महाराष्ट्र में होटल की निलामी पर सियासी घमासान, शिंदे गुट के मंत्री और संजय राउत आमने-सामने

महाराष्ट्र में होटल की निलामी पर सियासी घमासान, शिंदे गुट के मंत्री और संजय राउत आमने-सामने

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने आरोप लगाया था कि राजस्व विभाग द्वारा वीआईटीएस होटल की बिक्री के लिए की गई नीलामी प्रक्रिया में मंत्री संजय शिरसाट को फायदा पहुंचाने के इरादे से बाजार मूल्य से कम कीमत पर होटल बेचा गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय शिरसाट ने दावा किया कि इस होटल की कीमत रेडीरेकनर के अनुसार 110 करोड़ रुपये है और बाजार मूल्य इससे भी ज्यादा है. ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने भी सवाल उठाया था कि यह होटल 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है, तो क्या नीलामी सिर्फ इसलिए की गई थी ताकि शिरसाट इसे खरीद सकें? और यह सौदा असल कीमत से कम में हुआ, जिससे यह प्रक्रिया अवैध लगती है. साथ ही उन्होंने पूछा कि इन महोदय के पास इतने पैसे आए कहां से?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री संजय शिरसाट क्या बोले?</strong><br />संजय शिरसाट ने कहा, “पिछले 10 दिनों से एक विषय चर्चा में है. मेरे बेटे ने संभाजीनगर में एक होटल खरीदा है. उस होटल का मामला कोर्ट में है. पिछले कई वर्षों से पार्टनरशिप का मामला अटका हुआ था. सात बार नीलामी प्रक्रिया की गई, पर किसी ने होटल नहीं खरीदा. आठवीं बार मेरे बेटे और उसके मित्र ने टेंडर भरा और जरूरी रकम भी जमा की. अब इसके बाद कुछ लोग मूर्खों की तरह बयानबाजी कर रहे हैं. असल में, जब सौदा पूरा होगा तभी बोलना चाहिए था. जब होटल खरीदा जाएगा, तो सारा लेन-देन सफेद पैसे में होगा. यह 110 करोड़ की बात नहीं है, 68 करोड़ का मामला है. आरोप लगाने से पहले वास्तविकता समझनी चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’संजय राउत को गलत जानकारी'</strong><br />शिरसाट ने आगे कहा, “संजय राउत को किसी ने गलत जानकारी दी है. अब उन्हें समझ आ गया है कि उन्होंने गलत आरोप लगाए हैं. मैं आपको चुनौती देता हूं अगर होटल 100 करोड़ का है, और मैं 68 करोड़ में खरीद रहा था, तो अब मैं अपने बेटे से कहूंगा कि वह इस प्रक्रिया से बाहर निकल जाए. अब नया टेंडर निकलेगा, आप 90 या 100 करोड़ में खरीद लो अगर होटल वाकई इतना कीमती है तो आपको ही फायदा होगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’मेरा बेटा टेंडर प्रक्रिया से निकल रहा बाहर'</strong><br />उन्होंने तीखी चेतावनी देते हुए कहा, “कल मेरा बेटा इस टेंडर प्रक्रिया से बाहर निकल रहा है. जो व्यक्ति कारोबार के लिए खड़ा हो रहा था, उसके काम में आपने अड़चन डाली है. एक मराठी आदमी खड़ा हो रहा था, लेकिन आपने वह होने नहीं दिया. अगर आप व्यक्तिगत स्तर पर जा रहे हैं, तो मुझे भी आपके निजी जीवन में जाना पड़ेगा. क्योंकि आपकी सारी बातें मेरे पास हैं. मैं भी सब बाहर लाऊंगा.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’संजय राउत को दी गई गलत ब्रीफिंग'</strong><br />संजय राउत ने आगे कहा, “संजय राउत ध्यान में रखो, मैं थोड़ा चक्रम इंसान हूं. घर को आग लगाने से भी पीछे नहीं हटूंगा. राउत को जो ब्रीफिंग दी गई, वह गलत दी गई थी. सिर्फ इसलिए कि नाम संजय शिरसाट आया, इसलिए संजय राउत चिल्लाने लगे हैं.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने आरोप लगाया था कि राजस्व विभाग द्वारा वीआईटीएस होटल की बिक्री के लिए की गई नीलामी प्रक्रिया में मंत्री संजय शिरसाट को फायदा पहुंचाने के इरादे से बाजार मूल्य से कम कीमत पर होटल बेचा गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय शिरसाट ने दावा किया कि इस होटल की कीमत रेडीरेकनर के अनुसार 110 करोड़ रुपये है और बाजार मूल्य इससे भी ज्यादा है. ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने भी सवाल उठाया था कि यह होटल 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का है, तो क्या नीलामी सिर्फ इसलिए की गई थी ताकि शिरसाट इसे खरीद सकें? और यह सौदा असल कीमत से कम में हुआ, जिससे यह प्रक्रिया अवैध लगती है. साथ ही उन्होंने पूछा कि इन महोदय के पास इतने पैसे आए कहां से?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री संजय शिरसाट क्या बोले?</strong><br />संजय शिरसाट ने कहा, “पिछले 10 दिनों से एक विषय चर्चा में है. मेरे बेटे ने संभाजीनगर में एक होटल खरीदा है. उस होटल का मामला कोर्ट में है. पिछले कई वर्षों से पार्टनरशिप का मामला अटका हुआ था. सात बार नीलामी प्रक्रिया की गई, पर किसी ने होटल नहीं खरीदा. आठवीं बार मेरे बेटे और उसके मित्र ने टेंडर भरा और जरूरी रकम भी जमा की. अब इसके बाद कुछ लोग मूर्खों की तरह बयानबाजी कर रहे हैं. असल में, जब सौदा पूरा होगा तभी बोलना चाहिए था. जब होटल खरीदा जाएगा, तो सारा लेन-देन सफेद पैसे में होगा. यह 110 करोड़ की बात नहीं है, 68 करोड़ का मामला है. आरोप लगाने से पहले वास्तविकता समझनी चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’संजय राउत को गलत जानकारी'</strong><br />शिरसाट ने आगे कहा, “संजय राउत को किसी ने गलत जानकारी दी है. अब उन्हें समझ आ गया है कि उन्होंने गलत आरोप लगाए हैं. मैं आपको चुनौती देता हूं अगर होटल 100 करोड़ का है, और मैं 68 करोड़ में खरीद रहा था, तो अब मैं अपने बेटे से कहूंगा कि वह इस प्रक्रिया से बाहर निकल जाए. अब नया टेंडर निकलेगा, आप 90 या 100 करोड़ में खरीद लो अगर होटल वाकई इतना कीमती है तो आपको ही फायदा होगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’मेरा बेटा टेंडर प्रक्रिया से निकल रहा बाहर'</strong><br />उन्होंने तीखी चेतावनी देते हुए कहा, “कल मेरा बेटा इस टेंडर प्रक्रिया से बाहर निकल रहा है. जो व्यक्ति कारोबार के लिए खड़ा हो रहा था, उसके काम में आपने अड़चन डाली है. एक मराठी आदमी खड़ा हो रहा था, लेकिन आपने वह होने नहीं दिया. अगर आप व्यक्तिगत स्तर पर जा रहे हैं, तो मुझे भी आपके निजी जीवन में जाना पड़ेगा. क्योंकि आपकी सारी बातें मेरे पास हैं. मैं भी सब बाहर लाऊंगा.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’संजय राउत को दी गई गलत ब्रीफिंग'</strong><br />संजय राउत ने आगे कहा, “संजय राउत ध्यान में रखो, मैं थोड़ा चक्रम इंसान हूं. घर को आग लगाने से भी पीछे नहीं हटूंगा. राउत को जो ब्रीफिंग दी गई, वह गलत दी गई थी. सिर्फ इसलिए कि नाम संजय शिरसाट आया, इसलिए संजय राउत चिल्लाने लगे हैं.”</p>  महाराष्ट्र शिमला: पत्नी की पीट पीटकर हत्या, पति ने पुलिस से कहा- हां मैंने ही किया है मर्डर