<p>उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में तेरह जनवरी, 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ मेले में नाविकों की आय बढ़ाने की दिशा में मेला प्रशासन ने नावों का किराया 50 प्रतिशत बढ़ाने पर सहमति दी है.</p>
<p>अपर जिलाधिकारी (महाकुंभ) विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक, संगम में चलने वाली नावों के किराए में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. लंबे समय से नाविक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे. प्रयागराज जिला नाविक संघ और मेला प्रशासन के बीच हुई बैठक के बाद यह निर्णय किया गया है.</p>
<p>प्रयागराज जिला नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि महंगाई बढ़ने के बावजूद कई वर्षों से नावों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी. इसे देखते हुए प्रशासन का यह फैसला नाविकों के हित में है.</p>
<p>अपर मेलाधिकारी ने बताया कि नावों का किराया बढ़ने के बाद अब यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि किसी भी श्रद्धालु से तय किराए से ज्यादा किराया ना लिया जाये. इसके लिए नाव के किराए की नयी सूची तैयार की जा रही है.</p>
<p>उन्होंने बताया कि सभी घाटों और पार्किंग स्थल में इस सूची को चस्पा किया जायेगा. प्रमुख स्नान पर्व पर भी नावें संचालित की जा सकेंगी. हालांकि प्रमुख स्नान पर्व पर मोटर बोट पर रोक रहेगी.</p>
<p>उप जिलाधिकारी (महाकुंभ) अभिनव पाठक ने बताया कि स्नान पर्व में मौसम और भीड़ की स्थिति को देखते हुए नाव संचालन का निर्णय लिया जाएगा. प्रयागराज के संगम में इस समय 1455 नावों का संचालन हो रहा है. महाकुंभ के समय आसपास के जिलों से नावों के आने के बाद इनकी संख्या 4,000 को पार कर सकती है.</p>
<p>उन्होंने कहा कि इन सभी नाविकों की नावों की जांच करने के बाद इन्हें लाइसेंस जारी होगा. उन्हें लाइफ जैकेट प्रदान की जाएंगी. सभी नाविकों को दो लाख रुपये का बीमा कवर का लाभ भी मिलेगा.</p> <p>उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में तेरह जनवरी, 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ मेले में नाविकों की आय बढ़ाने की दिशा में मेला प्रशासन ने नावों का किराया 50 प्रतिशत बढ़ाने पर सहमति दी है.</p>
<p>अपर जिलाधिकारी (महाकुंभ) विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक, संगम में चलने वाली नावों के किराए में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. लंबे समय से नाविक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे. प्रयागराज जिला नाविक संघ और मेला प्रशासन के बीच हुई बैठक के बाद यह निर्णय किया गया है.</p>
<p>प्रयागराज जिला नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि महंगाई बढ़ने के बावजूद कई वर्षों से नावों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी. इसे देखते हुए प्रशासन का यह फैसला नाविकों के हित में है.</p>
<p>अपर मेलाधिकारी ने बताया कि नावों का किराया बढ़ने के बाद अब यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि किसी भी श्रद्धालु से तय किराए से ज्यादा किराया ना लिया जाये. इसके लिए नाव के किराए की नयी सूची तैयार की जा रही है.</p>
<p>उन्होंने बताया कि सभी घाटों और पार्किंग स्थल में इस सूची को चस्पा किया जायेगा. प्रमुख स्नान पर्व पर भी नावें संचालित की जा सकेंगी. हालांकि प्रमुख स्नान पर्व पर मोटर बोट पर रोक रहेगी.</p>
<p>उप जिलाधिकारी (महाकुंभ) अभिनव पाठक ने बताया कि स्नान पर्व में मौसम और भीड़ की स्थिति को देखते हुए नाव संचालन का निर्णय लिया जाएगा. प्रयागराज के संगम में इस समय 1455 नावों का संचालन हो रहा है. महाकुंभ के समय आसपास के जिलों से नावों के आने के बाद इनकी संख्या 4,000 को पार कर सकती है.</p>
<p>उन्होंने कहा कि इन सभी नाविकों की नावों की जांच करने के बाद इन्हें लाइसेंस जारी होगा. उन्हें लाइफ जैकेट प्रदान की जाएंगी. सभी नाविकों को दो लाख रुपये का बीमा कवर का लाभ भी मिलेगा.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Watch: ‘हद कर दी आपने…’, मुजफ्फरपुर में बॉयफ्रेंड के लिए बीच सड़क पर बवाल, लात-घूंसों की बौछार