इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के किसान आंदोलन को लेकर दिए गए विवादित बयान पर पलटवार किया है। इस दौरान अभय सिंह चौटाला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “वह बहुत घटिया सोच के आदमी है। मैं उसे आज से नहीं बहुत पहले से जानता हूं। ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। भाजपा को उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। जो माताओं-बहनों की इज्जत नहीं करता, जो किसानों को नशेड़ी कहता है, ऐसे लोगों का इलाज जरूर होना चाहिए। मैं हर उस व्यक्ति से कहना चाहूंगा कि अगर आपकी आत्मा कहीं है और उससे आमना-सामना कहीं हो तो उसको सबक दो। मुझे अगर कहीं पर मिला तो उससे पूछूंगा कि तुमने उस कोम को जिसने इस देश को जिंदा रखा हुआ है। जो अन्न भी पैदा करती है और जवान भी पैदा करती है। तुझे अधिकार किसने दिया कि तुम उस कोम को अपनी मर्जी से उसके खिलाफ इस तरह के शब्द इस्तेमाल करे। अभय सिंह चौटाला शनिवार को खनौरी बॉर्डर पर अमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने जा रहे थे। इसी दौरान वे रोहतक पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मिले। कार्यकर्ताओं ने अभय सिंह चौटाला का स्वागत किया। किसान नेता जो आदेश देंगे पार्टी उस आदेश की पालना करेगी- अभय इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने किसान आंदोलन को समर्थन देने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसान नेता जो आदेश देंगे पार्टी का कार्यकर्ता किसानों के उस आदेश की पालना करेगा। सरकार और किसानों के बीच में एक बार फिर से संघर्ष शुरू हो गया है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाला से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जानेंगे और किसान नेता जो भी आदेश करेंगे पार्टी उसे बखूबी निभाएंगी और किसानों का समर्थन करेगी। किसानों को खुला समर्थन अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो चौधरी देवीलाल की बनाई हुई पार्टी है। जो किसानों को खुला समर्थन देती है। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल ने राजनीति से ऊपर होकर किसानों के लिए काम किया है। इसलिए पार्टी हमेशा किसानों का समर्थन करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को एमएसपी की गारंटी देनी चाहिए और किसानों को आंदोलन करने पर मजबूर नहीं करना चाहिए। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के किसानों के समर्थन में दिए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ सच्चे किसान हितैषी है और उन्हें किसानों की पीड़ा का ज्ञान है। इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के किसान आंदोलन को लेकर दिए गए विवादित बयान पर पलटवार किया है। इस दौरान अभय सिंह चौटाला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “वह बहुत घटिया सोच के आदमी है। मैं उसे आज से नहीं बहुत पहले से जानता हूं। ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। भाजपा को उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। जो माताओं-बहनों की इज्जत नहीं करता, जो किसानों को नशेड़ी कहता है, ऐसे लोगों का इलाज जरूर होना चाहिए। मैं हर उस व्यक्ति से कहना चाहूंगा कि अगर आपकी आत्मा कहीं है और उससे आमना-सामना कहीं हो तो उसको सबक दो। मुझे अगर कहीं पर मिला तो उससे पूछूंगा कि तुमने उस कोम को जिसने इस देश को जिंदा रखा हुआ है। जो अन्न भी पैदा करती है और जवान भी पैदा करती है। तुझे अधिकार किसने दिया कि तुम उस कोम को अपनी मर्जी से उसके खिलाफ इस तरह के शब्द इस्तेमाल करे। अभय सिंह चौटाला शनिवार को खनौरी बॉर्डर पर अमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने जा रहे थे। इसी दौरान वे रोहतक पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मिले। कार्यकर्ताओं ने अभय सिंह चौटाला का स्वागत किया। किसान नेता जो आदेश देंगे पार्टी उस आदेश की पालना करेगी- अभय इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने किसान आंदोलन को समर्थन देने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसान नेता जो आदेश देंगे पार्टी का कार्यकर्ता किसानों के उस आदेश की पालना करेगा। सरकार और किसानों के बीच में एक बार फिर से संघर्ष शुरू हो गया है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाला से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जानेंगे और किसान नेता जो भी आदेश करेंगे पार्टी उसे बखूबी निभाएंगी और किसानों का समर्थन करेगी। किसानों को खुला समर्थन अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो चौधरी देवीलाल की बनाई हुई पार्टी है। जो किसानों को खुला समर्थन देती है। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल ने राजनीति से ऊपर होकर किसानों के लिए काम किया है। इसलिए पार्टी हमेशा किसानों का समर्थन करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को एमएसपी की गारंटी देनी चाहिए और किसानों को आंदोलन करने पर मजबूर नहीं करना चाहिए। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के किसानों के समर्थन में दिए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ सच्चे किसान हितैषी है और उन्हें किसानों की पीड़ा का ज्ञान है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनूप चितकारा ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि, प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता मीनाक्षी दहिया के साथ उनके रसोइए से 1 लाख रुपए की रिश्वत की वसूली के संबंध में सबूत मौजूद हैं, जिसे 29 मई को रंगे हाथों पकड़ा गया था। न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा था कि “पुलिस ने उससे रिश्वत की रकम बरामद की है। कॉल और ट्रांसक्रिप्ट से याचिकाकर्ता की संलिप्तता का संकेत मिलता है, जिसकी पुष्टि शिकायतकर्ता के आरोप से होती है।” पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज होने के बाद दहिया ने अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख किया था। इस मामले में सेवामुक्त जिला मत्स्य अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें सरकारी काम के बदले कथित तौर पर रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी
जस्टिस चितकारा ने कहा कि याचिकाकर्ता के वकील “कोई भी सख्त शर्त” लगाकर जमानत की मांग कर रहे थे। याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया था कि आगे की सुनवाई से पहले की कैद याचिकाकर्ता और उनके परिवार के साथ अपरिवर्तनीय अन्याय का कारण बनेगी। हालांकि, न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने याचिकाकर्ता की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया था और तर्क दिया था कि अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को बरामद करने के लिए याचिकाकर्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है। दहिया पर क्या हैं आरोप
रिटायर जिला मत्स्य अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है, कि एक जांच अधिकारी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र वापस लेने के लिए फाइल मत्स्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजने से पहले उन्हें मामले में निर्दोष घोषित कर दिया था। उन्होंने संबंधित मंत्री को फाइल भेजने से पहले जांच रिपोर्ट स्वीकार कर ली, जिन्होंने अपनी मंजूरी दे दी और इस संबंध में आदेश जारी करने के लिए फाइल अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेज दी गई। उन्होंने कहा, “सीनियर एचसीएस अधिकारी और संयुक्त सचिव दहिया ने मुझे 17 अप्रैल को अपने स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह के माध्यम से पंचकूला स्थित अपने कार्यालय में आदेश जारी करने के लिए बुलाया था और मुझसे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। मैं अपने सरकारी काम के बदले मैडम को रिश्वत नहीं देना चाहता था और भ्रष्ट अधिकारी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।” मीनाक्षी 5 महीने से चल रही थी फरार
रिश्वत के इस खेल में आरोपी एचसीएस ऑफिसर मीनाक्षी दहिया 5 महीने से फरार चल रही हैं। ACB की टीम लगातार दहिया की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। हालांकि अभी तक एसीबी को इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। इस मामले में, वॉट्सऐप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी, जिससे पूरी कॉल रिकॉर्ड हो गई। फिलहाल मीनाक्षी दहिया फरार चल रही थीं, ACB की टीम की उनकी गिरफ्तारी की बड़ी सफलता के रूप में देख रही है।