महाकुंभ में आने वाले यात्रियों को ट्रेन का टिकट खरीदने के लिए रेलवे स्टेशन नहीं जाना पड़ेगा। रेलवे के वाणिज्य कर्मचारी ड्यूटी के दौरान हरा जैकेट पहने रहेंगे। जैकेट के पीछे के हिस्से में अनरिजर्व टिकटिंग सिस्टम ऐप यानी UTS का QR कोड बना होगा, जिसे स्कैन कर UTS ऐप मोबाइल में डाउनलोड किया जा सकता है। स्कैन करते ही एक लिंक मिलेगा, जो सीधे मोबाइल ऐप पर ले जाएगा। इस ऐप की मदद से डिजिटल भुगतान करके यात्री टिकट खुद ही बुक कर सकते हैं। महाकुंभ में रेलकर्मी इसी जैकेट के साथ सब जगहों पर ड्यूटी करेंगे, ताकि श्रद्धालु कहीं से भी टिकट की ऑनलाइन बुकिंग कर सकें। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रविवार को प्रयागराज पहुंचे। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, एक अनुमान के मुताबिक 20 लाख लोग रोज महाकुंभ में आएंगे, उन्हें हम हर तरह की सुविधाएं देंगे। रेल मंत्री हंसते हुए बोले- चेक कर दीजिए, फिर गड़बड़ न हो
डिजिटल फैसिलिटी के बारे में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया। उन्होंने मीडिया के सामने एक डेमो भी दिया। हंसते हुए बोले- देख लीजिए… कही गड़बड़ न हो जाए। पीली जैकेट पहने एक रेलकर्मी पहुंचा। उसके हाथ में छोटी मशीन थी। पीठ पर लगे QR कोड से ऐप के जरिए टिकट तत्काल बुक हुआ। कर्मचारी के पास मौजूद मशीन से प्रिंट होकर टिकट आ गया। साथ ही मोबाइल पर भी टिकट आ गया। ऑनलाइन भुगतान भी हो गया। रेलमंत्री जंक्शन पर पैदल घूमते रहे
प्रयागराज में महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होगी। ऐसे में यहां जोर-शोर से तैयारी चल रही है। इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज में गंगा ब्रिज का निरीक्षण किया। दरअसल, यहां रेलवे स्टेशन पर 12 नए फुट ओवर ब्रिज बनाए गए हैं। इसके अलावा टोटल 23 परमानेंट होल्डिंग एरिया बने हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव प्रयागराज जंक्शन पर पैदल घूमे और रि-डेवलपमेंट के कार्यों को देखा। रेलमंत्री के साथ कई जोन, रीजन के अफसर भी जंक्शन पर पैदल घूमते रहे। रेलमंत्री ने महाकुंभ के मद्देनजर हो रहे कार्यों को चेक किया और सवाल-जवाब किए। उन्होंने श्रद्धालुओं के आने, रहने, सुरक्षित ट्रेनों में बैठाए जाने के इंतजाम देखे। इससे पहले रेलमंत्री झूंसी और फाफामऊ रेलवे स्टेशन भी गए। प्रयागराज जंक्शन पर रेलमंत्री ने कहा- पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में रेलवे ने महाकुंभ को लेकर बड़ी तैयारियां की हैं। रेलवे श्रद्धालुओं को हर सुविधा मुहैया कराएगा। महाकुंभ में 13 हजार ट्रेनों के संचालन की योजना है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। रेलमंत्री ने अब तक हुए कार्यों, तैयारियों पर संतोष जताया। कहा कि महाकुंभ से पहले सारे काम पूरे हो जाएंगे। रेलमंत्री ने कहा- हर रूट के श्रद्धालुओं के लिए ट्रेनें चलाई जाएंगी। कई ट्रेन तो सर्किल में चलेंगी, यानी प्रयागराज से गोरखपुर जाने के बाद वह घूमते हुए फिर प्रयागराज आएंगी। उन्होंने कहा कि हर राज्यों के श्रद्धालुओं को भाषाई परेशानी न हो, इसके लिए उन राज्यों के रेलकर्मी प्रयागराज में ड्यूटी करेंगे। 50 शहरों से चलेंगी महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें
रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान रेलवे सिक्योरिटी के लिए जो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, वो डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। इसके अलावा महाकुंभ के दौरान 8000 RAF के अतिरिक्त जवान तैनात किए जाएंगे। वहीं, अलग-अलग भाषा बोलने वाले विभिन्न राज्यों से सिक्योरिटी बुलाई जाएगी। महाकुंभ के दौरान देशभर के 50 शहरों से महाकुंभ स्पेशल ट्रेन प्रयागराज आएंगी। महाकुंभ में एक दिन में 20 लाख यात्री रेल के माध्यम से प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 9 स्टेशनों का चयन किया गया है, जो सीधे-सीधे त्रिवेणी संगम से जुड़ेंगे। हर दिन आएंगे 20 लाख श्रद्धालु
महाकुंभ में रेलवे के लिए सबसे बड़ा चैलेंज सिक्योरिटी को मैनेज करना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों पर एक दिन में करीब 20 लाख की आने वाली भीड़ की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके लिए 1313 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर आने वाले हर व्यक्ति पर RPF के जवानों की कड़ी नजर होगी। इसके अलावा स्टेशनों के आसपास के मुख्य चौराहों पर भी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है। यह कंट्रोल रूम सीधे डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। ————————— यह खबर भी पढ़िए… PAC जवानों ने 38 हत्याएं कर लाशें नदी में बहाईं:37 साल बाद 10 को जमानत; यूपी के सबसे बड़े नरसंहार की कहानी यूपी का हाशिमपुरा नरसंहार फिर चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने 6 दिसंबर को इस मामले में 10 दोषियों को जमानत दे दी। 1987 में राममंदिर आंदोलन के समय मेरठ में भड़की हिंसा के दौरान यह नरसंहार हुआ था। UP के प्रोविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टब्युलरी (PAC) के अफसरों और जवानों ने 42 से 45 मुस्लिम युवकों को गोली मारी थी। इसमें 38 लोगों की मौत हो गई थी। पढ़ें पूरी खबर… महाकुंभ में आने वाले यात्रियों को ट्रेन का टिकट खरीदने के लिए रेलवे स्टेशन नहीं जाना पड़ेगा। रेलवे के वाणिज्य कर्मचारी ड्यूटी के दौरान हरा जैकेट पहने रहेंगे। जैकेट के पीछे के हिस्से में अनरिजर्व टिकटिंग सिस्टम ऐप यानी UTS का QR कोड बना होगा, जिसे स्कैन कर UTS ऐप मोबाइल में डाउनलोड किया जा सकता है। स्कैन करते ही एक लिंक मिलेगा, जो सीधे मोबाइल ऐप पर ले जाएगा। इस ऐप की मदद से डिजिटल भुगतान करके यात्री टिकट खुद ही बुक कर सकते हैं। महाकुंभ में रेलकर्मी इसी जैकेट के साथ सब जगहों पर ड्यूटी करेंगे, ताकि श्रद्धालु कहीं से भी टिकट की ऑनलाइन बुकिंग कर सकें। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रविवार को प्रयागराज पहुंचे। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, एक अनुमान के मुताबिक 20 लाख लोग रोज महाकुंभ में आएंगे, उन्हें हम हर तरह की सुविधाएं देंगे। रेल मंत्री हंसते हुए बोले- चेक कर दीजिए, फिर गड़बड़ न हो
डिजिटल फैसिलिटी के बारे में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया। उन्होंने मीडिया के सामने एक डेमो भी दिया। हंसते हुए बोले- देख लीजिए… कही गड़बड़ न हो जाए। पीली जैकेट पहने एक रेलकर्मी पहुंचा। उसके हाथ में छोटी मशीन थी। पीठ पर लगे QR कोड से ऐप के जरिए टिकट तत्काल बुक हुआ। कर्मचारी के पास मौजूद मशीन से प्रिंट होकर टिकट आ गया। साथ ही मोबाइल पर भी टिकट आ गया। ऑनलाइन भुगतान भी हो गया। रेलमंत्री जंक्शन पर पैदल घूमते रहे
प्रयागराज में महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होगी। ऐसे में यहां जोर-शोर से तैयारी चल रही है। इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज में गंगा ब्रिज का निरीक्षण किया। दरअसल, यहां रेलवे स्टेशन पर 12 नए फुट ओवर ब्रिज बनाए गए हैं। इसके अलावा टोटल 23 परमानेंट होल्डिंग एरिया बने हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव प्रयागराज जंक्शन पर पैदल घूमे और रि-डेवलपमेंट के कार्यों को देखा। रेलमंत्री के साथ कई जोन, रीजन के अफसर भी जंक्शन पर पैदल घूमते रहे। रेलमंत्री ने महाकुंभ के मद्देनजर हो रहे कार्यों को चेक किया और सवाल-जवाब किए। उन्होंने श्रद्धालुओं के आने, रहने, सुरक्षित ट्रेनों में बैठाए जाने के इंतजाम देखे। इससे पहले रेलमंत्री झूंसी और फाफामऊ रेलवे स्टेशन भी गए। प्रयागराज जंक्शन पर रेलमंत्री ने कहा- पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में रेलवे ने महाकुंभ को लेकर बड़ी तैयारियां की हैं। रेलवे श्रद्धालुओं को हर सुविधा मुहैया कराएगा। महाकुंभ में 13 हजार ट्रेनों के संचालन की योजना है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। रेलमंत्री ने अब तक हुए कार्यों, तैयारियों पर संतोष जताया। कहा कि महाकुंभ से पहले सारे काम पूरे हो जाएंगे। रेलमंत्री ने कहा- हर रूट के श्रद्धालुओं के लिए ट्रेनें चलाई जाएंगी। कई ट्रेन तो सर्किल में चलेंगी, यानी प्रयागराज से गोरखपुर जाने के बाद वह घूमते हुए फिर प्रयागराज आएंगी। उन्होंने कहा कि हर राज्यों के श्रद्धालुओं को भाषाई परेशानी न हो, इसके लिए उन राज्यों के रेलकर्मी प्रयागराज में ड्यूटी करेंगे। 50 शहरों से चलेंगी महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें
रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान रेलवे सिक्योरिटी के लिए जो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, वो डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। इसके अलावा महाकुंभ के दौरान 8000 RAF के अतिरिक्त जवान तैनात किए जाएंगे। वहीं, अलग-अलग भाषा बोलने वाले विभिन्न राज्यों से सिक्योरिटी बुलाई जाएगी। महाकुंभ के दौरान देशभर के 50 शहरों से महाकुंभ स्पेशल ट्रेन प्रयागराज आएंगी। महाकुंभ में एक दिन में 20 लाख यात्री रेल के माध्यम से प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 9 स्टेशनों का चयन किया गया है, जो सीधे-सीधे त्रिवेणी संगम से जुड़ेंगे। हर दिन आएंगे 20 लाख श्रद्धालु
महाकुंभ में रेलवे के लिए सबसे बड़ा चैलेंज सिक्योरिटी को मैनेज करना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों पर एक दिन में करीब 20 लाख की आने वाली भीड़ की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके लिए 1313 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर आने वाले हर व्यक्ति पर RPF के जवानों की कड़ी नजर होगी। इसके अलावा स्टेशनों के आसपास के मुख्य चौराहों पर भी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है। यह कंट्रोल रूम सीधे डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। ————————— यह खबर भी पढ़िए… PAC जवानों ने 38 हत्याएं कर लाशें नदी में बहाईं:37 साल बाद 10 को जमानत; यूपी के सबसे बड़े नरसंहार की कहानी यूपी का हाशिमपुरा नरसंहार फिर चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने 6 दिसंबर को इस मामले में 10 दोषियों को जमानत दे दी। 1987 में राममंदिर आंदोलन के समय मेरठ में भड़की हिंसा के दौरान यह नरसंहार हुआ था। UP के प्रोविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टब्युलरी (PAC) के अफसरों और जवानों ने 42 से 45 मुस्लिम युवकों को गोली मारी थी। इसमें 38 लोगों की मौत हो गई थी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर