पंजाब के जिला मुक्तसर में एक व्यक्ति साथ अमानवीय व्यवहार करने व उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने पिता-पुत्र सहित 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं है। पुलिस को दी शिकायत में गुरदेव सिंह निवासी थांदेवाला ने बताया कि वह स्वास्थ्य विभाग से 2018 में रिटायर हुआ था। उसके भाई भप सिंह का बेटा जगसीर सिंह (28) सीधा व्यक्ति है, जो अपने स्तर पर कोई कार्य नहीं कर सकता और किसी के कहने पर कुछ भी कर सकता है। हमारा पूरा परिवार उसकी देखरेख करता है, ताकि उसके साथ कोई अनहोनी घटना न हो। करीब डेढ़ माह पहले गांव के ही विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता, पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेह सिंह निवासी गांव थांदेवाला व इनके साथ बंटी निवासी गांव घडिय़ाना जिला फाजिल्का जोकि अक्सर ही गांव में बाजी लगाते थे। जैसे किसी व्यक्ति को जमीन में खड्डा खोदकर गाढ़ देना। इसके अलावा कांच तोड़कर उस पर नंगे पांव चलना, सुई वगैरह मार देना, सूई जीभ के आरपार कर देना जैसी जानलेवा घटनाएं करते थे। बेहोशी की हालत में घर छोड़कर गए शिकायतकर्ता गुरदेव सिंह ने बताया आरोपियों ने उसके भाई के बेटे जगसीर सिंह के सीधेपन का फायदा उठाकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार करते थे। 20 जून को विजय कुमार उपरोक्त चारों व्यक्ति उसके भतीजे जगसीर सिंह को मेरे भाई महंगा सिंह के घर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि जगसीर सिंह जख्मी हालत में था उसके पैरों हाथों व मुंह पर सूजन आई हुई थी। शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट लगने के कारण उस पर काला तेल लगाया हुआ था। जगसीर सिंह को बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टर द्वारा चेकअप करने पर उसे दाखिल नहीं किया गया और कहा कि हम इसका उपचार नहीं कर सकते।जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में दाखिल करवाया, जहां एक बार जगसीर सिंह को 3 दिन बाद होश गया था। तो जगसीर सिंह ने उन्हें बताया कि मेरे साथ अपने गांव के विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय (पिता-पुत्र ,) गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह वासी गांव थांदेवाला व बंटी वासी गांव घड़िअना जिला फाजिल्का ने बाजी खेलते समय शारीरिक तौर पर मुझे जमीन में गाड़ दिया। कांच के ऊपर चलवाया इसके अलावा कांच तोड़कर उसके ऊपर नंगे पाव चलाते थे, मुझे सुईंया वगैरह मारते थे और जीभ के आरपार करते थे और संगल को गर्म करके मेरे हाथों से ठंडा करते थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि 24 जून को जगसीर सिंह की उपचार दौरान मौत हो गई। इस संबंध में शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने आरोपी विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता-पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह निवासी मुक्तसर, बंटी वासी घडिय़ाना जिला फाजिल्का के विरूद्ध मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पंजाब के जिला मुक्तसर में एक व्यक्ति साथ अमानवीय व्यवहार करने व उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने पिता-पुत्र सहित 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं है। पुलिस को दी शिकायत में गुरदेव सिंह निवासी थांदेवाला ने बताया कि वह स्वास्थ्य विभाग से 2018 में रिटायर हुआ था। उसके भाई भप सिंह का बेटा जगसीर सिंह (28) सीधा व्यक्ति है, जो अपने स्तर पर कोई कार्य नहीं कर सकता और किसी के कहने पर कुछ भी कर सकता है। हमारा पूरा परिवार उसकी देखरेख करता है, ताकि उसके साथ कोई अनहोनी घटना न हो। करीब डेढ़ माह पहले गांव के ही विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता, पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेह सिंह निवासी गांव थांदेवाला व इनके साथ बंटी निवासी गांव घडिय़ाना जिला फाजिल्का जोकि अक्सर ही गांव में बाजी लगाते थे। जैसे किसी व्यक्ति को जमीन में खड्डा खोदकर गाढ़ देना। इसके अलावा कांच तोड़कर उस पर नंगे पांव चलना, सुई वगैरह मार देना, सूई जीभ के आरपार कर देना जैसी जानलेवा घटनाएं करते थे। बेहोशी की हालत में घर छोड़कर गए शिकायतकर्ता गुरदेव सिंह ने बताया आरोपियों ने उसके भाई के बेटे जगसीर सिंह के सीधेपन का फायदा उठाकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार करते थे। 20 जून को विजय कुमार उपरोक्त चारों व्यक्ति उसके भतीजे जगसीर सिंह को मेरे भाई महंगा सिंह के घर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि जगसीर सिंह जख्मी हालत में था उसके पैरों हाथों व मुंह पर सूजन आई हुई थी। शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट लगने के कारण उस पर काला तेल लगाया हुआ था। जगसीर सिंह को बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टर द्वारा चेकअप करने पर उसे दाखिल नहीं किया गया और कहा कि हम इसका उपचार नहीं कर सकते।जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में दाखिल करवाया, जहां एक बार जगसीर सिंह को 3 दिन बाद होश गया था। तो जगसीर सिंह ने उन्हें बताया कि मेरे साथ अपने गांव के विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय (पिता-पुत्र ,) गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह वासी गांव थांदेवाला व बंटी वासी गांव घड़िअना जिला फाजिल्का ने बाजी खेलते समय शारीरिक तौर पर मुझे जमीन में गाड़ दिया। कांच के ऊपर चलवाया इसके अलावा कांच तोड़कर उसके ऊपर नंगे पाव चलाते थे, मुझे सुईंया वगैरह मारते थे और जीभ के आरपार करते थे और संगल को गर्म करके मेरे हाथों से ठंडा करते थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि 24 जून को जगसीर सिंह की उपचार दौरान मौत हो गई। इस संबंध में शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना सदर मुक्तसर पुलिस ने आरोपी विजय कुमार पुत्र राजू, सोनू पुत्र विजय कुमार (पिता-पुत्र), गुरमीत सिंह पुत्र तेज सिंह निवासी मुक्तसर, बंटी वासी घडिय़ाना जिला फाजिल्का के विरूद्ध मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में महिला ट्रैवल एजेंट-भाई काबू:1.07 करोड़ रुपए कैश बरामद; प्रशासन लाइसेंस कर चुका रद, पहले 3 मामले हैं दर्ज पंजाब के लुधियाना में CM भगवंत सिंह मान की सुरक्षा में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद लुधियाना पुलिस हरकत में आई। विदेश भेजने के नाम पर कई लोगों को ठगने के आरोप में पुलिस ने एक महिला ट्रैवल एजेंट और उसके भाई को गिरफ्तार किया है। महिला पुलिसकर्मी के अनुसार आरोपी ने उसके भाई और मां के लिए Uk वीजा की व्यवस्था करने के नाम पर 14.30 लाख रुपए की ठगी की थी। पुलिस ने उनके कब्जे से कुल 1.07 करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं। आरोप है कि ये रुपए उन्होंने लोगों को धोखा देकर कमाए थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दुगरी फेज 1 की 38 वर्षीय वीनू मल्होत्रा और उनके 39 वर्षीय भाई अमित मल्होत्रा के रूप में हुई है। दोनों मॉडल टाउन के इश्मीत चौक के पास ग्लोबल वे इमिग्रेशन के नाम से अपना इमिग्रेशन कारोबार चला रहे थे। कई शिकायतों के बाद जिला प्रशासन पहले ही फर्म का लाइसेंस रद्द कर चुका था। शिकायतकर्ता से ठगे थे 14.30 लाख रुपए ADCP शुभम अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात मोहाली फेज-8 की रवनीत कौर के बयान के बाद शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने यूके वीजा की व्यवस्था करने के नाम पर उसके भाई जगदीप सिंह और उसकी पत्नी सुखवीर कौर से 14.30 लाख रुपए की ठगी की थी। ADCP अग्रवाल ने कहा कि मॉडल टाउन पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 और धारा 24 के तहत शिकायत दर्ज की है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने कई लोगों से उनकी मेहनत की कमाई को ठगा है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1.07 करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं। मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन की SHO सब-इंस्पेक्टर अवनीत कौर ने कहा कि आरोपी यह दावा करके लोगों को फंसाते थे कि वे उनके वीजा आने के बाद शुल्क लेंगे, लेकिन बाद में यह दावा करके उनसे पैसे वसूलते थे कि उनकी फाइलों में दस्तावेज अधूरे हैं। वीनू मल्होत्रा पर हैं पहले 3 मामले दर्ज थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से और भी बरामदगी की उम्मीद है। महिला वीनू मल्होत्रा पर पहले से तीन मामले दर्ज है। इससे पहले 12 अगस्त को संगरूर के धूरी के हरदीप सिंह और उनकी पत्नी अमनदीप कौर इसी कंपनी पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए इश्मीत चौक के पास पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। शिकायतकर्ता ने कहा कि आव्रजन फर्म ने उनके लिए इंग्लैंड का वीजा सुरक्षित करने के लिए 10 लाख रुपए के अग्रिम भुगतान के साथ 26 लाख रुपए की मांग की थी। उन्होंने इस साल फरवरी में आरटीजीएस के जरिए 10 लाख रुपए का भुगतान किया। हालांकि, जब वीज़ा पर अपडेट के लिए संपर्क किया गया तो कंपनी प्रक्रिया में देरी करती रही और बहाने बनाती रही। बाद में आरोपी ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया। पुलिस ने उन्हें शांत कराया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। घटना के एक दिन बाद जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ कई शिकायतों के बाद 13 अगस्त को फर्म का लाइसेंस रद्द कर दिया था।
सेवामुक्त कर्मियों को फिर से ड्यूटी पर रखने के फैसले के विरोध में जत्थेबंदियों ने मैनेजमेंट के खिलाफ जताया विरोध
सेवामुक्त कर्मियों को फिर से ड्यूटी पर रखने के फैसले के विरोध में जत्थेबंदियों ने मैनेजमेंट के खिलाफ जताया विरोध भास्कर न्यूज | अमृतसर मंगलवार को हाल गेट सिटी सर्किल में पावरकॉम कर्मचारियों की ओर से मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। इस रोष प्रदर्शन में टेक्निकल सर्विस यूनियन, मिनिस्टर सर्विस यूनियन के कर्मचारी शामिल हुए। सिटी सर्किल प्रधान गुरप्रीत सिंह जस्सल, उपप्रधान रणजीत सिंह, गोपाल मोहन और रामकिशन की अध्यक्षता में जताए रोष प्रदर्शन दौरान कहा कि पावरकॉम मैनेजमेंट की ओर से 5 जुलाई को जत्थेबंदी के साथ मीटिंग की गई थी। परंतु बिजली मंत्री के साथ होने वाली मीटिंग का समय बार-बार बदल जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार बिजली कर्मचारियों की मांगों को संजीदा नहीं ले रही। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी सिस्टम के कारण लगातार हादसे बढ़ते जा रहे है और बिजली कर्मचारियों की जाने जा रही हैं। जबकि ग्रिड सबस्टेशन पर काम कर रहे कर्मचारी आरटीएम को प्रमोट किया जाए। जबकि बोर्ड से सेवामुक्त हो चुके हैं कर्मचारियों को पावरकॉम मैनेजमेंट उन्हें फिर से काम पर रखना चाहती है जो सरासर गलत है। प्रधान बल ने कहा कि अगर पंजाब सरकार ने आज तक मीटिंग करके कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी तो इसके नतीजे बुरे हो सकते हैं। जिसकी सारी जिम्मेदारी बिजली मंत्री और मैनेजमेंट की होगी। अमृतसर| पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इंप्लाइज फेडरेशन पूर्वी मंडल की ओर से वेरका परिसर में सरकार के खिलाफ गुस्सा जताते रोष प्रदर्शन किया। फेडरेशन के सर्किल सचिव राकेश कुमार ने कहा कि 1 साल पहले बिजली मंत्री के सामने मैनेजमेंट के साथ मानी मांगे लागू करने के बारे में बातचीत की गई थी। परंतु मैनेजमेंट अब टालमटोल की नीति अपना रही है। अमृतसर| पेंशनर एसो. जमहूरी किसान सभा और अन्य जत्थेबंदियों की ओर से मिलकर खंडवाला बिजली घर के बाहर बिजली मंत्री हरभजन सिंह का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया गया। ईस्ट डिविजन प्रधान दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में जलाए पुतले से पहले सभी ने मिलकर बिजली मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मंत्री ने चुनावी रंजिश रखते टांगरा सबडिवीजन के लाइनमैन तलविंदर सिंह का तबादला होशियारपुर कर दिया है। जिसको लेकर पिछले कई दिनों से बिजली मंत्री के खिलाफ हर सबडिवीजन में रोष प्रदर्शन चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर अब भी बिजली मंत्री ने तलविंदर का तबादला रद्द न किया तो संघर्ष और तेज किया जाएगा। इस मौके पर मुख्तार सिंह, जैमल सिंह, अमनवीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रजिंदर कुमार आदि मौजूद थे।
किसान 14 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे:2 बार पुलिस खदेड़ चुकी, हाईकोर्ट का शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की याचिका सुनने से इनकार
किसान 14 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे:2 बार पुलिस खदेड़ चुकी, हाईकोर्ट का शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की याचिका सुनने से इनकार पंजाब के किसान 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करेंगे। मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर हुई मीटिंग में इसका फैसला लिया गया। इसके बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले दिल्ली रवाना हुए सरदार मेजर सिंह के माथे पर रबड़ की गोली लगी थी। उन्हें PGI रेफर किया जा रहा है। हमारे जो नेता ठीक होकर अस्पतालों से आए हैं, वह अभी ठीक से चल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर अपना विश्वास गंवा चुके हैं। वह पहले कहते थे कि पैदल जाएं, लेकिन अब कहते हैं कि अन्य वाहनों से जाएं। कल अरदास दिवस मनाया जाएगा
उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच की कामना और जगजीत सिंह डल्लेवाल की तंदुरुस्ती के लिए कल अरदास दिवस पूरे देश में मनाया जाएगा। सभी लोगों से अपील है कि वह अपने-अपने धार्मिक स्थानों में जाकर माथा टेकें। पंजाब और अन्य राज्यों के गायक, धार्मिक नेता, रागी आदि से विनती है कि जहां भी प्रोग्राम के लिए जाते हैं वहां किसान आंदोलन की जय बोला करें। वहीं, पैलेसों में जाने वाले सिंगर प्रोग्राम के शुरू में किसान मजदूर की बात कर लिया करें। यह भी हमारी सपोर्ट होगी। किसान नेता तेजबीर सिंह ने कहा कि इस आंदोलन को 13 दिसंबर को 10 महीने पूरे हो रहे हैं। ऐसे में 13 तारीख को बड़े समागम होंगे। उन्होंने कहा कि जैसे हरियाणा में इंटरनेट सेवा बंद है, वैसे ही हमें पता लगा है कि पंजाब एरिया में भी बॉर्डर से डेढ़ किलोमीटर तक इंटरनेट बंद किया जा रहा है। अभी तक सरकार की तरफ से मीटिंग का कोई न्योता नहीं आया है। बॉर्डर खोलने की याचिका पर सुनवाई से इनकार
इससे पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की जनहित याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। हाईकोर्ट ने कहा है कि यह मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट जाकर अपना पक्ष रखें। इसके बाद याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका वापस ले ली। इस दौरान पंजाब, हरियाणा और केंद्र सरकार के वकील मौजूद रहे। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी कल सोमवार को बॉर्डर खोलने की याचिका खारिज कर दी थी। इसी बीच हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर डटे किसानों का चूल्हा नहीं जला। यहां सभी किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ पूरा दिन भूख हड़ताल पर बैठे। आसपास के गांवों के लोगों को भी मोर्चे पर लंगर न लाने को कहा गया था। वहीं, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि डल्लेवाल की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। उनका मरणव्रत 15वें दिन में दाखिल हो गया है। उन्हें स्टेज पर आने में भी दिक्कत आ रही है। किडनी और लिवर पर असर पड़ रहा है। डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए कहा है कि उनका ब्लड प्रेशर 124/95, शुगर 93, पल्स 87 है। वहीं, वजन 11 किलो कम हो चुका है। डल्लेवाल का कहना है कि यह आर-पार की लड़ाई है। पंधेर का दावा- शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस का असर अभी भी
मंगलवार को किसानों ने शंभू बॉर्डर पर सफाई अभियान चलाया। सरवन पंधेर का कहना है कि जो पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे, उनका असर अभी भी है। किसानों ने बॉर्डर पर फैली गंदगी को साफ किया। 11 दिसंबर को धार्मिक स्थलों पर होगी अरदास
डल्लेवाल की सेहत की तंदुरूस्ती के लिए 11 दिसंबर को सभी गांवों में धार्मिक स्थलों पर किसान अरदास करेंगे। इसके लिए रणनीति बना ली गई है। किसानों ने मंच से आह्वान किया है कि अधिक से अधिक लोग मोर्चों पर पहुंचे, ताकि संघर्ष को तेज किया जा सके। किसानों ने 2 बार दिल्ली कूच ती कोशिश की, दोनों बार पीछे हटे… 6 दिसंबर को ढाई घंटे में पीछे हटे किसान
किसानों ने 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान किया था। इस दिन सुबह किसानों ने शंभू बॉर्डर पर पाठ किया। इसके बाद 101 किसानों के जत्थे को लंगर खिलाया गया। दोपहर 1 बजे किसानों का जत्था आगे बढ़ा। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने 3 लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया हुआ था। पहले किसानों ने बैरिकेडिंग उखाड़ी। इसके बाद कंटीले तारों को उखाड़ा और आखिर में सीमेंट में गाड़ी गईं कीलें निकाल दीं। किसानों ने बैरिकेडिंग उठाकर घग्गर नदी में फेंक दी। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इसमें 2-3 किसान घायल हो गए। कुछ किसान फिर भी आगे पुलिस अधिकारियों तक पहुंच गए। यहां पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें रोकने के लिए पेपर स्प्रे किया। एक बार किसान पीछे की तरफ हो गए। दोबारा किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस की तरफ से दोबारा आंसू गैस के गोले दागे गए। इस पूरे घटनाक्रम में कुल 8 किसान घायल हो गए। बाद में सरवन सिंह पंधेर ने किसानों के जत्थे को वापस बुला लिया। ढाई घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बाद किसान वापस धरनास्थल की तरफ चल पड़े। वह अपने साथ कंटीले तार और बैरिकेडिंग भी ले गए। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने तब कहा कि 8 दिसंबर को किसान दोबारा दिल्ली कूच करेंगे 8 दिसंबर को पौने 4 घंटे चला संघर्ष
101 किसानों ने 8 दिसंबर को दूसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की। किसानों का जत्था दोपहर 12 बजे धरनास्थल से दिल्ली कूच के लिए निकला। पुल पर पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने का परमिशन लेटर मांगा। उन्होंने कहा कि बिना परमिशन के वह दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद पुलिस ने किसानों को चाय-बिस्किट ऑफर किए और फूल भी बरसाए। फिर भी किसान दिल्ली कूच करने पर अड़े रहे। पुलिस ने दोबारा आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। जिसमें 8 किसान घायल हो गए। करीब पौने 4 घंटे चले घटनाक्रम के बाद किसान नेताओं ने जत्थे को वापस बुला लिया। इसके बाद किसान नेता पंधेर ने कहा कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की मीटिंग करने के बाद आगे का फैसला लेंगे। —————————— किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली मार्च टाला, हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश का वीडियो जारी किया पंजाब के 101 किसानों ने 8 दिसंबर को दूसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी के पुल पर रोक लिया। करीब पौने 4 घंटे बाद मार्च टाल दिया गया। इसी दौरान हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर किसानों के बैरिकेडिंग उखाड़ने की कोशिश का वीडियो जारी कर दिया। पूरी खबर पढ़ें…