कानपुर के जिस बंद मदरसा में बच्चे का कंकाल मिला, उससे 500 मीटर की दूरी पर रहने वाली एक महिला ने थाने पहुंचकर कहा– ये मेरा बच्चा अयान है। पुलिस इस बयान की पुष्टि के लिए हड्डियों के सैंपल और महिला के ब्लड सैंपल आगरा की फोरेंसिक लैब भेज रही है। अब सवाल उठता है कि क्या महिला के आरोप ठीक है? इसके लिए एक फैक्ट कॉमन है, महिला ने कहा– अयान ने जिस दिन गायब हुआ, उस दिन वह हाफ पैंट और शर्ट पहने था। कंकाल पर भी ऐसे ही कपड़े मिले हैं। जो गुमशुदगी दर्ज हुई है, उसके मुताबिक अयान 24 अगस्त, 2023 घर के बाहर खेलते हुए लापता हुआ था। फिर उसको किसी ने नहीं देखा। यह एक पेंच ये भी है कि पुलिस के मुताबिक कंकाल के सिर बाल मिले हैं, जोकि लंबे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह कंकाल एक लड़की का हो सकता है। इन हालात में पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। CMO ने रिपोर्ट बनाकर DM ऑफिस भेजी है। इस कंकाल का पोस्टमॉर्टम 3 डॉक्टर्स का पैनल करेगा। वीडियोग्राफी के लिए कहा गया है। अगस्त, 2023 में गायब हुआ था अयान
इस पूरे मामले की शुरुआत जाजमऊ के पोखरपुर फॉर्म वाली गली में बंद पड़े मदरसे में कंकाल मिलने से हुई। इसके करीब 18 घंटे बाद 500 मीटर दूर स्थित मोहल्ले छबीलेपुरवा में रहने वाली महिला अजबुननिशा थाने पहुंचीं। थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि अजबुननिशा और उनके पति वाहिद का करीब 13 साल का बेटा अयान 24 अगस्त, 2023 को घर के बाहर से खेलते समय गायब हो गया था। अयान मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई गई थी। महिला का कहना है कि यह कंकाल उनके बच्चे का है। थाना प्रभारी ने बताया कि टीशर्ट और हाफ पैंट से महिला ने अपने बेटे का कंकाल होने की आशंका जताई, लेकिन शव के लंबे बालों से कहानी उलझ गई है। महिला के ब्लड सैंपल और हड्डियों का DNA सैंपल का मिलान अगर होता है, तो ये साफ हो सकेगा कि कंकाल लापता बच्चे अयान का ही है या नहीं। मोहल्ले के लोग बोले- लड़की के साथ हैवानियत के बाद हत्या
मदरसा के पास रहने वाले सैय्यद नकवी रजा ने कहा- मोहल्ले में जिनके मकान में कंकाल मिला है, उनके यहां कुछ दिन पहले शादी में गया था। बताया था कि मकान बंद रहता है। बरसात का पानी भरता है। मकान मालिक को कई बार टोका कि इस घर में किसी को रख लो, लेकिन एक नहीं सुनी। मेरा ऐसा ख्याल है कि ताला खोला गया या फिर तोड़ा गया। इसके बाद ताले को किसी तरह फंसाकर बंद कर दिया। ताला बाहर से बंद लगता रहा। भास्कर टीम ने पूछा- आपको क्या लगता है कि क्या हुआ होगा? उन्होंने कहा- लाश लड़की की लग रही है, उसे जिंदा जलाए हाेंगे। लंबे बाल होने की वजह से साफ हो गया कि यह किसी लड़की का शव है। अगर लड़की का शव है तो उसे जिंदा लाकर हैवानियत के बाद मारा होगा। हो सकता है कि ऐसा किसी दुश्मनी की वजह से किया गया हो। लोग बोले – इस एरिया में स्ट्रीट लाइट नहीं, ऐसे में क्रिमिनल जो चाहे करें
सैय्यद नकवी रजा ने बताया- बंद मदरसा और मोहल्ले में अंधेरा होने से लोगों लोगों में डर बना रहता है। क्षेत्रीय पार्षद से कई बार कहा कि यहां की रोड लाइट ठीक करवा दें। लेकिन, पार्षद कहते हैं कि उन्हें मुस्लिम इलाके से वोट नहीं मिलता है तो वो काम भी नहीं कराएंगे। कई बार शिकायत के बाद भी हालात जस के तस हैं। मोहल्ले के दिलशाद अहमद ने बताया- कोरानाकाल से यह मकान बंद है। इसके बाद से इसमें कोई आता-जाता नहीं है। ये तो बताना मुश्किल है कि आखिर शव कैसे पहुंचा। इस मकान के पीछे से भी मकान में घुसा जा सकता है। पीछे से भी कोई भीतर जाकर शव डालने या हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे सकता है। अब पुलिस की जांच से ही चीजें साफ हो जाएगी। सेना फार्म करीब, वहां से मरे जानवरों की बदबू में इस लाश के होने का पता नहीं चला
मोहल्ले के शम्मी ने बताया- सेना का फॉर्म है। यहां अक्सर कुत्ते-बिल्ली मर जाते हैं। उसकी बदबू आती है। इस वजह से हम लोग समझ ही नहीं पाए कि बदबू मदरसे से आई या फिर बाहर से आ रही है। किसी बच्चे की लापता की जानकारी पर शम्मी ने इनकार कर दिया। ताला टूटा देखा तो अंदर गए लोग
बेकनगंज निवासी शब्बीर अहमद का जाजमऊ के पोखरपुर फॉर्म वाली गली में करीब 100 वर्ग गज का मकान है। इसमें शब्बीर के दामाद नई सड़क निवासी परवेज अख्तर 10 साल पहले मदरसा कदरिया उलूम चलाते थे। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कोरोना काल में करीब चार साल पहले मदरसा बंद हो गया था। उस समय यहां पर करीब 60 से 70 बच्चे पढ़ते थे। दो साल पहले संचालक परवेज अख्तर की भी कैंसर से मौत हो गई थी। परवेज के बेटे हमजा ने बताया- एक साल पहले गेट पर लगा ताला टूटने की सूचना पर आए थे। इसे बदलकर वे बाहर से ही चले गए थे। उन्होंने अंदर जाकर नहीं देखा था। हमजा ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे KDA निवासी उनके ममेरा भाई अनस निकला तो उसने फिर ताला टूटा देखा। अंदर जाकर देखा तो कमरे में बच्चे का कंकाल पड़ा मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। किचन के सामने बने कमरे में मिला कंकाल
मदरसे में क्लास रूम के पीछे एक किचन बना है। इसके सामने छोटा सा कमरा है जिसमे बच्चे का कंकाल मिला है। इस छोटे कमरे पर खिड़की भी लगी है। इसके अलावा मदरसे में पीछे खुले मैदान की ओर एक दरवाजा भी है लेकिन, इसमें अंदर से ताला बंद है। ——————- ये खबर भी पढ़िए- IPS इल्मा बोलीं- मैंने ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाई: खनन माफिया-तस्करों पर नकेल कसी हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया की कमर तोड़ने की वजह से तेज तर्रार IPS इल्मा अफरोज सियासी टकराव का सामना कर रही हैं। इल्मा ने लंबी खामोशी के बाद बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। लंबी छुट्टी पर चल रही इल्मा ने बुधवार को मुरादाबाद में एक कॉलेज में छात्राओं से हिमाचल के बद्दी जिले के अपने अनुभव साझा किए। इल्मा अफरोज ने कहा- आपके दिल में अपने देश के लिए कुछ करने का जज्बा है, तो आपको मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। याद रखें, हमारे लिए हमारा देश पहले है और हम बाद में। इल्मा ने कहा- मैं बद्दी जिले की पुलिस अधीक्षक बनी तो मैंने अच्छे से दिल लगाकर मेहनत और मोहब्बत से काम किया। नशे के सौदागरों के खिलाफ अभियान चलाया। युवाओं को, बच्चों को नशों से बचाया। जो बड़े-बड़े ड्रग तस्कर थे, गंदे नशों का काम करते थे, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर के जिस बंद मदरसा में बच्चे का कंकाल मिला, उससे 500 मीटर की दूरी पर रहने वाली एक महिला ने थाने पहुंचकर कहा– ये मेरा बच्चा अयान है। पुलिस इस बयान की पुष्टि के लिए हड्डियों के सैंपल और महिला के ब्लड सैंपल आगरा की फोरेंसिक लैब भेज रही है। अब सवाल उठता है कि क्या महिला के आरोप ठीक है? इसके लिए एक फैक्ट कॉमन है, महिला ने कहा– अयान ने जिस दिन गायब हुआ, उस दिन वह हाफ पैंट और शर्ट पहने था। कंकाल पर भी ऐसे ही कपड़े मिले हैं। जो गुमशुदगी दर्ज हुई है, उसके मुताबिक अयान 24 अगस्त, 2023 घर के बाहर खेलते हुए लापता हुआ था। फिर उसको किसी ने नहीं देखा। यह एक पेंच ये भी है कि पुलिस के मुताबिक कंकाल के सिर बाल मिले हैं, जोकि लंबे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह कंकाल एक लड़की का हो सकता है। इन हालात में पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। CMO ने रिपोर्ट बनाकर DM ऑफिस भेजी है। इस कंकाल का पोस्टमॉर्टम 3 डॉक्टर्स का पैनल करेगा। वीडियोग्राफी के लिए कहा गया है। अगस्त, 2023 में गायब हुआ था अयान
इस पूरे मामले की शुरुआत जाजमऊ के पोखरपुर फॉर्म वाली गली में बंद पड़े मदरसे में कंकाल मिलने से हुई। इसके करीब 18 घंटे बाद 500 मीटर दूर स्थित मोहल्ले छबीलेपुरवा में रहने वाली महिला अजबुननिशा थाने पहुंचीं। थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि अजबुननिशा और उनके पति वाहिद का करीब 13 साल का बेटा अयान 24 अगस्त, 2023 को घर के बाहर से खेलते समय गायब हो गया था। अयान मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई गई थी। महिला का कहना है कि यह कंकाल उनके बच्चे का है। थाना प्रभारी ने बताया कि टीशर्ट और हाफ पैंट से महिला ने अपने बेटे का कंकाल होने की आशंका जताई, लेकिन शव के लंबे बालों से कहानी उलझ गई है। महिला के ब्लड सैंपल और हड्डियों का DNA सैंपल का मिलान अगर होता है, तो ये साफ हो सकेगा कि कंकाल लापता बच्चे अयान का ही है या नहीं। मोहल्ले के लोग बोले- लड़की के साथ हैवानियत के बाद हत्या
मदरसा के पास रहने वाले सैय्यद नकवी रजा ने कहा- मोहल्ले में जिनके मकान में कंकाल मिला है, उनके यहां कुछ दिन पहले शादी में गया था। बताया था कि मकान बंद रहता है। बरसात का पानी भरता है। मकान मालिक को कई बार टोका कि इस घर में किसी को रख लो, लेकिन एक नहीं सुनी। मेरा ऐसा ख्याल है कि ताला खोला गया या फिर तोड़ा गया। इसके बाद ताले को किसी तरह फंसाकर बंद कर दिया। ताला बाहर से बंद लगता रहा। भास्कर टीम ने पूछा- आपको क्या लगता है कि क्या हुआ होगा? उन्होंने कहा- लाश लड़की की लग रही है, उसे जिंदा जलाए हाेंगे। लंबे बाल होने की वजह से साफ हो गया कि यह किसी लड़की का शव है। अगर लड़की का शव है तो उसे जिंदा लाकर हैवानियत के बाद मारा होगा। हो सकता है कि ऐसा किसी दुश्मनी की वजह से किया गया हो। लोग बोले – इस एरिया में स्ट्रीट लाइट नहीं, ऐसे में क्रिमिनल जो चाहे करें
सैय्यद नकवी रजा ने बताया- बंद मदरसा और मोहल्ले में अंधेरा होने से लोगों लोगों में डर बना रहता है। क्षेत्रीय पार्षद से कई बार कहा कि यहां की रोड लाइट ठीक करवा दें। लेकिन, पार्षद कहते हैं कि उन्हें मुस्लिम इलाके से वोट नहीं मिलता है तो वो काम भी नहीं कराएंगे। कई बार शिकायत के बाद भी हालात जस के तस हैं। मोहल्ले के दिलशाद अहमद ने बताया- कोरानाकाल से यह मकान बंद है। इसके बाद से इसमें कोई आता-जाता नहीं है। ये तो बताना मुश्किल है कि आखिर शव कैसे पहुंचा। इस मकान के पीछे से भी मकान में घुसा जा सकता है। पीछे से भी कोई भीतर जाकर शव डालने या हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे सकता है। अब पुलिस की जांच से ही चीजें साफ हो जाएगी। सेना फार्म करीब, वहां से मरे जानवरों की बदबू में इस लाश के होने का पता नहीं चला
मोहल्ले के शम्मी ने बताया- सेना का फॉर्म है। यहां अक्सर कुत्ते-बिल्ली मर जाते हैं। उसकी बदबू आती है। इस वजह से हम लोग समझ ही नहीं पाए कि बदबू मदरसे से आई या फिर बाहर से आ रही है। किसी बच्चे की लापता की जानकारी पर शम्मी ने इनकार कर दिया। ताला टूटा देखा तो अंदर गए लोग
बेकनगंज निवासी शब्बीर अहमद का जाजमऊ के पोखरपुर फॉर्म वाली गली में करीब 100 वर्ग गज का मकान है। इसमें शब्बीर के दामाद नई सड़क निवासी परवेज अख्तर 10 साल पहले मदरसा कदरिया उलूम चलाते थे। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कोरोना काल में करीब चार साल पहले मदरसा बंद हो गया था। उस समय यहां पर करीब 60 से 70 बच्चे पढ़ते थे। दो साल पहले संचालक परवेज अख्तर की भी कैंसर से मौत हो गई थी। परवेज के बेटे हमजा ने बताया- एक साल पहले गेट पर लगा ताला टूटने की सूचना पर आए थे। इसे बदलकर वे बाहर से ही चले गए थे। उन्होंने अंदर जाकर नहीं देखा था। हमजा ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे KDA निवासी उनके ममेरा भाई अनस निकला तो उसने फिर ताला टूटा देखा। अंदर जाकर देखा तो कमरे में बच्चे का कंकाल पड़ा मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। किचन के सामने बने कमरे में मिला कंकाल
मदरसे में क्लास रूम के पीछे एक किचन बना है। इसके सामने छोटा सा कमरा है जिसमे बच्चे का कंकाल मिला है। इस छोटे कमरे पर खिड़की भी लगी है। इसके अलावा मदरसे में पीछे खुले मैदान की ओर एक दरवाजा भी है लेकिन, इसमें अंदर से ताला बंद है। ——————- ये खबर भी पढ़िए- IPS इल्मा बोलीं- मैंने ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाई: खनन माफिया-तस्करों पर नकेल कसी हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया की कमर तोड़ने की वजह से तेज तर्रार IPS इल्मा अफरोज सियासी टकराव का सामना कर रही हैं। इल्मा ने लंबी खामोशी के बाद बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। लंबी छुट्टी पर चल रही इल्मा ने बुधवार को मुरादाबाद में एक कॉलेज में छात्राओं से हिमाचल के बद्दी जिले के अपने अनुभव साझा किए। इल्मा अफरोज ने कहा- आपके दिल में अपने देश के लिए कुछ करने का जज्बा है, तो आपको मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। याद रखें, हमारे लिए हमारा देश पहले है और हम बाद में। इल्मा ने कहा- मैं बद्दी जिले की पुलिस अधीक्षक बनी तो मैंने अच्छे से दिल लगाकर मेहनत और मोहब्बत से काम किया। नशे के सौदागरों के खिलाफ अभियान चलाया। युवाओं को, बच्चों को नशों से बचाया। जो बड़े-बड़े ड्रग तस्कर थे, गंदे नशों का काम करते थे, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर