महाकुंभ: मेला क्षेत्र में सभी एंट्री प्वाइंट पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात, आने-जाने के लिए ये होगी व्यवस्था

महाकुंभ: मेला क्षेत्र में सभी एंट्री प्वाइंट पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात, आने-जाने के लिए ये होगी व्यवस्था

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर और सतर्क हो गया है. ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके इसके लिए मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं में बड़े स्तर पर बदलाव किए गए हैं. जिसके तहत अब सभी प्रवेश मार्गों पर सिविल पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की भी तैनाती रहेगी. दैनिक जागरण की खबर के अनुसार, श्रद्दालुओं के आने और स्नान के बाद जाने की लिए एकल मार्ग व्यवस्था की गई है. भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में बैरिकेडिंग को और मजबूत किया जाएगा. एक जगह भीड़ इकट्ठा न हो पाए इसके लिए डायवर्जन किया गया है. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौनी अमावस्या के बाद 3 फरवरी को बसंत पंचमी का तीसरा अमृत स्नान हैं. इस अवसर पर भी भारी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है. जिसे देखते हुए मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा रहा है. महाकुंभ मेला शुरू होने से लेकर संगम तक जाने के लिए काली मार्ग तय गया है. श्रद्धालु इस मार्ग से ही मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे और त्रिवेणी मार्ग से होते हुए मेला क्षेत्र से बाहर आएंगे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रद्धालुओं के लिए एकल मार्ग बनाया गया&nbsp;</strong><br />शहर के बांगड़ धर्मशाला, जीटी जवाहर और अलोपीबाग की तरफ़ से श्रद्धालुओं को काली मार्ग पर भेजा रहा था. भगदड़ वाले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ काली सड़क छोड़कर जहां-जहां कट मिला उधर से मेला क्षेत्र में प्रवेश करने लगी, जिससे अमृत स्नान से पहले सभी रास्तों से श्रद्धालु आने लगे थे, जिससे संगम नोज पर दबाव बढ़ गया था और बैरिकेडिंग टूट गई. जिसके बाद ऐसी भगदड़ मची कि उसमें 30 लोगों की जान चली गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर फिर से ऐसी घटना न हो इसके लिए अब मेला क्षेत्र के सभी प्रवेश मार्गों पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है. इसके साथ ही काली और त्रिवेणी मार्ग के अलावा संगम क्षेत्र में भी बैरिकेडिंग के ज़रिए रास्तों के एकमार्गी किया जा रहा है. जिससे श्रद्धालुओं को आसानी हो और कहीं भी आमने-सामने वाली स्थिति उत्पन्न न हो. मेला प्रशासन ने बताया कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसके लिए झूंसी, फाफामऊ और नैनी की तरफ़ के स्नान घाटों पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेला क्षेत्र में सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए सिविल व टैरिफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है खासतौर से ऐसे मार्गों पर जहां श्रद्धालुओं को अपने-अपने गंतव्यों तक पहुंचने में मुश्किल हो सकती है. श्रद्धालुओं को जगह-जगह पर जरूरी जानकारी भी मुहैया कराई जाएगी. सभी रास्तों और चौराहों पर पुलिस मौजूद रहेगी. यहां पर ऐसे जवानों को ड्यूटी दी गई है जो ट्रैफिक को सँभाल सकते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-stampede-commission-visited-spot-and-hospital-chairman-said-i-do-not-want-to-comment-2874699″><strong>महाकुंभ भगदड़: न्यायिक जांच आयोग ने किया घटनास्थल और अस्पताल का दौरा, अध्यक्ष बोले- मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर और सतर्क हो गया है. ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके इसके लिए मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं में बड़े स्तर पर बदलाव किए गए हैं. जिसके तहत अब सभी प्रवेश मार्गों पर सिविल पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की भी तैनाती रहेगी. दैनिक जागरण की खबर के अनुसार, श्रद्दालुओं के आने और स्नान के बाद जाने की लिए एकल मार्ग व्यवस्था की गई है. भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में बैरिकेडिंग को और मजबूत किया जाएगा. एक जगह भीड़ इकट्ठा न हो पाए इसके लिए डायवर्जन किया गया है. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौनी अमावस्या के बाद 3 फरवरी को बसंत पंचमी का तीसरा अमृत स्नान हैं. इस अवसर पर भी भारी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है. जिसे देखते हुए मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा रहा है. महाकुंभ मेला शुरू होने से लेकर संगम तक जाने के लिए काली मार्ग तय गया है. श्रद्धालु इस मार्ग से ही मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे और त्रिवेणी मार्ग से होते हुए मेला क्षेत्र से बाहर आएंगे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रद्धालुओं के लिए एकल मार्ग बनाया गया&nbsp;</strong><br />शहर के बांगड़ धर्मशाला, जीटी जवाहर और अलोपीबाग की तरफ़ से श्रद्धालुओं को काली मार्ग पर भेजा रहा था. भगदड़ वाले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ काली सड़क छोड़कर जहां-जहां कट मिला उधर से मेला क्षेत्र में प्रवेश करने लगी, जिससे अमृत स्नान से पहले सभी रास्तों से श्रद्धालु आने लगे थे, जिससे संगम नोज पर दबाव बढ़ गया था और बैरिकेडिंग टूट गई. जिसके बाद ऐसी भगदड़ मची कि उसमें 30 लोगों की जान चली गई.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर फिर से ऐसी घटना न हो इसके लिए अब मेला क्षेत्र के सभी प्रवेश मार्गों पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है. इसके साथ ही काली और त्रिवेणी मार्ग के अलावा संगम क्षेत्र में भी बैरिकेडिंग के ज़रिए रास्तों के एकमार्गी किया जा रहा है. जिससे श्रद्धालुओं को आसानी हो और कहीं भी आमने-सामने वाली स्थिति उत्पन्न न हो. मेला प्रशासन ने बताया कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसके लिए झूंसी, फाफामऊ और नैनी की तरफ़ के स्नान घाटों पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेला क्षेत्र में सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए सिविल व टैरिफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है खासतौर से ऐसे मार्गों पर जहां श्रद्धालुओं को अपने-अपने गंतव्यों तक पहुंचने में मुश्किल हो सकती है. श्रद्धालुओं को जगह-जगह पर जरूरी जानकारी भी मुहैया कराई जाएगी. सभी रास्तों और चौराहों पर पुलिस मौजूद रहेगी. यहां पर ऐसे जवानों को ड्यूटी दी गई है जो ट्रैफिक को सँभाल सकते हैं.&nbsp;</p>
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