अलीगढ़ में मां को थाने में आग लगाकर मार डालने के आरोपी बेटे गौरव को पुलिस ने छोड़ दिया। आज (बुधवार) वह मां का अंतिम संस्कार करेगा। थाने में उसने कहा- मैंने नहीं सोचा था, मां की जान चली जाएगी। ये जिंदगी का सबसे बुरा हादसा है। मंगलवार को पुलिस ने गौरव को 2 घंटे थाने में रखा। इस दौरान गांव के 100-150 लोग थाना घेरने पहुंच गए। दरकन नगरिया गांव के लोगों का कहना है- मां और बेटे का कोई विवाद नहीं था। फिर बेटा क्यों मां को जला देगा? थाने का घेराव करने आए लोगों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। आखिरकार पुलिस ने गौरव को जाने दिया। अब गौरव की पूरी कहानी पढ़िए… 5 साल पहले विवाद, फिर मारपीट, मां से छेड़खानी तक हुई
गौरव ने पुलिस को बताया- पापा राज बहादुर 5 साल पहले हमें छोड़कर चले गए। यह 2019 की बात है। मेरे दो भाई कौशल, राहुल और एक बहन गीता की शादी हो चुकी है। मां हेमलता के साथ मैं जिस मकान में रहता हूं, वो पापा के मामा चंद्रभान का है। जब पापा की मौत हो गई, तो बाबा (चंद्रभान) कहने लगे कि मकान खाली कर दो। हमारे पास इतने पैसे नहीं थे कि दूसरा मकान खरीद सकते। हम लोगों ने कई बार रिक्वेस्ट की, कहा- हमें यही रहने दो, लेकिन वो तैयार नहीं थे। हमने खैर थाने की पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने चंद्रभान को थाने बुलाया था। इसके बाद वो गुस्सा हो गए। 13 मई, 2024 को हमारे घर पर हमला कर दिया। मां जानवरों को पानी पिला रही थीं। इसी दौरान मुकेश, दीपक, पंकज और सोनिया सभी घर पर आ गए। ये चंद्रभान के परिवार के लोग हैं। उन्होंने मां को बहुत मारा। उनके कपड़े फाड़ दिए, अश्लीलता की। इससे हमारी बहुत बेइज्जती हो गई। हम दोबारा थाने गए और FIR दर्ज कराई। पुलिस को लगा कि हमारा तो मकान का विवाद है। इसलिए जानबूझकर हमने केस दर्ज कराया है। हम थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा था। चंद्रभान ने थाने में धमकाया, मां ने परेशान होकर तेल छिड़क लिया
मंगलवार को थाने में चंद्रभान के परिवार और हम लोगों को पंचायत के लिए बुलाया गया। वहां भी चंद्रभान और उनके परिवार के लोग हमें धमकाते रहे। इसके बाद हम लोग थाने के बाहर आ गए। मां बहुत परेशान हो चुकी थी। उन्होंने खुद पर पेट्रोल डाल लिया। थाने के अंदर आईं। एक सिपाही ने उनके हाथ में लाइटर देखकर छीनने की कोशिश की। मैं भी पास में खड़ा था। छीना-झपटी में लाइटर कब जला और आग लग गई, ये हम समझ नहीं पाए। फिर मां आग की लपटों के बीच थीं। मैं दूर गिरा। मुझे ये नहीं पता था कि मां की जान चली जाएगी। 30 लाख का मकान, 10 लाख हेमलता चाहती थी, चंद्रभान 5 लाख पर अड़े
दैनिक भास्कर ने इस बारे में गांव के लोगों से बात की। इसमें सामने आया, जिस मकान के विवाद में हेमलता की जान चली गई, उसकी कीमत करीब 30 लाख रुपए है। चंद्रभान का परिवार 5 लाख रुपए लेकर मकान खाली करने के लिए कह रहा था। लेकिन गौरव और हेमलता 10 रुपए चाहते थे, जिससे गांव के बाहर कोई छोटा मकान बना सकें। पुलिस के एक्शन के खिलाफ अब पूरा गांव एक है। कोई मानने को तैयार नहीं कि गौरव ने ही हेमलता को आग लगाई है। सब इसको हादसा मान रहे हैं। लोग इसलिए भी पुलिस से नाराज हैं, क्योंकि ये विवाद लंबे समय से चला आ रहा था। पुलिस दोनों परिवारों में समझौता नहीं करवा पा रही थी। वीडियो में क्या-कुछ दिख रहा… 48 सेकेंड का वीडियो, अहम सबूत है
48 सेकेंड के CCTV फुटेज में हेमलता और गौरव थाने के बाहर जाते हुए दिखते हैं। कुछ सेकेंड में दोनों वापस आते दिखते हैं। गेट के पास हेमलता अपने ऊपर कुछ छिड़कती हुई दिखती है। फिर अंदर तक आती है। एक पुलिस वाला उसकी तरफ दौड़ता हुआ जाता है। हेमलता के हाथ से कुछ छीनने की कोशिश करता है, वो लाइटर था। नीचे गिरने पर गौरव उठा लेता है। फिर वीडियो में आग का गुबार दिखता है। हेमलता उसमें घिर जाती है। गौरव झटके से थोड़ा दूर गिरता है, फिर संभल जाता है। जमीन पर पड़ा मोबाइल उठाता है, वीडियो बनाने लगता है। SP देहात पलाश बंसल ने कहा- हमने मानवीय आधार पर गौरव को छोड़ा है। वो मां का अंतिम संस्कार कर ले। हमारे पास वीडियो साक्ष्य हैं। इसके बाद गौरव को दोबारा गिरफ्तार किया जाएगा। केस दर्ज करके कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब पढ़िए खैर थाने में हुआ घटनाक्रम अलीगढ़ के थाने में बेटे ने मां को जिंदा जलाया, मां जलती रही, बेटा वीडियो बनाता रहा अलीगढ़ में बेटे ने थाने में मां को जिंदा जला दिया। उसने पुलिसवालों के सामने ही मां पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी। इसके बाद वह मां को बचाने की जगह वीडियो बनाने लगा। पुलिसकर्मियों ने मिट्टी और कंबल डालकर किसी तरह महिला को बचाया, लेकिन तब तक वह 80% झुलस गई। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। घटना का वीडियो भी सामने आया है। (पढ़िए पूरी खबर) अलीगढ़ में मां को थाने में आग लगाकर मार डालने के आरोपी बेटे गौरव को पुलिस ने छोड़ दिया। आज (बुधवार) वह मां का अंतिम संस्कार करेगा। थाने में उसने कहा- मैंने नहीं सोचा था, मां की जान चली जाएगी। ये जिंदगी का सबसे बुरा हादसा है। मंगलवार को पुलिस ने गौरव को 2 घंटे थाने में रखा। इस दौरान गांव के 100-150 लोग थाना घेरने पहुंच गए। दरकन नगरिया गांव के लोगों का कहना है- मां और बेटे का कोई विवाद नहीं था। फिर बेटा क्यों मां को जला देगा? थाने का घेराव करने आए लोगों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। आखिरकार पुलिस ने गौरव को जाने दिया। अब गौरव की पूरी कहानी पढ़िए… 5 साल पहले विवाद, फिर मारपीट, मां से छेड़खानी तक हुई
गौरव ने पुलिस को बताया- पापा राज बहादुर 5 साल पहले हमें छोड़कर चले गए। यह 2019 की बात है। मेरे दो भाई कौशल, राहुल और एक बहन गीता की शादी हो चुकी है। मां हेमलता के साथ मैं जिस मकान में रहता हूं, वो पापा के मामा चंद्रभान का है। जब पापा की मौत हो गई, तो बाबा (चंद्रभान) कहने लगे कि मकान खाली कर दो। हमारे पास इतने पैसे नहीं थे कि दूसरा मकान खरीद सकते। हम लोगों ने कई बार रिक्वेस्ट की, कहा- हमें यही रहने दो, लेकिन वो तैयार नहीं थे। हमने खैर थाने की पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने चंद्रभान को थाने बुलाया था। इसके बाद वो गुस्सा हो गए। 13 मई, 2024 को हमारे घर पर हमला कर दिया। मां जानवरों को पानी पिला रही थीं। इसी दौरान मुकेश, दीपक, पंकज और सोनिया सभी घर पर आ गए। ये चंद्रभान के परिवार के लोग हैं। उन्होंने मां को बहुत मारा। उनके कपड़े फाड़ दिए, अश्लीलता की। इससे हमारी बहुत बेइज्जती हो गई। हम दोबारा थाने गए और FIR दर्ज कराई। पुलिस को लगा कि हमारा तो मकान का विवाद है। इसलिए जानबूझकर हमने केस दर्ज कराया है। हम थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा था। चंद्रभान ने थाने में धमकाया, मां ने परेशान होकर तेल छिड़क लिया
मंगलवार को थाने में चंद्रभान के परिवार और हम लोगों को पंचायत के लिए बुलाया गया। वहां भी चंद्रभान और उनके परिवार के लोग हमें धमकाते रहे। इसके बाद हम लोग थाने के बाहर आ गए। मां बहुत परेशान हो चुकी थी। उन्होंने खुद पर पेट्रोल डाल लिया। थाने के अंदर आईं। एक सिपाही ने उनके हाथ में लाइटर देखकर छीनने की कोशिश की। मैं भी पास में खड़ा था। छीना-झपटी में लाइटर कब जला और आग लग गई, ये हम समझ नहीं पाए। फिर मां आग की लपटों के बीच थीं। मैं दूर गिरा। मुझे ये नहीं पता था कि मां की जान चली जाएगी। 30 लाख का मकान, 10 लाख हेमलता चाहती थी, चंद्रभान 5 लाख पर अड़े
दैनिक भास्कर ने इस बारे में गांव के लोगों से बात की। इसमें सामने आया, जिस मकान के विवाद में हेमलता की जान चली गई, उसकी कीमत करीब 30 लाख रुपए है। चंद्रभान का परिवार 5 लाख रुपए लेकर मकान खाली करने के लिए कह रहा था। लेकिन गौरव और हेमलता 10 रुपए चाहते थे, जिससे गांव के बाहर कोई छोटा मकान बना सकें। पुलिस के एक्शन के खिलाफ अब पूरा गांव एक है। कोई मानने को तैयार नहीं कि गौरव ने ही हेमलता को आग लगाई है। सब इसको हादसा मान रहे हैं। लोग इसलिए भी पुलिस से नाराज हैं, क्योंकि ये विवाद लंबे समय से चला आ रहा था। पुलिस दोनों परिवारों में समझौता नहीं करवा पा रही थी। वीडियो में क्या-कुछ दिख रहा… 48 सेकेंड का वीडियो, अहम सबूत है
48 सेकेंड के CCTV फुटेज में हेमलता और गौरव थाने के बाहर जाते हुए दिखते हैं। कुछ सेकेंड में दोनों वापस आते दिखते हैं। गेट के पास हेमलता अपने ऊपर कुछ छिड़कती हुई दिखती है। फिर अंदर तक आती है। एक पुलिस वाला उसकी तरफ दौड़ता हुआ जाता है। हेमलता के हाथ से कुछ छीनने की कोशिश करता है, वो लाइटर था। नीचे गिरने पर गौरव उठा लेता है। फिर वीडियो में आग का गुबार दिखता है। हेमलता उसमें घिर जाती है। गौरव झटके से थोड़ा दूर गिरता है, फिर संभल जाता है। जमीन पर पड़ा मोबाइल उठाता है, वीडियो बनाने लगता है। SP देहात पलाश बंसल ने कहा- हमने मानवीय आधार पर गौरव को छोड़ा है। वो मां का अंतिम संस्कार कर ले। हमारे पास वीडियो साक्ष्य हैं। इसके बाद गौरव को दोबारा गिरफ्तार किया जाएगा। केस दर्ज करके कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब पढ़िए खैर थाने में हुआ घटनाक्रम अलीगढ़ के थाने में बेटे ने मां को जिंदा जलाया, मां जलती रही, बेटा वीडियो बनाता रहा अलीगढ़ में बेटे ने थाने में मां को जिंदा जला दिया। उसने पुलिसवालों के सामने ही मां पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी। इसके बाद वह मां को बचाने की जगह वीडियो बनाने लगा। पुलिसकर्मियों ने मिट्टी और कंबल डालकर किसी तरह महिला को बचाया, लेकिन तब तक वह 80% झुलस गई। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। घटना का वीडियो भी सामने आया है। (पढ़िए पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर