वेतन न मिलने पर सोनीपत में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन:स्थायी नौकरी देने की मांग, सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप

वेतन न मिलने पर सोनीपत में सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन:स्थायी नौकरी देने की मांग, सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप

सोनीपत में पिछले तीन महीने से वेतन न मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने गोहाना रोड पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य संजय बड़वासनिया ने किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और ठेका प्रथा को खत्म करने तथा सभी सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि पिछले तीन महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है, जिसके कारण उनके परिवारों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर वेतन न मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई, राशन और गेहूं की खरीद जैसी जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। ठेकेदारों द्वारा उनका लगातार शोषण किया जा रहा है, लेकिन उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। जिला पार्षद बोले, सरकार ने वादे तोड़े, जनता के साथ विश्वासघात किया प्रदर्शन के दौरान जिला पार्षद संजय बड़वासनिया ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव से पहले सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने और रोजगार की गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही अपने वादों से मुकर गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे कर्मचारियों को हटाया जा रहा है, जिससे युवाओं और गरीब परिवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ठेका प्रथा बंद करने और नियमित करने की मांग सफाई कर्मचारियों ने साफ शब्दों में कहा कि ठेका प्रथा को बंद किया जाए और सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए ताकि उन्हें समय पर वेतन और सम्मानजनक जीवन मिल सके। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस मौके पर जसवंत, संदीप, प्रदीप, जोगिंदर, महावीर, राजेश, दीपक, महेंद्र, राजवीर आदि आदिवासी समुदाय से जुड़े सफाई कर्मचारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर सरकार से अपनी मांगों को गंभीरता से सुनने और समाधान निकालने की अपील की। सोनीपत में पिछले तीन महीने से वेतन न मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने गोहाना रोड पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य संजय बड़वासनिया ने किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और ठेका प्रथा को खत्म करने तथा सभी सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि पिछले तीन महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है, जिसके कारण उनके परिवारों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर वेतन न मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई, राशन और गेहूं की खरीद जैसी जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। ठेकेदारों द्वारा उनका लगातार शोषण किया जा रहा है, लेकिन उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। जिला पार्षद बोले, सरकार ने वादे तोड़े, जनता के साथ विश्वासघात किया प्रदर्शन के दौरान जिला पार्षद संजय बड़वासनिया ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव से पहले सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने और रोजगार की गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही अपने वादों से मुकर गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे कर्मचारियों को हटाया जा रहा है, जिससे युवाओं और गरीब परिवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ठेका प्रथा बंद करने और नियमित करने की मांग सफाई कर्मचारियों ने साफ शब्दों में कहा कि ठेका प्रथा को बंद किया जाए और सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए ताकि उन्हें समय पर वेतन और सम्मानजनक जीवन मिल सके। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस मौके पर जसवंत, संदीप, प्रदीप, जोगिंदर, महावीर, राजेश, दीपक, महेंद्र, राजवीर आदि आदिवासी समुदाय से जुड़े सफाई कर्मचारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर सरकार से अपनी मांगों को गंभीरता से सुनने और समाधान निकालने की अपील की।   हरियाणा | दैनिक भास्कर