प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने आ रहे हैं। प्रयागराज में मोदी संगम में आस्था की डुबकी लगाकर सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। मोदी संगम की डुबकी से दिल्ली और मिल्कीपुर के मतदाताओं को आकर्षित कर वोटों का समीकरण साधेंगे। केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और भाजपा ने मोदी की संगम में डुबकी को धर्म, अध्यात्म और राष्ट्रवाद का बड़ा इवेंट बनाने की योजना बनाई है। पीएम मोदी ने महाकुंभ में स्नान के लिए 5 फरवरी का दिन यूं ही नहीं चुना। इसी दिन दिल्ली विधानसभा चुनाव और अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है। अब तक का यह अनुभव रहा है कि किसी भी बड़े या प्रभावशाली राज्य में मतदान के दिन पीएम नरेंद्र मोदी का उसके आसपास के राज्य या जिले में कोई बड़ा कार्यक्रम रहता है। भाजपा की रणनीति है कि जब पीएम मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज पहुंचेंगे तब संगम में स्नान, साधु संतों से मुलाकात, दलितों के पैर धोने जैसे अन्य कार्यक्रम किए जाएं। मोदी के इन कार्यक्रमों का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया में सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। मतदान के दिन जब दिल्ली और मिल्कीपुर के मतदाता मोदी का धार्मिक और आध्यात्मिक स्वरूप देखेंगे तो प्रभावित होकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। भाजपा की रणनीति है, इस इवेंट का दिल्ली चुनाव के मतदान में ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाया जाए। कुंभ से बना है अलग माहौल
वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्रनाथ भट्ट मानते हैं कि प्रयागराज महाकुंभ से देशभर में धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल बना है। महाकुंभ में जिस तरह से भीड़ जुट रही है। महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं की श्रद्धालु प्रशंसा भी कर रहे हैं। उससे भाजपा को सीधा फायदा होना चाहिए। इसी माहौल का फायदा उठाने के लिए ही मोदी का 5 फरवरी को महाकुंभ में स्नान निर्धारित किया गया है। दिल्ली चुनाव में बड़ी संख्या में प्रवासी मतदाता यूपी और बिहार से हैं, जो कुंभ का महत्व समझते हैं। 2019 में बना था मुद्दा
प्रयागराज कुंभ 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मचारी-महिलाओं के पैर धोए थे। भाजपा ने दलित वोट बैंक साधने के लिए इसे लोकसभा चुनाव 2019 और विधानसभा चुनाव 2022 में बड़ा मुद्दा भी बनाया था। सूत्रों की मानें तो इस बार भी दलित और पिछड़े वोट बैंक को साधने के लिए कोई कार्यक्रम बनाया जा सकता है। मतदाता के जेहन में मोदी आएंगे
वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय का मानना है कि भाजपा हमेशा से ही विरासत संरक्षण और संस्कृति का सम्मान को अपने एजेंडे में शामिल रखती है। 5 फरवरी को जब पीएम मोदी महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाएंगे तो वह पूरा दिन कुंभ उनके नाम रहेगा। मोदी के साथ हिन्दुत्व के चेहरे सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे। इससे इनकार नहीं किया जा सकता है उस दिन मोबाइल और टीवी पर मोदी-योगी ही छाए रहेंगे। उस दिन मिल्कीपुर और दिल्ली के मतदाता के जेहन में मोदी आएंगे। वह वोट में कितना तब्दील होगा यह परिणाम बताएगा। फरवरी में आएंगे भागवत
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत भी फरवरी में प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने आएंगे। भागवत भी महाकुंभ से हिंदुत्व का संदेश देंगे। ——————— ये खबर भी पढ़ें… मोदी ने जिनके पैर धोए, वे अब किस हाल में:6 साल में सिर्फ 4 हजार सैलरी बढ़ी; PM आवास नहीं मिला तारीख 25 फरवरी 2019, PM नरेंद्र मोदी प्रयागराज अर्ध कुंभ पहुंचे थे। वहां 5 सफाईकर्मियों के पैर धोए। यह पहली बार था कि जब किसी प्रधानमंत्री ने सफाईकर्मियों के पैर धोए। हर तरफ इसकी जमकर चर्चा हुई। 6 साल बाद PM मोदी महाकुंभ शुरू होने से एक महीने पहले यानी 14 दिसंबर को प्रयागराज पहुंचे। मोदी ने कहा- मैंने सफाईकर्मियों के पैर धोकर अपनी कृतज्ञता दिखाई थी। उन सबके पैर धोने के बाद जो संतोष मिला, वह मेरे जीवन का यादगार अनुभव हो गया। पढ़ें पूरी खबर… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने आ रहे हैं। प्रयागराज में मोदी संगम में आस्था की डुबकी लगाकर सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। मोदी संगम की डुबकी से दिल्ली और मिल्कीपुर के मतदाताओं को आकर्षित कर वोटों का समीकरण साधेंगे। केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और भाजपा ने मोदी की संगम में डुबकी को धर्म, अध्यात्म और राष्ट्रवाद का बड़ा इवेंट बनाने की योजना बनाई है। पीएम मोदी ने महाकुंभ में स्नान के लिए 5 फरवरी का दिन यूं ही नहीं चुना। इसी दिन दिल्ली विधानसभा चुनाव और अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है। अब तक का यह अनुभव रहा है कि किसी भी बड़े या प्रभावशाली राज्य में मतदान के दिन पीएम नरेंद्र मोदी का उसके आसपास के राज्य या जिले में कोई बड़ा कार्यक्रम रहता है। भाजपा की रणनीति है कि जब पीएम मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज पहुंचेंगे तब संगम में स्नान, साधु संतों से मुलाकात, दलितों के पैर धोने जैसे अन्य कार्यक्रम किए जाएं। मोदी के इन कार्यक्रमों का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया में सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। मतदान के दिन जब दिल्ली और मिल्कीपुर के मतदाता मोदी का धार्मिक और आध्यात्मिक स्वरूप देखेंगे तो प्रभावित होकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। भाजपा की रणनीति है, इस इवेंट का दिल्ली चुनाव के मतदान में ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाया जाए। कुंभ से बना है अलग माहौल
वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्रनाथ भट्ट मानते हैं कि प्रयागराज महाकुंभ से देशभर में धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल बना है। महाकुंभ में जिस तरह से भीड़ जुट रही है। महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं की श्रद्धालु प्रशंसा भी कर रहे हैं। उससे भाजपा को सीधा फायदा होना चाहिए। इसी माहौल का फायदा उठाने के लिए ही मोदी का 5 फरवरी को महाकुंभ में स्नान निर्धारित किया गया है। दिल्ली चुनाव में बड़ी संख्या में प्रवासी मतदाता यूपी और बिहार से हैं, जो कुंभ का महत्व समझते हैं। 2019 में बना था मुद्दा
प्रयागराज कुंभ 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मचारी-महिलाओं के पैर धोए थे। भाजपा ने दलित वोट बैंक साधने के लिए इसे लोकसभा चुनाव 2019 और विधानसभा चुनाव 2022 में बड़ा मुद्दा भी बनाया था। सूत्रों की मानें तो इस बार भी दलित और पिछड़े वोट बैंक को साधने के लिए कोई कार्यक्रम बनाया जा सकता है। मतदाता के जेहन में मोदी आएंगे
वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय का मानना है कि भाजपा हमेशा से ही विरासत संरक्षण और संस्कृति का सम्मान को अपने एजेंडे में शामिल रखती है। 5 फरवरी को जब पीएम मोदी महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाएंगे तो वह पूरा दिन कुंभ उनके नाम रहेगा। मोदी के साथ हिन्दुत्व के चेहरे सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे। इससे इनकार नहीं किया जा सकता है उस दिन मोबाइल और टीवी पर मोदी-योगी ही छाए रहेंगे। उस दिन मिल्कीपुर और दिल्ली के मतदाता के जेहन में मोदी आएंगे। वह वोट में कितना तब्दील होगा यह परिणाम बताएगा। फरवरी में आएंगे भागवत
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत भी फरवरी में प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने आएंगे। भागवत भी महाकुंभ से हिंदुत्व का संदेश देंगे। ——————— ये खबर भी पढ़ें… मोदी ने जिनके पैर धोए, वे अब किस हाल में:6 साल में सिर्फ 4 हजार सैलरी बढ़ी; PM आवास नहीं मिला तारीख 25 फरवरी 2019, PM नरेंद्र मोदी प्रयागराज अर्ध कुंभ पहुंचे थे। वहां 5 सफाईकर्मियों के पैर धोए। यह पहली बार था कि जब किसी प्रधानमंत्री ने सफाईकर्मियों के पैर धोए। हर तरफ इसकी जमकर चर्चा हुई। 6 साल बाद PM मोदी महाकुंभ शुरू होने से एक महीने पहले यानी 14 दिसंबर को प्रयागराज पहुंचे। मोदी ने कहा- मैंने सफाईकर्मियों के पैर धोकर अपनी कृतज्ञता दिखाई थी। उन सबके पैर धोने के बाद जो संतोष मिला, वह मेरे जीवन का यादगार अनुभव हो गया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर