महाकुंभ में मुलायम की मूर्ति के पास बैनर लगाया:राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष बोले- जमीन देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो, मुलायम के मुरीदों मक्का जाओ

महाकुंभ में मुलायम की मूर्ति के पास बैनर लगाया:राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष बोले- जमीन देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो, मुलायम के मुरीदों मक्का जाओ

महाकुंभ में मुलायम सिंह की मूर्ति लगाए जाने से नाराज राष्ट्रीय हिंदू दल संगठन के अध्यक्ष रोशन पांडेय ने बैनर लगाया है। सेक्टर-16 में किन्नर अखाड़ा के बगल में मुलायम सिंह की मूर्ति लगी है। इसी के टेंट पर पीछे की तरफ रोशन पांडेय ने दो बैनर लगाए हैं। पहला बैनर : इसमें टोपी लगाए मुलायम सिंह यादव की फोटो और अतीक के साथ फोटो छपी है, जिस पर लिखा- पवित्र महाकुंभ में मुलायम का क्या काम? गंगाजल को मैला नहीं होने देंगे। महाकुंभ में नहीं, सैफई मुजरा को मुलायम उर्स के नाम से मनाओ। दूसरा बैनर : इसमें कार सेवकों पर गोली चलाता पुलिसकर्मी, संभल की हरिहर मंदिर, वाराणसी की ज्ञानवापी को दिखाया है। ज्ञानवापी और हरिहर मंदिर पर जंजीर-ताला लगाया है। साथ ही लिखा- कार सेवकों और महादेव हम शर्मिंदा हैं। मुलायम के मुरीदों मक्का मदीना जाओ। इस जगह से मूर्ति हटाकर यज्ञ कराएं
रोशन पांडेय ने कहा- मुलायम सिंह की मूर्ति कुंभ में क्या कर रही है। यह कारसेवकों और सनातन संस्कृति, कुंभ का अपमान है। रोशन ने कहा- मैं चाहता हूं कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद आएं और इस जगह से मूर्ति हटाकर यहां यज्ञ कर पवित्र करें। कुंभ में एक भी ऐसा टेंट पंडाल नहीं है जहां भगवान की मूर्ति या तस्वीर ना हो, लेकिन मुलायम की पंडाल में एक भी भगवान की तस्वीर नहीं लगी है। इससे पता चलता है कि ये सनातन या कुंभ में आस्था नहीं रखते। उन्होंने कहा- ये हमारी पवित्र भूमि को अपवित्र करने आए हैं और चाहते हैं कि लोग मुलायम की मूर्ति के आगे झुकें। ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। वीर सावरकर को आजतक गालियां दी जा रही हैं तो हम मुलायम के आगे क्यों झुके? पंडाल के लिए जमीन देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो
रोशन पांडेय ने कहा- जो मेला अधिकारी मुलायम सिंह के पंडाल के लिए जमीन दिए हैं, उन पर भी कारवाई होनी चाहिए। क्योंकि कई साधु-संतों को कुंभ में जमीन नहीं मिल पाई, फिर इन्हें क्यों दे दिया गया। ये अधिकारी भी वर्दी में लाल टोपी पहने हैं और मुलायम की मानसिकता से कुंभ को चलाना चाहते हैं, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। रोशन ने कहा- मेरा मकसद गलत नहीं, मैंने वहीं कहा और बैनर में लिखा है जो बिल्कुल सत्य है। प्रयागराज पुलिस से सुप्रीम कोर्ट तक मैं ये सबूत दे सकता हूं और सिद्ध कर सकता हूं कि इसमें मैंने गलत कुछ नहीं लिखा। रोशन बोले- अखिलेश यादव माफी मांगे
रोशन पांडेय ने कहा- कारसेवकों पर अंधाधुंध गोलियां चलवाने, काशी की ज्ञानवापी और संभल की हरिहर मंदिर में ताला लगाने के मामले में अखिलेश यादव सभी सनातनियों से माफी मांगें। अगर वह ऐसा करते हैं तो हम भी उन्हें प्रणाम करेंगे। 11 जनवरी को नेता विपक्ष ने किया था प्रतिमा का अनावरण
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण 11 जनवरी को नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने किया था। इस दौरान माता प्रसाद पांडेय ने कहा था- मुलायम सिंह यादव ने रक्षामंत्री और कई बार सीएम रहते कई ऐसे निर्णय लिए, जो मील के पत्थर साबित हुए। समाज के पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यक सहित महिलाओं, किसानों और नौजवानों के हित में उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। वहीं, सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि नेताजी उनके लिए भगवान से समान है, इसलिए उनकी मूर्ति कुंभ में लगाई गई है। साधु-संतों ने भी जताई थी नाराजगी
मुलायम की प्रतिमा लगाए जाने के बाद से ही इसका विरोध शुरू हुआ। भाजपा नेताओं से लेकर साधु-संतों ने इस पर नाराजगी जाहिर की। उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि राम भक्तों की आस्था के मेले में राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वालों पर गोलियां चलवाने वाले की मूर्ति लगाना पूरी तरह से गलत है। संत महात्माओं का कहना है कि जिस जगह देवी-देवताओं की मूर्ति लगती हैं, मूर्तियों की पूजा की जाती है। वहां किसी राजनेता की मूर्ति लगाया जाना पूरी तरह से उनका अपमान है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- मैं मुलायम सिंह का विरोधी नहीं हूं। लेकिन, प्रतिमा लगाने वालों का भाव सही नहीं लगा। संदेश ये जाता है कि अयोध्या में साधु-संतों की हत्या वाले वही मुलायम सिंह हैं। मकर संक्रांति के बाद इस पर बात की जाएगी। —————– ये खबर भी पढ़िए- महाकुंभ को लेकर देर रात हाईलेवल मीटिंग: मौनी अमावस्या से पहले अलर्ट जारी, AI कैमरों से कड़ी निगरानी महाकुंभ का आज 16वां दिन है। अब तक करीब 15 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। मौनी अमावस्या से पहले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सोमवार देर रात महाकुंभ में अफसरों की मीटिंग के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी सिक्योरिटी एजेंसियों, खुफिया एजेंसियों और पुलिस के अफसरों की दो मीटिंग क्राउड मैनेजमेंट और अन्य मामलों पर हुईं। ट्रैफिक प्लान को लेकर भी लंबी मीटिंग चली। मेला क्षेत्र में आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (AI) कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ में मुलायम सिंह की मूर्ति लगाए जाने से नाराज राष्ट्रीय हिंदू दल संगठन के अध्यक्ष रोशन पांडेय ने बैनर लगाया है। सेक्टर-16 में किन्नर अखाड़ा के बगल में मुलायम सिंह की मूर्ति लगी है। इसी के टेंट पर पीछे की तरफ रोशन पांडेय ने दो बैनर लगाए हैं। पहला बैनर : इसमें टोपी लगाए मुलायम सिंह यादव की फोटो और अतीक के साथ फोटो छपी है, जिस पर लिखा- पवित्र महाकुंभ में मुलायम का क्या काम? गंगाजल को मैला नहीं होने देंगे। महाकुंभ में नहीं, सैफई मुजरा को मुलायम उर्स के नाम से मनाओ। दूसरा बैनर : इसमें कार सेवकों पर गोली चलाता पुलिसकर्मी, संभल की हरिहर मंदिर, वाराणसी की ज्ञानवापी को दिखाया है। ज्ञानवापी और हरिहर मंदिर पर जंजीर-ताला लगाया है। साथ ही लिखा- कार सेवकों और महादेव हम शर्मिंदा हैं। मुलायम के मुरीदों मक्का मदीना जाओ। इस जगह से मूर्ति हटाकर यज्ञ कराएं
रोशन पांडेय ने कहा- मुलायम सिंह की मूर्ति कुंभ में क्या कर रही है। यह कारसेवकों और सनातन संस्कृति, कुंभ का अपमान है। रोशन ने कहा- मैं चाहता हूं कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद आएं और इस जगह से मूर्ति हटाकर यहां यज्ञ कर पवित्र करें। कुंभ में एक भी ऐसा टेंट पंडाल नहीं है जहां भगवान की मूर्ति या तस्वीर ना हो, लेकिन मुलायम की पंडाल में एक भी भगवान की तस्वीर नहीं लगी है। इससे पता चलता है कि ये सनातन या कुंभ में आस्था नहीं रखते। उन्होंने कहा- ये हमारी पवित्र भूमि को अपवित्र करने आए हैं और चाहते हैं कि लोग मुलायम की मूर्ति के आगे झुकें। ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। वीर सावरकर को आजतक गालियां दी जा रही हैं तो हम मुलायम के आगे क्यों झुके? पंडाल के लिए जमीन देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो
रोशन पांडेय ने कहा- जो मेला अधिकारी मुलायम सिंह के पंडाल के लिए जमीन दिए हैं, उन पर भी कारवाई होनी चाहिए। क्योंकि कई साधु-संतों को कुंभ में जमीन नहीं मिल पाई, फिर इन्हें क्यों दे दिया गया। ये अधिकारी भी वर्दी में लाल टोपी पहने हैं और मुलायम की मानसिकता से कुंभ को चलाना चाहते हैं, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। रोशन ने कहा- मेरा मकसद गलत नहीं, मैंने वहीं कहा और बैनर में लिखा है जो बिल्कुल सत्य है। प्रयागराज पुलिस से सुप्रीम कोर्ट तक मैं ये सबूत दे सकता हूं और सिद्ध कर सकता हूं कि इसमें मैंने गलत कुछ नहीं लिखा। रोशन बोले- अखिलेश यादव माफी मांगे
रोशन पांडेय ने कहा- कारसेवकों पर अंधाधुंध गोलियां चलवाने, काशी की ज्ञानवापी और संभल की हरिहर मंदिर में ताला लगाने के मामले में अखिलेश यादव सभी सनातनियों से माफी मांगें। अगर वह ऐसा करते हैं तो हम भी उन्हें प्रणाम करेंगे। 11 जनवरी को नेता विपक्ष ने किया था प्रतिमा का अनावरण
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण 11 जनवरी को नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने किया था। इस दौरान माता प्रसाद पांडेय ने कहा था- मुलायम सिंह यादव ने रक्षामंत्री और कई बार सीएम रहते कई ऐसे निर्णय लिए, जो मील के पत्थर साबित हुए। समाज के पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यक सहित महिलाओं, किसानों और नौजवानों के हित में उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। वहीं, सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि नेताजी उनके लिए भगवान से समान है, इसलिए उनकी मूर्ति कुंभ में लगाई गई है। साधु-संतों ने भी जताई थी नाराजगी
मुलायम की प्रतिमा लगाए जाने के बाद से ही इसका विरोध शुरू हुआ। भाजपा नेताओं से लेकर साधु-संतों ने इस पर नाराजगी जाहिर की। उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि राम भक्तों की आस्था के मेले में राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वालों पर गोलियां चलवाने वाले की मूर्ति लगाना पूरी तरह से गलत है। संत महात्माओं का कहना है कि जिस जगह देवी-देवताओं की मूर्ति लगती हैं, मूर्तियों की पूजा की जाती है। वहां किसी राजनेता की मूर्ति लगाया जाना पूरी तरह से उनका अपमान है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- मैं मुलायम सिंह का विरोधी नहीं हूं। लेकिन, प्रतिमा लगाने वालों का भाव सही नहीं लगा। संदेश ये जाता है कि अयोध्या में साधु-संतों की हत्या वाले वही मुलायम सिंह हैं। मकर संक्रांति के बाद इस पर बात की जाएगी। —————– ये खबर भी पढ़िए- महाकुंभ को लेकर देर रात हाईलेवल मीटिंग: मौनी अमावस्या से पहले अलर्ट जारी, AI कैमरों से कड़ी निगरानी महाकुंभ का आज 16वां दिन है। अब तक करीब 15 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। मौनी अमावस्या से पहले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सोमवार देर रात महाकुंभ में अफसरों की मीटिंग के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी सिक्योरिटी एजेंसियों, खुफिया एजेंसियों और पुलिस के अफसरों की दो मीटिंग क्राउड मैनेजमेंट और अन्य मामलों पर हुईं। ट्रैफिक प्लान को लेकर भी लंबी मीटिंग चली। मेला क्षेत्र में आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (AI) कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर