महाकुंभ से दुनिया को संदेश मिला सनातनी एक:महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी बोले- दुनिया ने हमारी सभ्यता और संस्कृति की झलक देखी

महाकुंभ से दुनिया को संदेश मिला सनातनी एक:महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी बोले- दुनिया ने हमारी सभ्यता और संस्कृति की झलक देखी

महाकुंभ से दुनिया को संदेश मिला है कि सनातनी एक हैं। लोगों में सनातन के प्रति आस्था और प्रेम है। यह बात महाशिवरात्रि के दिन काशी में जूना अखाड़े की ओर से निकल रही पेशवाई में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने दैनिक भास्कर से कही। उन्होंने कहा- कुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी पहुंची। सभी जातियों, धर्मों और मतों के लोग यहां एक साथ आए। दुनिया ने हमारी एकता देखी है। दुनिया ने हमारी सभ्यता और संस्कृति की झलक देखी। उन्होंने कहा- भारत की आधी आबादी ने यहां कुंभ में विश्व के कल्याण के लिए प्रार्थना की। कुंभ का आज समापन हो रहा है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद देता हूं और बधाई देता हूं। महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी बोले- पूरे विश्व का ध्यान हमने अपनी ओर खींचा है जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा- प्राचीन काल से श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा कुंभ की संपन्नता काशी में करता रहा है। कुंभ की संपन्नता, सिद्धि और पूर्णता का ये अवसर है। आज महाशिवरात्रि के दिन कुंभ संपन्न हो रहा है। हम हजारों-लाखों नागा साधु-संत बाबा के अभिषेक को जा रहे हैं। पूरे विश्व ने हमारी एकता, सामाजिक समरसता और हमारी समृद्धि के दर्शन किए। पूरा संसार चमत्करित है। उन्होंने कहा- हम अपने पर्व और परंपराओं के लक्षण और संवर्धन के लिए तीर्थों पर आकर यज्ञ और तप करते हैं। उन्होंने कहा- पूरे विश्व का ध्यान हमने अपनी ओर खींचा है। आज सारे संसार में चर्चा है। लगभग आधा भारत कुंभ में पहुंचा और आधा भारत कुंभ जी रहा है। हम ऐसा कह सकते हैं कि प्रत्येक भारतीय के मन में कुंभ बसा है। पूरे कुंभ ने विश्व को नए आयामों के दर्शन कराए हैं। जिनमे जप, तप, व्रत और हमारी एकता। महाकुंभ में चर्चा में आए लोगों के सवाल पर उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग कुंभ में आए उनका स्वागत है। मनोज गिरी बोले- बाबा विश्वनाथ से विश्व के कल्याण की कामना की
जूना अखाड़े के पंच मनोज गिरि महाराज बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि उनके दर्शन से दिव्य अनुभूति हो रही है। विश्व के कल्याण की कामना की गई है। आज विशेष पूजन-अर्चन पूरी रात चलेगी। अब हमारे अखाड़े का होगा चुनाव जूना अखाड़े के प्रेम गिरी महाराज ने कहा कि अब हमारे अखाड़े का चुनाव होगा। होली मनाई जाएगी और फिर सभी साधु संत अपने-अपने स्थान पर रवाना हो जाएंगे। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचे रुद्राक्ष वाले बाबा संन्यासी गीतानंद महाराज ने कहा- मैं 6 साल से अपने सिर पर सवा लाख रुद्राक्ष धारण किया हूं। इसका वजन 45 किलो है। रुद्राक्ष धारण करने के पीछे कोई वजह नहीं है। हम सनातन धर्म की रक्षा के लिए तपस्या कर रहे हैं। आज बहुत ही खुशी का दिन
जूना अखाड़े से जुड़े डॉक्टर वरुण गिरि ने कहा- आज बहुत ही खुशी का दिन है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन अच्छे से हुए। बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया। इससे अधिक आनंद की बात नहीं हो सकती। जहां पर स्वच्छता है, वहीं पर भगवान
जूना अखाड़े के नागा संन्यासी सौरभ गिरि ने दैनिक भास्कर से कहा- जहां पर स्वच्छता है, वहीं पर भगवान हैं। हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए। चाहे वो मन हो या जगह। साढ़े 11 किलो का रुद्राक्ष मुकुट और भाला लिए पहुंचे नागा बाबा
थानापति मंगल गिरी साढ़े 11 किलो का रुद्राक्ष और भाला लिए काशी पहुंचे। उन्होंने कहा- अगले कुंभ में इसका वजन और बढ़ जाएगा। अब बाबा के दर्शन करके कपिलधारा के लिए रवाना हो जाएंगे। मैंने अपने जीवन में पहली बार ऐसा महाकुंभ देखा
महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव जमुना दास महाराज ने कहा- मैंने अपने जीवन में पहली बार ऐसा महाकुंभ देखा। इस महाकुंभ में केवल प्रयागराज ही नहीं, अयोध्या और वाराणसी भी श्रद्धालुओं से भरे रहे। निश्चय ही भारत विश्वगुरु की ओर अग्रसर हो रहा है। ……………………. ये खबर भी पढ़ें… महाशिवरात्रि पर काशी कैसे आएं-कहां ठहरें?:25 लाख श्रद्धालु आएंगे, 4 KM चलना पड़ेगा; हर सवाल का जवाब पढ़िए शिव की काशी में महाशिवरात्रि मनाने के लिए आज 25 लाख भक्त पहुंचेंगे। शहर के अंदर काशी विश्वनाथ मंदिर से 3 किलोमीटर पहले कार-बाइक रोकी जा रही हैं। मंदिर का रूट नो व्हीकल जोन है। दर्शन के लिए हर श्रद्धालु को कम से 4 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। पढ़िए पूरी खबर महाकुंभ से दुनिया को संदेश मिला है कि सनातनी एक हैं। लोगों में सनातन के प्रति आस्था और प्रेम है। यह बात महाशिवरात्रि के दिन काशी में जूना अखाड़े की ओर से निकल रही पेशवाई में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने दैनिक भास्कर से कही। उन्होंने कहा- कुंभ में भारत की लगभग आधी आबादी पहुंची। सभी जातियों, धर्मों और मतों के लोग यहां एक साथ आए। दुनिया ने हमारी एकता देखी है। दुनिया ने हमारी सभ्यता और संस्कृति की झलक देखी। उन्होंने कहा- भारत की आधी आबादी ने यहां कुंभ में विश्व के कल्याण के लिए प्रार्थना की। कुंभ का आज समापन हो रहा है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद देता हूं और बधाई देता हूं। महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी बोले- पूरे विश्व का ध्यान हमने अपनी ओर खींचा है जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा- प्राचीन काल से श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा कुंभ की संपन्नता काशी में करता रहा है। कुंभ की संपन्नता, सिद्धि और पूर्णता का ये अवसर है। आज महाशिवरात्रि के दिन कुंभ संपन्न हो रहा है। हम हजारों-लाखों नागा साधु-संत बाबा के अभिषेक को जा रहे हैं। पूरे विश्व ने हमारी एकता, सामाजिक समरसता और हमारी समृद्धि के दर्शन किए। पूरा संसार चमत्करित है। उन्होंने कहा- हम अपने पर्व और परंपराओं के लक्षण और संवर्धन के लिए तीर्थों पर आकर यज्ञ और तप करते हैं। उन्होंने कहा- पूरे विश्व का ध्यान हमने अपनी ओर खींचा है। आज सारे संसार में चर्चा है। लगभग आधा भारत कुंभ में पहुंचा और आधा भारत कुंभ जी रहा है। हम ऐसा कह सकते हैं कि प्रत्येक भारतीय के मन में कुंभ बसा है। पूरे कुंभ ने विश्व को नए आयामों के दर्शन कराए हैं। जिनमे जप, तप, व्रत और हमारी एकता। महाकुंभ में चर्चा में आए लोगों के सवाल पर उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग कुंभ में आए उनका स्वागत है। मनोज गिरी बोले- बाबा विश्वनाथ से विश्व के कल्याण की कामना की
जूना अखाड़े के पंच मनोज गिरि महाराज बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि उनके दर्शन से दिव्य अनुभूति हो रही है। विश्व के कल्याण की कामना की गई है। आज विशेष पूजन-अर्चन पूरी रात चलेगी। अब हमारे अखाड़े का होगा चुनाव जूना अखाड़े के प्रेम गिरी महाराज ने कहा कि अब हमारे अखाड़े का चुनाव होगा। होली मनाई जाएगी और फिर सभी साधु संत अपने-अपने स्थान पर रवाना हो जाएंगे। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचे रुद्राक्ष वाले बाबा संन्यासी गीतानंद महाराज ने कहा- मैं 6 साल से अपने सिर पर सवा लाख रुद्राक्ष धारण किया हूं। इसका वजन 45 किलो है। रुद्राक्ष धारण करने के पीछे कोई वजह नहीं है। हम सनातन धर्म की रक्षा के लिए तपस्या कर रहे हैं। आज बहुत ही खुशी का दिन
जूना अखाड़े से जुड़े डॉक्टर वरुण गिरि ने कहा- आज बहुत ही खुशी का दिन है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन अच्छे से हुए। बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया। इससे अधिक आनंद की बात नहीं हो सकती। जहां पर स्वच्छता है, वहीं पर भगवान
जूना अखाड़े के नागा संन्यासी सौरभ गिरि ने दैनिक भास्कर से कहा- जहां पर स्वच्छता है, वहीं पर भगवान हैं। हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए। चाहे वो मन हो या जगह। साढ़े 11 किलो का रुद्राक्ष मुकुट और भाला लिए पहुंचे नागा बाबा
थानापति मंगल गिरी साढ़े 11 किलो का रुद्राक्ष और भाला लिए काशी पहुंचे। उन्होंने कहा- अगले कुंभ में इसका वजन और बढ़ जाएगा। अब बाबा के दर्शन करके कपिलधारा के लिए रवाना हो जाएंगे। मैंने अपने जीवन में पहली बार ऐसा महाकुंभ देखा
महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव जमुना दास महाराज ने कहा- मैंने अपने जीवन में पहली बार ऐसा महाकुंभ देखा। इस महाकुंभ में केवल प्रयागराज ही नहीं, अयोध्या और वाराणसी भी श्रद्धालुओं से भरे रहे। निश्चय ही भारत विश्वगुरु की ओर अग्रसर हो रहा है। ……………………. ये खबर भी पढ़ें… महाशिवरात्रि पर काशी कैसे आएं-कहां ठहरें?:25 लाख श्रद्धालु आएंगे, 4 KM चलना पड़ेगा; हर सवाल का जवाब पढ़िए शिव की काशी में महाशिवरात्रि मनाने के लिए आज 25 लाख भक्त पहुंचेंगे। शहर के अंदर काशी विश्वनाथ मंदिर से 3 किलोमीटर पहले कार-बाइक रोकी जा रही हैं। मंदिर का रूट नो व्हीकल जोन है। दर्शन के लिए हर श्रद्धालु को कम से 4 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। पढ़िए पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर