडिडेट यहां नहीं पहुंच पाता। कुठेड़ा पोलिंग बूथ को नाव से पहुंची टीम
कांगड़ा जिला के फतेहपुर विधानसभा में कुठेड़ा पोलिंग बूथ को पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टी को नाव का सहारा लेना पड़ा। इस टीम की वापसी भी नाव से ही हो पाएगी। यह पोलिंग बूथ पौंग डैम के टापू पर बनाया गया है। मतदान कर्मियों को लगभग साढ़े 5 किलोमीटर का सफर नाव में करना पड़ा। तब जाकर कर्मचारी पोलिंग बूथ तक पहुंच पाए। एहलमी पहुंचने को 15KM पैदल चलना पड़ता है
मंडी लोकसभा के अंतर्गत चंबा जिले की भरमौर विधानसभा के मैहला खंड में एहलमी मतदान केंद्र तक पोलिंग पार्टी 15 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंची है। वहीं, शिमला जिले में डोडराक्वार में पंडार और कुल्लू जिले में शाकटी मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां पहुंचने के लिए मतदान दलों को 11 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। उधर, कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत भटियात विधानसभा क्षेत्र में चक्की मतदान केंद्र पर 13 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचना पड़ता है। इन जिलों में भी खतरनाक रास्तों से पहुंची पोलिंग पार्टियां
मंडी, शिमला, कुल्लू, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, चंबा और किन्नौर जिले में दर्जन भर ऐसे पोलिंग बूथ हैं, जहां पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को खतरनाक नदियों को पार करना पड़ा। बर्फ के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चढ़ने पड़े। खतरनाक व जोखिम भरे रास्तों से सफर तय कर मंजिल पहुंचना पड़ा। सामान ढोने की स्पेन का भी सहारा लिया। हिमाचल में दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई वाला पोलिंग बूथ
विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर पोलिंग बूथ हिमाचल के लाहौल-स्पीति के ताशीगंग में है। इस मतदान केंद्र में कुल 62 मतदाता हैं। यहां 37 पुरुष और 25 महिला मतदाता हैं। यह मतदान केंद्र समुद्र तल से 15,256 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस केंद्र को सीनियर सिटीजन और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए मॉडल पोलिंग बूथ बनाया गया है। इस पोलिंग बूथ के लिए भी गुरुवार को ही मतदान दल रवाना कर दिया गया है।
हिमाचल में M.Ed. में एडमिशन के लिए 13 को काउंसिलिंग:HPU हॉल में होगी; एंट्रेंस टेस्ट पास अभ्यर्थियों को शैक्षणिक दस्तावेजों के साथ पहुंचना होगा
हिमाचल में M.Ed. में एडमिशन के लिए 13 को काउंसिलिंग:HPU हॉल में होगी; एंट्रेंस टेस्ट पास अभ्यर्थियों को शैक्षणिक दस्तावेजों के साथ पहुंचना होगा हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU) ने M.Ed. (मास्टर ऑफ एजुकेशन) में एडमिशन के लिए काउंसिलिंग की डेट तय कर दी है। HPU के डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन के अनुसार, M.Ed. के लिए 13 नवंबर को काउंसिलिंग की जाएगी। एंट्रेंस टेस्ट पास करने वाले सभी अभ्यर्थियों को सुबह 11 बजे सभी शैक्षणिक दस्तावेजों के साथ डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन के समरहिल यूनिवर्सिटी के हॉल में आना होगा। बता दें कि HPU प्रशासन बीते माह ही M.Ed. में दाखिले के लिए एंट्रेंस टेस्ट ले चुका है। इसके आधार पर इच्छुक छात्र-छात्राओं को M.Ed. में दाखिला दिया जाएगा। एंट्रेंस टेस्ट में जनरल कैटेगरी के लिए 40% अंक अनिवार्य डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन डॉ. चमन लाल ने बताया कि एंट्रेंस टेस्ट में 40 प्रतिशत अंक वाले जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थी काउंसिलिंग में भाग ले सकेंगे। इसी तरह अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति श्रेणी के 35 प्रतिशत अंक पाने वाले अभ्यर्थी इस काउंसिलिंग में बैठ पाएंगे। M.Ed. में दाखिला मेरिट के आधार पर दिया जाएगा। प्रदेश में M.Ed. की 300 सीटें हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में M.Ed. की 50 सीटें है, जबकि लगभग 250 सीटें HPU से हिमाचल के कालेजों में है। कुल मिलाकर यह काउंसिलिंग लगभग 300 सीटों के लिए होगी। HPU में होने वाली काउंसिलिंग के आधार पर ही कालेजों में भी सीटें भरी जाएगी।