काशी गैंगरेप- आरोपी ने कैसे खड़ा किया सेक्स-ड्रग्स नेटवर्क:15 लड़कों को एजेंट बनाया, ये दोस्ती कर लड़कियों को कैफे लाते; VIDEO बनाकर ब्लैकमेल करते वाराणसी में छात्रा को अगवा करके उसके घर से 5km के दायरे में रखा। 6 दिन में 23 लोगों ने रेप किया। इस दौरान छात्रा को ड्रग्स देकर नशे में रखा गया। पुलिस को इन होटल्स और कैफे की लोकेशन मिल गई हैं। रेप करने वाले 9 लोग अरेस्ट हुए हैं। पुलिस पूछताछ के बाद अनमोल गुप्ता सेक्स रैकेट का मास्टरमाइंड निकला है। अपने कैफे कांटिनेंटल के जरिए उसने 15 लड़कों को एजेंट बना रखा था, जो उसके लिए लड़कियों को दोस्त बनाकर लाते थे। उनका रेप करके ब्लैकमेल करते थे। इसी ट्रैप में वो लड़की भी फंस गई, जिसका गैंगरेप हुआ। सड़क पर चाऊमीन बेचने वाला अनमोल गुप्ता कैसे सेक्स रैकेट चलाने लगा, उसने कैसे अपना गैंग खड़ा किया, छात्रा को अगवा करके गैंगरेप करने वाले क्या करते हैं? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम उन स्पॉट पर पहुंची, जहां छात्रा को किडनैप करके रखा गया। केस से जुड़े लोग और पुलिस अधिकारियों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… गैंगरेप का मास्टरमाइंड अनमोल के बारे में जानिए… 2 साल में चाऊमीन के ठेले से कैफे तक पहुंचा
अनमोल गुप्ता मीरापुर बसही की अशोक पुरम कॉलोनी का रहने वाला है। यह इलाका शिवपुर थाना क्षेत्र में आता है। थाने की पुलिस के मुताबिक, 2018 में अनमोल सिगरा इलाके में चाऊमीन का ठेला लगाता था। इसके बाद 2020 में उसने सोनिया पोखरा के पास कस्तूरबानगर में एक छोटी दुकान किराए पर ले ली। इस दुकान में बर्गर, चाऊमीन, रोल समेत फास्ट फूड बेचने लगा। इधर फास्ट फूड कारोबार बेहतर चला तो उसने स्मिथ स्कूल के पास एक दुकान और ले ली और वहां भी फास्ट फूड कारोबार शुरू कर दिया। इस दौरान उसकी पहचान कुछ ऐसे लोगों से हुई, जो उसके पिता के करीबी रहे थे। उनकी सलाह पर अनमोल ने सिगरा के पिशाच मोचन मलदहिया की सी-21/3 बिल्डिंग में हॉल किराए पर लेकर कॉन्टिनेंटल कैफे खोल दिया। कैफे में लड़की वेटर अफीम, हेरोइन देती
इस कैफे में हुक्का से लेकर शराब तक परोसी जाती थी। आरोप है कि कैफे में लड़कों को अफीम और हेरोइन भी देते थे। डिमांड के अनुसार फीमेल वेटर भी सर्व करती थीं। अनमोल का धंधा ठीक चल रहा था, जब उसके कैफे में लड़कियां आकर नशे की डिमांड करने लगीं। तब उसने सेक्स रैकेट चलाने की प्लानिंग की। फ्री में ड्रग्स देता, फिर लड़कों के सामने परोस देता
अनमोल ने पहले कैफे में ड्रग्स की डिमांड लेकर आने वाले 5 लड़कों को अपना दोस्त बनाया। उनको ऑफर दिया कि हम कैफे में आने वाली लड़कियों के जरिए अच्छा पैसा कमा सकते हैं। नशे में धुत होने वाली लड़कियों को कैफे में दूसरे लड़कों के सामने परोस सकते हैं। पहले 1-2 अटेम्ट में जब लड़कियों ने कहीं शिकायत नहीं की, तब अनमोल ने पांचों लड़कों को सेक्स रैकेट का हिस्सेदार बना लिया। 1-1 करके 15 लड़कों को एजेंट बना लिया, जो उसके कैफे तब कस्टमर लेकर आने लगे। इन्हीं लड़कों से यह भी कहा कि कैफे में जरूरतमंद कम उम्र की लड़कियों को भी लाओ, उन्हें शुरुआत में फ्री में नशा देकर एडिक्ट बना दिया जाता। फिर धीरे से उन्हें सेक्स रैकेट में शामिल कर लेते थे। अनमोल ने कांटिनेंटल कैफे से जुड़ी 20 लड़कियों को सेक्स रैकेट में उतार रखा था। इनकी उम्र 18 से 40 साल तक है। विदेशी लड़कियों की प्रोफाइल दिखाकर भी कस्टमर को ऑफर करता था। लग्जरी लाइफ जीने लगा अनमोल
सेक्स रैकेट के जरिए अनमोल लग्जरी लाइफ जीने लगा। उसने कैफे की कमाई से आई-20 कार, 2 आईफोन, सोने की 2 चेन खरीदी थीं। शहर की कई प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट कर दिया था। अनमोल ने दो लाख रुपए के शेयर भी खरीदे थे। पूछताछ में उसकी एक गर्लफ्रेंड भी सामने आई है, उसका इस सेक्स रैकेट से क्या लेना देना है, इसकी भी जांच की जा रही है। अनमोल का नेटवर्क यूपी के अलावा बिहार और कोलकाता तक फैला हुआ है। अब गैंगरेप के बाकी आरोपियों के बारे में जानिए… इस गैंग में शामिल सोहेल खान (20) ग्रेजुएशन का छात्र है। उसने 2024 में 12वीं की परीक्षा पास की है। इस साल वह LLB की तैयारी कर रहा है। वह अनमोल के कैफे जाता था। ड्रग्स के चक्कर में फंसकर वह अनमोल का एजेंट बन गया। पूछताछ में सामने आया कि छात्रा से रेप करने के दौरान सोहेल से उसका झगड़ा भी हुआ था। राज विश्वकर्मा एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। ऑफिस से निकलने के बाद वह कैफे ही जाता था। ड्रग्स से लेकर लड़कियों की सप्लाई में भी उसकी भूमिका रहती थी। वह कैफे से कमीशन भी लेता था। जब छात्रा से कैफे में रेप हो रहा था, तब राज भी उसमें शामिल था। साजिद गुलाम शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाके लल्लापुरा का रहने वाला है। उसके परिवार में लोग साड़ी बनाने का काम करते हैं। साजिद नशे का एडिक्ट हो चुका था। वह अनमोल के लिए लड़के और लड़कियां लेकर आता था। बदले में उसको कमीशन मिलता था। यही उसका दिनभर का काम था। वही छात्रा को कैफे से होटल तक लेकर गया था। यह भी बताया गया कि वहां उसने छात्रा से संबंध बनाए थे। आयुष सिंह मैकेनिकल इंजीनियरिंग ट्रैड से एक निजी कॉलेज से ITI कर रहा है। कॉलेज से आने के बाद हर रोज वह कैफे पहुंच जाता था। स्कूल के स्टूडेंट के बीच वह अपना नेटवर्क बढ़ाता था। उन्हें कैफे तक लेकर आता था। उसने भी कैफे में लड़की के साथ रेप किया था। तनवीर उर्फ समीर एक दुकान पर कार मैकेनिक है। दुनिया के लिए वह कार की रिपेयरिंग करता था। मगर उसकी असली कमाई का जरिया कैफे से मिलने वाला कमीशन होता था। अनमोल उसको नशा कराता था। तनवीर गैराज में आने वाले कस्टमर के जरिए कैफे के बिजनेस को बढ़ा रहा था। इमरान इंटरमीडिएट का छात्र है। वह कैफे में लड़कियों के फोटो और वीडियो बनाता था। उन्हें ब्लैकमेल करता था। कई केस ऐसे सामने आए हैं, जिनमें उसने गलत करने के लिए लड़कियों पर दबाव भी बनाया था। दानिश अली सिर्फ 20 साल का है। वह सोशल मीडिया पर नेटवर्क फैला रहा था। चैट करते हुए वह लोगों को कैफे के बारे में बताता था। लड़कियों की तस्वीर और वीडियो भेजकर ऑफर करता था। पुलिस को उसके मोबाइल से 18 से ज्यादा लड़कियों की वीडियो और तस्वीरें मिली हैं। यह सब अश्लील हैं। शब्बीर आलम एक कपड़े की दुकान पर काम करता है। वह अपने एक दोस्त के साथ कैफे आया था। मगर वह नशे के जाल में फंस गया। इसके बाद वह लड़कियों के लिए कस्टमर लेकर आने लगा। छात्रा से रेप के दौरान भी वह मौजूद था। उसको भी पुलिस ने जेल भेजा है। अब गैंगरेप से जुड़े 14 फरार चल रहे आरोपियों को भी जानिए… फरार 14 लोगों में 3 की पहचान कर सकी पुलिस
पुलिस को जब लड़की मिली, तब वह ड्रग्स के नशे में थी। उसकी टूटी फूटी कहानी में पुलिस 12 लोगों को चिह्नित कर सकी है। इनमें 9 लोग अरेस्ट हो गए। बाकी 3 लोगों में अमन, जैब और समीर शामिल है। इन्हें पुलिस ढूंढ रही है। अभी 11 लोगों की पहचान होनी बाकी है। पुलिस ने जिन लोगों को अरेस्ट किया है, उनसे पूछताछ करके रेप करने वाले आरोपियों की पहचान क्लियर की जा रही है। पूरा मामला जानिए…. 29 मार्च को लड़की लापता हुई, 4 अप्रैल को बेसुध मिली
छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया- मेरी बेटी 29 मार्च को अचानक लापता हो गई। दोस्तों, रिश्तेदारी सब जगह ढूंढा। उसके दोस्त दानिश और आयुष को भी फोन किए। 4 अप्रैल की सुबह पुलिस ने मेरी बेटी को घर पहुंचाया। वह बेसुध थी, हालत बिल्कुल ठीक नहीं थी। उसको नॉर्मल होने में 48 घंटे लगे। फिर उसने गैंगरेप के बारे में बताया। मेरी बेटी के साथ 6 दिन में 23 लड़कों ने हैवानियत की, फिर सड़क किनारे फेंक दिया। पुलिस ने 7 अप्रैल को FIR दर्ज की। बेटी अब दहशत में है। —————————– यह भी पढ़ें : वाराणसी गैंगरेप, बैडमिंटन खिलाड़ी बनना चाहती थी बिटिया:अब लड़कों को देखकर चीख उठती है; पिता बोले- क्लास के दोस्तों ने धोखा दिया मेरी बेटी के साथ 6 दिन में 23 लड़कों ने हैवानियत की, फिर सड़क किनारे फेंक दिया। पुलिस ने पहले हमारी मदद तक नहीं की। फिर मीडिया के दबाव में 7 अप्रैल को FIR दर्ज की। बेटी अब घर के लड़कों को भी देखकर चीख उठती है। पढ़िए पूरी खबर…