मुक्तसर में युवक के साथ अमानवीय व्यवहार:उपचार के दौरान तोड़ा दम, परिजनों का आरोप- शरीर में सुईं लगाई, कांच पर चलाया

मुक्तसर में युवक के साथ अमानवीय व्यवहार:उपचार के दौरान तोड़ा दम, परिजनों का आरोप- शरीर में सुईं लगाई, कांच पर चलाया

पंजाब के जिला मुक्तसर में एक व्यक्ति साथ अमानवीय व्यवहार करने व उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने पिता-पुत्र सहित 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं है। पुलिस को दी शिकायत में गुरदेव सिंह निवासी थांदेवाला ने बताया कि वह स्वास्थ्य विभाग से 2018 में रिटायर हुआ था। उसके भाई भप सिंह का बेटा जगसीर सिंह (28) सीधा व्यक्ति है, जो अपने स्तर पर कोई कार्य नहीं कर सकता और किसी के कहने पर कुछ भी कर सकता है। हमारा पूरा परिवार उसकी देखरेख करता है, ताकि उसके साथ कोई अनहोनी घटना न हो। करीब डेढ़ माह पहले गांव के ही विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता, पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेह सिंह निवासी गांव थांदेवाला व इनके साथ बंटी निवासी गांव घडिय़ाना जिला फाजिल्का जोकि अक्सर ही गांव में बाजी लगाते थे। जैसे किसी व्यक्ति को जमीन में खड्डा खोदकर गाढ़ देना। इसके अलावा कांच तोड़कर उस पर नंगे पांव चलना, सुई वगैरह मार देना, सूई जीभ के आरपार कर देना जैसी जानलेवा घटनाएं करते थे। बेहोशी की हालत में घर छोड़कर गए शिकायतकर्ता गुरदेव सिंह ने बताया आरोपियों ने उसके भाई के बेटे जगसीर सिंह के सीधेपन का फायदा उठाकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार करते थे। 20 जून को विजय कुमार उपरोक्त चारों व्यक्ति उसके भतीजे जगसीर सिंह को मेरे भाई महंगा सिंह के घर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि जगसीर सिंह जख्मी हालत में था उसके पैरों हाथों व मुंह पर सूजन आई हुई थी। शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट लगने के कारण उस पर काला तेल लगाया हुआ था। जगसीर सिंह को बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टर द्वारा चेकअप करने पर उसे दाखिल नहीं किया गया और कहा कि हम इसका उपचार नहीं कर सकते।जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में दाखिल करवाया, जहां एक बार जगसीर सिंह को 3 दिन बाद होश गया था। तो जगसीर सिंह ने उन्हें बताया कि मेरे साथ अपने गांव के विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय (पिता-पुत्र ,) गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह वासी गांव थांदेवाला व बंटी वासी गांव घड़िअना जिला फाजिल्का ने बाजी खेलते समय शारीरिक तौर पर मुझे जमीन में गाड़ दिया। कांच के ऊपर चलवाया इसके अलावा कांच तोड़कर उसके ऊपर नंगे पाव चलाते थे, मुझे सुईंया वगैरह मारते थे और जीभ के आरपार करते थे और संगल को गर्म करके मेरे हाथों से ठंडा करते थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि 24 जून को जगसीर सिंह की उपचार दौरान मौत हो गई। इस संबंध में शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने आरोपी विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता-पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह निवासी मुक्तसर, बंटी वासी घडिय़ाना जिला फाजिल्का के विरूद्ध मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पंजाब के जिला मुक्तसर में एक व्यक्ति साथ अमानवीय व्यवहार करने व उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने पिता-पुत्र सहित 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं है। पुलिस को दी शिकायत में गुरदेव सिंह निवासी थांदेवाला ने बताया कि वह स्वास्थ्य विभाग से 2018 में रिटायर हुआ था। उसके भाई भप सिंह का बेटा जगसीर सिंह (28) सीधा व्यक्ति है, जो अपने स्तर पर कोई कार्य नहीं कर सकता और किसी के कहने पर कुछ भी कर सकता है। हमारा पूरा परिवार उसकी देखरेख करता है, ताकि उसके साथ कोई अनहोनी घटना न हो। करीब डेढ़ माह पहले गांव के ही विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता, पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेह सिंह निवासी गांव थांदेवाला व इनके साथ बंटी निवासी गांव घडिय़ाना जिला फाजिल्का जोकि अक्सर ही गांव में बाजी लगाते थे। जैसे किसी व्यक्ति को जमीन में खड्डा खोदकर गाढ़ देना। इसके अलावा कांच तोड़कर उस पर नंगे पांव चलना, सुई वगैरह मार देना, सूई जीभ के आरपार कर देना जैसी जानलेवा घटनाएं करते थे। बेहोशी की हालत में घर छोड़कर गए शिकायतकर्ता गुरदेव सिंह ने बताया आरोपियों ने उसके भाई के बेटे जगसीर सिंह के सीधेपन का फायदा उठाकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार करते थे। 20 जून को विजय कुमार उपरोक्त चारों व्यक्ति उसके भतीजे जगसीर सिंह को मेरे भाई महंगा सिंह के घर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि जगसीर सिंह जख्मी हालत में था उसके पैरों हाथों व मुंह पर सूजन आई हुई थी। शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट लगने के कारण उस पर काला तेल लगाया हुआ था। जगसीर सिंह को बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टर द्वारा चेकअप करने पर उसे दाखिल नहीं किया गया और कहा कि हम इसका उपचार नहीं कर सकते।जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में दाखिल करवाया, जहां एक बार जगसीर सिंह को 3 दिन बाद होश गया था। तो जगसीर सिंह ने उन्हें बताया कि मेरे साथ अपने गांव के विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय (पिता-पुत्र ,) गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह वासी गांव थांदेवाला व बंटी वासी गांव घड़िअना जिला फाजिल्का ने बाजी खेलते समय शारीरिक तौर पर मुझे जमीन में गाड़ दिया। कांच के ऊपर चलवाया इसके अलावा कांच तोड़कर उसके ऊपर नंगे पाव चलाते थे, मुझे सुईंया वगैरह मारते थे और जीभ के आरपार करते थे और संगल को गर्म करके मेरे हाथों से ठंडा करते थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि 24 जून को जगसीर सिंह की उपचार दौरान मौत हो गई। इस संबंध में शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने आरोपी विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता-पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह निवासी मुक्तसर, बंटी वासी घडिय़ाना जिला फाजिल्का के विरूद्ध मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।   पंजाब | दैनिक भास्कर