भिवानी में एक टैक्सी ड्राइवर ने आज अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। ड्राइवर का शव फंदे पर लटका मिला। घटना के वक्त मृतक की पत्नी अपने बेटे से मिलने गुरुग्राम गई थी। उसके आने के बाद शाम को शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया है। भिवानी के गांव दिनोद निवासी रमेश ने बताया कि उसके ताऊ का लड़का 50 वर्षीय कृष्ण टैक्सी ड्राइवर था। उसके तीन बच्चे हैं, दो लड़की व एक लड़का। दोनों लड़कियों की शादी की हुई है। लड़का दीपक गुरुग्राम में कंपनी में नौकरी करता है। तीन दिन से कृष्ण की पत्नी सुनीता अपने बेटे दीपक से मिलने गुरुग्राम गई हुई थी। छोटे भाई की पत्नी ने फंदे पर लटका देखा पीछे घर पर कृष्ण की मां सावित्री देवी, छोटा भाई सोनू, सोनू की पत्नी नीतू व उसके बच्चे थे। छोटे भाई की पत्नी नीतू आज सुबह ऊपर छत पर अपने बच्चों को नहलाने गई तो जेठ कृष्ण फंदे पर लटका मिला। छत पर बने कमरे का दरवाजा बंद था। दीवार में बने छेद से वह फंदे पर लटका दिखाई दिया तो अपने पति व सास को बुलाकर लाई। बाद में कृष्ण की पत्नी व बेटे को गुरुग्राम से बुलाया गया। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए आज शाम को भिवानी नागरिक अस्पताल पहुंचाया। पुलिस द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। भिवानी में एक टैक्सी ड्राइवर ने आज अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। ड्राइवर का शव फंदे पर लटका मिला। घटना के वक्त मृतक की पत्नी अपने बेटे से मिलने गुरुग्राम गई थी। उसके आने के बाद शाम को शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया है। भिवानी के गांव दिनोद निवासी रमेश ने बताया कि उसके ताऊ का लड़का 50 वर्षीय कृष्ण टैक्सी ड्राइवर था। उसके तीन बच्चे हैं, दो लड़की व एक लड़का। दोनों लड़कियों की शादी की हुई है। लड़का दीपक गुरुग्राम में कंपनी में नौकरी करता है। तीन दिन से कृष्ण की पत्नी सुनीता अपने बेटे दीपक से मिलने गुरुग्राम गई हुई थी। छोटे भाई की पत्नी ने फंदे पर लटका देखा पीछे घर पर कृष्ण की मां सावित्री देवी, छोटा भाई सोनू, सोनू की पत्नी नीतू व उसके बच्चे थे। छोटे भाई की पत्नी नीतू आज सुबह ऊपर छत पर अपने बच्चों को नहलाने गई तो जेठ कृष्ण फंदे पर लटका मिला। छत पर बने कमरे का दरवाजा बंद था। दीवार में बने छेद से वह फंदे पर लटका दिखाई दिया तो अपने पति व सास को बुलाकर लाई। बाद में कृष्ण की पत्नी व बेटे को गुरुग्राम से बुलाया गया। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए आज शाम को भिवानी नागरिक अस्पताल पहुंचाया। पुलिस द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा की एक विधानसभा सीट रिक्त घोषित:विधायक के निधन के बाद नोटिफिकेशन जारी; टिकट के लिए BJP के 3 तो कांग्रेस के 2 दावेदार
हरियाणा की एक विधानसभा सीट रिक्त घोषित:विधायक के निधन के बाद नोटिफिकेशन जारी; टिकट के लिए BJP के 3 तो कांग्रेस के 2 दावेदार हरियाणा में गुरुग्राम जिले के अंतर्गत आने वाली बादशाहपुर विधानसभा सीट रिक्त घोषित कर दी गई है। विधानसभा की ओर से इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अब विधानसभा की तरफ से इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भेजी जाएगी। चूंकि विधानसभा चुनाव के लिए 6 महीने से कम का समय है, इसलिए इस सीट पर चुनाव अन्य 89 सीटों के साथ ही कराए जाएंगे। विधानसभा सीट के लिए भाजपा कांग्रेस के दावेदार एक्टिव हो गए हैं। अभी इस सीट पर भाजपा से 3 और कांग्रेस से 2 दावेदार बताए जा रहे हैं। 25 मई को हुआ था दौलताबाद का निधन
बादशाहपुर सीट से राकेश दौलताबाद विधायक थे। 25 मई को हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया था। 2019 में राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। शनिवार सुबह वोटिंग वाले दिन विधायक वोट डालकर अपने फार्म हाउस पर आराम करने गए थे। वहां सुबह करीब 10 बजे उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान राकेश की मौत हो गई थी। गुरुग्राम के पालम विहार मणिपाल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। BJP को दिया था समर्थन, CM बदलने पर भी साथ नहीं छोड़ा
दौलताबाद ने बतौर निर्दलीय विधायक रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। इसके बाद जब जजपा से गठबंधन टूटा तब भी नायब सैनी के नेतृत्व में बनी सरकार का उन्होंने समर्थन दिया। लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में रोहतक में कांग्रेस का समर्थन किया। इनमें धर्मबीर गोंदर, सोमवीर सांगवान और रणधीर गोलन शामिल थे। हालांकि, इन 3 के अलावा दौलताबाद के भी सरकार से समर्थन वापस लेने की खूब चर्चा हुई। मगर, उन्होंने इन 3 विधायकों का साथ नहीं दिया। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी कर भाजपा सरकार का ही समर्थन करने का ऐलान किया था। यहां पढ़िए बादशाहपुर से अब कौन-कौन दावेदार भाजपा में टिकट के 3 दावेदार
हरियाणा की बादशाहपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की टिकट से 3 दावेदार हैं। सबसे प्रबल दावेदार राव नरवीर सिंह हैं। इन्होंने 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। खट्टर के पहले टर्म में इन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था। हालांकि, 2019 में इनकी टिकट पार्टी ने काट कर मनीष यादव को टिकट दी थी, लेकिन वह निर्दलीय लड़े राकेश दौलताबाद से चुनाव हार गए थे। इस सीट से दावेदार मुकेश शर्मा भी हैं, इन्होंने 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे, इस बार भी हलके में काफी एक्टिव हैं। कांग्रेस में अभी 2 ही दावेदार
बादशाहपुर सीट से कांग्रेस से अभी 2 दावेदारों के ही नाम चल रहे हैं। पहला नाम यहां से भाजपा के दावेदार राव नरवीर सिंह के ही भाई राव कमल वीर का है। इन्होंने 2019 में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इनके अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी ब्राह्मण चेहरा जितेंद्र भारद्वाज भी दावेदार हैं, हालांकि अन्य के मुकाबले यह ग्राउंड में एक्टिव नहीं हैं।
सोनीपत में समुदाय विशेष के लोगों ने युवक को पीटा:दिवाली के दिन पटाखे चलाने पर विवाद; अगले दिन हमला, तोड़फोड़
सोनीपत में समुदाय विशेष के लोगों ने युवक को पीटा:दिवाली के दिन पटाखे चलाने पर विवाद; अगले दिन हमला, तोड़फोड़ हरियाणा के सोनीपत में दिवाली के दिन दो समुदाय के परिवारों में हुए विवाद के बाद समुदाय विशेष के लोगों ने एक युवक पर हमला कर दिया। घायल युवक ने खेत की नर्सरी में बने कमरे में खुद को बंद किया तो हमलावरों ने लोहे का दरवाजा तोड़ दिया। उसे कमरे से खींच कर बाहर ले आए और बुरी तरह से पीटा। आरोप है कि कमरे में रखा टीवी, एलइडी आदि सामान तोड़ दिया। उसको उठा कर ले जा रहे थे तो सरपंच व परिजन वहां आ गए। इसके बाद वे फरार हो गए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। गांव पलड़ी खुर्द के रहने वाले विनोद ने बताया कि उसने अपने खेत में फ्रेंड्स नर्सरी के नाम से नर्सरी की हुई है। 31 अक्टूबर को वह को वह दिवाली के दिन अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने घर के आंगन मे ग्रीन पटाखे चला रहे थे। उनके घर के सामने ही प्रिंस, आशु, बोबी सन्नी व समीर के मकान हैं। ये सभी एक विशेष समुदाय से हैं। इन सभी ने उनको रात को करीब 9.00 बजे दिवाली का त्योहार मनाने से रोका। मैंने व मेरे भाई मनोज ने इस पर सभी के बुजुर्गों से कहा कि हम ईद का त्योहार साथ मिलकर मनाते हैं। हमें दिवाली मनाने से मना कर रहे हैं। इसकी सूचना रात को पुलिस को भी दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और पंचायत भी हुई। इन लोगों ने पंचायत व पुलिस के सामने अपनी गलती मान ली। दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया। विनोद ने बताया कि प्रिंस व उनके परिवार के सदस्य इस बात की मन ने रंजिश रखे हुए थे। उसने बताया कि एक नवंबर को वह नर्सरी मे काम कर रहा था। इसी बीच प्रिंस, आशु, बोबी, सन्नी, समीर अपने 6/7 साथियों के साथ लाठी डण्डे व लोहे की राड लेकर उसकी नर्सरी में आ गए। प्रिंस ने लोहे की राड से उसके सिर में वार किया। दूसरों ने भी डंडे मारने शुरू कर दिए। वह अपनी जान बचाने के लिए नर्सरी में बने कमरे में घुस गया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद उसने अपने परिवार के सदस्य सोनू को फोन करके सारी बात बताई। कहा कि जल्दी उसे बचाने के लिए परिवार के सदस्यों को लेकर आ जाए। इस बीच प्रिंस व उसके साथियों ने उसके कमरे का लोहे का दरवाजा तोड़ दिया। उन्होंने अंदर आकर उसके पांव पर लोहे का पाइप मारा। इससे पांव में फ्रैक्चर हो गया। वह मेज पर गिर गया । इसके बाद ये उसे जबरदस्ती कमरे से बाहर ले आए औऱ बाहर आने पर समीर व उसके साथियों ने उसको बुरी तरह से चोटें मारी। विनोद ने बताया कि इन हमलावरों ने कमरे में TV , LED कैमरे व अन्य सामान भी तोड़ दिया। ये उसे जान से मारने की नीयत अपहरण करके लेकर जान लगे। इसी बीच सामने से सरपंच नरेश किशोर, उसका भाई मनोज व सोनू और परिवार के अन्य सदस्यों को आते देखकर ये उसे वहीं पर छोड़ कर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। परिजनों ने पुलिस को वारदात की सूचना दी। बहालगढ़ थाना के आईओ कुलदीप सिंह के अनुसार 1 नवंबर की रात को सूचना मिली थी कि विनोद लडाई झगडा में घायल है। उसे अस्पताल से PGI रोहतक रेफर किया गया है। रात को उसके बयान दर्ज नहीं हो पाए। आज शनिवार काे उसने अस्पताल से विनोद की एमएलआर रिपोर्ट ली। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 191(3),190,115(2),351(2),(3) BNS के तहत केस दर्ज कर लिया है।
विनेश को पहले से थी ओलिंपिक में गड़बड़ी की आशंका:फोगाट ने लिखा था- मुझे फंसाने की साजिश संभव, पानी में कुछ मिला सकते हैं
विनेश को पहले से थी ओलिंपिक में गड़बड़ी की आशंका:फोगाट ने लिखा था- मुझे फंसाने की साजिश संभव, पानी में कुछ मिला सकते हैं अपने वजन को लेकर पेरिस ओलिंपिक 2024 में गोल्ड मेडल की दौड़ से बाहर हुई हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट का पुराना बयान वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया (X) में विनेश ने संदेह जताया था कि उनके साथ पेरिस ओलिंपिक में कुछ गलत होने वाला है। उन्होंने इस पोस्ट में भारत सरकार, SAI और TOPS से कोच की मान्यता को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया था। वह अपने कोच और फिजियो की मान्यता नहीं दिए जाने को लेकर परेशान थी। इन दोनों की मान्यता को लेकर उनके द्वारा कई बार रिक्वेस्ट डाली गई, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी। इसके बाद उन्होंने इस पोस्ट के जरिए अपनी इस परेशानी को सार्वजनिक किया था। अब यहां पढ़िए विनेश ने क्यों डाली थी ये पोस्ट…
पेरिस में होने वाले ओलिंपिक से पहले 19 अप्रैल को एशियन ओलिंपिक क्वालीफाई टूर्नामेंट होने थे, इसके लिए उन्हें अपने कोच और फिजियो की मान्यता लेनी जरूरी थी। इसके लिए उनके द्वारा केंद्र सरकार, SAI, TOPS को रिक्वेस्ट डाली गई, लेकिन कोच और फिजियो की मान्यता नहीं मिली। बिना मान्यता के वह क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में किसी खिलाड़ी का शामिल होना बहुत मुश्किल होता है। पोस्ट में विनेश की कहीं 3 अहम बातें… 1. क्वालीफाई टूर्नामेंट के 8 दिन पहले डाली पोस्ट
विनेश ने 12 अप्रैल को डाली गई अपनी पोस्ट में लिखा, “19 अप्रैल को एशियन ओलम्पिक क्वालीफाई टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है। मेरे द्वारा लगातार एक महीने से भारत सरकार (SAI,TOPS) सभी से मेरे कोच और फिजियो की एक्रीडेशन (मान्यता) के लिए रिक्वेस्ट की जा रही है। एक्रीडेशन के बिना मेरे कोच और फिजियो का मेरे साथ कॉम्पिटिशन एरीना में जाना संभव नहीं है। लेकिन बार-बार रिक्वेस्ट करने पर भी कहीं से भी कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है। कोई भी मदद करने को तैयार नहीं है। क्या हमेशा ऐसे ही खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खेला जाता रहेगा। 2. बृजभूषण को लेकर लगाए कई आरोप
विनेश फोगाट ने अपनी इस पोस्ट में बृजभूषण को लेकर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने लिखा कि, “बृजभूषण और उसके द्वारा बैठाया गया डमी संजय सिंह हर तरीक़े से प्रयास कर रहे है कि कैसे मुझे ओलिंपिक्स में खेलने से रोका जा सके, जो टीम के साथ कोच लगाए गए हैं वे सभी बृजभूषण और उसकी टीम के चहेते हैं, तो इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि वो मेरे मैच के दौरान मुझे मेरे पानी में कुछ मिला के ना पिला दे?? अगर मैं ऐसा कहूं कि मुझे डोप में फंसाने की साजिश हो सकती है तो गलत नहीं होगा। हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। 3. कॉम्पिटिशन को बताया था बेहद जरूरी
विनेश ने यह भी लिखा था कि, ‘इतने महत्वपूर्ण कॉम्पिटिशन से पहले ऐसे हमारे साथ मानसिक टॉर्चर कहां तक जायज़ है। क्या अब देश के लिए खेलने जाने से पहले भी हमारे साथ राजनीति ही होगी क्योंकि हमने सेक्सुअल हैरेसमेंट के खिलाफ आवाज उठाई?? क्या हमारे देश में गलत के खिलाफ आवाज उठाने की यही सजा है? उम्मीद करती हूं हमें देश के लिए खेलने जाने से पहले तो न्याय मिलेगा.. जय हिंद। विनेश फोगाट की पूरी पोस्ट पढ़ें… WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा- कोच-न्यूट्रिशनिस्ट ही बता पाएंगे
विनेश के अयोग्य करार दिए जाने के बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा था कि इसका सही जवाब विनेश के न्यूट्रिशनिस्ट और उनके कोच ही दे पाएंगे। खाने-पीने की आदतों से जुड़े सलाह देने वाले पेशेवर व्यक्ति को न्यूट्रिशनिस्ट या आहार विशेषज्ञ कहते हैं। विनेश 50 किलोग्राम वर्ग के इवेंट में फाइनल में पहुंचीं थीं, लेकिन मुकाबले से पहले उनका वजन तय मानकों से ज्यादा पाया गया। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…