PCMS डॉक्टरों ने हड़ताल हुई खत्म:सोमवार से दो-दो घंटे अतिरिक्त देंगे, पेंडिंग कम होगें खत्म; सेहत मंत्री ने दी जानकारी

PCMS डॉक्टरों ने हड़ताल हुई खत्म:सोमवार से दो-दो घंटे अतिरिक्त देंगे, पेंडिंग कम होगें खत्म; सेहत मंत्री ने दी जानकारी

पंजाब में चल रही सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीसीएमएस) डॉक्टरों ने हड़ताल को खत्म करने का फैसला किया है। पीसीएमएस डॉक्टरों की बैठक शनिवार आज चंडीगढ़ में हेल्थ मिनिस्टर डॉ. बलबीर सिंह के साथ हुई। बैठक में डॉक्टरों की सभी मांगों को मान लिया गया और 12 हफ्तों में उन्हें पूरा करने पर सहमती बनी। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि ये बैठक बहुत ही अच्छे माहौल में हुई। डॉक्टरों ने हड़ताल वापस लेने की बात को मान लिया है। सोमवार से डॉक्टर अपनी सीटों पर वापस लौटेंगे। डॉक्टरों ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को 2 घंटे तक ओपीडी बढ़ाने का फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि पंजाब भर के सभी डॉक्टर पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर थे। इस दौरान मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़। मांगों पर बनी सहमती सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की पंजाब भवन में डॉक्टरों के साथ बैठक में अधिकतर मांगों पर सहमती बन गई। डॉक्टरों की सुरक्षा का मसला एक हफ्ते में हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर कमेटियां बना दी गई हैं। डॉक्टरों को कहा गया है कि अगर कोई बदतमीजी करे तो 5 मिनट सुन लो, कमेटी में फोन कर देना। इसके बाद कमेटी खुद संभाल लेगी। पंजाब में सुरक्षा के लिए रिटायर्ड पुलिस और आर्मी जवानों की सुरक्षा एजेंसी को हायर किया जाएगा। वहीं, डॉक्टरों ​​​​​की भर्ती की जाएगी और सभी खाली पदों को भरा जाएगा। इसके साथ ही कहा कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोमोशन कांग्रेस ने हॉल्ट कर दी थी। इंश्योरेंस कंपनी को डिसमिस कर दी। जिन्हें ठीक करने में थोड़ा समय लग रहा है। डॉक्टरों ने 3 चरणों में हड़ताल को बांटा था सरकार की तरफ से आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल को खत्म कर दिया है। इससे पहले सरकार ने 3 चरण में हड़ताल शुरू कर थी। पहला चरण 9 से 11 सितंबर तक था। इस दौरान सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं निलंबित रहीं। दूसरा चरण 12 से 15 सितम्बर तक था। जिसमें ओपीडी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। सोमवार 16 सितम्बर के बाद तीसरा चरण शुरू होना था। जिसमें डॉक्टरों ने ओपीडी के साथ-साथ मेडिकल लीगल सेवाओं भी बंद करने का फैसला किया था। कमेटियां गठित करने का काम शुरू सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि समितियों को गठित करने का काम शुरू हो चुका है। अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर कमेटी और हिंसक घटनाओं की रोकथाम के लिए कमेटी गठित की जा रही हैं। सभी सिविल सर्जनों को डीसी के अंतर्गत कमेटी बनाने के लिए कहा गया है। जिसका नाम डिस्ट्रिक्ट हेल्थ बोर्ड होगा। ये है डॉक्टरों की मांगें पंजाब में चल रही सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीसीएमएस) डॉक्टरों ने हड़ताल को खत्म करने का फैसला किया है। पीसीएमएस डॉक्टरों की बैठक शनिवार आज चंडीगढ़ में हेल्थ मिनिस्टर डॉ. बलबीर सिंह के साथ हुई। बैठक में डॉक्टरों की सभी मांगों को मान लिया गया और 12 हफ्तों में उन्हें पूरा करने पर सहमती बनी। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि ये बैठक बहुत ही अच्छे माहौल में हुई। डॉक्टरों ने हड़ताल वापस लेने की बात को मान लिया है। सोमवार से डॉक्टर अपनी सीटों पर वापस लौटेंगे। डॉक्टरों ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को 2 घंटे तक ओपीडी बढ़ाने का फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि पंजाब भर के सभी डॉक्टर पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर थे। इस दौरान मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़। मांगों पर बनी सहमती सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की पंजाब भवन में डॉक्टरों के साथ बैठक में अधिकतर मांगों पर सहमती बन गई। डॉक्टरों की सुरक्षा का मसला एक हफ्ते में हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर कमेटियां बना दी गई हैं। डॉक्टरों को कहा गया है कि अगर कोई बदतमीजी करे तो 5 मिनट सुन लो, कमेटी में फोन कर देना। इसके बाद कमेटी खुद संभाल लेगी। पंजाब में सुरक्षा के लिए रिटायर्ड पुलिस और आर्मी जवानों की सुरक्षा एजेंसी को हायर किया जाएगा। वहीं, डॉक्टरों ​​​​​की भर्ती की जाएगी और सभी खाली पदों को भरा जाएगा। इसके साथ ही कहा कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोमोशन कांग्रेस ने हॉल्ट कर दी थी। इंश्योरेंस कंपनी को डिसमिस कर दी। जिन्हें ठीक करने में थोड़ा समय लग रहा है। डॉक्टरों ने 3 चरणों में हड़ताल को बांटा था सरकार की तरफ से आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल को खत्म कर दिया है। इससे पहले सरकार ने 3 चरण में हड़ताल शुरू कर थी। पहला चरण 9 से 11 सितंबर तक था। इस दौरान सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं निलंबित रहीं। दूसरा चरण 12 से 15 सितम्बर तक था। जिसमें ओपीडी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। सोमवार 16 सितम्बर के बाद तीसरा चरण शुरू होना था। जिसमें डॉक्टरों ने ओपीडी के साथ-साथ मेडिकल लीगल सेवाओं भी बंद करने का फैसला किया था। कमेटियां गठित करने का काम शुरू सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि समितियों को गठित करने का काम शुरू हो चुका है। अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर कमेटी और हिंसक घटनाओं की रोकथाम के लिए कमेटी गठित की जा रही हैं। सभी सिविल सर्जनों को डीसी के अंतर्गत कमेटी बनाने के लिए कहा गया है। जिसका नाम डिस्ट्रिक्ट हेल्थ बोर्ड होगा। ये है डॉक्टरों की मांगें   पंजाब | दैनिक भास्कर