अयोध्या में इस बार बेइज्जती नहीं होने देंगे। लोगों के मन में डर है, यहां BJP ही जीतेगी। सभी को ये लगता है कि अयोध्या हारने के बाद हमारी देश भर में बहुत बदनामी हुई है। ये कहना है मिल्कीपुर के श्याम लाल गौतम का। लोग यह भी मानते हैं कि सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत को सपा के सिंबल का सहारा तो मिल रहा है लेकिन लड़ाई कठिन दिख रही है। 3 पासी कैंडिडेट होने से BJP को फायदा होता दिख रहा है। 50 हजार ब्राह्मण वोटर निर्णायक होंगे। चंद्रभानु काफी प्रभावी दिखाई दे रहे हैं। वह सभी जाति को संभाले हुए हैं। मिल्कीपुर में परिवारवाद का मुद्दा हावी है या राष्ट्रवाद, दैनिक भास्कर की टीम सियासी माहौल को टटोलने मिल्कीपुर पहुंची। विधानसभा की बड़ी टाउनशिप कुमार गंज, इनायत नगर समेत 50 से ज्यादा गांव में 200 से ज्यादा लोगों बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मिल्कीपुर टाउन : लोग बोले- आरक्षण पर लोग पिछले चुनाव में गुमराह हुए
अयोध्या जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे। हाईवे से अंदर दाखिल होते ही चुनावी बैनर-पोस्टर दिखने लगे। मिल्कीपुर में पहुंचने के बाद हमारी मुलाकात श्याम लाल गौतम से हुई। हमने पूछा- लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट हारने के बाद मिल्कीपुर उपचुनाव में क्या माहौल है, भाजपा वापसी कर पाएगी? वह हंसते हुए कहते हैं- फैजाबाद सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 में हार के बाद ऐसा कहा गया कि अयोध्या की जनता ने भाजपा को नकार दिया। विपक्ष मिल्कीपुर उपचुनाव में भी बहिष्कार की इस गूंज को हवा दे रहा है। लोगों के मन में डर है, इस बार बेइज्जती नहीं होने देंगे। वहीं बैठे दिनेश दुबे कहते हैं- पिछले चुनाव में विपक्ष पार्टियों ने लोगों को गुमराह करके और आरक्षण वाली बातें कहकर वोट हासिल किया। इस बार अयोध्या के लोग गुमराह नहीं होंगे। योगीजी ने अयोध्या में जितना काम किया है, लोग एहसानमंद हैं। हो ही नहीं सकता है कि अयोध्या की मिल्कीपुर में भाजपा के अलावा कोई जीत जाए। राहुल ने कहा- जातिगत कार्ड नहीं चलेगा
राहुल शुक्ला ने कहा- राम मंदिर बना है, पूरी अयोध्या का विकास हो गया है। डेवलपमेंट पर ही वोट दिया जाएगा। हमने पूछा- पासी बिरादरी के 3 उम्मीदवार है? उन्होंने कहा- कोई जातिगत कार्ड नहीं चलेगा। चंद्रभानु 10 साल से मिल्कीपुर में सक्रिय हैं। बाहरी और घर के प्रत्याशी का कोई मुद्दा है ही नहीं। मिल्कीपुर में उनकी रिश्तेदारी है, वह तो यही पर रहते हैं। इनायतनगर : लोग बोले- छुट्टा जानवरों से किसान परेशान
इसके बाद टीम इनायतनगर पहुंची। यहां एक चाय की दुकान पर लोगों का जमावड़ा दिखा। हम भी चर्चा में शामिल हो गए। किसान शेर बहादुर दुबे कहते हैं- बिजली सिर्फ 14 से 16 घंटे आ रही है। किसान अपनी फसल बचाने के लिए परेशान हैं। छुट्टा जानवर खेतों में घुस आते हैं। सर्द रातों में भी जागना पड़ता है। इन मुद्दों का समाधान करने वाली सरकार चाहिए। वैसे तो अभी सपा-भाजपा में बराबर की लड़ाई दिख रही है। योगी जी माहौल बदल सकते हैं। पास बैठे रामू पहलवान कहते हैं- दो पार्टियां बसपा और कांग्रेस तो चुनाव में हैं ही नहीं। सपा छोड़कर आजाद समाजवादी पार्टी में आए सूरज चौधरी को लोग नहीं जान रहे हैं। यहां भाजपा और सपा में ही टक्कर है। अनुराग कश्यप चाय की चुस्की लेते हुए कहते हैं- ये सही कहा आपने, मतलब यहां चेहरा कोई हो। लड़ाई तो योगी और अखिलेश की ही है। कुमारगंज :
वोटर बोले- यहां धर्म और अधर्म की लड़ाई है
चुनावी माहौल समझते हुए हम कुमारगंज की तरफ पहुंचे। यहां चौराहे के पास कुछ लोग बैठे दिखे। आजाद सिंह से हमने पूछा- मिल्कीपुर में कौन जीत रहा है? वह कहते हैं- लोग यह सोचकर वोट देंगे कि कौन उनके सुख-दुख में खड़ा रहा है और कौन आगे भी रहने वाला है। फिर चाहे वह चंद्रभानु हो या अजीत हो। यहीं हमारी मुलाकात आकाश से हुई। वह कहते हैं- यहां धर्म और अधर्म की लड़ाई है। भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर बनवाया। जहां आप खड़े हैं, ये ओवरब्रिज नितिन गडकरी ने बनवाया। इतने पैकेज दिए। बेरोजगार कोई नहीं है। चुनाव भगवा होता दिख रहा है। यही पास में खड़े तेज बली पांडेय विरोध में आते दिखते हैं। कहते हैं- मेरे अनुमान से NDA का प्रत्याशी तो अभी 40% पर दिख रहा है। गठबंधन के अजीत 60% पर चुनाव लड़ रहे हैं। हमने पूछा- चुनावी मुद्दे क्या चल रहे हैं? उन्होंने कहा- अस्पताल है, उनमें मशीनें भी हैं, मगर डॉक्टर ही नहीं है। ये हाल सीएचसी और पीएचसी के भी हैं। सड़कें भी खस्ताहाल हैं, इससे लोगों में नाराजगी है। अमानीगंज :
10 साल में नहीं बना पॉलिटेक्निक, सांसद जी कुछ नहीं किए
यहां से आगे बढ़ते हुए टीम अमानीगंज पहुंची। लोगों से बात करने के बाद सामने आया कि यहां बन रहा राजकीय पॉलिटेक्निक भी युवाओं के लिए एक सियासी मुद्दा है। 2014 में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए सांसद अवधेश प्रसाद ने अमानीगंज बाजार के पास महात्मा गांधी चौराहे पर राजकीय पॉलिटेक्निक का शिलान्यास किया था। लेकिन अभी तक ये बन नहीं सका है। युवाओं का कहना है कि अभी पढ़ाई के लिए अयोध्या जाना पड़ता है। विधायक रहने के बाद अवधेश सांसद बन गए पर ये काम पूरा नहीं हुआ। लोग बोले- अजीत को टिकट देकर सपा का चैलेंज बढ़ा
दुर्गा प्रसाद मिश्र कहते हैं- मिल्कीपुर में राष्ट्रवाद और परिवारवाद का मुद्दा बड़ा है। अगर अजीत को टिकट नहीं मिलता तो सपा की लड़ाई दिलचस्प होती, लेकिन एक ही परिवार में सांसद अवधेश के बाद उनके बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया गया है, इससे सपा के लिए चुनौती बढ़ गई है। यही मौजूद नवीन नाथ वर्मा ने कहा- अगर अवधेश प्रसाद का चेहरा हटा दिया जाए, तो उनके लड़के अजीत प्रसाद की छवि ठीक नहीं रही है। रही चुनाव की बात तो प्रत्याशी नहीं पार्टी के नाम पर मतदाता वोट देंगे। उपचुनाव के 4 मुद्दे एक्सपर्ट व्यू मिल्कीपुर उपचुनाव के सियासी समीकरणों पर वरिष्ठ पत्रकार हृदय नारायण मिश्रा से बात की। पढ़िए उन्होंने क्या कुछ बताया… सवाल : मिल्कीपुर चुनाव में माहौल किसकी तरफ लग रहा है?
जवाब : लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा की इसलिए हार हुई क्योंकि उन्होंने प्रत्याशी नहीं बदला। इस चुनाव में जनता का रुख बदला हुआ है। जाति बिरादरी में वोट नहीं बंट रहा है। सवाल : पासी वोटर सबसे ज्यादा है, फिर सवर्ण, दलित आते हैं, क्या समीकरण बन रहे हैं?
जवाब : भाजपा कह चुकी है कि अयोध्या न काशी, पासी की काट सिर्फ पासी। पासी वोटर थोड़ा बंटता दिख रहा है। इसका भी फायदा BJP को हैं। सवाल : अवधेश प्रसाद के लिए क्या चुनौती दिख रही है?
जवाब : उनका समीकरण इस चुनाव में बिखरा हुआ है। क्योंकि पासी बिरादरी का पूरा वोट उन्हें नहीं मिल रहा है। 3 पॉइंट जहां BJP मजबूत 3 पॉइंट जहां सपा मजबूत BJP का चुनावी कैंपेन चंद्रभानु गांव-गांव पहुंच रहे
BJP कैंडिडेट चंद्रभानु ब्राह्मण, ठाकुर बिरादरी के साथ पासी और गैर पासी दलित वोटरों के बीच ज्यादा सक्रिय हैं। गांव-गांव पहुंच रहे हैं। मिल्कीपुर विधानसभा में 210 ग्राम पंचायत हैं, इसमें करीब 555 गांव और मंजरे हैं। भाजपा रणनीति के तहत दिन में 5-10 नुक्कड़ सभा कर रही है। इसके अलावा प्रतिदिन 50 गांवों में जनसंपर्क कर मतदाताओं से भाजपा उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही है। BJP ने मिल्कीपुर में कार्यालय खोला, मंत्रियों को उतारा
भाजपा संगठन मिल्कीपुर चुनाव को लेकर चार महीने पहले से ही तैयारियों में जुटा हुआ है। भाजपा ने मिल्कीपुर, अमरगंज, बहादुरगंज, कुचेरा में अपने चुनावी कार्यालय भी खोल दिया है। सूर्य प्रसाद शाही पिछले चार महीने से अयोध्या में डेरा डाले हुए हैं। कटहरी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद एमएलसी धर्मेंद्र सिंह को मिल्कीपुर में चुनाव का प्रभारी बनाया गया है। चुनाव की तिथि के ऐलान के बाद मिल्कीपुर में प्रदेश के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, जेपीएस राठौर, गिरीश चन्द्र यादव, अनिल राजभर, मयंकेश्वर शरण सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालु, सतीश शर्मा के साथ में एमएलसी अवनीश पटेल, पुष्पेंद्र पासी को उतारा हैं। सपा का चुनावी कैंपेन अजीत के लिए अवधेश एक्टिव
सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद भले ही PDA फॉर्मूला के साथ मैदान में हैं, मगर सवर्ण वोटर को भी रिझाने का प्रयास कर रहे हैं। यही वजह है कि वह नामांकन से पहले प्राचीन शिव मंदिर में गए और जलाभिषेक किया। कानपुर की सपा विधायक नसीम सोलंकी की तरह उनका भी वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। अजीत के पिता अवधेश प्रसाद लगातार समर्थकों के साथ बैठकर कर रहे हैं। सपा सिर्फ 5 नुक्कड़ सभाएं कर सकी है। सपा कैंडिडेट घर से चुनावी कैंपेन कर रहे
सपा अभी तक मिल्कीपुर विधानसभा में कोई कार्यालय नहीं खोल सकी है। इनायतनगर के पांच नंबर चौराहा पर स्थित सपा प्रत्याशी के घर में ही कार्यालय बनाकर चुनावी कैंपेन की रणनीति बन रही है। सपा के राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद खुद चुनावी प्रचार की जिम्मेदारी संभालें हैं। इसके साथ सपा के पूर्व मंत्री पवन पांडेय, पूर्व एमएलसी लीलावती कुशवाहा समेत जिले के कार्यकर्ता और पदाधिकारी चुनाव प्रचार कर अजीत प्रसाद को वोट देने की अपील कर रहे है। हालांकि अभी सपा का कोई बड़ा नेता मिल्कीपुर में प्रचार करने नहीं आया है। वहीं आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी सूरज चौधरी भी अपने घर मिल्कीपुर के परसपुर सथरा से चुनावी कैंपेन कर रहे हैं। वह गांव-गांव पहुंच रहे हैं। उनके मूवमेंट पर ध्यान दें तो मुख्य फोकस में दलित बस्तियां दिख रही हैं। पार्टियों के गढ़ ————————- ये भी पढ़ें: मिल्कीपुर से चंद्रभानु को BJP टिकट मिलने की इनसाइड स्टोरी:गुजरात कनेक्शन, संघ की इंटरनल रिपोर्ट; रुदौली में वोट बचाने का अवॉर्ड मिला भाजपा ने अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण साधने के लिए चंद्रभानु पासवान को प्रत्याशी बनाया है। उन्हें टिकट देकर पार्टी ने मैसेज दिया है कि वह छोटे कार्यकर्ता को भी चुनाव का चेहरा बना सकती है। BJP इस मुद्दे को उपचुनाव में भुनाएगी। मिल्कीपुर में BJP के टिकट के लिए कई अनुभवी दावेदार थे। चंद्रभानु को टिकट की दौड़ में सबसे आगे पहुंचाने वाले बड़े फैक्टर क्या रहे?पढ़िए पूरी रिपोर्ट अयोध्या में इस बार बेइज्जती नहीं होने देंगे। लोगों के मन में डर है, यहां BJP ही जीतेगी। सभी को ये लगता है कि अयोध्या हारने के बाद हमारी देश भर में बहुत बदनामी हुई है। ये कहना है मिल्कीपुर के श्याम लाल गौतम का। लोग यह भी मानते हैं कि सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत को सपा के सिंबल का सहारा तो मिल रहा है लेकिन लड़ाई कठिन दिख रही है। 3 पासी कैंडिडेट होने से BJP को फायदा होता दिख रहा है। 50 हजार ब्राह्मण वोटर निर्णायक होंगे। चंद्रभानु काफी प्रभावी दिखाई दे रहे हैं। वह सभी जाति को संभाले हुए हैं। मिल्कीपुर में परिवारवाद का मुद्दा हावी है या राष्ट्रवाद, दैनिक भास्कर की टीम सियासी माहौल को टटोलने मिल्कीपुर पहुंची। विधानसभा की बड़ी टाउनशिप कुमार गंज, इनायत नगर समेत 50 से ज्यादा गांव में 200 से ज्यादा लोगों बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मिल्कीपुर टाउन : लोग बोले- आरक्षण पर लोग पिछले चुनाव में गुमराह हुए
अयोध्या जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे। हाईवे से अंदर दाखिल होते ही चुनावी बैनर-पोस्टर दिखने लगे। मिल्कीपुर में पहुंचने के बाद हमारी मुलाकात श्याम लाल गौतम से हुई। हमने पूछा- लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट हारने के बाद मिल्कीपुर उपचुनाव में क्या माहौल है, भाजपा वापसी कर पाएगी? वह हंसते हुए कहते हैं- फैजाबाद सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 में हार के बाद ऐसा कहा गया कि अयोध्या की जनता ने भाजपा को नकार दिया। विपक्ष मिल्कीपुर उपचुनाव में भी बहिष्कार की इस गूंज को हवा दे रहा है। लोगों के मन में डर है, इस बार बेइज्जती नहीं होने देंगे। वहीं बैठे दिनेश दुबे कहते हैं- पिछले चुनाव में विपक्ष पार्टियों ने लोगों को गुमराह करके और आरक्षण वाली बातें कहकर वोट हासिल किया। इस बार अयोध्या के लोग गुमराह नहीं होंगे। योगीजी ने अयोध्या में जितना काम किया है, लोग एहसानमंद हैं। हो ही नहीं सकता है कि अयोध्या की मिल्कीपुर में भाजपा के अलावा कोई जीत जाए। राहुल ने कहा- जातिगत कार्ड नहीं चलेगा
राहुल शुक्ला ने कहा- राम मंदिर बना है, पूरी अयोध्या का विकास हो गया है। डेवलपमेंट पर ही वोट दिया जाएगा। हमने पूछा- पासी बिरादरी के 3 उम्मीदवार है? उन्होंने कहा- कोई जातिगत कार्ड नहीं चलेगा। चंद्रभानु 10 साल से मिल्कीपुर में सक्रिय हैं। बाहरी और घर के प्रत्याशी का कोई मुद्दा है ही नहीं। मिल्कीपुर में उनकी रिश्तेदारी है, वह तो यही पर रहते हैं। इनायतनगर : लोग बोले- छुट्टा जानवरों से किसान परेशान
इसके बाद टीम इनायतनगर पहुंची। यहां एक चाय की दुकान पर लोगों का जमावड़ा दिखा। हम भी चर्चा में शामिल हो गए। किसान शेर बहादुर दुबे कहते हैं- बिजली सिर्फ 14 से 16 घंटे आ रही है। किसान अपनी फसल बचाने के लिए परेशान हैं। छुट्टा जानवर खेतों में घुस आते हैं। सर्द रातों में भी जागना पड़ता है। इन मुद्दों का समाधान करने वाली सरकार चाहिए। वैसे तो अभी सपा-भाजपा में बराबर की लड़ाई दिख रही है। योगी जी माहौल बदल सकते हैं। पास बैठे रामू पहलवान कहते हैं- दो पार्टियां बसपा और कांग्रेस तो चुनाव में हैं ही नहीं। सपा छोड़कर आजाद समाजवादी पार्टी में आए सूरज चौधरी को लोग नहीं जान रहे हैं। यहां भाजपा और सपा में ही टक्कर है। अनुराग कश्यप चाय की चुस्की लेते हुए कहते हैं- ये सही कहा आपने, मतलब यहां चेहरा कोई हो। लड़ाई तो योगी और अखिलेश की ही है। कुमारगंज :
वोटर बोले- यहां धर्म और अधर्म की लड़ाई है
चुनावी माहौल समझते हुए हम कुमारगंज की तरफ पहुंचे। यहां चौराहे के पास कुछ लोग बैठे दिखे। आजाद सिंह से हमने पूछा- मिल्कीपुर में कौन जीत रहा है? वह कहते हैं- लोग यह सोचकर वोट देंगे कि कौन उनके सुख-दुख में खड़ा रहा है और कौन आगे भी रहने वाला है। फिर चाहे वह चंद्रभानु हो या अजीत हो। यहीं हमारी मुलाकात आकाश से हुई। वह कहते हैं- यहां धर्म और अधर्म की लड़ाई है। भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर बनवाया। जहां आप खड़े हैं, ये ओवरब्रिज नितिन गडकरी ने बनवाया। इतने पैकेज दिए। बेरोजगार कोई नहीं है। चुनाव भगवा होता दिख रहा है। यही पास में खड़े तेज बली पांडेय विरोध में आते दिखते हैं। कहते हैं- मेरे अनुमान से NDA का प्रत्याशी तो अभी 40% पर दिख रहा है। गठबंधन के अजीत 60% पर चुनाव लड़ रहे हैं। हमने पूछा- चुनावी मुद्दे क्या चल रहे हैं? उन्होंने कहा- अस्पताल है, उनमें मशीनें भी हैं, मगर डॉक्टर ही नहीं है। ये हाल सीएचसी और पीएचसी के भी हैं। सड़कें भी खस्ताहाल हैं, इससे लोगों में नाराजगी है। अमानीगंज :
10 साल में नहीं बना पॉलिटेक्निक, सांसद जी कुछ नहीं किए
यहां से आगे बढ़ते हुए टीम अमानीगंज पहुंची। लोगों से बात करने के बाद सामने आया कि यहां बन रहा राजकीय पॉलिटेक्निक भी युवाओं के लिए एक सियासी मुद्दा है। 2014 में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए सांसद अवधेश प्रसाद ने अमानीगंज बाजार के पास महात्मा गांधी चौराहे पर राजकीय पॉलिटेक्निक का शिलान्यास किया था। लेकिन अभी तक ये बन नहीं सका है। युवाओं का कहना है कि अभी पढ़ाई के लिए अयोध्या जाना पड़ता है। विधायक रहने के बाद अवधेश सांसद बन गए पर ये काम पूरा नहीं हुआ। लोग बोले- अजीत को टिकट देकर सपा का चैलेंज बढ़ा
दुर्गा प्रसाद मिश्र कहते हैं- मिल्कीपुर में राष्ट्रवाद और परिवारवाद का मुद्दा बड़ा है। अगर अजीत को टिकट नहीं मिलता तो सपा की लड़ाई दिलचस्प होती, लेकिन एक ही परिवार में सांसद अवधेश के बाद उनके बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया गया है, इससे सपा के लिए चुनौती बढ़ गई है। यही मौजूद नवीन नाथ वर्मा ने कहा- अगर अवधेश प्रसाद का चेहरा हटा दिया जाए, तो उनके लड़के अजीत प्रसाद की छवि ठीक नहीं रही है। रही चुनाव की बात तो प्रत्याशी नहीं पार्टी के नाम पर मतदाता वोट देंगे। उपचुनाव के 4 मुद्दे एक्सपर्ट व्यू मिल्कीपुर उपचुनाव के सियासी समीकरणों पर वरिष्ठ पत्रकार हृदय नारायण मिश्रा से बात की। पढ़िए उन्होंने क्या कुछ बताया… सवाल : मिल्कीपुर चुनाव में माहौल किसकी तरफ लग रहा है?
जवाब : लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा की इसलिए हार हुई क्योंकि उन्होंने प्रत्याशी नहीं बदला। इस चुनाव में जनता का रुख बदला हुआ है। जाति बिरादरी में वोट नहीं बंट रहा है। सवाल : पासी वोटर सबसे ज्यादा है, फिर सवर्ण, दलित आते हैं, क्या समीकरण बन रहे हैं?
जवाब : भाजपा कह चुकी है कि अयोध्या न काशी, पासी की काट सिर्फ पासी। पासी वोटर थोड़ा बंटता दिख रहा है। इसका भी फायदा BJP को हैं। सवाल : अवधेश प्रसाद के लिए क्या चुनौती दिख रही है?
जवाब : उनका समीकरण इस चुनाव में बिखरा हुआ है। क्योंकि पासी बिरादरी का पूरा वोट उन्हें नहीं मिल रहा है। 3 पॉइंट जहां BJP मजबूत 3 पॉइंट जहां सपा मजबूत BJP का चुनावी कैंपेन चंद्रभानु गांव-गांव पहुंच रहे
BJP कैंडिडेट चंद्रभानु ब्राह्मण, ठाकुर बिरादरी के साथ पासी और गैर पासी दलित वोटरों के बीच ज्यादा सक्रिय हैं। गांव-गांव पहुंच रहे हैं। मिल्कीपुर विधानसभा में 210 ग्राम पंचायत हैं, इसमें करीब 555 गांव और मंजरे हैं। भाजपा रणनीति के तहत दिन में 5-10 नुक्कड़ सभा कर रही है। इसके अलावा प्रतिदिन 50 गांवों में जनसंपर्क कर मतदाताओं से भाजपा उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही है। BJP ने मिल्कीपुर में कार्यालय खोला, मंत्रियों को उतारा
भाजपा संगठन मिल्कीपुर चुनाव को लेकर चार महीने पहले से ही तैयारियों में जुटा हुआ है। भाजपा ने मिल्कीपुर, अमरगंज, बहादुरगंज, कुचेरा में अपने चुनावी कार्यालय भी खोल दिया है। सूर्य प्रसाद शाही पिछले चार महीने से अयोध्या में डेरा डाले हुए हैं। कटहरी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद एमएलसी धर्मेंद्र सिंह को मिल्कीपुर में चुनाव का प्रभारी बनाया गया है। चुनाव की तिथि के ऐलान के बाद मिल्कीपुर में प्रदेश के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, जेपीएस राठौर, गिरीश चन्द्र यादव, अनिल राजभर, मयंकेश्वर शरण सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालु, सतीश शर्मा के साथ में एमएलसी अवनीश पटेल, पुष्पेंद्र पासी को उतारा हैं। सपा का चुनावी कैंपेन अजीत के लिए अवधेश एक्टिव
सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद भले ही PDA फॉर्मूला के साथ मैदान में हैं, मगर सवर्ण वोटर को भी रिझाने का प्रयास कर रहे हैं। यही वजह है कि वह नामांकन से पहले प्राचीन शिव मंदिर में गए और जलाभिषेक किया। कानपुर की सपा विधायक नसीम सोलंकी की तरह उनका भी वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। अजीत के पिता अवधेश प्रसाद लगातार समर्थकों के साथ बैठकर कर रहे हैं। सपा सिर्फ 5 नुक्कड़ सभाएं कर सकी है। सपा कैंडिडेट घर से चुनावी कैंपेन कर रहे
सपा अभी तक मिल्कीपुर विधानसभा में कोई कार्यालय नहीं खोल सकी है। इनायतनगर के पांच नंबर चौराहा पर स्थित सपा प्रत्याशी के घर में ही कार्यालय बनाकर चुनावी कैंपेन की रणनीति बन रही है। सपा के राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद खुद चुनावी प्रचार की जिम्मेदारी संभालें हैं। इसके साथ सपा के पूर्व मंत्री पवन पांडेय, पूर्व एमएलसी लीलावती कुशवाहा समेत जिले के कार्यकर्ता और पदाधिकारी चुनाव प्रचार कर अजीत प्रसाद को वोट देने की अपील कर रहे है। हालांकि अभी सपा का कोई बड़ा नेता मिल्कीपुर में प्रचार करने नहीं आया है। वहीं आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी सूरज चौधरी भी अपने घर मिल्कीपुर के परसपुर सथरा से चुनावी कैंपेन कर रहे हैं। वह गांव-गांव पहुंच रहे हैं। उनके मूवमेंट पर ध्यान दें तो मुख्य फोकस में दलित बस्तियां दिख रही हैं। पार्टियों के गढ़ ————————- ये भी पढ़ें: मिल्कीपुर से चंद्रभानु को BJP टिकट मिलने की इनसाइड स्टोरी:गुजरात कनेक्शन, संघ की इंटरनल रिपोर्ट; रुदौली में वोट बचाने का अवॉर्ड मिला भाजपा ने अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण साधने के लिए चंद्रभानु पासवान को प्रत्याशी बनाया है। उन्हें टिकट देकर पार्टी ने मैसेज दिया है कि वह छोटे कार्यकर्ता को भी चुनाव का चेहरा बना सकती है। BJP इस मुद्दे को उपचुनाव में भुनाएगी। मिल्कीपुर में BJP के टिकट के लिए कई अनुभवी दावेदार थे। चंद्रभानु को टिकट की दौड़ में सबसे आगे पहुंचाने वाले बड़े फैक्टर क्या रहे?पढ़िए पूरी रिपोर्ट उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर