हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदर नगर में बीएसएल कॉलोनी पुलिस द्वारा बरामद 4.702 किलोग्राम चरस मामले में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। पुलिस ने मामले में चरस के साथ पकड़े आरोपी चमन लाल से पूछताछ के बाद 3 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अब तक कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और चारों को न्यायिक हिरासत में भेजा। औट निवासियों ने की सप्लाई में सहायता मामले के तार अंतरराज्यीय स्तर पर चरस का धंधा करने वाले नेटवर्क के साथ भी जुड़े हुए पाए हैं। मामले में औट के रहने वाले ढाले राम और खेमराज ने चरस सप्लाई में अन्य आरोपियों की सहायता की थी। आरोपी चमन लाल मात्र एक करियर के तौर पर चरस को लेकर पंजाब जा रहा था, लेकिन मामले का किंगपिन राकेश कुमार उर्फ आरके है। बस में बैठने के बाद लिए अलग-अलग टिकट पंजाब के जिला लुधियाना के खन्ना का रहने वाला राकेश कुमार इतना शातिर है कि औट से एचआरटीसी की बस में बैठने के बाद अलग-अलग टिकट लिए थे। आरके ने आरोपी चमन लाल का रोपड़ और अपना टिकट खरड़ का कटवाया था। राकेश कुमार ने चरस से भरे ट्राली बैग को चमन लाल के पास देकर किसी के पूछे जाने पर इसे अपना बताने के लिए कहा था। वहीं हैरानी की बात यह है कि जब पुलिस द्वारा आरोपी चमन लाल की चेकिंग की जा रही थी, तो राकेश कुमार भी उसी बस में मौजूद था। 1.75 लाख में खरीदी चरस की खेप पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस चरस की खेप को आरोपी राकेश कुमार ने ढाले राम पुत्र डोले राम निवासी गांव ढांगसी तहसील औट जिला मंडी से एक लाख 75 हजार रुपए कैश में खरीदा था। आरोपी राकेश कुमार और ढालेराम भी आपस में दोस्त थे और चरस की खरीद फ़रोख़्त को लेकर फोन के माध्यम से डीलिंग हुई थी। जिसकी डिलीवरी लेने राकेश कुमार और चमन लाल मंडी जिला के टकोली आए थे। पंजाब वापसी के दौरान आरोपी चमन लाल को पुलिस टीम ने सुंदर नगर में 4.702 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया था। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदर नगर में बीएसएल कॉलोनी पुलिस द्वारा बरामद 4.702 किलोग्राम चरस मामले में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। पुलिस ने मामले में चरस के साथ पकड़े आरोपी चमन लाल से पूछताछ के बाद 3 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अब तक कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और चारों को न्यायिक हिरासत में भेजा। औट निवासियों ने की सप्लाई में सहायता मामले के तार अंतरराज्यीय स्तर पर चरस का धंधा करने वाले नेटवर्क के साथ भी जुड़े हुए पाए हैं। मामले में औट के रहने वाले ढाले राम और खेमराज ने चरस सप्लाई में अन्य आरोपियों की सहायता की थी। आरोपी चमन लाल मात्र एक करियर के तौर पर चरस को लेकर पंजाब जा रहा था, लेकिन मामले का किंगपिन राकेश कुमार उर्फ आरके है। बस में बैठने के बाद लिए अलग-अलग टिकट पंजाब के जिला लुधियाना के खन्ना का रहने वाला राकेश कुमार इतना शातिर है कि औट से एचआरटीसी की बस में बैठने के बाद अलग-अलग टिकट लिए थे। आरके ने आरोपी चमन लाल का रोपड़ और अपना टिकट खरड़ का कटवाया था। राकेश कुमार ने चरस से भरे ट्राली बैग को चमन लाल के पास देकर किसी के पूछे जाने पर इसे अपना बताने के लिए कहा था। वहीं हैरानी की बात यह है कि जब पुलिस द्वारा आरोपी चमन लाल की चेकिंग की जा रही थी, तो राकेश कुमार भी उसी बस में मौजूद था। 1.75 लाख में खरीदी चरस की खेप पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस चरस की खेप को आरोपी राकेश कुमार ने ढाले राम पुत्र डोले राम निवासी गांव ढांगसी तहसील औट जिला मंडी से एक लाख 75 हजार रुपए कैश में खरीदा था। आरोपी राकेश कुमार और ढालेराम भी आपस में दोस्त थे और चरस की खरीद फ़रोख़्त को लेकर फोन के माध्यम से डीलिंग हुई थी। जिसकी डिलीवरी लेने राकेश कुमार और चमन लाल मंडी जिला के टकोली आए थे। पंजाब वापसी के दौरान आरोपी चमन लाल को पुलिस टीम ने सुंदर नगर में 4.702 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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