यूपी उपचुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। BJP के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनस उस्मानी ने कहा- मौलाना मुस्लिम समाज के लोगों को भारतीय जनता पार्टी का डर दिखाते हैं ,जिसकी वजह से वो बीजेपी को वोट नहीं करते। भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। गोंडा में उन्होंने कहा-राहुल गांधी नहीं जानते कि क्या बोलना है और उनकी टीम ‘टुकड़े-टुकड़े’ गिरोह का हिस्सा है। वह केवल वही दोहराते हैं। करहल से सपा प्रत्याशी तेज प्रताप ने कहा-भाजपा के नेता और मंत्री अधिकारियों को सपा वोटरों को रोकने के निर्देश दे रहे हैं। इधर, अखिलेश यादव ने X पर योगी सरकार को घेरा। देशभर में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट से यूपी में मौत होने को लेकर अखिलेश ने कहा-भाजपा सरकार का सिर्फ उगाही पर फोकस है। वहीं, बहराइच हिंसा को लेकर भी बयानबाजी का दौर जारी है। अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने बहराइच में हिंसा को लेकर सरकार को घेरा। कहा-कानून में मौत की सजा का प्रावधान, बुलडोजर का नहीं। उन्होंने कहा-मुझे नहीं पता कि योगी बाबा ऐसा क्यों कर रहे हैं। उनका अपना सिस्टम है, वह उत्तर प्रदेश में अलग कानून चलाना चाहते हैं। यूपी में उपचुनाव से जुड़ी खबरों के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी उपचुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। BJP के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनस उस्मानी ने कहा- मौलाना मुस्लिम समाज के लोगों को भारतीय जनता पार्टी का डर दिखाते हैं ,जिसकी वजह से वो बीजेपी को वोट नहीं करते। भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। गोंडा में उन्होंने कहा-राहुल गांधी नहीं जानते कि क्या बोलना है और उनकी टीम ‘टुकड़े-टुकड़े’ गिरोह का हिस्सा है। वह केवल वही दोहराते हैं। करहल से सपा प्रत्याशी तेज प्रताप ने कहा-भाजपा के नेता और मंत्री अधिकारियों को सपा वोटरों को रोकने के निर्देश दे रहे हैं। इधर, अखिलेश यादव ने X पर योगी सरकार को घेरा। देशभर में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट से यूपी में मौत होने को लेकर अखिलेश ने कहा-भाजपा सरकार का सिर्फ उगाही पर फोकस है। वहीं, बहराइच हिंसा को लेकर भी बयानबाजी का दौर जारी है। अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने बहराइच में हिंसा को लेकर सरकार को घेरा। कहा-कानून में मौत की सजा का प्रावधान, बुलडोजर का नहीं। उन्होंने कहा-मुझे नहीं पता कि योगी बाबा ऐसा क्यों कर रहे हैं। उनका अपना सिस्टम है, वह उत्तर प्रदेश में अलग कानून चलाना चाहते हैं। यूपी में उपचुनाव से जुड़ी खबरों के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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अयोध्या हार गए, ‘राम’ जीत गए:यूपी के नतीजों का सबक, खबरदार… जिता रहे हैं लेकिन आगे से ख्याल रखिएगा…!
अयोध्या हार गए, ‘राम’ जीत गए:यूपी के नतीजों का सबक, खबरदार… जिता रहे हैं लेकिन आगे से ख्याल रखिएगा…! अति का भला न बोलना…,अति की भली न धूप…। 500 साल पहले कबीर ने ये सीख दी थी। आज का रिजल्ट इसी अति का परिणाम है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी के दिनों में जो कदम उठाए गए, वह अतिवादी थे। एजेंसियों के ताबड़तोड़ छापों की बात हो या किसी मुख्यमंत्री के जेल भेजने की… लोगों के मन में धारणा तो बनने लगी थी कि ऐसे में तो ये कुछ भी कर देंगे…। भाजपा को सपोर्ट करने वाले भी कहने लगे थे- यह ठीक नहीं है…। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर तीखी टिप्पणी की। यूपी के वोटर्स ने ज्यादातर सीटों पर सबक सिखाया है। जिन्हें हरा दिया वहां तो स्पष्ट सबक है ही लेकिन जो जीत गए हैं, वहां भी पिछली बार से जीत का अंतर बहुत कम हो गया। यानी यह संकेत दे दिया है कि खबरदार… जिता रहे हैं लेकिन आगे से ख्याल रखिएगा…! इस हार में भाजपा नेताओं की हल्की भाषा और टीका-टिप्पणी ने भी तड़का लगाया। अमेठी में स्मृति ईरानी का जो रवैया रहा, इसे कौन ठीक कहेगा। उन्होंने मंच से प्रियंका की नकल की, वोटर को शायद वह अच्छी नहीं लगी और उन्हें बुरी तरह हरा दिया। इलेक्शन कैंपेनिंग की शुरुआत ठीक हुई थी, लग रहा था भाजपा विकास, राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा और मोदी के व्यक्तित्व के दम पर वोट मांगेगी, लेकिन तीसरा-चौथा चरण आते-आते हिंदू-मुस्लिम की बातें ज्यादा होने लगीं। अब बात अयोध्या की। भाजपा अयोध्या भी हार गई… इसे क्या कहेंगे…। जिस अयोध्या के दम पर भाजपा ने पूरे देश में जीत की लकीर खींची थी, वहां भी हार झेलनी पड़ी। यह भी सबक है। संगठन को वोटरों ने बता दिया- हम किसी को भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। पार्टी ने यहां तीसरी बार लल्लू सिंह को टिकट दिया था, जिनकी उम्मीदवारी का बहुत विरोध हो रहा था। भला हो मेरठ के वोटरों का, शुरुआती झटके देने के बाद आखिर उन्होंने रामानंद सागर के ‘राम’ को जिता दिया। यूपी में सपा का तो जैसे नया उदय हुआ है। यह इसलिए कि समाजवादी पार्टी के इतिहास में पहली बार सबसे ज्यादा सीटें और वोट शेयर मिला है। अब समझ में आ रहा है कि आखिर अखिलेश की रैलियों में युवाओं का इतना हुड़दंग क्यों था। उन्हें शायद उम्मीद थी कि ये वो आदमी है जो मेरी किस्मत बदल सकता है… मुझे काम दे सकता है, नौकरी दे सकता है। अखिलेश ने अपने कैंपेन में ज्यादातर महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर ही भाजपा सरकार को घेरा। केंद्र की नई सरकार और राज्य की सरकार को अब इसे समझना पड़ेगा…बगैर देरी किए इस दिशा में ठोस काम भी करना पड़ेगा। इस रिजल्ट ने यह भी साबित कर दिया है कि यहां के लोग गंगा-जमुनी तहजीब को कभी छोड़ने वाले नहीं हैं। चुनाव के दौरान इन्हें बांटने की कोशिश देखने को मिली थी। हर बार धुव्रीकरण का फायदा भाजपा को मिलता रहा है, लेकिन इस बार मुस्लिमों ने समीकरण बिगाड़ दिए। यूपी में मुस्लिमों ने तय कर लिया था कि वोट उसी कैंडिडेट को देना है जो जीत रहा है, उसे नहीं जो वोट काटने के लिए खड़ा किया गया है। अब आगे क्या… दबाव बना रहना चाहिए…। असर दिखने भी लगा है…सहयोगी दल जो अब तक किसी कोने-कुचाले में पड़े थे, उनकी पूछ-परख होने लगी है। धीरे-धीरे उनकी आवभगत भी होगी। मोदी के साथ योगी की लीडरशिप पर भी सवाल उठेगा। नई लीडरशिप की तरफ पार्टियों को जाना पड़ेगा। जैसा कि अखिलेश ने किया। सपा के 67 में से 10 कैंडिडेट तो 40 साल से कम उम्र के उतारे थे। भाजपा में अब व्यक्ति नहीं संगठन को फिर आगे किया जाएगा। काम करने के तौर-तरीकों में बदलाव भी देखने को मिलेंगे। यूपी सरकार पर भले इस हार का कोई असर नहीं पड़े लेकिन आगे की दिशा जरूर बदलेगी। सरकार के कामकाज के तरीके बदलेंगे, व्यवहार और बोलचाल का अंदाज भी बदलेगा… यह जरूरी भी था। भाषणों में कटुता कम होगी। फिर से सामंजस्य और सौहार्द की बातें होंगी।
कैलाश विजयवर्गीय ने उठाया भोपाल ड्रग्स फैक्ट्री का मुद्दा, नशे के नेटवर्क पर मंदसौर एसपी ने किया बड़ा खुलासा
कैलाश विजयवर्गीय ने उठाया भोपाल ड्रग्स फैक्ट्री का मुद्दा, नशे के नेटवर्क पर मंदसौर एसपी ने किया बड़ा खुलासा <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> इंदौर में खुले मंच से डॉ मोहन यादव सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सीएम की मौजूदगी में प्रतापगढ़ का नाम नशे की मुख्य जड़ से जोड़कर ऐसे ही नहीं लिया है, बल्कि इसके पीछे कई कहानी है. मंदसौर के एसपी अभिषेक आनंद भी इस बात को बताते हैं कि प्रतापगढ़ से ही नशे के नेटवर्क का कारोबार संचालित हो रहा था. इस पूरे गिरोह का मुख्य हैंडलर शोएब लाला प्रतापगढ़ का ही रहने वाला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भोपाल में मिली 1800 करोड़ से अधिक की एचडी ड्रग्स की फैक्ट्री के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मौजूदगी में इंदौर में कहा कि अभी तक हुई कार्रवाई का संतोष है लेकिन पूरी तरह संतुष्ट नहीं है, क्योंकि इस पूरे गिरोह के तार राजस्थान के प्रतापगढ़ से जुड़े हुए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>विजयवर्गीय के इस बयान को लेकर कांग्रेस तीखे हमले कर रही है. मगर कैलाश विजयवर्गीय का बयान वास्तविकता के काफी करीब है. यदि पुलिस का रिकॉर्ड और अन्य अपराधों पर नजर दौड़ाई जाए तो मध्य प्रदेश के मंदसौर की जिले की सीमा से जुड़े प्रतापगढ़ के तार अपराध की दुनिया से काफी जुड़े रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि ड्रग्स कांड में मुख्य रूप से शोएब लाला निवासी देवलजी जिला प्रतापगढ़ राजस्थान की तलाश है. वह पूरे गिरोह का हैंडलर था. उसकी गिरफ्तारी से कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं. एसपी के बयान से समझा जा सकता है कि प्रतापगढ़ से ही पूरे देश में ड्रग्स का कारोबार चलाया जा रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रतापगढ़ जिले के कुछ गांव ऐसे हैं जहां पर पुलिस भी अधिक संख्या बल के बिना जाने से घबराती है. यदि प्रतापगढ़ जिले की बात की जाए तो यहां पर आंखेपुर, नौगांव, देवलजी गांव का नाम देश में हुए कई अपराधों में सामने आ चुका है. खास तौर पर मादक पदार्थों की तस्करी और सुपारी लेकर हत्या करने तथा विवादित जमीन की खरीद फरोख्त के मामले में इन गांवों के नाम कई बार सामने आ चुके हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रब नवाब और ओम पाटीदार का नाम जुड़ा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि एमडी ड्रग्स के मामले में हरिश आंजना और प्रेम सुख पाटीदार से मिली जानकारी के बाद रब नवाब और ओम पाटीदार का नाम भी जुड़ गया है. दोनों फरार हैं. उनकी तलाश की जा रही है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं. दूसरी तरफ शोएब लाला की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस दल बनाए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”CM मोहन यादव ने सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने वाले BJP विधायकों को किया तलब, जानें क्या कहा?” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-cm-mohan-yadav-met-mla-pradeep-lariya-brijbihari-pateria-who-made-statements-against-bjp-government-ann-2803885″ target=”_self”>CM मोहन यादव ने सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने वाले BJP विधायकों को किया तलब, जानें क्या कहा?</a></strong></p>
सीतापुर में थानेदार, 3 दरोगा समेत 22 पुलिसवाले लाइन हाजिर:गुडवर्क के चक्कर में स्वाट टीम और थाना पुलिस में ठनी, SP ने लिया बड़ा एक्शन
सीतापुर में थानेदार, 3 दरोगा समेत 22 पुलिसवाले लाइन हाजिर:गुडवर्क के चक्कर में स्वाट टीम और थाना पुलिस में ठनी, SP ने लिया बड़ा एक्शन सीतापुर में एसपी चक्रेश मिश्रा ने थानाध्यक्ष समेत पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया। इसमें SO समेत, 3 चौकी इंचार्ज, 1 SI समेत 22 सिपाही शामिल हैं। स्वाट टीम ने कमलापुर कोतवाली क्षेत्र से अफीम बरामद की थी। स्वाट टीम ने अपनी इस कार्रवाई में कोतवाली पुलिस को शामिल नहीं किया। स्वाट टीम ने अफीम मामले में कमलापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराना चाहा तो केस दर्ज नहीं किया गया। मामला एसपी चक्रेश मिश्रा तक पहुंचा। उन्होंने थाना पुलिस की गंभीर लापरवाही मानते हुए थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया। एसपी की कार्रवाई के बाद PRO रहे प्रदीप सिंह को कमलापुर का नया थानाध्यक्ष बनाया गया। अब जानिए पूरा मामला… स्वाट टीम ने गाड़ी से बरामद की थी 70 किलो अफीम पुलिस सूत्रों के मुताबिक स्वाट टीम ने मुखबिर की सूचना पर सोमवार रात जिले की सीमा के बाहर एक इनाेवा से करीब 60 से 70 किलो अफीम बरामद की थी। लेकिन स्वाट टीम ने गाड़ी और आरोपी की थाने में एंट्री नहीं करवाई। स्वाट टीम आरोपी से पूछताछ करती रही। मंगलवार देर रात स्वाट टीम इनोवा को लेकर हाईवे से गुजर रही थी। गाड़ी मालिक ने बीच रास्ते लॉक कर दी गाड़ी इस गाड़ी में जीपीएस लगा था। जिस कारण गाड़ी मालिक ने इनोवा को खैराबाद थाना क्षेत्र में ग्राम असोड़र के पास बीच रास्ते में ही लॉक कर दिया। कार बंद होने के दौरान खैराबाद थाने की सेकेंड मोबाइल टीम गश्त कर रही थी। स्वाट टीम ने मदद के लिए कहा तो गाड़ी पर मौजूद एसआई उग्रसेन सिंह ने भी हकीकत जानकर मदद से मना कर दिया। देर शाम मामला एसपी तक पहुंचा बुधवार सुबह स्वाट टीम ने वाहन समेत बरामद अफीम की खेप मामले में कमलापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की। लेकिन, जीपीएस की हकीकत जानने के बाद कमलापुर के थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने मुकदमा लिखने और दाखिल करने से मना कर दिया। कई घंटों तक इधर-उधर घूमने के बाद मामला एसपी चक्रेश मिश्रा तक पहुंचा। सुबह 5, शाम को 22 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई इसके बाद उन्होंने बुधवार सुबह थानाध्यक्ष कमलापुर भानु प्रताप सिंह समेत 5 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। शाम होते-होते एसपी ने इसी मामले में कमलापुर थाने के एक दरोगा समेत 22 सिपाहियों को पुलिस लाइन भेज दिया। एसपी के PRO का कहना है, एसपी साहब ने देर रात थाने का निरीक्षण किया था। जिसके बाद खामियां मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।