योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण का गुरुवार को कन्नौज में जमकर विरोध हुआ। मेडिकल कॉलेज तिर्वा में भाजपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कुर्सियों पर खड़े हो गए। फिर हंगामा करते हुए मंच के पास पहुंच गए। कुछ मंच पर चढ़ भी गए। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उनसे धक्का-मुक्की हुई। बवाल बढ़ते देख पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम से बाहर कर दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा, लोधी समाज की एक लड़की को दलित लड़का भगा ले गया था। पीड़ित परिवार मंत्री के पास पहुंचा तो उन्होंने फटकार लगा दी। इससे लोगों में गुस्सा है। कार्यकर्ता उन पर जातिवादी होने का आरोप लगा रहे हैं। विदेश में पढ़े असीम अरुण 1994 बैच के IPS ऑफिसर हैं। वीआरएस लेकर भाजपा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। वे कन्नौज से विधायक हैं। 2 फोटो देखिए… अब विस्तार से पढ़िए… भाषण शुरू करते ही नारेबाजी करने लगे कार्यकर्ता
गुरुवार को तिर्वा मेडिकल कॉलेज में डॉ अंबेडकर सम्मान समारोह था। मंत्री असीम अरुण कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां जिले की प्रभारी मंत्री रजनी तिवारी मुख्य मेहमान के रूप में मौजूद थीं। भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष वीरसिंह भदौरिया समेत कई पदाधिकारी मंच पर थे। जैसे ही मंत्री असीम अरुण भाषण देने के लिए खड़े हुए, तभी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कुर्सियों पर खड़े होकर उनके विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा करते हुए कार्यकर्ता मंच के पास पहुंच गए। जहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों और पुलिस कर्मियों ने कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ धक्कामुक्की हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि आयोजकों को कार्यक्रम बीच में ही समाप्त करना पड़ा। विरोध की पूरी वजह जानिए
भाजपा के जिला मंत्री अजय वर्मा ने बताया- कन्नौज शहर के एक मोहल्ले की रहने वाली लोधी समाज की लड़की को कुछ समय पहले लुधपुरी मोहल्ला निवासी दलित युवक भगा ले गया था। उसके खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले को लेकर 22 अप्रैल को लड़की के परिजनों ने मंत्री असीम अरुण से कन्नौज स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की थी। यहां लड़की की बरामदगी और आरोपी पर कार्रवाई कराने के लिए गुहार लगाई। बताया गया कि मंत्री असीम अरुण ने लड़की के परिजनों को डांटते हुए कहा, हमारा यही काम रह गया क्या? इस बात से गुस्साए लोधी समाज के लोगों ने मंत्री पर जातिवादी होने के आरोप लगाए। गुरुवार को जब तिर्वा के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भाजपा का कार्यक्रम चल रहा था, तो वहां बड़ी तादाद में कार्यकर्ता मौजूद थे। जानिए कौन हैं असीम अरुण… —————————– ये खबर भी पढ़ें… अखिलेश बोले- कानपुर में शुभम के घर नहीं जाऊंगा:BJP वहां कुछ भी करा सकती है; राजा भैया से मेरा कोई परिचय नहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा- कानपुर में शुभम द्विवेदी के घर हम नहीं जा रहे। भाजपा वहां कुछ भी करा सकती है। इसलिए सावधान रहना चाहिए। जब मैं मुख्यमंत्री था, तब एक फौजी के यहां गया था। उस कमरे में RSS के लोग बैठे हुए थे। उन्होंने क्या करवाया था। आप पता करवा लीजिएगा। पढ़ें पूरी खबर… योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण का गुरुवार को कन्नौज में जमकर विरोध हुआ। मेडिकल कॉलेज तिर्वा में भाजपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कुर्सियों पर खड़े हो गए। फिर हंगामा करते हुए मंच के पास पहुंच गए। कुछ मंच पर चढ़ भी गए। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उनसे धक्का-मुक्की हुई। बवाल बढ़ते देख पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम से बाहर कर दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा, लोधी समाज की एक लड़की को दलित लड़का भगा ले गया था। पीड़ित परिवार मंत्री के पास पहुंचा तो उन्होंने फटकार लगा दी। इससे लोगों में गुस्सा है। कार्यकर्ता उन पर जातिवादी होने का आरोप लगा रहे हैं। विदेश में पढ़े असीम अरुण 1994 बैच के IPS ऑफिसर हैं। वीआरएस लेकर भाजपा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। वे कन्नौज से विधायक हैं। 2 फोटो देखिए… अब विस्तार से पढ़िए… भाषण शुरू करते ही नारेबाजी करने लगे कार्यकर्ता
गुरुवार को तिर्वा मेडिकल कॉलेज में डॉ अंबेडकर सम्मान समारोह था। मंत्री असीम अरुण कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां जिले की प्रभारी मंत्री रजनी तिवारी मुख्य मेहमान के रूप में मौजूद थीं। भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष वीरसिंह भदौरिया समेत कई पदाधिकारी मंच पर थे। जैसे ही मंत्री असीम अरुण भाषण देने के लिए खड़े हुए, तभी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कुर्सियों पर खड़े होकर उनके विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा करते हुए कार्यकर्ता मंच के पास पहुंच गए। जहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों और पुलिस कर्मियों ने कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ धक्कामुक्की हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि आयोजकों को कार्यक्रम बीच में ही समाप्त करना पड़ा। विरोध की पूरी वजह जानिए
भाजपा के जिला मंत्री अजय वर्मा ने बताया- कन्नौज शहर के एक मोहल्ले की रहने वाली लोधी समाज की लड़की को कुछ समय पहले लुधपुरी मोहल्ला निवासी दलित युवक भगा ले गया था। उसके खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले को लेकर 22 अप्रैल को लड़की के परिजनों ने मंत्री असीम अरुण से कन्नौज स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की थी। यहां लड़की की बरामदगी और आरोपी पर कार्रवाई कराने के लिए गुहार लगाई। बताया गया कि मंत्री असीम अरुण ने लड़की के परिजनों को डांटते हुए कहा, हमारा यही काम रह गया क्या? इस बात से गुस्साए लोधी समाज के लोगों ने मंत्री पर जातिवादी होने के आरोप लगाए। गुरुवार को जब तिर्वा के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भाजपा का कार्यक्रम चल रहा था, तो वहां बड़ी तादाद में कार्यकर्ता मौजूद थे। जानिए कौन हैं असीम अरुण… —————————– ये खबर भी पढ़ें… अखिलेश बोले- कानपुर में शुभम के घर नहीं जाऊंगा:BJP वहां कुछ भी करा सकती है; राजा भैया से मेरा कोई परिचय नहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा- कानपुर में शुभम द्विवेदी के घर हम नहीं जा रहे। भाजपा वहां कुछ भी करा सकती है। इसलिए सावधान रहना चाहिए। जब मैं मुख्यमंत्री था, तब एक फौजी के यहां गया था। उस कमरे में RSS के लोग बैठे हुए थे। उन्होंने क्या करवाया था। आप पता करवा लीजिएगा। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
मंत्री असीम अरुण का BJP कार्यकर्ताओं ने विरोध किया:कन्नौज में मंच पर चढ़कर नारेबाजी, पुलिस से धक्का-मुक्की; कार्यक्रम रद्द करना पड़ा
