महम की झील व टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स बना सफेद हाथी:झाड़ियां उगी, भवन जर्जर; लोग बोले- सौंदर्यीकरण के लिए सिर्फ चर्चा हुई, काम नहीं

महम की झील व टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स बना सफेद हाथी:झाड़ियां उगी, भवन जर्जर; लोग बोले- सौंदर्यीकरण के लिए सिर्फ चर्चा हुई, काम नहीं

रोहतक जिले के महम शहर में चौबीसी चबूतरे के पास बनी झील और टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स अब सफेद हाथी बनकर रह गया है। जिसे पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल के समय में बनाया गया था। झील में झाड़ियां उग आई हैं। साथ ही कॉम्प्लेक्स का भवन जर्जर हो गया। लेकिन इसका सौंदर्यीकरण नहीं किया गया। नगरपालिका के पिछले कार्यकाल में चैयरमैन रहे फत्ते सिंह ने महम के सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों की लागत के कार्य करवाए। उस समय भी नगरपालिका में महम के ऐतिहासिक चौबीसी चबूतरे के पास बनी झील एवं टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स का जीर्णोद्धार किए जाने के बातें अक्सर होती थी। सौंदर्यीकरण के लिए सिर्फ चर्चा हुई, काम नहीं लोगों ने कहा कि सौंदर्यीकरण को लेकर महम में हुक्का चौक, भिवानी स्टैंड पर स्थित भगत सिंह चौक, सुभाष पार्क, स्वतंत्रता सेनानी लाला एनसीलाल पार्क, सैलानियों वाला तालाब, गुरुद्वारा सौंदर्यीकरण जैसे कार्य करवाए, लेकिन झील एवं टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को चालू करने की बात कार्यक्रम में होती तो है। लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। इस समय भी नगरपालिका की चेयरपर्सन भारती पंवार की मौजूदगी में हुई मीटिंग में झील का सौंदर्यीकरण किए जाने तथा इसका नवीनीकरण किए जाने का प्रस्ताव नगरपालिका हाउस में उठाया भी गया। झील बनाई बिछाई पाइप लाइन में नहीं छोड़ा पानी झील तथा टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को पूर्व मुख्यमंत्री रहे चौधरी देवीलाल के समय बनाया गया था। कुछ वर्ष तक टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स चला, लेकिन झील में कभी पानी नहीं देखा गया। हालांकि इस झील में पानी लाने के लिए अलग से पाइप लाइन बिछाई गई थी। लेकिन उस लाइन में पानी नहीं छोड़ा गया। शहर वासियों का कहना है कि यदि इस झील व टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को चालू कर दिया जाए, तो शहर वासियों को घरों में होने वाले छोटे कार्यक्रमों के लिए रोहतक व अन्य शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। लोगों ने की नया भवन बनाने की मांग झील व टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के पास बने टाउन पार्क में आने वाले सैकड़ों लोग झील का आनंद ले सकेंगे। झील में पानी आने के बाद इसमें किस्ती छोड़ी जा सकती हैं। जो आमदनी का साधन भी हो सकता है। इसी तरह यदि टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के डैमेज पड़े भवन को तोड़कर उसके स्थान पर नया भवन बना दिया जाए, तो यह भी आमदनी का जरिया हो सकता है। रोहतक जिले के महम शहर में चौबीसी चबूतरे के पास बनी झील और टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स अब सफेद हाथी बनकर रह गया है। जिसे पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल के समय में बनाया गया था। झील में झाड़ियां उग आई हैं। साथ ही कॉम्प्लेक्स का भवन जर्जर हो गया। लेकिन इसका सौंदर्यीकरण नहीं किया गया। नगरपालिका के पिछले कार्यकाल में चैयरमैन रहे फत्ते सिंह ने महम के सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों की लागत के कार्य करवाए। उस समय भी नगरपालिका में महम के ऐतिहासिक चौबीसी चबूतरे के पास बनी झील एवं टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स का जीर्णोद्धार किए जाने के बातें अक्सर होती थी। सौंदर्यीकरण के लिए सिर्फ चर्चा हुई, काम नहीं लोगों ने कहा कि सौंदर्यीकरण को लेकर महम में हुक्का चौक, भिवानी स्टैंड पर स्थित भगत सिंह चौक, सुभाष पार्क, स्वतंत्रता सेनानी लाला एनसीलाल पार्क, सैलानियों वाला तालाब, गुरुद्वारा सौंदर्यीकरण जैसे कार्य करवाए, लेकिन झील एवं टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को चालू करने की बात कार्यक्रम में होती तो है। लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। इस समय भी नगरपालिका की चेयरपर्सन भारती पंवार की मौजूदगी में हुई मीटिंग में झील का सौंदर्यीकरण किए जाने तथा इसका नवीनीकरण किए जाने का प्रस्ताव नगरपालिका हाउस में उठाया भी गया। झील बनाई बिछाई पाइप लाइन में नहीं छोड़ा पानी झील तथा टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को पूर्व मुख्यमंत्री रहे चौधरी देवीलाल के समय बनाया गया था। कुछ वर्ष तक टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स चला, लेकिन झील में कभी पानी नहीं देखा गया। हालांकि इस झील में पानी लाने के लिए अलग से पाइप लाइन बिछाई गई थी। लेकिन उस लाइन में पानी नहीं छोड़ा गया। शहर वासियों का कहना है कि यदि इस झील व टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स को चालू कर दिया जाए, तो शहर वासियों को घरों में होने वाले छोटे कार्यक्रमों के लिए रोहतक व अन्य शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। लोगों ने की नया भवन बनाने की मांग झील व टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के पास बने टाउन पार्क में आने वाले सैकड़ों लोग झील का आनंद ले सकेंगे। झील में पानी आने के बाद इसमें किस्ती छोड़ी जा सकती हैं। जो आमदनी का साधन भी हो सकता है। इसी तरह यदि टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के डैमेज पड़े भवन को तोड़कर उसके स्थान पर नया भवन बना दिया जाए, तो यह भी आमदनी का जरिया हो सकता है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर