हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट पर मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले संस्कृत सदन मंडी के ऑडिटोरियम हॉल में रिटर्निंग ऑफिसर की मौजूदगी में सर्विस और पोस्टल बैलेट की गणना होगी। इसकी गणना पूरी होते ही पहला चुनावी रुझान सुबह 9 बजे तक आ जाएगा। इसके बाद EVM में मतगणना शुरू होगी। दोपहर साढे 12 बजे तक हार-जीत को लेकर स्थिति लगभग स्पष्ट होने की संभावना है। इस सीट के अधीन 17 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें मंडी, सराज, सरकाघाट, दरंग, नाचन, करसोग, बल्ह, जोगेंद्रनगर, सुंदरनगर, रामपुर, आनी, कुल्लू, मनाली, बंजार, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और भरमौर शामिल हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में मतगणना के लिए 9 जगह काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। इनमें करीब 500 कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी संभावित गड़बड़ी को रोकने के लिए थ्री-लेयर सिक्योरिटी लगाई गई है। पहली लेयर में सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स, दूसरी में राज्य पुलिस की हथियार से लैस बटालियन और तीसरी लेयर में जिला पुलिस तैनात की गई है। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार कंगना रनोट और कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह के बीच मुख्य मुकाबला है। हालांकि, यहां कुल 12 दावेदार चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर इस बार 73.15 प्रतिशत वोटिंग हु, जो पिछली बार 72.42 प्रतिशत के मुकाबले 0.73 प्रतिशत ज्यादा है। हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट पर मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले संस्कृत सदन मंडी के ऑडिटोरियम हॉल में रिटर्निंग ऑफिसर की मौजूदगी में सर्विस और पोस्टल बैलेट की गणना होगी। इसकी गणना पूरी होते ही पहला चुनावी रुझान सुबह 9 बजे तक आ जाएगा। इसके बाद EVM में मतगणना शुरू होगी। दोपहर साढे 12 बजे तक हार-जीत को लेकर स्थिति लगभग स्पष्ट होने की संभावना है। इस सीट के अधीन 17 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें मंडी, सराज, सरकाघाट, दरंग, नाचन, करसोग, बल्ह, जोगेंद्रनगर, सुंदरनगर, रामपुर, आनी, कुल्लू, मनाली, बंजार, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और भरमौर शामिल हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में मतगणना के लिए 9 जगह काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। इनमें करीब 500 कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी संभावित गड़बड़ी को रोकने के लिए थ्री-लेयर सिक्योरिटी लगाई गई है। पहली लेयर में सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स, दूसरी में राज्य पुलिस की हथियार से लैस बटालियन और तीसरी लेयर में जिला पुलिस तैनात की गई है। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार कंगना रनोट और कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह के बीच मुख्य मुकाबला है। हालांकि, यहां कुल 12 दावेदार चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर इस बार 73.15 प्रतिशत वोटिंग हु, जो पिछली बार 72.42 प्रतिशत के मुकाबले 0.73 प्रतिशत ज्यादा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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लायक राम के अनुसार, उसने 14 मई को मंडी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र भरा। वन विभाग से असामयिक सेवानिवृत्त होने पर उसने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष वन विभाग से जारी जरूरी नो ड्यूज सर्टिफिकेट नामांकन पत्र के साथ सौंपे। नामांकन के दौरान उन्हें कहा गया कि स्वतंत्र रूप से संबंधित विभागों द्वारा सरकारी आवास को लेकर जारी बिजली, पानी और टेलीफोन के नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी देने होंगे। उसे यह प्रमाण पत्र देने के लिए अगले दिन तक का समय दिया गया। लायक राम का इस वजह से रद्द किया गया था नामांकन
15 मई को नामांकन पत्रों की जांच की जानी थी। प्रार्थी के अनुसार, 15 मई को उसने विभिन्न विभागों द्वारा जारी बिजली, पानी और टेलीफोन के नो ड्यूज सर्टिफिकेट RO को सौंप दिए। मगर उन्होंने यह दस्तावेज लेने से इनकार कर दिया और कहा कि प्रार्थी के नामांकन में उपरोक्त नो ड्यूज सर्टिफिकेट न लगना एक बड़ी त्रुटि है, जिसे अब दूर नहीं किया जा सकता है। इसके बाद उनका नामांकन अस्वीकार किया गया। मंडी सीट पर चुनाव दोबारा कराने का आग्रह
लायक राम के अनुसार, इस वजह से वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाए। प्रार्थी के अनुसार यह कोई बड़ी त्रुटि नहीं थी, जिस कारण उसका नामांकन अस्वीकार कर दिया जाता। याची का कहना है कि यदि उसे चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाता तो वह लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब हो जाता। इसे देखते हुए उन्होंने मंडी सीट के चुनाव को रद करने की गुहार लगाई है,ताकि इस सीट पर दोबारा चुनाव हो सके।