हरियाणा के चरखीदादरी से मनाली घूमने जा रहे 3 दोस्तों की कार डिवाइडर से टकरा गई। जिसमें 2 युवकों की मौत हो गई जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा जींद के जुलाना में हुआ। युवक चरखी दादरी के गांव हड़ौदी के रहने वाले हैं। दोनों के शवों का बुधवार को जींद के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद देर शाम गांव हड़ौदी में गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार हड़ौदी निवासी अंकित, नवीन और मनीष घर से कार लेकर मनाली घूमने के लिए गए थे। नेशनल हाइवे 152-डी पर जींद जिले के जुलाना के समीप कार अज्ञात कारणों से अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। इस दौरान चोट लगने से अंकित व नवीन की मौत हो गई जबकि मनीष घायल हाे गया। जिसका उपचार चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि मनीष मूल रूप से बहादुरगढ़ निवासी है और वर्तमान में हड़ौदी ही रहता है। नवीन अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता हरदेव खेती बाड़ी का कार्य करते हैं। हरियाणा के चरखीदादरी से मनाली घूमने जा रहे 3 दोस्तों की कार डिवाइडर से टकरा गई। जिसमें 2 युवकों की मौत हो गई जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा जींद के जुलाना में हुआ। युवक चरखी दादरी के गांव हड़ौदी के रहने वाले हैं। दोनों के शवों का बुधवार को जींद के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद देर शाम गांव हड़ौदी में गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार हड़ौदी निवासी अंकित, नवीन और मनीष घर से कार लेकर मनाली घूमने के लिए गए थे। नेशनल हाइवे 152-डी पर जींद जिले के जुलाना के समीप कार अज्ञात कारणों से अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। इस दौरान चोट लगने से अंकित व नवीन की मौत हो गई जबकि मनीष घायल हाे गया। जिसका उपचार चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि मनीष मूल रूप से बहादुरगढ़ निवासी है और वर्तमान में हड़ौदी ही रहता है। नवीन अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता हरदेव खेती बाड़ी का कार्य करते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चरखी दादरी में रात को DC ने सुनी समस्याएं:ग्रामीण बोले-पानी में TDS की मात्रा अधिक, लाइब्रेरी निर्माण जरूरी, कड़कड़ाती ठंड में पहुंचे फरियादी हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी के निर्देश पर चरखी दादरी के डीसी मुनीश शर्मा व एसपी अर्श वर्मा आला अधिकारियों के साथ जिले के गांव रानीला पहुंचे। जहां रात्रि प्रवास के लिए जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष अलग-अलग समस्याएं रखीं। डीसी ने ग्रामीणों को समस्या समाधान का आश्वासन दिया है। भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल में दादरी जिले में रात्रि में समस्याएं सुनने का यह पहला कार्यक्रम है। बता दें कि सीएम ने जिला उपायुक्तों को बड़े गांवों में रात्रि प्रवास कर समस्याएं सुनने के निर्देश दिए थे। जिले के गांव रानीला में रात्रि प्रवास कर समस्याएं सुनने का कार्यक्रम तय किया गया था। जिसके लिए चरखी दादरी डीसी ने पत्र जारी कर एसपी, एडीसी, एसडीएम, जिला परिषद सीईओ समेत दो दर्जन से अधिक अधिकारियों को मंगलवार रात्रि को रानीला गांव पहुंचने के निर्देश दिए थे। उसी के तहत डीसी, एसपी, एसडीएम आदि अधिकारियों ने रानीला पहुंचकर लोगों की समस्याएं जानीं। 25 से 30 समस्याएं उठाई गईं कड़ाके की ठंड के बावजूद लोग अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों के पास पहुंचे और समाधान की गुहार लगाई। इस दौरान ग्रामीणों ने पेयजल, नहरी पानी, जलभराव, पुस्तकालय, गली निर्माण, बिजली किल्लत, नशा मुक्ति आदि से संबंधित समस्याएं उठाईं। समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन दिया है। जल्द होगा समाधान: डीसी चरखी दादरी डीसी मुनीश शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों ने उनके समक्ष कई समस्याएं रखी हैं। कुछ समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। कुछ समस्याएं बड़ी हैं, जिनके लिए एस्टीमेट तैयार करने और उन्हें लागू करने में दो से ढाई महीने का समय लगेगा। ग्रामीणों ने कहा- पानी के कारण लोग हो रहे हैं बीमार ग्रामीणों ने डीसी से कहा कि साहब पानी में टीडीएस की मात्रा बहुत अधिक है, जिसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने इससे बचने के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था करने की मांग की है। इसके अलावा गांव में पांच तालाब होने के बावजूद जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिसके लिए जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई। डीसी ने नशे से दूर रहने का किया आह्वान रानीला पहुंचे दादरी डीसी ने लोगों से आह्वान किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें तथा युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित कर नशे से दूर रखें, ताकि युवा देश के लिए पदक जीत सकें।
हरियाणा राज्यसभा उपचुनाव का आज जारी होगा नोटिफिकेशन:बीजेपी में एक और दावेदार जुड़ा; अब तक 5 कर रहे लॉबिंग, दलित कोटे से खाली हुई सीट
हरियाणा राज्यसभा उपचुनाव का आज जारी होगा नोटिफिकेशन:बीजेपी में एक और दावेदार जुड़ा; अब तक 5 कर रहे लॉबिंग, दलित कोटे से खाली हुई सीट हरियाणा में कृष्णलाल पंवार के इसराना से विधायक बनने के बाद खाली हुई राज्यसभा की एक सीट के उपचुनाव के लिए आज नोटिफिकेशन जारी होगा। इस सीट के लिए बीजेपी में कई नेता अपना दावा ठोक चुके हैं। इन सबके बीच अब एक और नया दावेदार जुड़ गया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और पार्टी के बड़े दलित चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले डॉ बनवारी लाल भी इस सीट के लिए दावा ठोंकने लगे हैं। इसकी एक वजह यह है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी वाबल सीट से टिकट काट दी गई थी। पार्टी उन्हें राज्यसभा से टिकट देकर उन्हें एडजस्ट करने की कोशिश करेगी। राज्यसभा की यह सीट SC कोटे से खाली हुई है। हालांकि इस सीट के लिए बिश्नोई, जाट, ब्राह्मण और दूसरे दलित चेहरे लॉबिंग कर रहे हैं। पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि कृष्ण लाल पंवार SC कोटे से राज्यसभा गए थे। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि SC कोटे से ही नेता राज्यसभा में भेजा जाएगा। हालांकि, भाजपा अभी चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव घोषणा की तारीख का इंतजार कर रही है। चुनाव का ये है शेड्यूल हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव के लिए 20 दिसंबर को वोटिंग होगी। इसी दिन शाम को रिजल्ट जारी होगा। चुनाव आयोग ने मंगलवार को इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया। 3 दिसंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। 10 दिसंबर को नामांकन की लास्ट डेट है। वोटिंग उसी सूरत में होगी, जब दूसरा नामांकन आएगा। भाजपा की संख्या बल के हिसाब से जीत तय मानी जा रही है, कांग्रेस पिछले राज्यसभा उपचुनाव की तरह इस चुनाव से भी किनारा कर सकती है। यहां पढ़िए कौन नेता क्यों दावेदार… डॉ बनवारी लाल, पार्टी का बड़ा दलित चेहरा राज्यसभा उपचुनाव के लिए डॉ बनवारी लाल को बड़ा दावेदार माने जाने की तीन बड़ी वजहें हैं। पहली विधानसभा चुनाव में उनकी टिकट काट कर नए चेहरे को मैदान में उतारा गया। दूसरी पार्टी के बड़े दलित चेहरे के रूप में पहचान है। तीसरी वजह यह है कि वह पार्टी के दो केंद्रीय मंत्रियों के करीबी हैं। पहला पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह। ये दोनों नेता बनवारी लाल की पैरवी कर रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई, हरियाणा-राजस्थान के वोटरों में पकड़ पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। 3 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में विधायक और सांसद रह चुके हैं। पत्नी और बेटा भी विधायक रह चुके हैं। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ है। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। सुनीता दुग्गल: पार्टी का बड़ा दलित चेहरा, टिकट कटी थी पार्टी का बड़ा दलित चेहरा है। सिरसा से 2019 में भाजपा के टिकट से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनकी टिकट काटकर अशोक तंवर को दे दी। फिर भी वह पार्टी से नाराज नहीं हुईं। उनकी दलितों में अच्छी पकड़ मानी जाती है। 2024 में रतिया से विधानसभा चुनाव लड़ीं, लेकिन हार गईं। चूंकि खाली हुई राज्यसभा सीट एससी सीट है, इसलिए सुनीता दुग्गल इस सीट के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। मोहन लाल बड़ौली: खुद नहीं लड़े, पार्टी को जितवाया हरियाणा में भाजपा के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान है। इसके अलावा लोकसभा सांसद रह चुके हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में संगठन और सरकार को साथ लेकर अच्छा काम किया। यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ।हालांकि, लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी बड़ौली को विधानसभा टिकट भाजपा की तरफ से ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह संगठन का काम करेंगे। बड़ौली कह चुके हैं कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी वह उसे बखूबी निभाएंगे। संजय भाटिया: खट्टर के लिए सीट छोड़ी, संगठन में एक्टिव पंजाबी समुदाय से आते हैं। करनाल लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कारण उन्होंने अपनी सीट छोड़ दी थी। इसके तुरंत बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें टिकट नहीं मिला। हालांकि, वह दोनों चुनावों में संगठन के लिए काम करते रहे।हाल ही में नायब सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आने वाले कार्यक्रम के मुख्य संयोजक की भूमिका भी निभा चुके हैं। लगातार उपेक्षा के बाद भी भाटिया धरातल पर संगठन के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए पूरी संभावना है कि उन्हें राज्यसभा की सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार बना सकती है। सुदेश कटारिया: विधानसभा चुनाव में दलित वोटरों को एकजुट किया हरियाणा विधानसभा चुनाव में दलितों को एकजुट करने में कटारिया ने अहम भूमिका निभाई। लोकसभा चुनाव में दलित वोट के छिटकने के कारण पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी टीम के दलित फेस कटारिया को फील्ड में उतारा था। जिसके बाद उन्होंने सूबे की सभी 22 जिलों में दलित महासम्मेलन भी किए।चुनाव में परिणाम में अच्छे परिणाम भी रहे। इसके बाद यह पूरी संभावना है दलित चेहरे के रूप में कटारिया को राज्यसभा सीट का बीजेपी चेहरा बना दे। ये 2 जाट चेहरे भी ठोक रहे दावा इन 5 नाम के अलावा, 2 बड़े जाट चेहरे भी अपना दावा राज्यसभा के लिए ठोक रहे हैं। इनमें सबसे पहला नाम भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़ और पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का नाम शामिल हैं। हालांकि ये दोनों बड़े जाट चेहरे विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों की दावेदारी में सबसे बड़ा पेंच यह है कि इसी साल खाली हुई एक राज्यसभा सीट से सुभाष बराला को पार्टी सांसद बना चुकी है। बराला भी जाट कम्युनिटी से आते हैं। इसलिए इन दोनों नेताओं की दावेदारी कमजोर मानी जा रही है।
रोहतक में 2 भाईयों से 8 लाख ठगे:डाक विभाग में नौकरी लगवाने का दिया झांसा, फर्जी लेटर भी भेजे
रोहतक में 2 भाईयों से 8 लाख ठगे:डाक विभाग में नौकरी लगवाने का दिया झांसा, फर्जी लेटर भी भेजे रोहतक दो भाईयों को डाक विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 8 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने अपनी बात को साबित करने के लिए फर्जी लेटर भी भेजे। लेकिन अब ना तो पीड़ितों को नौकरी मिली और ना ही पैसे वापस मिल रहे हैं। जिसके कारण मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। रोहतक की शेर विहार कॉलोनी निवासी बलबीर ने शिवाजी कॉलोनी थाने में शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि एक हिमांशु नामक युवक उनके मकान के सामने किराए पर रहता है। जिसके कारण उसके लड़के रणजीत व सुनील साथ पढ़ते थे और उसके साथ आना-जाना था। हिमांशु ने पीड़ित के लड़के से कहा कि 8 लाठ रुपए दे दें, तो उन्हें डाकखाना या मत्स्य विभाग में नौकरी लगवा देगा। क्योंकि उसके पिता मत्स्य विभाग में ऑफिसर है। नौकरी लगवाने के नाम पर मांगे 8 लाख बलबीर ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने नौकरी लगाने का झांसा दिया और 8 लाख रुपए की मांग की। इसके बाद उन पर विश्वास करके 7 अगस्त 2021 को 3 लाख रुपए बैंक से निकालकर दे दिए। वहीं इसके बाद अपने व पत्नी के जेवर गिरवी रखकर 1 लाख 55 हजार रुपए दिए। बकाया 3 लाख 45 हजार रुपए करीब एक सप्ताह बाद नकद दे दिए। इसके बाद उसके लड़के के नौकरी के फार्म भरवाए। 2 महीने बाद फर्जी चयनित लिस्ट भेजी। जिसमें उसके लड़के का नाम था और कहा कि एक महीने में ज्वाइनिंग करवा देंगे। बार-बार मांगने पर भी नहीं मिले पैसे पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपी उन्हें नौकरी लगने का झांसा देते रहे और कई दस्तावेज भी दिए। लेकिन बाद में कहा कि नौकरी नहीं लगेगी। इसलिए पैसे वापस दे देंगे। लेकिन अभी तक पैसे वापस नहीं दिए हैं। पैसे वापस मांगने पर बहाना बनाकर टाल देते। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक को दे दी। इस पर 1 जुलाई को शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।