महेंद्रगढ़ में युवक के सुसाइड के 26 दिन बाद भी परिजनों ने शव लेने इनकार कर दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री पर FIR दर्ज नहीं हुई तो 7 दिन बाद वह हमेशा के लिए जंगल में निकल जाएंगे। वहीं मां ने भी आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। जानकारी अनुसार गांव बाघोत निवासी 26 वर्षीय मोहित ने 13 दिसंबर को अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। 14 दिसंबर को शव का पोस्टमॉर्टम करवा उप नागरिक अस्पताल में रखवा दिया था। सुसाइड के लिए पूर्व मंत्री समेत 6 लोगों पर उकसाने का आरोप मृतक के पिता कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि उसके बड़े बेटे मोहित ने पूर्व मंत्री और उसके बेटे व 6 अन्य लोगों की वजह से सुसाइड किया था। उसकी डेड बॉडी कनीना अस्पताल में रखी हुई है, आज 26 दिन हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री पर आरोपियों को बचाने का आरोप उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री ने हत्यारों का साथ देने में उनकी मदद की है। केंद्रीय मंत्री किसी के नहीं है, वह अपने परिवार व अहीर वाल क्षेत्र के भी नहीं है। प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार कैलाश चंद शर्मा ने प्रधानमंत्री से उम्मीद जताते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने ने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे सात दिन बाद परिवार के साथ जंगल में निकल जाएंगे और फिर वापस लौटकर नहीं आएंगे। मृतक की मां ने कहा कि दो दिन में केस दर्ज नहीं होता है तो वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेगी। महेंद्रगढ़ में युवक के सुसाइड के 26 दिन बाद भी परिजनों ने शव लेने इनकार कर दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री पर FIR दर्ज नहीं हुई तो 7 दिन बाद वह हमेशा के लिए जंगल में निकल जाएंगे। वहीं मां ने भी आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। जानकारी अनुसार गांव बाघोत निवासी 26 वर्षीय मोहित ने 13 दिसंबर को अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। 14 दिसंबर को शव का पोस्टमॉर्टम करवा उप नागरिक अस्पताल में रखवा दिया था। सुसाइड के लिए पूर्व मंत्री समेत 6 लोगों पर उकसाने का आरोप मृतक के पिता कैलाश चंद्र शर्मा ने कहा कि उसके बड़े बेटे मोहित ने पूर्व मंत्री और उसके बेटे व 6 अन्य लोगों की वजह से सुसाइड किया था। उसकी डेड बॉडी कनीना अस्पताल में रखी हुई है, आज 26 दिन हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री पर आरोपियों को बचाने का आरोप उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री ने हत्यारों का साथ देने में उनकी मदद की है। केंद्रीय मंत्री किसी के नहीं है, वह अपने परिवार व अहीर वाल क्षेत्र के भी नहीं है। प्रधानमंत्री से न्याय की गुहार कैलाश चंद शर्मा ने प्रधानमंत्री से उम्मीद जताते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने ने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे सात दिन बाद परिवार के साथ जंगल में निकल जाएंगे और फिर वापस लौटकर नहीं आएंगे। मृतक की मां ने कहा कि दो दिन में केस दर्ज नहीं होता है तो वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में महिला को डराकर जेवरात ठगे:युवक बोला- आज आपके बेटे पर संकट आएगा, दूर करने के नाम पर बालियां ले गया हरियाणा के पानीपत शहर के सनौली रोड पर सैर कर रही महिला को दो युवकों ने ठग लिया। युवकों ने कहा कि आज तुम और तुम्हारे बेटे पर मुसीबत आने वाली है। उन्होंने महिला के जेवर उतरवा लिए और उन्हें छुड़ाने का वादा करके फरार हो गए। महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। बदमाश बोले- मां जी आपके घर में क्लेश रहता है किला थाना पुलिस को दी शिकायत में आशा ने बताया कि वह सनौली रोड पर भीम गोडा चौक के नजदीक की रहने वाली है। 21 दिसंबर की सुबह करीब 8 बजे वह घर से सैर करने के लिए सनौली रोड पर गई थी। करीब साढ़े 8 बजे वह आईबीएम अस्पताल के नजदीक पहुंची, तो वहां उसे दो युवक मिल गए। जिन्होंने उसे कहा कि मां जी आपके घर में क्लेश रहता है। आज आप पर व आपके लड़के पर कष्ट आने वाला है। इतना सुनने के बाद महिला उनकी बात को और ध्यान से सुनने लगी। बातों में लगा कि उक्त दोनों युवकों ने उसे कहा कि आप हमें कानों की बाली व हाथों मे पहने चांदी के कडे़ दे दो, हम आपका कष्ट दूर कर देंगे। महिला उनके कहे अनुसार वैसा ही करती रही। उनको आभूषण उतार कर दे दिए। सोने-चांदी के आभूषण लेने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
रोहतक में 4.21 लाख में नीलाम हुए जयहिंद के कपडे़:आंदोलन में पहने वस्त्रों से इकट्ठा किया फंड, 51-51 हजार में बिके कोट
रोहतक में 4.21 लाख में नीलाम हुए जयहिंद के कपडे़:आंदोलन में पहने वस्त्रों से इकट्ठा किया फंड, 51-51 हजार में बिके कोट रोहतक के सेक्टर 6 स्थित तंबू में जयहिंद सेना के प्रमुख नवीन जयहिंद ने शनिवार को अखोने ढंग से जन्मदिन मनाया। उन्होंने अपन जन्मदिन पर अपने सभी पुराने कपड़े नीलाम किए और अपनी जयहिंद सेना के लिए फंड इकट्ठा किया। इस मौके पर उनके हरियाणा के ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, न्यूजीलैंड और कनाडा में रह रहे दोस्तों ने भी बढ़-चढ़कर नीलामी में हिस्सा लिया और उनकी चीजे खरीदकर जयहिंद सेना में दान किया। नवीन जयहिंद ने कहा कि ये कपड़े पहनकर उन्होंने और जयहिंद सेना के साथियों ने हरियाणा की जनता की आवाज उठाई। उनके साथी ही उनके भामाशाह है। उन्हीं की मदद से आज तक वे जनता के मुद्दों के लिए शासन और प्रशासन से लड़ पाए। कोई नेता या बिजेनसमैन उनके पीछे नहीं है, बल्कि जनता का और उनके साथियों का ही सहयोग है। 4.21 लाख मिला दान
इस नीलामी से उन्हें लगभग 4 लाख 21 हजार रुपए दान मिले। जिसमें से 11 हजार रुपए गौशाला में और 11 हजार रुपए अनाथाश्रम-वृद्धाश्रम में दान करेंगे। बाकी की राशि जयहिंद सेना में दान करेंगे। लगभग 50 आंदोलनों में पहने गए कपडे़ नीलामी में रखे गए थे। 2100 से 51 हजार तक नीलाम हुई चीजें
नीलामी में जयहिंद की चीजें 2100 रुपए से लेकर 51 हजार रुपए तक में नीलाम हुई। नवीन जयहिंद के कुर्ते जिन्हें पहनकर उन्होंने मुंडन करवाया और पहरावर की जमीन के लिए लड़ाई लड़ी, प्रशासन के कब्जे से जमीन छुड़वाई और भगवान परशुराम जयंती मनाई, थारा फूफा जिंदा है मुहिम चलाई, बेरोजगारों की बारात निकली, SYL के पानी का मुद्दा उठाया, पीपीपी की समस्याओं का समाधान करवाया सहित कई मुद्दे उठाये जिसमें उन्होंने अलग-अलग आंदोलनों में 10 कुर्ते पहने थे और हर कुर्ता 11 हजार रुपए में नीलाम हुआ। 51-51 हजार में नीलाम हुए विधानसभा में बेरोजगारों की आवाज उठाने के दौरान पहने कोट
नवीन जयहिंद का परना जिसे जयहिंद ने किसानों की समस्या के समाधान को लेकर सरकारी दफ्तर पर बंधा था, वह 11 हजार रुपए में नीलाम हुआ। जयहिंद के 2 कोट जिन्हें पहन विधानसभा तक बेरोजगारों की आवाज उठाई, 51-51 हजार रुपए नीलाम हुए। जिस सोटे से खेल कोटा बहाल करवाया था, वह 21 हजार रुपए में नीलाम हुआ। जयहिंद का चश्मा 2100 रुपए में, जिसे पहनकर पूरे हरियाणा के बेरोजगारों की आवाज उठाई वह 11 हजार रुपए में नीलाम हुआ। SYL की टंकी जिसे लेकर उन्होंने यात्रा निकली थी और हरियाणा के हक की आवाज उठाई थी, वह 11000 में नीलाम हुई। जयहिंद के जूते, जिन्हें पहनकर उन्होंने लगभग पूरा हरियाणा नापा, वह 21 हजार रुपए में नीलाम हुए। 10 जोड़ी कपड़े जो उन्होंने पीजीआई में बाहरी लोगों की भर्ती के खिलाफ आवाज उठाने पर जेल में 10 दिन जाना पड़ा था, वे 11 हजार रुपए में हर जोड़ी नीलाम हुआ। वही 31 हजार में उनकी 11 टी-शर्ट नीलाम हुई।
अमित शाह आज हरियाणा में:लोकसभा में 5 सीटें हारी भाजपा; 46 विधानसभा सीटों पर पिछड़ी, 11% वोट शेयर गंवाया, हैट्रिक की चुनौती
अमित शाह आज हरियाणा में:लोकसभा में 5 सीटें हारी भाजपा; 46 विधानसभा सीटों पर पिछड़ी, 11% वोट शेयर गंवाया, हैट्रिक की चुनौती केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज हरियाणा दौरे पर हैं। वह पचंकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में सुबह 11 बजे बैठक करेंगे। इसमें करीब 4500 कार्यकर्ताओं हिस्सा लेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री एवं चुनाव प्रभारी धमेंद्र प्रधान, सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। साथ ही वह लोकसभा चुनाव में हरियाणा की स्थिति पर भी चर्चा करेंगे। चुनाव में हरियाणा में भाजपा सिर्फ 5 लोकसभा सीट ही जीत पाई थी। 90 विधानसभाओं में भाजपा 42 सीटों पर ही आगे रही। भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं, जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है। भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले वोट प्रतिशत को मजबूत करना चाहती है। दूसरे सत्र में कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे शाह कार्यकर्ताओं से बैठक करने के बाद अमित शाह 1 बजे से शाम 5 बजे तक विस्तृत प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे। इसमें हर विधानसभा क्षेत्र से 50-50 कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है। इनमें जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, मोर्चा के जिला अध्यक्ष, विभागों के संयोजक, सह संयोजक, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक, चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन, एमसी, बीडीसी सदस्य, 2014, 2019 और 2024 में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी शामिल होंगे। बैठक में मुख्यमंत्री से लेकर मंडल अध्यक्ष तक वर्करों की एंट्री पहचान पत्र से होगी। इस पहचान पत्र पर सबका अलग सीरियल नंबर होगा। इसमें नाम, विधानसभा और पद लिखा होगा। इन कारणों से भाजपा हरियाणा में 5 सीटें हारी… 1. सत्ता विरोधी लहर राज्य में 10 साल से सत्तारूढ़ भाजपा की सरकार के प्रति लोगों में जबरदस्त एंटी इनकंबेंसी है, ये लोकसभा चुनाव नतीजों ने साबित कर दिया। जनता अपनी नाराजगी जगह-जगह खुलकर जाहिर भी करती रही लेकिन राज्य इकाई के नेता बिल्ली को देखकर आंखें बंद कर लेने वाले कबूतर की तरह उसकी अनदेखी करते रहे। ऐसे में जैसे ही मौका मिला, पब्लिक ने वोटों के जरिये अपनी बात कह दी। 2. जाटों-किसानों की नाराजगी हरियाणा के जाट और किसान भाजपा से नाराज हैं। इस फैक्ट से वाकिफ होने के बावजूद, राज्य सरकार में न केवल इन दोनों वर्गों की अनदेखी जारी रही, बल्कि गैर जाट की राजनीति को बढ़ावा देते हुए एक तरह से इनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम भी किया गया। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सिरसा संसदीय हलके समेत कई दूसरी जगहों पर BJP नेताओं का विरोध करने वाले किसानों पर धड़ाधड़ मुकदमे दर्ज कराए गए। इसका नुकसान सिरसा, हिसार, अंबाला और कुछ हद तक कुरुक्षेत्र में पार्टी को चुकाना पड़ा। 3. चेहरे बदलने के दांव खारिज लोकसभा चुनाव की घोषणा से महीनेभर पहले BJP के केंद्रीय नेतृत्व को हरियाणा की ग्राउंड रिएलिटी का इनपुट मिल गया था। इसके बाद पार्टी ने सिरसा, सोनीपत और करनाल में अपने सिटिंग सांसदों के टिकट काट दिए। राज्य में CM चेहरा भी बदल दिया गया लेकिन हालात से निपटने के इन टेंपरेरी तौर-तरीकों को लोगों ने खारिज कर दिया। 4. बेरोजगारी की मार बढ़ती बेरोजगारी इस चुनाव में भाजपा कैंडिडेट्स पर भारी पड़ी। बेरोजगारी दर में हरियाणा देशभर के राज्यों में टॉप पर पहुंच गया। 21 जुलाई 2023 को खुद मोदी सरकार ने संसद में स्वीकार किया कि हरियाणा में बीते 8 बरसों में बेरोजगारी दर 3 गुना बढ़ चुकी है।तत्कालीन श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने संसद में बताया कि हरियाणा में वर्ष 2013-14 (प्रदेश में तब कांग्रेस की सरकार थी) में बेरोजगारी दर 2.9% थी जो 2021-22 में बढ़कर 9% पर पहुंच गई। इसी टाइम पीरियड में राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर 4.1% थी। इसके अलावा पिछले साढ़े 9 बरसों में राज्य की मनोहर सरकार ने जो भर्तियां निकालीं, उनमें से ज्यादातर कोर्ट-कचहरी के कारण सिरे नहीं चढ़ पाई। कांग्रेस नेता इसे सही तरह भुनाने में कामयाब रहे। 5. पोर्टल राज से परेशानी हरियाणा में BJP के साढ़े 9 साल के शासनकाल में सरकारी स्कीम्स को ऑनलाइन करने और करप्शन रोकने के नाम पर धड़ाधड़ पोर्टल शुरू किए गए। CM रहते हुए मनोहर लाल खट्टर का इस पर खास जोर रहा। आज राज्य में लगभग हर सरकारी योजना से जुड़ा अलग पोर्टल है। 13 सितंबर 2023 को तो खट्टर ने एक साथ 6 स्कीम शुरू करते हुए उनके पोर्टल शुरू कर दिए थे। इनमें CM आवास योजना व पोर्टल, नो-लिटिगेशन पोर्टल, प्रो-ओबीसी प्रमाण पत्र पोर्टल, ई-रवन्ना पोर्टल व ई-भूमि का पोर्टल शामिल था।खेतीबाड़ी करने वालों को बीज लेने से लेकर फसल बेचने और खराब फसलों के मुआवजे के लिए भी पोर्टल पर अप्लाई करना अनिवार्य बना दिया गया। इससे करप्शन तो कम हुआ लेकिन इंटरनेट कनेक्टिवटी और दूसरे इश्यूज के कारण बहुत सारे लोग परेशान भी होने लगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह मुद्दा लगातार उठाया। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि हरियाणा में सरकार की जगह पोर्टल-राज चल रहा है। 6. अग्निवीर का मुद्दा हरियाणा से हर साल बड़ी संख्या में नौजवान सेना में जाते हैं। राज्य के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, भिवानी, सोनीपत से बड़ी संख्या में लोग सेना में जाते हैं। दक्षिणी हरियाणा खासकर अहीरवाल में सेना की वर्दी पहनने को लेकर खास तरह का दीवानापन दिखता है। मोदी सरकार ने जब सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निवीर स्कीम लॉन्च की, उस समय अकेले अहीरवाल में लगभग 50 हजार युवा आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे थे। जाहिर है कि ये युवा और इनके परिवार वाले अग्निवीर स्कीम के खिलाफ थे। इस नाराजगी को भाजपा ने गंभीरता से नहीं लिया जबकि कांग्रेस ने इसे अच्छी तरह भुनाया। 7. विधायकों-मंत्रियों का वर्किंग स्टाइल हरियाणा में BJP विधायकों और मंत्रियों के वर्किंग स्टाइल को लेकर भी लोगों में नाराजगी रही। यही वजह रही कि पार्टी ने जब मनोहर लाल को हटाकर नायब सिंह सैनी को CM बनाया तो ज्यादातर मंत्री भी बदल डाले। हालांकि इससे कोई खास फायदा पार्टी को होता हुआ नजर नहीं आया।