<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> आस्था के महासागर प्रयाग तीर्थ के संगम तट पर चल रहे महाकुंभ के विराट आयोजन में ऐसे तो तमाम विभागों और एजेंसियों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं का निर्वाह किया, लेकिन इसमें रेलवे की भूमिका निसंदेह अग्रणी है. इस विशाल आयोजन में रेलवे ने जिस तरह पूरे देश भर से तीर्थयात्रियों को प्रयाग की पुण्यभूमि तक पहुंचने में मदद की, वह न सिर्फ अभूतपूर्व है, बल्कि रेल संचालन की दृष्टि से कई मामलों में अनोखा रिकार्ड भी बना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि महाकुंभ अब समापन की ओर है, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक करीब डेढ़ माह के इस आयोजन में 12 से 15 करोड़ तीर्थयात्रियों ने ट्रेन यात्रा का लाभ कही ना कन्ही उठाया. दूसरे शब्दों में महाकुंभ के करीब एक चौथाई तीर्थयात्रियों ने प्रयागराज या अग़ल बग़ल के प्रमुख शहरों तक पहुंचने में ट्रेनों की ही मदद ली.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाकुंभ आयोजन में रेलवे ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका</strong><br />इस बार प्रयागराज के महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के संकल्प को पूरा करने में रेलवे ने आगे बढ़कर भूमिका निभाई. यह बताने की जरूरत नहीं कि दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले अपने देश में रेलवे पर कितना दवाब है. ऐसे में महाकुंभ के आयोजन से बहुत पहले से ही रेलवे अपनी कार्ययोजना को मूर्त रूप देने में जुट गया था. इसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों से तीर्थयात्रियों की अनुमानित संख्या के हिसाब से ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई गई. साथ ही महाकुंभ को दौरान भीड़ बढ़ने की स्थिति में आपात योजना भी बनाई गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/TegMerJ1tr4?si=9ZfoQbp3Lh7MbiZI” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>आम दिनों में ट्रेनों में रहने वाली भीड़ के मद्देनजर रेलवे ने इसके लिए विशेष उपायों को अपनाया. इसके तहत किसी एक रूट, ट्रेन या बड़े स्टेशन पर दवाब को हटाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए. तीर्थयात्रियों की संख्या और मांग के अनुरूप एक के बाद एक विशेष ट्रेनें चलाई गईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>13 हजार से अधिक ट्रेनें प्रयागराज और अन्य स्टेशन पहुंची</strong><br />यह आंकड़ा थोड़ा विस्मित भी करता है कि <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> की शुरुआत से लेकर अब तक 13,667 ट्रेनें तीर्थयात्रियों को लेकर प्रयागराज और उसके अन्य स्टेशनों तक पहुंचीं. इनमें 3,468 विशेष ट्रेनों की सुरुअत कुंभ एरिया से हुई, एवं 2008 ट्रेनों कुंभ एरिया बाहर से आयी, बाक़ी 8,211 नियमित ट्रेनें थीं. शहर में प्रयागराज समेत कुल नौ स्टेशन हैं, जहां ट्रेनों का आवागमन हुआ. अकेले प्रयागराज स्टेशन पर ही पांच हजार ट्रेनें का लाभ श्रद्धालुओं को मिला . </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><strong>प्रयागराज एरिया के किस स्टेशन से कितनी ट्रेनों की सुभिधा मिली ( इसमें कुछ ट्रेन्स कई स्टेशनों पे रुक कर श्रद्धालुओं को ले कर चली.</strong> <br /><strong>Station No of trains</strong><br />1 Prayagraj 5,332<br />2 Naini 2,017<br />3 Cheuki 1,993<br />4 Subedarganj 4,313<br />5 Jhusi 1207<br />6 Prayagraj – Rambagh 764<br />7 Prayag JN 1326<br />9 Prayagraj – Sangam 515<br />9 Phaphamau 1010</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Statewise train services</strong><br /><strong>State Trains for Kumbh</strong><br />1 Uttar Pradesh 6,436<br />2 Delhi 1,343<br />3 Bihar 1,197<br />4 Maharashtra 740<br />5 West Bengal 560<br />6 Madhya Pradesh 400<br />7 Gujarat 310<br />9 Rajasthan 250<br />9 Assam 180</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-police-arrested-three-accused-on-girl-student-molestation-case-ann-2890368″><strong>छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले 3 आरोपियों को पुलिस ने सिखाया सबक, मांगने लगे माफी</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> आस्था के महासागर प्रयाग तीर्थ के संगम तट पर चल रहे महाकुंभ के विराट आयोजन में ऐसे तो तमाम विभागों और एजेंसियों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं का निर्वाह किया, लेकिन इसमें रेलवे की भूमिका निसंदेह अग्रणी है. इस विशाल आयोजन में रेलवे ने जिस तरह पूरे देश भर से तीर्थयात्रियों को प्रयाग की पुण्यभूमि तक पहुंचने में मदद की, वह न सिर्फ अभूतपूर्व है, बल्कि रेल संचालन की दृष्टि से कई मामलों में अनोखा रिकार्ड भी बना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि महाकुंभ अब समापन की ओर है, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक करीब डेढ़ माह के इस आयोजन में 12 से 15 करोड़ तीर्थयात्रियों ने ट्रेन यात्रा का लाभ कही ना कन्ही उठाया. दूसरे शब्दों में महाकुंभ के करीब एक चौथाई तीर्थयात्रियों ने प्रयागराज या अग़ल बग़ल के प्रमुख शहरों तक पहुंचने में ट्रेनों की ही मदद ली.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाकुंभ आयोजन में रेलवे ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका</strong><br />इस बार प्रयागराज के महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के संकल्प को पूरा करने में रेलवे ने आगे बढ़कर भूमिका निभाई. यह बताने की जरूरत नहीं कि दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले अपने देश में रेलवे पर कितना दवाब है. ऐसे में महाकुंभ के आयोजन से बहुत पहले से ही रेलवे अपनी कार्ययोजना को मूर्त रूप देने में जुट गया था. इसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों से तीर्थयात्रियों की अनुमानित संख्या के हिसाब से ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई गई. साथ ही महाकुंभ को दौरान भीड़ बढ़ने की स्थिति में आपात योजना भी बनाई गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/TegMerJ1tr4?si=9ZfoQbp3Lh7MbiZI” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>आम दिनों में ट्रेनों में रहने वाली भीड़ के मद्देनजर रेलवे ने इसके लिए विशेष उपायों को अपनाया. इसके तहत किसी एक रूट, ट्रेन या बड़े स्टेशन पर दवाब को हटाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए. तीर्थयात्रियों की संख्या और मांग के अनुरूप एक के बाद एक विशेष ट्रेनें चलाई गईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>13 हजार से अधिक ट्रेनें प्रयागराज और अन्य स्टेशन पहुंची</strong><br />यह आंकड़ा थोड़ा विस्मित भी करता है कि <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> की शुरुआत से लेकर अब तक 13,667 ट्रेनें तीर्थयात्रियों को लेकर प्रयागराज और उसके अन्य स्टेशनों तक पहुंचीं. इनमें 3,468 विशेष ट्रेनों की सुरुअत कुंभ एरिया से हुई, एवं 2008 ट्रेनों कुंभ एरिया बाहर से आयी, बाक़ी 8,211 नियमित ट्रेनें थीं. शहर में प्रयागराज समेत कुल नौ स्टेशन हैं, जहां ट्रेनों का आवागमन हुआ. अकेले प्रयागराज स्टेशन पर ही पांच हजार ट्रेनें का लाभ श्रद्धालुओं को मिला . </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><strong>प्रयागराज एरिया के किस स्टेशन से कितनी ट्रेनों की सुभिधा मिली ( इसमें कुछ ट्रेन्स कई स्टेशनों पे रुक कर श्रद्धालुओं को ले कर चली.</strong> <br /><strong>Station No of trains</strong><br />1 Prayagraj 5,332<br />2 Naini 2,017<br />3 Cheuki 1,993<br />4 Subedarganj 4,313<br />5 Jhusi 1207<br />6 Prayagraj – Rambagh 764<br />7 Prayag JN 1326<br />9 Prayagraj – Sangam 515<br />9 Phaphamau 1010</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Statewise train services</strong><br /><strong>State Trains for Kumbh</strong><br />1 Uttar Pradesh 6,436<br />2 Delhi 1,343<br />3 Bihar 1,197<br />4 Maharashtra 740<br />5 West Bengal 560<br />6 Madhya Pradesh 400<br />7 Gujarat 310<br />9 Rajasthan 250<br />9 Assam 180</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-police-arrested-three-accused-on-girl-student-molestation-case-ann-2890368″><strong>छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले 3 आरोपियों को पुलिस ने सिखाया सबक, मांगने लगे माफी</strong></a></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड गुटबाजी को लेकर वसुंधरा राजे ने BJP नेताओं को दी बड़ी सलाह, कहा- ‘अगर मदन राठौड़…’
महाकुंभ आयोजन में रेलवे का महारिकॉर्ड, तीर्थयात्रियों ने 14 हजार से ज्यादा ट्रेनों का लिया लाभ
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