मंडी जिला के कोटली उपमंडल के जलौन गांव के जवान का मंगलवार दोपहर बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जवान नवल किशोर सेना में हवलदार के पद पर तैनात था। शहीद के छोटे भाई सुनील ने हवलदार नवल किशोर को मुखाग्नि दी। रविवार को जवान सियाचिन में ड्यूटी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के चलते शहीद हो गया था। शहीद नवल किशोर का पैतृक गांव में बने कलोथन श्मशान घाट में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया किया। इससे पूर्व जैसे शहीद नवल किशोर की पार्थिव देह घर के आंगन में पहुंची तो मौहाल पूरी तरह से गमगीन हो गया। 28 वर्षीय शहीद हवलदार नवल किशोर की पत्नी श्वेता देवी ने शहीद पति को अंतिम विदाई। इस मौके पर शहीद के माता-पिता सहित परिजनों व सैकड़ों क्षेत्रों वासियों से शहीद को नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी, वहीं भारत माता की जय व शहीद नवल किशोर अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंज उठा। इससे पूर्व दोपहर करीब दो बजे सेना के हेलीकाप्टर के माध्यम से शहीद हवलदार नवल किशोर की पार्थिव देह चंडीगढ़ से मंडी स्थित हेली पैड लाई गई। यहां पर आर्मी सैनिक हेड क्वार्टर पालमपुर से आए सैनिकों और पूर्व सैनिक लीग व हिमाचल डिफेंस वूमेन ने तिरंगे में लिपटे शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रशासन की ओर से इस मौके पर एडीएम मंडी मदन कुमार कांगनीधार हेलिपेड में मौजूद रहे। मंडी जिला के कोटली उपमंडल के जलौन गांव के जवान का मंगलवार दोपहर बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जवान नवल किशोर सेना में हवलदार के पद पर तैनात था। शहीद के छोटे भाई सुनील ने हवलदार नवल किशोर को मुखाग्नि दी। रविवार को जवान सियाचिन में ड्यूटी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के चलते शहीद हो गया था। शहीद नवल किशोर का पैतृक गांव में बने कलोथन श्मशान घाट में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया किया। इससे पूर्व जैसे शहीद नवल किशोर की पार्थिव देह घर के आंगन में पहुंची तो मौहाल पूरी तरह से गमगीन हो गया। 28 वर्षीय शहीद हवलदार नवल किशोर की पत्नी श्वेता देवी ने शहीद पति को अंतिम विदाई। इस मौके पर शहीद के माता-पिता सहित परिजनों व सैकड़ों क्षेत्रों वासियों से शहीद को नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी, वहीं भारत माता की जय व शहीद नवल किशोर अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंज उठा। इससे पूर्व दोपहर करीब दो बजे सेना के हेलीकाप्टर के माध्यम से शहीद हवलदार नवल किशोर की पार्थिव देह चंडीगढ़ से मंडी स्थित हेली पैड लाई गई। यहां पर आर्मी सैनिक हेड क्वार्टर पालमपुर से आए सैनिकों और पूर्व सैनिक लीग व हिमाचल डिफेंस वूमेन ने तिरंगे में लिपटे शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रशासन की ओर से इस मौके पर एडीएम मंडी मदन कुमार कांगनीधार हेलिपेड में मौजूद रहे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में मुस्लिम समुदाय आमने-सामने आया:ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन पर भड़की संजौली मस्जिद कमेटी; बालूगंज मस्जिद के इमाम के खिलाफ मांगी कार्रवाई शिमला की संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के नगर निगम (MC) आयुक्त के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने के ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के दावे पर मुस्लिम समुदाय भड़क गया है। संजौली मस्जिद कमेटी ने इस मामले को तूल देने वालों और बालूगंज मस्जिद के इमाम के खिलाफ वक्फ बोर्ड से कार्रवाई की मांग की है। संजौली मस्जिद कमेटी के पूर्व प्रधान मोहम्मद लतीफ ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने सभी मस्जिदों को सर्कुलर जारी कर साफ कहा है कि मस्जिदों में नमाज के अलावा कोई भी गतिविधि न की जाए। ऐसे में बालूगंज मस्जिद में बीते बुधवार को ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन की मीटिंग कैसे आयोजित की गई? उन्होंने कहा, बालूगंज मस्जिद के इमाम के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बालूगंज मस्जिद की मीटिंग से उपजा विवाद दरअसल, बीते बुधवार को शिमला के बालूगंज की मस्जिद में मुस्लिम समुदाय की एक मीटिंग हुई। इसमें ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन का गठन किया गया। इस मीटिंग में MC आयुक्त के अवैध मस्जिद को गिराने के फैसले को चुनौती देने का फैसला लिया गया। इस पर संजौली मस्जिद कमेटी भड़क उठी और कुछ लोगों पर शिमला का माहौल खराब करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। MC आयुक्त ने कमेटी की सिफारिश पर तोड़ने के आदेश दिए संजौली मस्जिद कमेटी और वक्त बोर्ड ने खुद नगर निगम आयुक्त को लिखित में देकर कहा था कि यदि कोर्ट अवैध निर्माण गिराने के आदेश देता है तो वह मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने के लिए तैयार है। इसके आधार पर निगम आयुक्त ने अवैध हिस्से को तोड़ने के आदेश दिए। हाशमी बोले-जो अधिकृत नहीं थे, उन्होंने मस्जिद तोड़ने की बात कही वहीं ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के प्रवक्ता लियाकत अली हाशमी ने कहा, कुछ लोगों ने 2 गुटों की आपसी लड़ाई को सांप्रदायिक रंग दिया। फिर MC आयुक्त ने हिंदू संगठनों के दबाव में संजौली मस्जिद की फाइल को खोला और संबंधित पार्टी को कोर्ट में न बुलाकर ऐसे आदमी को बुलाया, जिसने दहशत में आकर मस्जिद को गिराने की पेशकश कर डाली, ऐसी पेशकश करने वाला व्यक्ति इसके लिए अधिकृत नहीं था। उन्होंने कहा, कि आयुक्त ने यह नहीं देखा कि कौन पार्टी है। एक दो लोगों की राय के आधार पर फैसला सुनाया गया है। उन्होंने कहा, मुस्लिमों की इबादत गाह को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी। वक्फ बोर्ड ने इमाम को जारी किया नोटिस: कुतुबुद्दीन हिमाचल वक्फ बोर्ड के स्टेट ऑफिसर कुतुबुद्दीन मान ने बताया कि बालूगंज मस्जिद में ऑर्गनाइजेशन की बैठक की सूचना उन्हें मिली है। इसे लेकर बोर्ड ने मस्जिद के इमाम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है क्योंकि वक्फ बोर्ड ने बीते 24 सितंबर एक सर्कुलर जारी था जिसमें मस्जिद में नमाज के अलावा किसी भी अन्य गतिविधि पर रोक के आदेश दिए गए थे। क्या है संजौली मस्जिद का विवाद.. आजादी से पहले थी 2 मंजिला मस्जिद दरअसल, संजौली में आजादी से पहले 2 मंजिला मस्जिद थी। साल 2010 में यहां अवैध निर्माण शुरू किया गया। 2010 में ही नगर निगम ने अवैध निर्माण रोकने का नोटिस दिया। साल 2020 तक अवैध निर्माण रोकने के लिए 35 नोटिस दिए गए। तब तक मस्जिद दो मंजिल से 5 मंजिल बना दी गई। निगम आयुक्त कोर्ट में सुनवाई भी चलती रही और निर्माण भी जारी रहा। बीते 5 अक्टूबर को 3 मंजिल तोड़ने के MC आयुक्त ने आदेश दे दिए है। मस्जिद का नक्शा पास नहीं मामले ने कैसे पकड़ा तूल? दरअसल, बीते 31 अगस्त को शिमला के मल्याणा क्षेत्र में एक व्यक्ति के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किए। आरोप लगा कि मारपीट करने वाले मस्जिद में जा छिपे। इसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया और अवैध बताकर मस्जिद को गिराने पर अड़ गए। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और विरोध पूरे प्रदेश में होने लगा। इसी मामले में हिंदू संगठनों ने पहले 2 बार संजौली और एक बार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इससे हिंदू संगठन भड़क गए। इसके बाद प्रदेशभर में प्रदर्शन किए गए। व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर रोष जाहिर किया। 11 सितंबर को में मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
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सोलन में निजी यूनिवर्सिटी में छात्र से रैगिंग:पीड़ित बोला- जबरदस्ती कमरे में ले जाकर मारपीट की, कई दिन से कर रहे थे तंग हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के कंडाघाट क्षेत्र के एक निजी यूनिवर्सिटी में रैगिंग का मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे एक जूनियर छात्र ने सीनियर छात्रों रैगिंग का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्र की शिकायत पर कंडाघाट पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक छात्र ने बताया कि दो दिन पूर्व फाइनल ईयर के कुछ छात्रों ने रैगिंग की और कमरे में ले जाकर मारपीट भी की। उसने पुलिस को बताया कि सीनियर उसे कई दिन से तंग कर रहे थे और दो दिन पहले यह इसे जबरदस्ती कमरे में ले गए। कमरे में मारपीट के दाैरान उसे चोटें भी आई हैं। मामले में सोमवार को यूनिवर्सिटी में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक भी बुलाई गई थी, लेकिन इसमें सीनियर छात्र नहीं पहुंचे। पुलिस ने छात्र की शिकायत पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि रैगिंग को लेकर शिकायत मिली थी। पुलिस जांच कर रही है। आरोपी छात्रों से पूछताछ की जाएगी और उसके बाद ही सच का पता चलेगा।