मनमोहन सिंह को जत्थेदार रघुबीर सिंह ने श्रद्धांजलि दी:बोले- पूर्व PM ने पगड़ी का महत्व दुनियाभर में पहुंचाया; आज दिल्ली में हो रही अंतिम अरदास

मनमोहन सिंह को जत्थेदार रघुबीर सिंह ने श्रद्धांजलि दी:बोले- पूर्व PM ने पगड़ी का महत्व दुनियाभर में पहुंचाया; आज दिल्ली में हो रही अंतिम अरदास

भारत के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की आज शुक्रवार अंतिम अरदास दिल्ली में हो रही है। पांच तख्तों में से एक श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उन्हें उनकी अंतिम अरदास से पहले याद किया। उन्होंने उनकी आत्मिक शांति के लिए अरदास भी की है। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम अरदास आज दिल्ली में की जा रही है। डॉ. मनमोहन सिंह ऐसी शिख़्सयत हुए हैं, जिन्होंने अपने कॉलेज लाइफ समय ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (AISSF) के वर्कर के तौर पर सेवा निभाई है। उन्होंने देश की आर्थिक स्थिति को भी लकीर पर लेकर आए। जब देश की आर्थिक स्थिति डगमगाई, तो ऐसे महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह देश को तरक्की की राह पर लेकर आए। उनके कार्यकाल में देश ने लगातार तरक्की की। 92 साल की उम्र में डॉ. मनमोहन सिंह श्री अकाल पूरख के चरणों में जा विराजे। जो 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कार्य हुए, जिन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा। उन्होंने दस्तार (पगड़ी) की पहचान व पगड़ी की मान को पूरे विश्व में पहुंचाया। अरदास है कि गुरु साहिब उनकी आत्मा को अपने चरणों में जगह दें और परिवार को ये भाणा मीठा मानने का बल बख्शें (क्षति को सहने का बल दें)। 26 दिसंबर को ली आखिरी सांस पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। इसके बाद 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। भारत के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की आज शुक्रवार अंतिम अरदास दिल्ली में हो रही है। पांच तख्तों में से एक श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उन्हें उनकी अंतिम अरदास से पहले याद किया। उन्होंने उनकी आत्मिक शांति के लिए अरदास भी की है। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम अरदास आज दिल्ली में की जा रही है। डॉ. मनमोहन सिंह ऐसी शिख़्सयत हुए हैं, जिन्होंने अपने कॉलेज लाइफ समय ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (AISSF) के वर्कर के तौर पर सेवा निभाई है। उन्होंने देश की आर्थिक स्थिति को भी लकीर पर लेकर आए। जब देश की आर्थिक स्थिति डगमगाई, तो ऐसे महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह देश को तरक्की की राह पर लेकर आए। उनके कार्यकाल में देश ने लगातार तरक्की की। 92 साल की उम्र में डॉ. मनमोहन सिंह श्री अकाल पूरख के चरणों में जा विराजे। जो 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कार्य हुए, जिन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा। उन्होंने दस्तार (पगड़ी) की पहचान व पगड़ी की मान को पूरे विश्व में पहुंचाया। अरदास है कि गुरु साहिब उनकी आत्मा को अपने चरणों में जगह दें और परिवार को ये भाणा मीठा मानने का बल बख्शें (क्षति को सहने का बल दें)। 26 दिसंबर को ली आखिरी सांस पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। इसके बाद 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।   पंजाब | दैनिक भास्कर