मेरठ में 21 जून को ब्रहमपुरी के इंदिरा नगर में हुए ब्लाइंड मर्डर में पुलिस आरोपी तक पहुंच गई है। पुलिस ने पूरे मामले में मृतक सुनीता के सगे भाई उपेंद्र मिश्रा को अरेस्ट किया है। उपेंद्र के पास पुलिस को सुनीता के घर से लूटी कुछ ज्वैलरी भी मिली है। पुलिस ने पड़ोसियों के मकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसके आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंची है।
आरोपी उपेंद्र आर्मी से रिटायर है फिलहाल दिल्ली के एक मॉल में जॉब करता है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
बेडरूम में मिली थी गोली लगी लाश इंदिरा नगर निवासी राधेश्याम मिश्रा जो कैलाश अस्पताल में टेक्नीशियन हैं सुबह उनकी पत्नी सुनीता की कनपटी पर गोली लगी लाश घर के बेडरूम में बेड पर मिली थी। घर के तीसरी मंजिल से सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर भी गायब थे। पति की लाइसेंसी पिस्टल से सुनीता को गोली मारी थी। पिस्टल सुनीता के हाथ में फंसी थी। वहीं घर की अलमारी खुली थी, जिनमें सोने के सिक्के और कुछ जरूरी सामान रखा था। बाद में जांच की तो घर की ज्वैलरी गायब मिली थी। पहले पुलिस इस वारदात को हत्या को आत्महत्या दिखाने वाला मान रही थी, वो दरअसल लूट के बाद हत्या थी। जिसे अपराधी ने सुसाइड दिखाने का प्रयास किया था। पुलिस ने आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखी और उनका मिलान कर आरोपी तक पहुंची।
नजदीकी पर था पुलिस का शक पुलिस को शक था कि जिस प्रकार लाइसेंसी पिस्टल से गोली लगी है। सुनीता के घर का दरवाजा अंदर से खुला था, जबकि पति के नाइट ड्यूटी पर जाने के बाद सुनीता दरवाजा बदं रखती थी। देर रात अगर कुंडी खोली गई तो यकीनन कोई परिचित आया होगा। उसे अलमारी में पिस्टल कहां रखी है पता था, आरोपी को घर में सीसीटीवी कैमरों के सेटअप की भी जानकारी थी। बेटा-बेटी भी थे शक के दायरे में
घर की बुलेट घर से दूर दिल्ली चुंगी पर पेट्रोल पंप के पास खड़ी मिली। यानि आरोपी बुलेट से भागा और बाहर छोड़कर चला गया। इन सारी चीजों को देखकर पुलिस का शक बार-बार करीबियों पर ही जा रहा था। शक और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने सभी घरवालों से अलग पूछताछ की। राधेश्याम मिश्रा का बेटा गुरुग्राम में जॉब करता है वहीं रहता है। बेटी भी सुल्तानपुर मामा के घर रहती है। मकान की ऊपरी मंजिल पर देवर परशुराम रहते हैं। पहले बुलेट फिर ईरिक्शा से बेगमपुल भागा
21 जून की रात जब सुनीता घर मे ंअकेली थी तो आरोपी रात 12 बजे घर में एंटर किया इसके बाद घटना को अंजाम दिया। सुनीता को गोली मारकर हत्या कर दी और घर से सामान लूट लिया। लगभग 12.30 बजे आरोपी घर से निकला। घर में बाहर खड़ी बुलेट से दिल्ली चुंगी पेट्रोल पंप तक गया। वहां बुलेट खड़ी कर मेट्रो प्लाजा से ईरिक्शा लेकर बेगमपुल गया। भैंसाली डिपो के आसपास से गायब हो गया। आरोपी ने मुंह को ढंका हुआ था इसलिए वो पहचान में नहीं आ रहा था। फुटेज में कद, काठी और मोबाइल लोकेशन से हुई पहचान
इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी के आधार पर उपेंद्र को अरेस्ट किया। उपेंद्र को अरेस्ट कर पुलिस मेरठ ले आई है। उसकी निशानदेही पर घर से लूटे कुछ जेवर भी बरामद हुए हैं। जिनकी पहचान खुद राधेश्याम ने की है। पुलिस के अनुसार उपेंद्र ने ही घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने सभी से पूछताछ की लेकिन सीसीटीवी के आधार पर कदकाठी से मिलान किया तो वो सुनीता के सगे भाई उपेंद्र से मैच हुआ। इस लिंक पर पढ़ें पूरी खबर.. मेरठ में बेडरूम में महिला की हत्या:बेड पर लाश, हाथ में थी लाइसेंसी पिस्टल; पति नाइट ड्यूटी पर गया था मेरठ में 21 जून को ब्रहमपुरी के इंदिरा नगर में हुए ब्लाइंड मर्डर में पुलिस आरोपी तक पहुंच गई है। पुलिस ने पूरे मामले में मृतक सुनीता के सगे भाई उपेंद्र मिश्रा को अरेस्ट किया है। उपेंद्र के पास पुलिस को सुनीता के घर से लूटी कुछ ज्वैलरी भी मिली है। पुलिस ने पड़ोसियों के मकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसके आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंची है।
आरोपी उपेंद्र आर्मी से रिटायर है फिलहाल दिल्ली के एक मॉल में जॉब करता है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
बेडरूम में मिली थी गोली लगी लाश इंदिरा नगर निवासी राधेश्याम मिश्रा जो कैलाश अस्पताल में टेक्नीशियन हैं सुबह उनकी पत्नी सुनीता की कनपटी पर गोली लगी लाश घर के बेडरूम में बेड पर मिली थी। घर के तीसरी मंजिल से सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर भी गायब थे। पति की लाइसेंसी पिस्टल से सुनीता को गोली मारी थी। पिस्टल सुनीता के हाथ में फंसी थी। वहीं घर की अलमारी खुली थी, जिनमें सोने के सिक्के और कुछ जरूरी सामान रखा था। बाद में जांच की तो घर की ज्वैलरी गायब मिली थी। पहले पुलिस इस वारदात को हत्या को आत्महत्या दिखाने वाला मान रही थी, वो दरअसल लूट के बाद हत्या थी। जिसे अपराधी ने सुसाइड दिखाने का प्रयास किया था। पुलिस ने आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखी और उनका मिलान कर आरोपी तक पहुंची।
नजदीकी पर था पुलिस का शक पुलिस को शक था कि जिस प्रकार लाइसेंसी पिस्टल से गोली लगी है। सुनीता के घर का दरवाजा अंदर से खुला था, जबकि पति के नाइट ड्यूटी पर जाने के बाद सुनीता दरवाजा बदं रखती थी। देर रात अगर कुंडी खोली गई तो यकीनन कोई परिचित आया होगा। उसे अलमारी में पिस्टल कहां रखी है पता था, आरोपी को घर में सीसीटीवी कैमरों के सेटअप की भी जानकारी थी। बेटा-बेटी भी थे शक के दायरे में
घर की बुलेट घर से दूर दिल्ली चुंगी पर पेट्रोल पंप के पास खड़ी मिली। यानि आरोपी बुलेट से भागा और बाहर छोड़कर चला गया। इन सारी चीजों को देखकर पुलिस का शक बार-बार करीबियों पर ही जा रहा था। शक और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने सभी घरवालों से अलग पूछताछ की। राधेश्याम मिश्रा का बेटा गुरुग्राम में जॉब करता है वहीं रहता है। बेटी भी सुल्तानपुर मामा के घर रहती है। मकान की ऊपरी मंजिल पर देवर परशुराम रहते हैं। पहले बुलेट फिर ईरिक्शा से बेगमपुल भागा
21 जून की रात जब सुनीता घर मे ंअकेली थी तो आरोपी रात 12 बजे घर में एंटर किया इसके बाद घटना को अंजाम दिया। सुनीता को गोली मारकर हत्या कर दी और घर से सामान लूट लिया। लगभग 12.30 बजे आरोपी घर से निकला। घर में बाहर खड़ी बुलेट से दिल्ली चुंगी पेट्रोल पंप तक गया। वहां बुलेट खड़ी कर मेट्रो प्लाजा से ईरिक्शा लेकर बेगमपुल गया। भैंसाली डिपो के आसपास से गायब हो गया। आरोपी ने मुंह को ढंका हुआ था इसलिए वो पहचान में नहीं आ रहा था। फुटेज में कद, काठी और मोबाइल लोकेशन से हुई पहचान
इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी के आधार पर उपेंद्र को अरेस्ट किया। उपेंद्र को अरेस्ट कर पुलिस मेरठ ले आई है। उसकी निशानदेही पर घर से लूटे कुछ जेवर भी बरामद हुए हैं। जिनकी पहचान खुद राधेश्याम ने की है। पुलिस के अनुसार उपेंद्र ने ही घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने सभी से पूछताछ की लेकिन सीसीटीवी के आधार पर कदकाठी से मिलान किया तो वो सुनीता के सगे भाई उपेंद्र से मैच हुआ। इस लिंक पर पढ़ें पूरी खबर.. मेरठ में बेडरूम में महिला की हत्या:बेड पर लाश, हाथ में थी लाइसेंसी पिस्टल; पति नाइट ड्यूटी पर गया था उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर