हरियाणा के भिवानी में एक विवाहिता ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हनीमून के लिए पति उसे केरल के होटल में ले गया। वहां पर ड्रग्स का नशा कर जबरदस्ती उसका यौन शोषण किया। युवती का आरोप है कि उसका पति उसे भी जबरदस्ती नशा करवाता और नशे की हालत में अप्राकृतिक तरीके से यौन संबंध बनाता। पुलिस ने औद्योगिक थाना में उसके पति सहित ससुराल के 5 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस छानबीन कर रही है। भिवानी के शांति नगर कोंट रोड, दादरी गेट निवासी एक युवती ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 5 अप्रैल 2017 को पानीपत के हेरिटेज गार्डन में पानीपत निवासी विजय के साथ हुई थी। युवती ने बताया कि शादी में उसकी विधवा माता और अन्य परिवार वालों ने अपनी हैसियत से अधिक दान दहेज दिया था। परिवार ने उसकी शादी में करीब 20 लाख रुपए खर्च किए थे। हेरिटेज गार्डन पानीपत में शादी के लिए 3 लाख रुपए कैश दिए। उसने बताया कि शादी के बाद दहेज की मांग को लेकर उसका पति व ससुराल के लोगों ने तंग करना शुरू कर दिया। हनीमून पर ले जाकर करवाया नशा शादी के बाद हम हनीमून के लिए केरल गए थे। वहां पर ड्रग्स का नशा करके मेरे अनचाहे दिनों में भी मना करने पर जबरन संबंध बनाता। पति खुद ड्रग्स लेता और मुझे भी जबरदस्ती ड्रग्स देकर यौन शोषण करता। विरोध करने पर मारपीट करने लगता।होटल में तबीयत बिगड़ गई तो होटल के स्टाफ ने मुझे अस्पताल पहुंचाया। उसने पानीपत आकर बातें अपनी सास को बताई, लेकिन मेरी सास ने मेरे पति का साथ दिया और उल्टा मुझे ही भला बुरा कहने लगी। पीड़िता को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने मामले की शिकायत एसपी से की। मामले की जांच कर औद्योगिक थाना पुलिस ने युवती के पति, सास, ससुर सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हरियाणा के भिवानी में एक विवाहिता ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हनीमून के लिए पति उसे केरल के होटल में ले गया। वहां पर ड्रग्स का नशा कर जबरदस्ती उसका यौन शोषण किया। युवती का आरोप है कि उसका पति उसे भी जबरदस्ती नशा करवाता और नशे की हालत में अप्राकृतिक तरीके से यौन संबंध बनाता। पुलिस ने औद्योगिक थाना में उसके पति सहित ससुराल के 5 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस छानबीन कर रही है। भिवानी के शांति नगर कोंट रोड, दादरी गेट निवासी एक युवती ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 5 अप्रैल 2017 को पानीपत के हेरिटेज गार्डन में पानीपत निवासी विजय के साथ हुई थी। युवती ने बताया कि शादी में उसकी विधवा माता और अन्य परिवार वालों ने अपनी हैसियत से अधिक दान दहेज दिया था। परिवार ने उसकी शादी में करीब 20 लाख रुपए खर्च किए थे। हेरिटेज गार्डन पानीपत में शादी के लिए 3 लाख रुपए कैश दिए। उसने बताया कि शादी के बाद दहेज की मांग को लेकर उसका पति व ससुराल के लोगों ने तंग करना शुरू कर दिया। हनीमून पर ले जाकर करवाया नशा शादी के बाद हम हनीमून के लिए केरल गए थे। वहां पर ड्रग्स का नशा करके मेरे अनचाहे दिनों में भी मना करने पर जबरन संबंध बनाता। पति खुद ड्रग्स लेता और मुझे भी जबरदस्ती ड्रग्स देकर यौन शोषण करता। विरोध करने पर मारपीट करने लगता।होटल में तबीयत बिगड़ गई तो होटल के स्टाफ ने मुझे अस्पताल पहुंचाया। उसने पानीपत आकर बातें अपनी सास को बताई, लेकिन मेरी सास ने मेरे पति का साथ दिया और उल्टा मुझे ही भला बुरा कहने लगी। पीड़िता को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने मामले की शिकायत एसपी से की। मामले की जांच कर औद्योगिक थाना पुलिस ने युवती के पति, सास, ससुर सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा का गैंगस्टर पपला गुर्जर, जिसे उम्रकैद हुई:गुरू की हत्या से शुरू हुई कहानी; डेढ़ साल में 4 मर्डर, पुलिस सिक्योरिटी में भी कत्ल
हरियाणा का गैंगस्टर पपला गुर्जर, जिसे उम्रकैद हुई:गुरू की हत्या से शुरू हुई कहानी; डेढ़ साल में 4 मर्डर, पुलिस सिक्योरिटी में भी कत्ल हरियाणा और राजस्थान के नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को नारनौल के एडिशनल सेशन जज (ASJ) डीएन भारद्वाज की कोर्ट ने श्रीराम मर्डर केस में उम्रकैद की सजा सुनाई है। पपला को पहले भी कई केस में कोर्ट से सजा हो चुकी है और कई मामले अभी भी कोर्ट में विचाराधीन हैं। जिस श्रीराम नाम के बुजुर्ग की हत्या के मामले में उसे सजा हुई, उसकी कहानी खौफनाक है। गैंगस्टर पपला ने श्रीराम को पुलिस सुरक्षा के बीच गोलियों ने भून दिया था। पपला ने डेढ़ साल के भीतर श्रीराम के अलावा उसकी बेटी बिमला, बेटे महेश और भांजे संदीप उर्फ फौजी का मर्डर कर दिया। पपला गुर्जर के खौफ की कहानी उसके गुरु शक्ति पहलवान के कत्ल से शुरू हुई। 10 साल पहले तक महेंद्रगढ़ जिले के खैरोली गांव में रहने वाले विक्रम उर्फ पपला की पहचान सिर्फ एक पहलवान के रूप में थी। 4 फरवरी 2014 को उसके गुरु शक्ति पहलवान उर्फ दूधिया की खैरोली गांव में ही हत्या हो गई। हत्या का आरोप कुख्यात बदमाश सुरेंद्र उर्फ चीकू पर लगा। पपला को पता चला कि उसके गांव खैरोली में ही रहने वाले संदीप उर्फ फौजी ने शक्ति पहलवान की मुखबिरी की है। पुलिस ने शक्ति गुर्जर की हत्या में सुरेंद्र उर्फ चीकू के साथ संदीप को भी साजिश का हिस्सेदार मानते हुए गिरफ्तार कर लिया। 2014 में पहला मर्डर किया
गुरु की हत्या से शुरू हुई अदावत में पपला गुर्जर के सिर पर ऐसा खून सवार हुआ कि उसने एक महीने बाद मार्च 2014 में संदीप की मां बिमला पर घर में घुसकर हमला कर दिया। उसने बिमला के दोनों हाथ-पैर तोड़ डाले। उस समय घर में बिमला को अस्पताल पहुंचाने वाला कोई नहीं था। महेंद्रगढ़ के ही बिहारीपुर गांव में रहने वाला बिमला का भाई महेश और पिता श्रीराम उसे लेने खैरोली गांव पहुंचे। श्रीराम अपनी बेटी बिमला को एंबुलेंस में लेकर नारनौल के लिए चल पड़े। महेश बाइक पर रवाना हुआ। पपला गुर्जर ने अपने साथियों के साथ मिलकर महेश को रास्ते में गुलावला गांव के पास रोक लिया और लाठी-डंडों से बुरी तरह पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। 2015 में 3 और हत्याएं
इसके बाद शक्ति पहलवान की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदीप को जमानत मिल गई। जनवरी 2015 में संदीप पेशी पर नारनौल कोर्ट में पहुंचा। वहां कोर्ट से निकलते ही पपला गुर्जर ने अपने गैंग के साथ मिलकर संदीप की हत्या कर दी। इस हत्या के बाद नारनौल सिटी थाने में पपला और उसके साथियों पर मर्डर का दूसरा केस दर्ज हो गया। संदीप मर्डर केस में उसके नाना श्रीराम मुख्य गवाह बने। पुलिस पहले से दर्ज मर्डर के 2 मामलों में पपला को तलाश ही रही थी कि उसने 21 अगस्त 2015 को संदीप की मां बिमला को घर में घुसकर 23 गोलियां मारीं। एक के बाद एक लगातार हो रही हत्याओं के बाद महेंद्रगढ़ पुलिस ने संदीप के नाना श्रीराम को पुलिस सिक्योरिटी मुहैया करवा दी। इसके बावजूद 16 नवंबर 2015 को पपला गुर्जर ने अपने गैंग के साथ मिलकर बिहारीपुर गांव में धावा बोला और श्रीराम को घर में घुसकर गोली मार दी। इस वारदात के समय श्रीराम के घर में हथियारों से लैस 2 पुलिसवाले मौजूद थे, लेकिन वह कुछ नहीं कर पाए। पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद श्रीराम की हत्या हो जाने से पुलिस महकमे की चारों तरफ किरकिरी होने लगी। 2021 में राजस्थान पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा
पुलिस पर दबाव बढ़ा तो महेंद्रगढ़ CIA की टीम ने 12 फरवरी 2016 को पपला गुर्जर को अरेस्ट कर लिया। लगभग डेढ़ साल बाद 5 सितंबर 2017 को पपला गुर्जर के साथी महेन्द्रगढ़ कोर्ट में फायरिंग कर उसे पुलिस सुरक्षा से छुड़ाकर फरार हो गए। इसके बाद पपला साल 2020 में उस वक्त सुर्खियों में आया, जब उसे राजस्थान की बहरोड़ पुलिस ने पकड़ लिया। उसी रात उसकी गैंग के 20 से ज्यादा बदमाशों ने बहरोड़ थाना में AK-47 से हमला बोलते हुए पपला को पुलिस कस्टडी से ही छुड़ा लिया। उसके बाद पपला इधर-उधर भागता रहा। आखिर में 28 जनवरी 2021 को राजस्थान पुलिस ने पपला गुर्जर को महाराष्ट्र से दबोच लिया। इसके बाद से ही पहले वह राजस्थान और हरियाणा की जेल में बंद हैं। श्रीराम मर्डर केस में उसे सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
हरियाणा कांग्रेस में अब हुड्डा गुट की नहीं चलेगी:बाबरिया-बघेल ने प्रभारियों की सूची बदली, उदयभान की लिस्ट रोकने की 3 वजहें
हरियाणा कांग्रेस में अब हुड्डा गुट की नहीं चलेगी:बाबरिया-बघेल ने प्रभारियों की सूची बदली, उदयभान की लिस्ट रोकने की 3 वजहें कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में हुड्डा गुट को झटका दे दिया है। हुड्डा के आशीर्वाद से प्रदेशाध्यक्ष बने उदयभान के फैसले को पूरी तरह से बदला जा रहा है। उदयभान ने 18 दिसंबर को जिला प्रभारियों की सूची जारी की थी। इस सूची के बारे में न तो प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से चर्चा की गई और न ही सहप्रभारी जितेंद्र बघेल को इसकी भनक लगी। इस सूची में ज्यादातर नाम हुड्डा के करीबियों के ही शामिल किए गए, जिस पर कांग्रेस के बाकी नेताओं ने ऐतराज जताया। इसके बाद प्रभारी और सहप्रभारी हरकत में आए। दोनों ने हाईकमान को इसकी जानकारी दी। इसके बाद दीपक बाबरिया ने अगले ही दिन एक पत्र जारी कर उदयभान की सूची को निरस्त कर दिया, जिस पर खूब बवाल मचा। इस पर हुड्डा ने प्रतिक्रिया दी कि यह सूची रिवाइज होगी। इसमें कुछ बदलाव किया जाएगा। मगर, अब प्रभारी व सहप्रभारी ने एक अलग सूची तैयारी की है। जिसमें सभी सीनियर नेताओं से समन्वय स्थापित कर नामों को शामिल किया गया है। उदयभान द्वारा जारी सूची को बाबरिया ने रोक दिया था… सूची में सेकेंड लाइनर को जगह
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में सहप्रभारी जितेंद्र बघेल ने कहा कि कांग्रेस 2 से 3 दिन में प्रभारियों की सूची जारी कर देगी। ये पहली सूची से एकदम अलग होगी। इसमें नए चेहरों को मौका दिया गया है। अधिकतर सेकेंड लाइनर को आगे किया है। वहीं हारे विधायकों को नई सूची में जगह नहीं दी जाएगी और पुराने चेहरों को भी बदला जा सकता है। कांग्रेस में नई सूची जारी होने के बाद पुराने नेता जिनका पहली सूची में नाम था मोर्चा खोल सकते हैं। वहीं कांग्रेस जिला प्रभारियों के साथ-साथ जिले की बाकी टीम भी बनाएगी, जिसमें लीगल टीम के नाम भी जारी हो सकते हैं। यूथ कांग्रेस से भी नाम लिए जा सकते हैं। एक गुट की नहीं चलेगी, कॉर्डिनेशन से काम होगा
जिला प्रभारियों की नई सूची से कांग्रेस हाईकमान यह मैसेज देना चाह रहा है कि हरियाणा में हुड्डा गुट की एक तरफा नहीं चलेगी। कॉर्डिनेशन से ही काम होगा। सभी नेताओं को विश्वास में लेकर ही संगठन आगे बढ़ेगा। इससे पहले अकसर हरियाणा में कांग्रेस गुटों में बंटी नजर आती रही है। इसका नुकसान कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा था। इसके बाद कांग्रेस ने फीडबैक के लिए फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बनाई। जिसमें ग्राउंड पर जाकर हारे प्रत्याशियों से बात की थी, जिसमें यह निकलकर सामने आया कि कांग्रेस में हार का मुख्य कारण गुटबाजी रही। कांग्रेस के नेताओं ने ही पार्टी को हराने का काम किया। बाबरिया के लिस्ट रोकने की 3 बड़ी वजहें … 1. सैलजा गुट के नेताओं को जगह नहीं
कांग्रेस अच्छे माहौल के बावजूद हरियाणा में विधानसभा चुनाव नहीं जीत सकी। इसके बाद माना गया कि पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को फ्री हैंड देने की वजह से बाकी नेता नाराज हो गए। खास तौर पर सिरसा सांसद कुमारी सैलजा को तरजीह नहीं दी गई। चुनावी हार के बावजूद भी हुड्डा ग्रुप का संगठन पर दबदबा कायम है। हालांकि हाईकमान ने प्रभारियों की लिस्ट में सैलजा गुट के नेताओं को जगह न देने का सीरियस नोटिस लिया है। 2. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली जाकर शिकायत की
चर्चा यह भी है कि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने इस लिस्ट में उचाना से चुनाव हारे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह का नाम शामिल नहीं किया था। इसके बाद उन्होंने इस पर आपत्ति जताई थी। दिल्ली जाकर भी उन्होंने पार्टी नेताओं से इस बारे में शिकायत की थी। इस दौरान उन्होंने पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान पर जमकर जुबानी हमला भी किया था। 3. हाईकमान को भरोसे में नहीं लिया
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक चुनाव में हार के बाद संगठन की कमी सबको खली। अब हाईकमान संगठन को गंभीरता दिखा रहा है। इसके बावजूद जिला प्रभारियों की लिस्ट में फेरबदल के बारे में प्रदेश प्रभारी या हाईकमान से कोई बात नहीं की गई। इसी वजह से हाईकमान ने लिस्ट रोक दी। लिस्ट में 6 MLA भी थे शामिल
प्रदेश प्रभारी ने जो लिस्ट रोकी, वह 18 दिसंबर को जारी की गई थी। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष ने 6 विधायक, 12 पूर्व विधायक और 2 पूर्व मंत्री शामिल किए थे। इसके पीछे निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस को मजबूत करने की वजह मानी जा रही थी।
हिसार में घर में लगी आग, कैश व सामान जला:पति-पत्नी काम पर गए थे; पड़ोसियों ने दी सूचना, छत भी गिरी
हिसार में घर में लगी आग, कैश व सामान जला:पति-पत्नी काम पर गए थे; पड़ोसियों ने दी सूचना, छत भी गिरी हरियाणा के हिसार के शास्त्री नगर में एक मकान में अज्ञात कारण के चलते आग लग गई। आगजनी से घर का सारा सामान जलकर राख हो गया। आगजनी के दौरान घर में रहने वाले पति-पत्नी मजदूरी करने के लिए गए थे। पड़ोसियों ने आगजनी की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। दो गाडियों ने करीब 1 घंटे पर आग पर काबू पाया। आग से मकान की छत गिर गई। 3 लाख रुपए से ज्यादा नुकसान होने की संभावना जताई गई है। जानकारी के अनुसार शास्त्री नगर के रहने वाले मंगू ने बताया कि वह और उसकी पत्नी मजदूरी करते हैं। सुबह 7 बजे उसकी पत्नी मजदूरी करने के लिए चली गई। इसके बाद वह 8 बजे वह भी चला गया। 12 बजे पड़ोसियों ने फोन कर घर पर आग लगने की सूचना दी। पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड को भी फोन कर दिया। मौके पर पहुंची 2 गाड़ियों ने आग पर करीब 1 घंटे में काबू पाया। तब तक घर का सारा सामान जल चुका था। मकान की गिरी छत मकान मालिक ने बताया कि उसका कच्चा मकान था और छत भी लकड़ी से बनी हुई थी। जो आगजनी के कारण छत गिर गई। वही संदूक में रखे करीब 30 हजार रुपए भी जल कर राख हो गए। मौके पर पहुंचे तो फायर ब्रिगेड टीम ने कमरे से 2 गैस सिलेंडर को बाहर निकाल लिया। इसके चलते सिलेंडर फटने से बच गए। आग लगने की सूचना मिलने पर आजाद नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर साधु राम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।